स्टेट बैंक ऑफ इंडिया किस देश की है? SBI का मालिक कौन है?

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया भारत की बैंकिंग प्रणाली में एक ऐसा नाम हैं जो सबसे बड़ा व सबसे प्रमुख है। यहाँ तक कि जब अन्य किसी बैंक पर संकट आया तो उसे बचाने में (State bank of india ka malik kaun hai) सबसे पहले SBI ही आगे आया। यह भारत का सबसे पुराना व बड़ा सरकारी बैंक (SBI origin country name in Hindi) है। जिस समय भारत देश अंग्रेजों के अधीन था तब से यह बैंक प्रचलन में हैं हालाँकि तब इसका नाम कुछ और था।

यदि आप SBI बैंक के मालिक के बारे में जानना चाहते हैं और यह (SBI ka owner kaun hai) जानना चाहते हैं कि SBI किस देश का बैंक हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आये हैं।

आज के इस लेख में आपको SBI बैंक के मालिक व देश के बारे में संपूर्ण जानकारी मिलेगी। साथ ही SBI के इतिहास से भी अवगत करवाया जाएगा ताकि कोई जानकारी अधूरी ना रह जाए।

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स्टेट बैंक ऑफ इंडिया किस देश का है?

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया या भारतीय स्टेट बैंक या SBI इसे आप किसी भी नाम से पुकारे लेकिन इसके नाम में हमेशा भारतीय या इंडिया आएगा ही आयेगा। ऐसे में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के नाम से ही पता चल जाता हैं कि यह विशुद्ध रूप से एक भारतीय बैंक है। हालाँकि इसका स्वामित्व पहले किसी और के पास था। आइए इसके बारे में भी जाने।

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया किस देश की है? SBI का मालिक कौन है?

भारत देश सदियों तक विदेशी आक्रांताओं के अधीन रहा हैं। भारत देश के आखिरी भारतीय व हिंदू राजामहाराज पृथ्वीराज चौहान थे और उसके बाद देश ने फिर से स्वतंत्रता का मुख 15 अगस्त 1947 को देखा था। इस बीच भारत देश पर मुगलों व अंग्रेजों ने शासन किया था।

मुगलों ने तो इस देश को केवल लूटने व नष्ट करने का काम किया था हालाँकि अंग्रेजों की सोच कुछ अलग थी। वे नष्ट करने की बजाए उसका निर्माण कर फिर उससे लाभ अर्जित करने पर विश्वास रखते थे। इसलिए जब भारत देश इंग्लैंड की ब्रिटिश सरकार के अधीन था और यहाँ पर ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन चल रहा था तब कई बांको की शुरूआत की गयी थी।

इसमें कुछ प्रमुख बैंक बैंक ऑफ कोलकाता, बैंक ऑफ मद्रास व बैंक और बॉम्बे थे। फिर बाद में इन्हें मिलाकर इम्पीरियल बैंक ऑफ इंडिया नाम दिया गया। बाद में जब भारत देश स्वतंत्र हुआ तब इस इम्पीरियल बैंक का भारत सरकार के अंतर्गत आने वाले केंद्रीय रिज़र्व बैंक के द्वारा अधिग्रहण कर लिया गया।

आखिर में हितों के टकराव को देखते हुए भारत सरकार ने इम्पीरियल बैंक ऑफ इंडिया को अपने अधीन कर इसे भारतीय स्टेट बैंक नाम दिया अर्थात स्टेट बैंक ऑफ इंडिया।

इस तरह स्टेट बैंक ऑफ इंडिया पूर्ण रूप से भारतीय बैंक हैं और इस पर किसी अन्य देश या इंग्लैंड का कोई अधिकार नही हैं। हम इसे गर्व से भारतीय बैंक कह सकते हैं वो भी सरकारी।

SBI का मालिक कौन है (SBI ka malik kaun hai)

अब प्रश्न उठता हैं कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया है तो भारत देश का तो फिर इसके मालिक किसको कहा जाएगा। क्या इसके मालिक देश के प्रधानमंत्री होंगे या देश के राष्ट्रपति। यदि आपके मन में भी कुछ इसी तरह के प्रश्न उठ रहे हैं और आप स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के मालिक को लेकर (SBI ka chairman kaun hai) उलझन की स्थिति में तो आइए आपकी यह उलझन ही दूर कर देते हैं।

दरअसल किसी कंपनी, बैंक, संस्था, उद्योग या अन्य किसी चीज़ की मालिक भारत सरकार होने पर उसके मालिक प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति को नही कहा जा सकता है। हालाँकि यह बैंक (Bhartiya state bank ka malik kaun hai) तो भारत सरकार के अधीन होता हैं और एक तरह से इसका सर्वेसर्वा भी वही सर्क्लर होती हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि SBI को लेकर सभी बड़े व अहम निर्णय भारत सरकार या प्रथान्मंत्री या वित्त मंत्री की सहमती के बाद ही लिए जाएंगे।

फिर भी भारत सरकार के द्वारा बैंक के कामकाज को देखने व उसे संभालने के लिए चेयरमैन या सीईओ, मैनेजिंग डायरेक्टर व डायरेक्टर के पदों को भरा जाता हैं। इन्हें पद पर नियुक्त करने, इनका कार्यकाल बढ़ाने या इन्हें सेवा निवृत करने या फिर इन्हें इनके कार्यकाल के बीच में ही हटा देने का कार्य भारत सरकार के द्वारा ही किया जाता हैं।

ऐसे में अब हम स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के विभिन्न पदों पर नियुक्त व्यक्तियों के नाम जानेंगे। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में सबसे बड़ा पद जिसका होगा उसे सीईओ या चेयरमैन कहा जाएगा। ऐसे में वर्तमान में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के चेयरमैन का नाम दिनेश कुमार खाडा (SBI ka CEO kaun hai) हैं। एक तरह से दिनेश कुमार जी SBI के सीईओ कहे जाएंगे।

SBI के मैनेजिंग डायरेक्टर्स कौन कौन हैं?

अब बारी आती हैं SBI के मैनेजिंग डायरेक्टर व डायरेक्टर्स की। इसमें मैनेजिंग डायरेक्टर का पद डायरेक्टर से बड़ा होता हैं। इस तरह से SBI में कुल 4 मैनेजिंग डायरेक्टर व 8 डायरेक्टर हैं, जिनके नाम हैं:

  • सी एस शेट्टी – SBI मैनेजिंग डायरेक्टर
  • स्वामीनाथन जे – SBI मैनेजिंग डायरेक्टर 
  • अश्विनी कुमार तिवारी – SBI मैनेजिंग डायरेक्टर
  • आलोक कुमार चौधरी – SBI मैनेजिंग डायरेक्टर
  • बी वेणुगोपाल – SBI डायरेक्टर
  • गणेश नटराजन – SBI डायरेक्टर
  • केतन एस विकाम्सेय – SBI डायरेक्टर
  • मृगांक एम परांजपे – SBI डायरेक्टर
  • संजीव महेश्वरी – SBI डायरेक्टर
  • प्रफुल्ल पी छाजेड – SBI डायरेक्टर
  • संजय मल्होत्रा – SBI डायरेक्टर
  • अनिल कुमार शर्मा – SBI डायरेक्टर

तो यह सभी व्यक्ति SBI के गणमान्य व्यक्ति हैं जिनके अधीन SBI के सभी कर्मचारी कार्य करते हैं। साथ ही SBI में कब क्या किया जाएगा या कौन सा नियम आना हैं इत्यादि इसका निर्धारण भी इन्ही के द्वारा ही किया जाता हैं।

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का इतिहास (State bank of india history in Hindi)

अभी तक आपने जान लिया कि SBI का मालिक कौन है और कौन इसे चलाता है। साथ ही इस पर किस देश का अधिकार है व भारत सरकार की इसमें क्या भूमिका है। अब हम इसे संपूर्ण रूप से जानने के लिए SBI के संपूर्ण इतिहास के बारे में बात करेंगे (SBI history in Hindi)। इससे आप जान पाएंगे कि SBI क्या चीज़ है और वह कैसे बना।

कहने का तात्पर्य यह हुआ कि SBI का पहले क्या नाम था और बाद में क्या नाम पड़ा, इसकी शुरुआत कब हुई और कब इसे भारत सरकार ने अधीन लिया। इसमें किस किस बैंक का विलय हुआ और उसके बाद क्या हुआ। वर्तमान में SBI की क्या भूमिका है व इसका संचालन इत्यादि कैसे होता है। आइए इन सभी प्रश्नों के उत्तर विस्तार से जाने।

SBI की स्थापना (SBI ki sthapna kab hui)

दरअसल SBI की आधिकारिक तौर पर तो स्थापना देश के स्वतंत्र होने के बाद वर्ष 1955 में हुई थी लेकिन इसकी नीव ब्रिटिश सरकार के द्वारा सन 1806 में ही रख दी गयी थी। उस समय भारत पर ब्रिटिश शासन था और तब 1806 में भारत में एक बैंक की स्थापना की गयी जिसका नाम था बैंक ऑफ कोलकाता। इसके बाद ब्रिटिश सरकार द्वारा सन 1840 में बैंक ऑफ बॉम्बे व सन 1843 में बैंक ऑफ मद्रास की स्थापना की गयी।

उसके बाद सन 1921 तक तो यह तीनो बैंक अपने अपने नाम से चलते रहे और कार्य करते रहे लेकिन इसके बाद ब्रिटिश सरकार के द्वारा एक सभा बुलाई गयी। इस सभा में यह आदेश पारित किया गया कि अब बैंक ऑफ कोलकाता, बैंक ऑफ मद्रास व बैंक ऑफ बॉम्बे का विलय कर दिया जाएगा और इन तीनों बांको को संयुक्त रूप से इम्पीरियल बैंक ऑफ इंडिया के नाम से जाना जाएगा।

यह घोषणा होते ही तीनों बैंकों का विलय हो गया और ब्रिटिश भारत में सन1921 में इम्पीरियल बैंक की नींव पड़ी। यह भारत का सबसे बड़ा बैंक था। इसके बाद जब 15 अगस्त को अंग्रेज़ अपने देश वापस लौट गए और भारत देश की सत्ता कांग्रेस के हाथों सौंप दी गयी तो एक तरह से उनके अधिकार की सभी चीज़ों पर कांग्रेस का स्वामित्व हो गया।

इसके बाद समय-समय पर भारत की नेहरु सरकार के द्वारा भारतीय संविधान के निर्माण में कई निर्णय लिए गए जिसमे कई चीज़ों की शुरुआत थी तो कई चीज़ों का विलयीकरण तो बहुत सी चीज़ों को भारत सरकार के अंतर्गत ले लेना। भारतीय रिज़र्व बैंक तो भारत सरकार के अंतर्गत आता ही था और यह सभी तरह के बैंकों का प्रमुख था किनती भारतीय स्टेट बैंक एक निजी बैंक था जो ब्रिटिश काल का था।

इसके लिए जवाहर लाल नेहरु की कांग्रेस सरकार सन 1955 में एक बिल लेकर आई जिसमें भारतीय रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया ने इम्पीरियल बैंक की सब हिस्सेदारी अपने नाम कर ली। वह दिन था 1 जुलाई 1955 का और उस दिन के बाद से इम्पीरियल बैंक ऑफ इंडिया का आधिकारिक मालिक भारत सरकार बन गयी। इसके साथ ही इम्पीरियल बैंक ऑफ इंडिया (Imperial bank of india in Hindi) का नाम बदल कर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया या भारतीय स्टेट बैंक कर दिया गया।

इसके बाद समय समय पर भारत सरकार के द्वारा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में कई अन्य बैंकों का विलय किया गया। हाल ही में केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा भी कई बड़े बैंकों का स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में विलय कर दिया गया है। आइए इसकी पूरी सूची देखे कि कब कब और किस किस बैंक का भारतीय स्टेट बैंक में विलय किया गया हैं।

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में अन्य बैंकों का मिलना (Merger of banks in SBI)

भारत सरकार के द्वारा अन्य बैंकों को डूबने से बचाने, उनकी आर्थिक सहायता करने, उन बैंकों में काम कर रहे कर्मचारियों को प्रोत्साहन देने, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को मजबूती देने इत्यादि कई कारणों के कारण कई बैंकों का विलय भारतीय स्टेट बैंक में कर दिया गया। आइए इनके बारे में क्रमानुसार जाने।

  • स्टेट बैंक ऑफ जयपुर (State bank of jaipur) का 1943 में SBI में विलय हो जाना
  • स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर (State bank of bikaner) का SBI में 1944 में मिल जाना।
  • बैंक ऑफ बिहार (Bank of bihar) का SBI में अपनी सभी 28 शाखाओं के साथ सन 1969 में मिल जाना। 
  • लाहौर राष्ट्रीय बैंक (National bank of lahore) का अपनी 24 शाखाओं के साथ SBI में 1970 में मिल जाना।
  • कृष्ण राम बलदेव बैंक (Krishna Ram Baldev bank) जिसकी स्थापना माधव राज सिंधिया ने ग्वालिअर में की थी, उसे SBI में वर्ष 1975 में मिला लिया गया।
  • केरल के बैंक ऑफ कोचीन (Bank of cochin) को 1985 में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में मिला दिया गया। इस बैंक की लगभग 120 शाखाएं थी
  • फिर 13 अगस्त 2008 को स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र (State bank of saurashtra) को भी भारतीय स्टेट बैंक में मिला दिया गया।
  • 19 जून 2009 को स्टेट बैंक ऑफ इंदोर (State bank of indore) का भी SBI में विलयीकरण कर दिया गया। यह एक बहुत बड़ा बैंक था जिसकी 470 शाखाएं SBI में मिला दी गयी।

इसके बाद समय समय पर भारत सरकार के द्वारा कई बड़े बैंकों का SBI में विलय किया गया जिसमे SBI के ही कुछ सहायक बैंक सम्मिलित हैं। इनके नाम स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर व जयपुर (State bank of bikaner and jaipur), स्टेट बैंक ऑफ मैसूर (State bank of mysore), स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद (State bank of hyderabad), स्टेट बैंक ऑफ त्रावनकोर (State bank of travancore), स्टेट बैंक ऑफ पटियाला (State bank of patiyala) व भारतीय महिला बैंक (Bhartiya mahila bank) हैं।

इसके साथ ही भारत सरकार के द्वारा यह घोषणा की गयी है कि भविष्य में भी कई सरकारी बैंकों का विलय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में किया जाएगा। ऐसा इसलिए किया जाएगा क्योंकि भारत सरकार देश में केवल 4 से 5 बड़े सरकारी बैंक रखना चाहती हैं ताकि काम आसानी से व सुचारू रूप से हो सके।

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के बारे में अन्य जानकारी (State bank of india ke bare me jankari)

आइए अंत में हम स्टेट बैंक ऑफ इंडिया एक बारे में कुछ अन्य जानकारी भी जान ले ताकि कुछ अधुरा ना रह जाए।

  • SBI की देशभर में लगभग 22,219 शाखाएं कार्य कर रही हैं।
  • इसके साथ ही SBI के 62,617 एटीएम मशीन भारत देश में स्थित हैं।
  • इसके अलावा 31 अन्य देशों में अर्थात विदेशों में SBI की 229 शाखाएं कार्यरत है।
  • SBI हमें रिटेल बैंकिंग, SBI insurance, ऋण, क्रेडिट कार्ड्स, फाइनेंस, इन्वेस्टमेंट इत्यादि कई तरह की सुविधाएँ देती है।
  • SBI में लगभग 2 लाख 50 हज़ार कर्मचारी कार्य करते हैं।
  • SBI का मुख्यालय महाराष्ट्र के मुंबई शहर में स्थित है (State bank of india ka headquarters kahan hai)।
  • SBI दुनिया का 43वां सबसे बड़ा बैंक है।
  • बैंक के बाजार में इसकी भागीदारी 23 प्रतिशत है।
  • यह भारत में नौकरी देने वाला पांचवा सबसे बड़ा क्षेत्र है।

SBI बैंक से Related FAQs

प्रश्न: क्या एसबीआई एक सरकारी बैंक है?

उत्तर: हां, एसबीआई एक सरकारी बैंक है जो भारत सरकार के अंतर्गत आता है।

प्रश्न:  SBI का वर्तमान चेयरमैन कौन है?

उत्तर: SBI के वर्तमान चेयरमैन का नाम विजय कुमार खाडा है।

प्रश्न: भारत में सरकारी बैंकों की संख्या कितनी है?

उत्तर: वर्तमान समय में भारत देश में कुल 12 सरकारी बैंक काम कर रहे हैं।

प्रश्न: भारतीय स्टेट बैंक के पहले अध्यक्ष कौन थे?

उत्तर: भारतीय स्टेट बैंक के प्रथम अध्यक्ष का नाम जॉन मथाई था।

प्रश्न: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का मुख्यालय कहाँ है?

उत्तर: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का मुख्यालय महाराष्ट्र के मुंबई शहर में है।

प्रश्न: देश का सबसे बड़ा बैंक कौन सा है?

उत्तर: देश का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक है।

तो अभी तक हमने SBI बैंक के मालिक, देश व इतिहास समेत बहुत कुछ जान लिया है। आशा है कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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