सेक्शन 80C क्या होता है? | सेक्शन 80C से कितना टैक्स बचा सकते हैं? | What is section 80C of income tax act in Hindi

|| सेक्शन 80C क्या होता है? | What is section 80C of income tax act in Hindi | 80C income tax deduction in Hindi | सेक्शन 80C से कितना टैक्स बचा सकते हैं? | सेक्शन 80C के तहत क्या क्या आता है? | सेक्शन 80C के तहत क्या क्या आता है? ||

What is section 80C of income tax act in Hindi :- भारत सरकार के द्वारा हमारी वार्षिक तौर पर जितनी भी आय की जाती है, उस पर एक निश्चित अनुपात में टैक्स या कर लिया जाता है। अब आपको कितना टैक्स देना होगा या आपकी वार्षिक आय पर कितने प्रतिशत तक का टैक्स लगेगा, यह पूर्ण रूप से उस पर निर्भर करता है कि सब कुछ हो जाने के बाद आपकी वार्षिक आय टैक्स स्लैब के किस दायरे में आ रही है और उस पर कितने प्रतिशत टैक्स देय होता (What is section 80C in Hindi) है।

अब व्यक्ति के द्वारा अपना टैक्स बचाने के लिए तरह तरह के खर्चों को दिखाया जाता है और उसको दिखाए जाने के बाद ही वह अपना टैक्स बचा पाता है या उसे वह कम भरना होता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपका टैक्स सीधे तौर पर केवल आपकी वार्षिक आय पर नहीं लगता है क्योंकि आप बहुत सी अन्य जरुरी चीज़ों पर पैसा लगाते हैं और ऐसे में आपकी आय का कुछ हिस्सा उसमे चला जाता (How to save income tax in Hindi) है।

अब जो जो खर्चे आप कर रहे हैं, उसमें से कुछ खर्चों को वार्षिक आय में से काट लिया जाता है और उतना ही टैक्स उसकी सहायता से कम हो जाता है। यह सब कुछ आयकर विभाग की धारा 80C के तहत संभव हो पाता है। ऐसे में आपको अवश्य ही यह जानना होगा कि यह सेक्शन 80C क्या होता है और इसकी सहायता से आप किस तरह से अपना टैक्स बचा सकते हैं। तो आइये जाने सेक्शन 80C के बारे में पूरी (Know about section 80C in Hindi) जानकारी।

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सेक्शन 80C क्या होता है? (What is section 80C of income tax act in Hindi)

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट या आयकर विभाग में कई तरह की धाराएँ होती हैं और जब भी किसी व्यक्ति को अपनी सालाना आय पर इनकम टैक्स को भरना होता है तो वह इन धाराओं को ध्यान में रखकर अपना टैक्स भरता है। अब उसका यह कार्य या तो उसकी कंपनी स्वयं ही कर देती है या फिर यदि वह किसी सीए की सहायता से टैक्स को भरता है तो वह सीए ही उसका सारा काम करके दे देता है। किन्तु फिर भी आपको इनकम टैक्स के द्वारा दी जाने वाली तरह तरह की सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए इसकी धाराओं या सेक्शन के बारे में संपूर्ण जानकारी होना जरुरी (80C income tax in Hindi) है।

सेक्शन 80C से कितना टैक्स बचा सकते हैं

इसी सेक्शन में एक जरुरी सेक्शन है 80C का जिसके बारे में बहुत जनों को या तो थोड़ा बहुत पता होता है या नहीं पता होते हुए भी वे इसका लाभ उठाते हैं क्योंकि इसी के द्वारा ही टैक्स में कटौती करवाया जाना संभव हो पाता है। अब यदि एक व्यक्ति एक वर्ष में 10 लाख रुपये की आय कर रहा है तो भारत सरकार के द्वारा बनाये गए नियमों के तहत वह उस वित्तीय वर्ष में अपने द्वारा निवेश या खर्च की गयी कुछ राशि को 10 लाख की आय में से घटाकर अपना टैक्स बचा सकता (80C income tax deduction in Hindi) है।

तो इसमें कई तरह के खर्च किये गए पैसे या निवेश की गई रकम की राशि आती है जो 80C के अंतर्गत मान्य होती है। अब यदि आप सोच रहे हैं कि आप अपनी मर्जी से ही किसी भी खर्च या निवेश को सेक्शन 80C में जोड़ सकते हैं तो यह संभव नहीं है। इसके लिए भारत सरकार के द्वारा इनकम टैक्स को भरने के लिए कुछ नियम बनाये गए हैं और उसमें कुल वार्षिक आय में से जो कटौती होगी, उसका विवरण सेक्शन 80C के तहत विस्तृत रूप से दिया गया (Section 80 c kya hai) है।

तो ऐसे में आपने यह तो जान लिया है कि सेक्शन 80C के तहत आप अपना टैक्स बचा सकते हैं लेकिन वह कितना तक हो सकता है या फिर उस टैक्स की राशि क्या होगी। साथ ही आपके लिए वह कटौती किस किस मामले में या स्थिति में लागू होगी। तो इन सभी की जानकारी आपको नीचे दी जा रही है। ऐसे में आप इस लेख को बहुत ही ध्यान से पढ़ें ताकि आप भी अपना ज्यादा से ज्यादा टैक्स बचा (Income tax section 80c kya hai) सकें।

सेक्शन 80C से कितना टैक्स बचा सकते हैं? (Section 80c tax benefit in Hindi)

अब हम आपको यह भी बता दें कि सेक्शन 80C के जरिये आप अपना बहुत ज्यादा टैक्स बचा सकते हैं। अब व्यक्ति के ऊपर जो टैक्स लगता है वह तो उसके द्वारा वर्ष में कितनी आय की जा रही है, सब कटौती हो जाने के पश्चात उसकी वार्षिक आय किस टैक्स स्लैब में बैठ रही है और उस पर कितने प्रतिशत तक का टैक्स लगता है, इस पर निर्भर करता है। किन्तु आप 80C के तहत कितना तक का टैक्स बचा सकते हैं, यह जानना भी तो जरुरी हो जाता है।

तो सेक्शन 80C के तहत जो जो भी खर्चे आते हैं, उसकी एक सीमा भारत सरकार के द्वारा तय की गयी है क्योंकि यदि इसकी सीमा तय ना की जाए तो हम भारतीय इतने जुगाडू हैं कि पूरी की पूरी सैलरी ही खर्चों या निवेश में दिखा दें और टैक्स के लिए कुछ छोड़े ही नहीं। ऐसे में भारत सरकार के द्वारा सेक्शन 80C के तहत अधिकतम डेढ़ लाख अर्थात 1,50,000 की राशि को सालाना आय से बाहर करने का प्रस्ताव रखा गया (What are the deductions in 80c in Hindi) है।

एक उदाहरण से यदि समझा जाए तो मान लीजिये कि आपकी वार्षिक आय 10 लाख रुपये है। ऐसे में आपको अपनी इस 10 लाख के वेतन पर भारत सरकार को टैक्स चुकाना होगा। किन्तु आप सेक्शन 80C के तहत अधिकतम 1.5 लाख रुपये की कटौती इन 10 लाख में से करवा सकते हैं। इस तरह आपकी वार्षिक आय 10 लाख से घटकर 8.5 लाख रह जाएगी और भारत सरकार आपसे इन्हीं 8.5 लाख रुपयों के तहत ही टैक्स लेगी। किन्तु आपको इसी के साथ साथ सेक्शन 80C के तहत बताये गए खर्चों का प्रमाण देना होगा।

अब प्रश्न यह उठता है कि सेक्शन 80C के तहत किन किन खर्चों या निवेश को सम्मिलित किया जा सकता है। तो उसके बारे में भी भारत सरकार ने नियमावली बनायी हुई है जो हम आपको आगे बतायेंगे।

सेक्शन 80C के तहत क्या क्या आता है? (What is covered under section 80c in Hindi)

अभी तक आपने यह तो जान लिया है कि अपना इनकम टैक्स चुकाते समय सेक्शन 80C आपके बहुत काम का है और इसकी सहायता से आप अपना डेढ़ लाख की आय तक का टैक्स बचा सकते हैं और लाभ में रह सकते (What is included under section 80c in Hindi) हैं। किन्तु आपने अभी तक यह नहीं जाना है कि सेक्शन 80C के तहत किन किन खर्चों व निवेश को इसमें सम्मिलित किया जा सकता है। तो अब हम एक एक करके उन खर्चों व निवेश की जानकारी आपके सामने रखने जा रहे हैं।

ईपीएफ

आपको हर महीने जो वेतन मिलता है, उसमें से कुछ रुपये काटकर कंपनी आपके पीएफ खाते में जमा करवा देती है। ऐसे में आपको हर महीने कुछ ना कुछ रुपये कटकर मिलते हैं। तो इसे ही EPF खाता कहा जाता है जिसमें से आपकी सैलरी का अधिकतम 12 प्रतिशत तक का हिस्सा काट कर जमा करवा दिया जाता है। तो इस अनुसार आपका वार्षिक पैकेज कितना भी हो लेकिन आपके हाथ में जितना वेतन आ रहा (What is covered in section 80c in Hindi) है, उसी पर ही टैक्स कटौती की जाएगी।

पोस्ट ऑफिस

आपने बहुत बार सुना होगा कि यदि टैक्स बचाना है तो पोस्ट ऑफिस की किसी योजना पर निवेश कर देना चाहिए या उसमें अपना खाता खुलवा लेना चाहिए। तो वह बात यूँ ही नहीं कही जाती है बल्कि इसी की वजह से ही आप सेक्शन 80C के तहत अपना टैक्स बचा पाने में सक्षम होते हैं। तो यदि आप पोस्ट ऑफिस में अपना पैसा निवेश करते हैं तो उससे आपको सेक्शन 80C के तहत टैक्स कटौती में राहत मिलती (What is included in 80c in Hindi) है।

होम लोन

आज के समय में लाखों लोगों ने अपना खुद का घर बनवाने के लिए अलग अलग बैंकों या संस्थाओं से लोन लिया हुआ है जिसे हम होम लोन या गृह ऋण के नाम से जानते हैं। तो आप अपने होम लोन के तौर पर जो भी मूलधन की राशि को चुका रहे होते हैं, उसे आप इनकम टैक्स में दिखा सकते हैं और सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट पा सकते (What is included in 80c deduction in Hindi) हैं।

बच्चों की ट्यूशन फीस

एक समय के बाद व्यक्ति का विवाह हो जाता है और उसके बच्चे भी हो जाते हैं। अब बच्चे जैसे जैसे बड़े होते जाते हैं तो उसे विद्यालय में प्रवेश दिलवाना होता है। पहले के समय में शिक्षा समाज सेवा का कार्य होती थी लेकिन आज के समय में यह व्यापार से बढ़कर कुछ नहीं है। ऐसे में बच्चों के माता पिता से भारी भरकम फीस ली जाती है। अब आपको उसके विद्यालय में तो मुहं मांगी फीस चुकानी होगी लेकिन आप अपना आयकर भरते समय बच्चों की ट्यूशन फीस को सेक्शन 80C के तहत दिखाकर टैक्स में कटौती करवा सकते हैं।

राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र

यह भारत सरकार के डाक विभाग के तहत चलायी गयी एक योजना है जिसके तहत आप अपने पैसों का निवेश कर सकते हैं। तो जो व्यक्ति राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र के तहत अपने पैसों का निवेश कर रहा है तो उसे सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है।

भारतीय जीवन बीमा निगम

भारतीय जीवन बीमा निगम या LIC के बारे में किसे नहीं पता होगा या फिर ऐसा कौन सा घर होगा जिसने अपना या अपने परिवार के किसी सदस्य का LIC बीमा ना करवाया हो। तो यदि आपने भी LIC की कोई योजना ले रखी है और आप किसी पॉलिसी के तहत उन्हें हर वर्ष या महीने के अनुसार पैसों का भुगतान कर रहे हैं तो भुगतान की गयी किश्त को आप सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट में जोड़ सकते हैं।

इक्विटी-लिंक्ड सेविंग स्कीम

व्यक्ति शेयर बाजार, भूमि इत्यादि कई जगह में निवेश करता है लेकिन इसी के साथ ही जो व्यक्ति इक्विडिटी में भी निवेश करता है तो उसका यह निवेश सेक्शन 80C के तहत टैक्स में छूट प्राप्त करने का काम करता है। यह एक तरह से यह म्यूच्यूअल फण्ड का ही एक भाग है जिसके तहत व्यक्ति अपना टैक्स बचा सकते हैं।

सुकन्या समृद्धि योजना

भारत सरकार बच्चियों के बेहतर भविष्य के लिए सुकन्या समृद्धि योजना लेकर आयी है जिसके तहत 10 वर्ष से कम उम्र की बच्ची के सुरक्षित भविष्य के लिए उसके माता पिता उसके नाम पर सुकन्या समृद्धि का खाता खुलवाते हैं और उसमें हर वर्ष कुछ रुपयों का भुगतान करते हैं। तो इस योजना के तहत जमा करवायी गयी रकम का भी लाभ आपको देखने को मिलता है और आप 80C के तहत उस राशि पर से टैक्स बचा सकते हैं।

स्टाम्प शुल्क

अब जब कभी भी आप प्रॉपर्टी को खरीदते हैं या उसे बेचते हैं या अन्य कोई सरकारी कामकाज करते हैं जिसके तहत आपको स्टाम्प लेना होता है। अब उस स्टाम्प को लेने में जितना भी खर्चा आया है, वह भी आप सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट में जोड़ सकते हैं और इसका लाभ उठा सकते हैं।

वरिष्ठ नागरिक बचत योजना

अब जो व्यक्ति 60 वर्ष से अधिक आयु का हो चुका है तो वह भारत सरकार की इस वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के तहत बैंक में अपना खाता खुलवा सकता है और उसमें वार्षिक या मासिक तौर पर कुछ राशि बचत के तौर पर जमा करवा सकता है। इस राशि पर भी भारत सरकार किसी तरह का टैक्स नहीं लेती है।

इंफ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड 

भारत सरकार के द्वारा यह स्वीकृत इंफ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड का हिस्सा होता है और जो व्यक्ति इसमें निवेश करता है या अपना पैसा लगाता है तो उसे भी सेक्शन 80C के तहत इनकम टैक्स में कुछ रुपयों की छूट मिल जाती है।

इस तरह से कई अन्य सेक्शन भी होते हैं या सेक्शन 80C के तहत ही कई अन्य बातें भी आती है जो समय के साथ साथ जुड़ती रहती है या उनमें कुछ ना कुछ परिवर्तन होता रहता है जिनके तहत आप अपना टैक्स बचा सकते हैं। अब भारत सरकार के वित्त मंत्री के द्वारा हर वर्ष इस बारे में कुछ ना कुछ अपडेट किया जाता रहता है और वित्तीय वर्ष की शुरुआत में वित्तीय बजट पेश करते समय देश की प्रजा के सामने रखा जाता है। तो सेक्शन 80C के तहत कुछ चीज़ें जोड़ दी जाती है तो कुछ चीज़ों में परिवर्तन भी संभव है।

सेक्शन 80C क्या होता है – Related FAQs

प्रश्न: 80C में क्या शामिल हैं?

उत्तर: 80C के तहत आप 1.5 लाख तक की राशि के खर्चे को दिखा कर टैक्स बचा सकते हो वह खर्चे कौन से होंगे उसकी लिस्ट हमने ऊपर के लेख में दी है।

प्रश्न: धारा 80c के तहत कटौती की अधिकतम राशि क्या है?

उत्तर: धारा 80c के तहत कटौती की अधिकतम राशि 1.5 लाख है।

प्रश्न: आयकर अधिनियम में धारा 80 c क्या है?

उत्तर: आयकर अधिनियम धारा 80 c के बारे में संपूर्ण जानकारी आपको ऊपर के लेख में पढ़ने को मिलेगी जो आपको पढ़ना चाहिए।

प्रश्न: धारा 80 सी के तहत क्या कवर किया जाता है?

उत्तर: धारा 80 सी में जो जी खर्चे शामिल किए जाते हैं उसकी सूची आपको ऊपर के लेख के पढ़ने को मिलेगी जो आप पढ़ सकते हो।

प्रश्न: 80c में हम कितना बचा सकते हैं?

उत्तर: 80c में आप 1.5 लाख तक बचा सकते हो।

प्रश्न: हम किस सेक्शन में टैक्स बचा सकते हैं?

उत्तर: सेक्शन 80 सी के तहत टैक्स बचाया जा सकता है जिसकी जानकारी आपको ऊपर का लेख पढ़ कर मिल जायेगी।

तो इस तरह से आपने इस लेख के माध्यम से सेक्शन 80C के बारे में जानकारी प्राप्त कर ली है। आपने जाना कि इनकम टैक्स एक्ट में सेक्शन 80C क्या होता है सेक्शन 80C से कितना टैक्स बचा सकते हैं और सेक्शन 80C के तहत क्या क्या आता है इत्यादि। आशा है कि जो जानकारी लेने के लिए आप इस लेख पर आए थे वह आपको मिल गई होगी। यदि कोई प्रश्न या शंका आपके मन में सेक्शन 80C को लेकर शेष है तो आप हम से नीचे कॉमेंट करके पूछ सकते हैं।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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