|| सेंसेक्स व निफ्टी क्या है? | What is Sensex and Nifty in Hindi | Sensex kya hota hai | Sensex ke bare mein jankari | Sensex or Nifty kya hai in Hindi | Nifty word meaning in Hindi | निफ्टी का ऑपरेटर कौन है? ||
What is Sensex and Nifty in Hindi :- शेयर बाजार में तो बहुत सारे लोग निवेश करते है परन्तु ऐसे लोग बहुत कम है जो सेंसेक्स और निफ़्टी क्या होता है इसके बारे में जानते है। अगर आप शेयर बाजार में नए हैं या फिर इसके बारे में जानना चाहते है तो सबसे पहले आपका सेंसेक्स और निफ़्टी के बारे में जानना सबसे आवश्यक (Sensex or Nifty kya hai in Hindi) है। ऐसा हम इसलिए कह रहे है क्योंकि सेंसेक्स और निफ़्टी शेयर बाजार की जान है इनके बिना शेयर बाजार में कुछ भी होना असंभव है।
क्या आप सेंसेक्स और निफ़्टी के बारे में अच्छे से जानते हैं? अगर आप इन दोनों के बारे में नहीं जानते हैं तो आज हम आपको इनके बारे में विस्तार से बताएंगे ताकि भविष्य में अगर कोई आपसे पूछता है कि आप सेंसेक्स और निफ़्टी के बारे में क्या जानते हैं तो आप उनको अच्छे से इन दोनों के बारे में बता (Sensex kya hota hai) सके। आज के आर्टिकल में हम आपको सेंसेक्स और निफ़्टी से जुडी हर बात बताएंगे जिससे आपकी शेयर मार्केट की नॉलेज बढ़ेगी और आप शेयर बाजार में और अच्छे से निवेश (Sensex ke bare mein jankari) कर सकेंगे।
सबसे पहले हम सेंसेक्स क्या होता है यह जान लेते हैं। सेंसेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का बेंचमार्क इंडेक्स है जिसकी मूवमेंट के मुताबिक BSE में शामिल सारी कम्पनियों के शेयर प्राइस बढ़ते और गिरते हैं। BSE में कुल 50 कम्पनियाँ शामिल है जिनकी मूवमेंट से सेंसेक्स चलता है। इसके अंदर 5,000 से भी ज़्यादा कम्पनियाँ लिस्टिड (Sensex kya hai) है। जब सेंसेक्स बढ़ता है तो इन कंपनियों के शेयर प्राइस में भी बढ़ोतरी देखने को मिलती है और जब सेंसेक्स का शेयर प्राइस गिरता है तब इन कंपनियों के शेयर प्राइस में गिरावट देखने को मिलती है।
BSE भारत का सबसे बड़ा और सबसे पुराना स्टॉक मार्केट एक्सचेंज है। सेंसेक्स मार्केट की गतिविधियों के हिसाब से बढ़ता और गिरता (Nifty kya hai) है। उदाहरण के तौर पर जब कोरोना शुरू में आया था तब इसका असर दुनिया भर की सारी एक्सचेंज पर पड़ा था इनमे अमेरिका, जापान, चीन आदि बड़े स्टॉक एक्सचेंज शामिल हैं। कोरोना महामारी के कारण दुनिया भर के सारे मार्केट इंडेक्स में भारी गिरावट देखने को मिली थी। इसके कारण निफ़्टी पर भी खूब दबाब पड़ा और फिर सेंसेक्स भी काफी गिरा परन्तु थोड़े टाइम में ही सेंसेक्स ने रिकवर कर लिया (Nifty ke bare mein jankari) था।
सेंसेक्स शब्द कैसे बना? (Sensex word meaning in Hindi)
अब यदि हम इसके बारे में बात करें कि यह सेंसेक्स शब्द कैसे बना तो यह दो शब्दों का मेल होता है। यह अंग्रेजी भाषा का एक शब्द है जिसे अंग्रेजी में Sensex के रूप में लिखा जाता है। तो इसके पहले चार शब्द अर्थात Sens सेंसिटिव (Sensitive) के पहले चार शब्दों को उठा कर लिए गए हैं जबकि आखिर के दो शब्द Ex इंडेक्स (Index) के आखिरी दो शब्दों को उठा कर बनाए गए हैं। तो इस तरह से दोनों शब्दों के मेल को बनाकर ही सेंसेक्स शब्द की अवधारणा सामने आई है।
- Sensitive – Sens
- Index – Ex
- Sensex – SensEx
तो अब आपको समझ में आ गया होगा कि आखिरकार यह सेंसेक्स शब्द कैसे प्रचलन में आया। यह भारतीय बाजार में बहुत ही प्रसिद्ध है और किसी भी कंपनी के शेयर खरीदने में इसी की ही महत्वपूर्ण भूमिका होती है। चूँकि यह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का ही एक अंग है या दोनों आपस में मिले हुए हैं तो हम इसे बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) भी कह देते हैं।
सेंसेक्स का हिंदी में क्या नाम है? (Sensex ka Hindi me matlab)
अब जब आपने सेंसेक्स शब्द का अंग्रेजी अर्थ जान लिया है तो इसके साथ ही इसका हिंदी नाम जानना भी उतना ही जरुरी हो जाता है। तो यह भी हम अंग्रेजी भाषा के शब्दों से ही समझते हैं। वह इसलिए क्योंकि सीधे सेंसेक्स का हिंदी नाम कोई नहीं होता है जबकि जिनके जोड़ से यह शब्द बना है, उसे हिंदी नाम दिया गया है।
तो यहाँ सेंसेक्स शब्द सेंसिटिव इंडेक्स शब्द के मेल से बना है तो इसमें सेंसिटिव को हिंदी में संवेदी कहते हैं जबकि इंडेक्स को हिंदी में सूचकांक कहा जाता है। तो इस तरह से सेंसिटिव इंडेक्स को हिंदी में संवेदी सूचकांक कहा जाएगा जिसे हम सेंसेक्स का हिंदी नाम कह सकते हैं।
सेंसेक्स की शुरुआत कब हुई थी? (Sensex kab shuru hua)
अब यदि हम सेंसेक्स की शुरूआती वर्ष की बात करें तो यह 80 का दशक था जब भारत की अर्थव्यवस्था में बहुत ज्यादा परिवर्तन देखने को मिल रहा था क्योंकि देश में कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कंपनियां खुल रही थी। तो उसी समय शेयर मार्केट भी शुरू हो गया और सेंसेक्स हम सभी के सामने आया। तो यदि हम सेंसेक्स की शुरूआती तिथि के बारे में जानना चाहें तो वह 1 जनवरी 1986 थी जिस दिन सेंसेक्स नामक शब्द हम सभी के सामने आया।
सेंसेक्स का ऑपरेटर (Sensex operator)
सेंसेक्स को ऑपरेट करने का काम भी एक संस्था करती है और उसी पर ही यह सेंसेक्स निर्भर करता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि सेंसेक्स तो एक नाम है और इसके अंतर्गत देश की कई नामचीन कंपनियां शामिल होती है लेकिन उन्हें सेंसेक्स में अपना पंजीकरण करवाने के लिए किसी संस्था के पास तो जाना ही होगा ना। तो ऐसे में सेंसेक्स को जिस ऑपरेटर के द्वारा संभाला जाता है उसका नाम एशिया इंडेक्स प्राइवेट लिमिटेड है।
सेंसेक्स का ट्रेडिंग सिंबल (Sensex trading symbol)
अब हम सेंसेक्स का ट्रेडिंग सिंबल जानेंगे क्योंकि यदि आपको शेयर मार्केट में निवेश करना है तो उसके लिए आप जिस भी क्षेत्र में निवेश कर रहे हैं, उसका ट्रेडिंग सिंबल पता होना जरुरी होता है। ऐसे में सेंसेक्स का ट्रेडिंग सिंबल BSESN होता है।
सेंसेक्स की वेबसाइट (Sensex website link)
आपको सेंसेक्स की वेबसाइट के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए क्योंकि यह किसी भी शेयर में निवेश किये जाने से पहले देखी जाने वाली जरुरी चीज़ होती है। इसी के तहत ही तो आपको यह पता चलेगा कि इस सेंसेक्स में किस किस तरह की कंपनियां पंजीकृत है और उनके कितने शेयर तथा वैल्यू है। तो सेंसेक्स को चेक करने की वेबसाइट का लिंक https://www.bseindia.com/sensex/code/16/ है। यहीं से ही आपको सेंसेक्स के बारे में शुरू से लेकर अंत तक पूरी जानकारी मिल पायेगी।
अब हम आपको निफ़्टी क्या होता है इसके बारे में बताएंगे। जिस प्रकार से सेंसेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क इंडेक्स है उसी प्रकार से निफ़्टी भी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क इंडेक्स है। इसके अंदर 50 कम्पनिया शामिल है जिसमे एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, इनफ़ोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, आईटीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया, लार्सन एंड टर्बो, बजाज फाइनेंस आदि जैसी बड़ी कंपनियां शामिल है। ये कम्पनियाँ निफ़्टी में इसलिए आती है क्योंकि इनकी मार्केट कैपिटलाइजेशन 20,000 करोड़ से ज़्यादा है और इनकी परफॉमेंस भी मार्केट की बाकि सारी कंपनियों के मुकाबले बहुत अच्छी है।
जिस तरह से सेंसेक्स में टॉप 30 कम्पनियाँ आती (Nifty kya hai) है उसी प्रकार निफ़्टी में टॉप 50 कम्पनियाँ आती है। बहुत सारी कम्पनियाँ ऐसी भी है जो दोनों सेंसेक्स और निफ़्टी पर लिस्टिड है। जिस तरह से आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं उसी प्रकार आप निफ़्टी में भी अपना पैसा लगाकर खूब कमाई कर सकते हैं। अगर आप चाहे तो निफ़्टी इंडेक्स में भी अपना पैसा लगा सकते हैं। इसमें रिस्क बहुत कम होता है परन्तु इसमें मुनाफा भी ठीक ठाक होता है। जिस प्रकार से निफ़्टी 50 है उसी प्रकार से निफ़्टी बैंक, निफ़्टी आईटी आदि सेक्टर्स है।
निफ्टी शब्द का मतलब (Nifty word meaning in Hindi)
अब आपको यह भी जान लेना चाहिए कि आखिरकार यह निफ्टी शब्द कैसे बना और इसका क्या कुछ मतलब होता है। तो जिस प्रकार सेंसेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज से जुड़ा हुआ है, ठीक उसी प्रकार निफ्टी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज से जुड़ा हुआ है। साथ ही हम निफ्टी को निफ्ट 50 के नाम से भी जानते हैं क्योंकि इसमें भारत की 50 बड़ी कंपनियां और उनके शेयर शामिल होते हैं। तो अब यह शब्द इसी तर्ज पर ही बनाया गया है।
इसे दो शब्दों के मेल से मिलाकर बनाया गया है जो है नेशनल व फिफ्टी। अब यदि हम निफ्टी की स्पेलिंग की बात करें तो वह Nifty होती है जिसमे पहला शब्द अर्थात N नेशनल का प्रतिनिधित्व करता है जबकि बाकि के 4 शब्द फिफ्टी का प्रतिनिधित्व करते हैं। तो इसी तरह इसका नाम निफ्टी रख दिया गया जो सुनने में और बोलने में आसान होता है।
निफ्टी का हिंदी में मतलब (Nifty ka Hindi me matlab)
अब यदि हम निफ्टी के नाम का हिंदी में मतलब जानना चाहें तो उसे हम अंग्रेजी भाषा के ही दोनों शब्दों को मिलाकर हिंदी में परिवर्तित कर सकते हैं। तो ऊपर आपने जाना कि निफ्टी को अंग्रेजी के दो शब्दों को जोड़ कर बनाया गया है जो नेशनल फिफ्टी है। तो इसी में नेशनल को हम राष्ट्रीय तथा फिफ्टी को पचास कहते हैं। तो इस तरह से निफ्टी को हम हिंदी में राष्ट्रीय पचास के नाम से जान सकते हैं।
निफ्टी के तहत रजिस्टर्ड कंपनियां (Nifty 50 registered companies)
अब यदि हम निफ्टी के तहत रजिस्टर्ड कंपनियों की संख्या की बात करें तो वह तो इसके नाम से ही पता चल जाता है। तो इसमें 50 तरह की भारतीय कंपनियां सम्मिलित की गयी है जो 14 अलग अलग क्षेत्रों से संबंध रखती है। अब इसमें सभी कंपनियां भारत की ही है और विदेश की किसी कंपनी का निफ्टी से कुछ भी लेना देना नहीं होता है।
निफ्टी की शुरुआत कब हुई थी? (Nifty kab shuru hua)
साथ के साथ आप यह भी जान ले कि देश में निफ्टी की शुरुआत कब हुई थी। तो यह सेंसेक्स के शुरू होने से लगभग 10 वर्षों के बाद शुरू हुआ था क्योंकि तब तक भारत की कई कंपनियां अंतरराष्ट्रीय कंपनी का दर्जा हासिल कर चुकी थी और देश के उद्योग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ही यह निफ्टी की शुरुआत की गयी थी। तो यदि हम निफ्टी के शुरूआती वर्ष व तिथि की बात करे तो वह 21 अप्रैल 1997 माना जाएगा।
निफ्टी का ऑपरेटर कौन है? (Nifty operator)
जिस प्रकार सेंसेक्स का ऑपरेटर होता है ठीक उसी तरह निफ्टी का भी ऑपरेटर होना जरुरी हो जाता है ताकि कंपनियां उसके तहत चलायी जा सके और उनके शेयर को संभाला जा सके। तो यदि हम निफ्टी के ऑपरेटर की बात करें तो वह NSE Indices के नाम से जाना जाता है।
निफ्टी की वेबसाइट (Nifty website link)
निफ्टी की वेबसाइट पर निफ्टी से जुड़ी तमाम कंपनियों की जानकारी जैसे कि उनके शेयर, वैल्यू, लिक्विडिटी इत्यादि सभी तरह की जानकारी उपलब्ध है। तो यदि आप निफ्टी के तहत शेयर को खरीदने व बेचने का सोच रहे हैं तो इसके लिए आपको निफ्टी की वेबसाइट का पता होना चाहिए। निफ्टी की वेबसाइट का लिंक https://www.nseindia.com/ है। यहीं पर आपको निफ्टी से जुड़ी पूरी जानकारी विस्तृत रूप में मिल जाएगी।
सेंसेक्स निफ़्टी क्या है? – Related FAQs
प्रश्न: सेंसेक्स क्या है?
उत्तर: सेंसेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क इंडेक्स है जो कि BSE में शामिल सारी कम्पनियों के शेयर से बढ़ता और गिरता है।
प्रश्न: निफ़्टी क्या है?
उत्तर: निफ़्टी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क इंडेक्स है।
प्रश्न: निफ़्टी में कौन कौन से शेयर आते हैं?
उत्तर: इसके बारे में संपूर्ण जानकारी आपको हमारे द्वारा लिखे गए इस लेख से मिल जायेगी जिसे आपको पढ़ना चाहिए।
प्रश्न: बैंक निफ़्टी में कौन कौन सी कम्पनियाँ आती है?
उत्तर: बैंक निफ़्टी में टॉप के बैंक शामिल है जिनकी परफॉरमेंस हर साल बहुत अच्छी आती है जैसे कि एचडीएफसी बैंक, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक आदि।
प्रश्न: निफ़्टी में ट्रेड कैसे करें?
उत्तर: जिस तरह से आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते है उसी प्रकार आप निफ़्टी में भी अपना पैसा लगाकर खूब कमाई कर सकते है।