|| किसी शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करें? | Share ka fundamental analysis kaise kare | Stock fundamental analysis in Hindi | शेयर के फंडामेंटल एनालिसिस से क्या पता चलेगा? ||
Share ka fundamental analysis kaise kare :- शेयर बाजार में लंबे समय तक निवेश करने का सोच रहे हैं तो उसके लिए केवल तकनीकी आधार पर उसका एनालिसिस करना ही काफी नहीं होता है जिसे हम अंग्रेजी में टेक्निकल एनालिसिस भी कहते हैं। टेक्निकल एनालिसिस ज्यादातर तब कामगार सिद्ध होता है जब आप उस शेयर को लगातार बेच और खरीद रहे हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि इस तरह का (Stock fundamental analysis in Hindi) विश्लेषण करना प्रतिदिन या कुछ कुछ दिनों के आधार पर शेयर को खरीदने और बेचने पर लागू होता है।
अब यदि आप शेयर बाजार में कुछ कंपनियों पर लंबे समय के लिए निवेश करने का सोच रहे हैं तो उन शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस किया जाना बहुत ही जरुरी हो जाता है। बहुत से लोग जो शेयर मार्केट में पहले से ही काम कर रहे हैं वे फंडामेंटल एनालिसिस का नाम सुनते ही घबरा जाते हैं क्योंकि उन्हें लगता (Share market fundamental analysis in Hindi) है कि ऐसा व्यक्ति जो शेयर बाजार में एक्सपर्ट होता है या जिन्होंने CA या CS इत्यादि की डिग्री ली हुई होती है, वही फंडामेंटल एनालिसिस कर सकते हैं। यदि आप ऐसा सोच रहे हैं तो इस सोच को आज से ही छोड़ दीजिए।
इस बात में कोई दो राय नहीं है कि ऐसे लोगों को शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस करने में महारत हासिल होती है लेकिन यदि आप हमारे द्वारा बताई गयी कुछ टिप्स को फॉलो करते हुए उस शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस कर लेंगे तो भी यह आपके बहुत काम (Share ka fundamental kaise check karen) आएगी। दरअसल किसी शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस करना कोई बहुत बड़ी बात नहीं होती है, बस आपको फंडामेंटल एनालिसिस के बारे में मूलभूत जानकारी होनी चाहिए। साथ ही आपको यह पता होना चाहिए कि इसे कैसे किया जाता है। तो आइए जाने कैसे आप किसी शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस कर शेयर मार्केट में मालामाल हो सकते हैं।
किसी शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस करना क्या होता है?
सबसे पहले बात करते हैं किसी शेयर के फंडामेंटल एनालिसिस के बारे में। फंडामेंटल एनालिसिस कैसे किया जाए, इसके बारे में जानने से पहले आपका यह जानना जरुरी होता है कि आखिरकार यह फंडामेंटल एनालिसिस होता क्या है। अब यदि आपको यही नही पता होगा कि फंडामेंटल एनालिसिस कहते किसे हैं तो फिर कैसे ही आप इस दिशा में आगे बढ़ पाएंगे। तो फंडामेंटल एनालिसिस को हिंदी में हम मौलिक विश्लेषण कह सकते हैं। मौलिक विश्लेषण होता है उस शेयर को पूरा उधेड़ बुन कर रख देना और उसकी कंपनी को भी।
ज्यादातर लोग जब शेयर मार्केट में पैसा लगाते हैं तो वे उस शेयर का ही विश्लेषण करते हैं जिसे तकनीकी विश्लेषण नाम दिया जाता है जबकि यदि आप किसी शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस कर रहे हैं तो उसमे उस शेयर के साथ साथ मुख्य तौर पर उसकी कंपनी का विश्लेषण करना शामिल है। कहने का अर्थ यह हुआ कि वह शेयर जिस भी कंपनी का है, उस कंपनी की क्या स्थिति है, वह कैसे काम करती है, वह किस क्षेत्र की है, उसके द्वारा क्या क्या समझौते किये जा रहे हैं और किन जगहों पर कितना पैसा निवेश किया जा रहा है।
इसी के आधार पर ही आप उस शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस कर पाते हैं। तो सही मायनो में कहा जाए तो यह किसी शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस करने से नहीं बल्कि उसकी कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस करने से संबंधित होता है। इसी के आधार पर ही आप यह निर्णय लें पाते हैं कि आपको उस कंपनी में निवेश करना चाहिए या नहीं। आइए इसके बारे में विस्तार से जाने और इसको करने के तरीके पर भी गौर करें।
किसी शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस क्यों किया जाता है?
किसी शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस केवल और केवल एक ही उद्देश्य की पूर्ति से किया जाता है और वह होता है अपने पैसों को लंबे समय तक शेयर मार्केट में उस जगह निवेश करना जहाँ से भविष्य में लाभ आने की पूरी पूरी संभावना हो। अब आज के समय में कोई सोने में निवेश कर रहा है तो कोई म्यूच्यूअल फंड्स में तो कोई भूमि में पैसा लगा रहा है। वहीं बहुत लोग ऐसे भी है जो इसके लिए शेयर मार्केट को बेहतर विकल्प समझते हैं।
ऐसे में शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करना कोई बुरी बात नहीं है और लाखों लोग ऐसा करते भी है। उन लाखों लोगों ने अरबों रुपए का पैसा शेयर मार्केट में निवेश किया हुआ है। अब यह जरुरी नहीं है कि भविष्य में यह पैसा उन्हें अच्छा प्रॉफिट देकर ही जाएगा। किसी को यह कम प्रॉफिट देकर जाता है तो किसी को अच्छा प्रॉफिट तो कोई कोई नुकसान में भी रहता है। तो ऐसे में जो लोग ज्यादा प्रॉफिट में रहते हैं अवश्य ही वे एक सही रणनीति के तहत उस शेयर में या कंपनी में निवेश करते हैं।
तो यह रणनीति बनती कैसे है? इस रणनीति को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है यही फंडामेंटल एनालिसिस किया जाना। इसलिए तो हम आपको कह रहे हैं कि यदि आपको शेयर मार्केट में लंबे समय के लिए निवेश करना है तो उसके लिए शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस किया जाना बहुत ही जरुरी हो जाता है। बिना इसके आप सही से पैसे निवेश नहीं कर पाएंगे।
तो अब क्या आप शेयर मार्केट में लंबे समय के लिए निवेश करने को पूरी तरह से तैयार है और इसके लिए कमर कस चुके हैं? तो अब बारी आती है उसके लिए फंडामेंटल एनालिसिस किये जाने की। इसके लिए आपको फंडामेंटल एनालिसिस के बारे में पूरी जानकारी लेनी होगी और यह जानना होगा कि इसे कैसे किया जाता है। अब आप कहेंगे कि आपने ऊपर इसके (Share ka fundamental formula) बारे में इतनी जानकारी ले तो ली है तो अब क्या बाकि रह गया है। तो यहाँ समझने वाली बात यह है कि केवल इतना ही जानना पर्याप्त नहीं होता है।
दरअसल फंडामेंटल एनालिसिस एक बहुत ही बड़ा क्षेत्र है और इसमें जितना काम किया जाए वह कम होता है। साथ ही इसमें कई तरह के टूल्स का इस्तेमाल किया जाता है और उनसे बहुत सी बातों (Share ka fundamental kaise check kare) का पता लगाया जाता है। तो अब हम एक एक करके आपके साथ इन्हीं सब बातों को ही शेयर करने वाले हैं जिससे आपको किसी शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस करना आसान हो जाए। तो आइए जाने कैसे आप किसी शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस कर सकते हैं।
शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस करने के लिए टूल्स (Stock fundamental analysis tools in Hindi)
अब जब आप किसी शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस करना शुरू करने वाले हैं तो उसके लिए आपको बहुत जगह से आंकड़े चाहिए होंगे और उन आंकड़ों व जानकारी को आप कई तरह के टूल्स की सहायता से मैनेज करने का काम करेंगे। तो यह सब टूल्स कहां से आएंगे (Share market fundamental analysis in Hindi) और कौन कौन से होंगे जिनसे आप यह सब जानकारी एकत्र कर सकते हैं, आइए उसके बारे में बात करें।
भारत सरकार का वित्तीय बजट
जो लोग निवेश करते हैं या कंपनी चलाते हैं या उद्योग का संचालन करते हैं उनके लिए हर वर्ष फरवरी के महीने में पेश किया जाने वाला देश का वित्तीय बजट बहुत मायने रखता है। वह इसलिए क्योंकि यह उन्हें अपने काम के लिए आगे की रणनीति बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। तो आप अभी के वित्तीय वर्ष के आधार पर जो भी बजट पेश किया गया है, उसकी फुल रिपोर्ट निकलवा लें। यह आपको किसी शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस करने में बहुत कम आएगा।
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शेयर की कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट
अब आपको जिस भी कंपनी के शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस करना है, उस शेयर की तो सब हिस्ट्री निकाल ही लीजिए, इसी के साथ साथ आपको उसकी कंपनी की भी पूरी रिपोर्ट निकाल लेनी चाहिए। हर कंपनी प्रति वर्ष अपनी एक वार्षिक रिपोर्ट जारी करती है जिसमे पिछले वर्ष के बारे में सब हिसाब किताब के बारे में बताया गया होता है और इसी के साथ नए वर्ष को लेकर रणनीति होती है। तो आपको वह रिपोर्ट भी निकलवा कर रख लेनी चाहिए।
उस कंपनी की इंडस्ट्री की जानकारी
जिस भी कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस करने जा रहे हैं उसकी इंडस्ट्री के बारे में भी जानकारी जुटाई जानी बहुत जरुरी हो जाती है। यह फंडामेंटल एनालिसिस करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होता है क्योंकि इसी के आधार पर ही आप सरकार की वित्तीय रिपोर्ट को उस कंपनी के वार्षिक रिपोर्ट से मिलान करना सीख पाएंगे। इसके बारे में हम आपको नीचे बताएँगे लेकिन आपको पहले उस कंपनी की इंडस्ट्री की पूरी रिपोर्ट निकलवा लेनी चाहिए।
बाजार की वर्तमान स्थिति व समाचार
फंडामेंटल एनालिसिस करने के अगले टूल के रूप में आता है वर्तमान परिस्थितियों के अनुसार एक विस्तृत रिपोर्ट को तैयार करना। शेयर मार्केट से जुडे हुए कई चैनल आपको टीवी पर दिख जाएंगे जहाँ पर हर दिन अलग अलग कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस व टेक्निकल एनालिसिस किया जाता है। उसके आधार पर लोगों को बताया जाता है कि उन्हें किस कंपनी में इन्वेस्ट करना चाहिए और किसमे नही। तो आपको सभी तरह के स्रोतों के आधार पर बाजार की वर्तमान परिस्थिति के बारे में एक रिपोर्ट तैयार करनी होगी।
डाटा शीट्स जैसे कि एक्सेल या स्प्रेड शीट्स
किसी भी शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस करने के लिए जो अगला कदम होता है वह होता है इन सभी डाटा व रिपोर्ट को मैनेज करने के लिए एक्सेल या स्प्रेड शीट्स जैसे टूल्स का इस्तेमाल करना। हालाँकि इनके अलावा भी कई ऐप्स व वेबसाइट है जो इस तरह की सुविधा देती है। तो जो भी आपको सही लगती है आप उसी का ही इस्तेमाल करेंगे तो ज्यादा बेहतर रहेगा। इससे आपके द्वारा उस शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस किया जाना आसान हो जाएगा।
तो अब आपने उपर बताये गए टूल्स के हिसाब से सब काम कर लिया है तो अब बारी है उन सभी को मर्ज करके उस शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस करने की। इसके लिए आपको वित्तीय रिपोर्ट व कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट को इंडस्ट्री के हिसाब से मिलाना होगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि सरकार ऊर्जा के क्षेत्र में ज्यादा निवेश करने जा रही है और आपकी कंपनी भी ऊर्जा के क्षेत्र से ही जुड़ी हुई है तो अवश्य ही इसमें आपका फायदा होगा।
अब आपको उस कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट के आधार पर यह देखना होगा कि उसकी बाजार में क्या स्थिति है और उसको लेकर क्या खबरें चल रही है। क्या वह उस वित्तीय रिपोर्ट के आधार पर कुछ नया समझौता करने जा रही है या आगे चल कर उसे कोई ऐसा समझौता मिल सकता है। एक उदाहरण के द्वारा इसे समझने का प्रयास किया जाए तो मान लीजिए कोई कंपनी है जो कार बनाने का काम करती है। अब उस कंपनी के शेयर एक ही स्थिति में ऊपर नीचे हो रहे हैं।
अब भारत सरकार के द्वारा हाल के ही दिनों में जो बजट को पेश किया गया उसमे वह इलेक्ट्रॉनिक कार लाने के लिए निवेश करने जा रही है। तो अब आप बाजार की स्थिति व मिल रहे समाचार से यह पता लगाए कि क्या वह कंपनी अपनी इलेक्ट्रॉनिक कार लाने वाली है या नहीं। यदि हां तो उसमे वह किस स्तर पर पहुँच चुकी है और आगे उसमे क्या कुछ होने वाला है। इससे आपको यह जानने में सहायता होगी कि उस कंपनी के शेयर में निवेश किया जाना सही रहेगा या नहीं। अब यदि कोई और कार कंपनी इसमें जल्दी काम कर रही है तो आपको इसके शेयर की बजाए उस दूसरी कार कंपनी के शेयर में इन्वेस्ट करना चाहिए।
तो बस आपको इन सभी रिपोर्ट के आधार पर ही अपना फंडामेंटल एनालिसिस करना होगा। इससे आपको बहुत कुछ जानने को मिलेगा जो आगे चल कर आपके लिए लाभदायक सिद्ध होगा। हालाँकि इसमें परिणाम एकदम से नहीं मिलते हैं और लंबा इंतज़ार करना पड़ता है। तभी हमने आपको पहले ही बता दिया कि फंडामेंटल एनालिसिस को लंबे निवेश के लिए ही किया जाता है।
शेयर के फंडामेंटल एनालिसिस से क्या पता चलेगा?
अब जब आप किसी कंपनी या उसके शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस कर लेते हैं तो उससे कई बाते निकल कर सामने आती है जिससे आपको उसके भविष्य का पता चल पाएगा। तो इसमें सबसे प्रमुख बात तो यह पता चलेगी कि उस कंपनी की वर्तमान परिस्थिति कैसी है। यहाँ इस बात का ध्यान रखें कि हम उस कंपनी के शेयर की बात नहीं कर रहे हैं बल्कि उस कंपनी की ही बात कर रहे हैं।
तो फंडामेंटल एनालिसिस करने पर आपको यह पता चलता है कि उस कंपनी पर कितना कर्जा है और उस कर्जे को उतारने के लिए उसका क्या प्लान है। साथ ही उस पर किस चीज़ में काम चल रहा है तथा इंडस्ट्री में वह कहां तक बैठी है अर्थात अपनी समानार्थी कंपनियों की तुलना में उसकी क्या स्थिति है। क्या उस कंपनी का राजस्व बढ़ रहा है या उसमे कोई दिक्कत आ रही है। साथ ही क्या सरकार या अन्य कोई कंपनी उसमे निवेश करने जा रही है या ऐसा सोच रही है इत्यादि।
इसी के साथ कई अन्य बाते भी निकल कर सामने आएगी जो आपको उस कंपनी के बारे में ओवरऑल आईडिया दे देगी। इससे आपको उसके बारे में और उसकी कार्य प्रणाली तथा स्थिति के बारे में समझने को मिलेगा जिससे आप इन्वेस्ट करने का निर्णय ले सकते हैं।
किसी शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करें – Related FAQs
उत्तर: किसी Share का फंडामेंटल चेक करके के बारे में पूरी जानकारी हमने आपको इस लेख के माध्यम से दे दी है जिसे आपको पढ़ना चाहिए।
प्रश्न: शेयर की पहचान कैसे करें?
उत्तर: शेयर की पहचान उसके फंडामेंटल एनालिसिस से की जा सकती है कि वह आगे चल कर कैसा परफॉर्म करेगा।
प्रश्न: कौन सा शेयर सबसे ज्यादा रिटर्न देता है?
उत्तर: ऐसा शेयर जो इंडस्ट्री के हिसाब से अच्छा परफॉर्म कर रहा है और उसकी कंपनी के पास कर्जा नहीं है, वह अच्छा रिटर्न देता है।
प्रश्न: विश्व का सबसे बड़ा शेयर बाजार कौन सा है?
उत्तर: विश्व का सबसे बड़ा शेयर बाजार न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज है।
तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आप जान चुके हैं कि किसी कंपनी या शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस किया जाना किसे कहते हैं, उसे किस प्रक्रिया के तहत किया जाता है तथा उससे आपको क्या कुछ सहायता मिलती है।