सॉफ्ट स्किल क्या है? | सॉफ्ट स्किल्स कैसे सुधारें? | Soft skills kya hai

Soft skills kya hai :– आप चाहे कहीं भी पढ़ते हो या किसी भी तरह की डिग्री लिए हुए हो लेकिन यदि आपको अपने करियर में आगे बढ़ना है तो इसके लिए आपके अंदर स्किल्स का होना बहुत जरुरी हो जाता है। अब अच्छे अच्छे कॉलेज से पढ़े और बड़ी बड़ी डिग्री लिए हुए लोगों के पास हार्ड स्किल्स की तो किसी चीज़ की कमी नहीं होती है लेकिन जब बात सॉफ्ट स्किल्स की आती है तो बहुत लोग इसमें मात खा जाते (Soft skills kya hai) हैं।

क्या कभी आपने सोचा है कि एक ही इंस्टीट्यूट से पढ़े हुए और एक जैसे अंक लाये हुए दो छात्र में से एक छात्र कम उन्नति कर पाता है तो वहीं दूसरा छात्र ज्यादा जल्दी उन्नति कर लेता है। तो ऐसा क्यों होता है? अब उन दोनों की स्किल्स तो एक जैसी ही है तो ऐसा हो पाता है सॉफ्ट स्किल्स की बदौलत। जिस छात्र के अंदर बेहतर सॉफ्ट स्किल्स होती है वह जल्दी उड़ान भरता है और दूसरा छात्र धीरे धीरे करके आगे बढ़ता (Soft skills kya hota hai) है।

ऐसे में आज के इस लेख के माध्यम से हम आपके साथ इन्हीं सॉफ्ट स्किल के बारे में ही बात करने वाले हैं। आज के इस लेख को पढ़कर आपको सॉफ्ट स्किल क्या होती है और किस तरह से इन्हें सुधारा जा सकता है, इसके बारे में पूर्ण जानकारी पढ़ने को मिलेगी। तो आइये जाने सॉफ्ट स्किलस के बारे में शुरू से लेकर अंत तक (Soft skills explain in Hindi) सबकुछ।

Contents show

सॉफ्ट स्किल क्या है? (Soft skills kya h)

यह एक वृहद् विषय है और इसे विस्तार से समझना और समझाना बहुत ही जरुरी हो जाता है। वह इसलिए क्योंकि बहुत से लोग सॉफ्ट स्किल का अर्थ पर्सनेलिटी डेवलपमेंट से ले लेते हैं जो एक सीमा तक सही भी है लेकिन पर्सनेलिटी डेवलपमेंट को सॉफ्ट स्किल का पर्यायवाची नहीं बल्कि एक अंग माना जाता (What are soft skills in Hindi) है। ऐसे में सॉफ्ट स्किल से हमारा क्या आशय है और यह क्या होती है, इसे किस रूप में लिया जा सकता है, आइये इसे पॉइंट दर पॉइंट समझ लेते हैं।

सॉफ्ट स्किल क्या है सॉफ्ट स्किल्स कैसे सुधारें Soft skills kya hai

दूसरों से बातचीत की कला

आप किस तरह से दूसरों के साथ बात करते हैं, आपके हाव भाव कैसे होते हैं, आपकी भाषा और उसे बोलने का स्टाइल कैसा है, उस समय आपकी नज़रें कहाँ होती है, आपका आत्म विश्वास कितना है, आप कितनी जल्दी बातों को समझ लेते हैं, इत्यादि सभी तरह की स्किल्स सॉफ्ट स्किल्स का ही अंग होती (Soft skills in Hindi) है। ऐसे में जिस व्यक्ति के अंदर बातचीत करने का कौशल या हुनर होता है, अवश्य ही उसकी सॉफ्ट स्किल्स भी मजबूती होती है।

समूह में काम करने की कला

सॉफ्ट स्किल का दूसरा सबसे बड़ा उदाहरण या अंग समूह में या टीम में काम करने का कौशल होता है। आप जहाँ भी काम करने जाएंगे तो वहां आप अकेले तो काम करेंगे नहीं। आपके साथ एक पूरी टीम होगी जो उस प्रोजेक्ट पर या कंपनी में आपके साथ काम कर रही होगी। ऐसे में आपका टीम के बाकि सदस्यों के साथ कैसा संबंध है और आप किस तरह से उनके साथ संबंध स्थापित करते हैं, यह कौशल भी सॉफ्ट स्किल के अंतर्गत ही आता (Soft skills kya hai in Hindi) है।

समय का प्रबंधन

टाइम मैनेजमेंट या समय का प्रबंधन करना भी सॉफ्ट स्किल का ही महत्वपूर्ण अंग है। अब आप जहाँ भी काम कर रहे हैं वहां डेडलाइन बहुत ही जरुरी होती है। यदि कोई कर्मचारी या अधिकारी डेडलाइन तक काम नहीं कर पाता है या आधा अधूरा काम करके देता है या एकदम डेडलाइन पर ही काम पूरा करता है तो यह ना केवल आपके करियर के लिए बल्कि कंपनी के लिए भी सही नहीं रहता है। इसलिए समय का सही से प्रबंधन करना भी सॉफ्ट स्किल में ही आता है।

समस्या का निवारण

आप कितनी जल्दी समस्या या प्रॉब्लम को समझ लेते हैं और किस तरह से उसका हल निकालते हैं, यह भी सॉफ्ट स्किल्स का ही महत्वपूर्ण भाग कहा जाता है। अब आप जहाँ भी काम कर रहे हैं वहां रह रहकर कोई ना कोई समस्या देखने को मिलती है। समस्या तो काम का अंग है लेकिन उन्हें किस तरह से हैंडल किया जा रहा है, उसका किस रूप में और कितनी जल्दी समाधान किया जा रहा है, यह समझना और करना भी बहुत जरुरी हो जाता है।

विपरीत परिस्थिति में धैर्य रखना

बहुत बार यह देखने में आता है कि काम जैसा चल रहा है या हो रहा है, वह आपके अनुरूप नहीं होता है या स्थिति बिगड़ जाती है। उस स्थिति में आप किस तरह से परिस्थिति को नियंत्रित करते हैं, अपना व्यवहार ओरों के प्रति कैसा रखते हैं, दूसरों के साथ किस तरह से बात करते हैं और धैर्य दिखाते हैं या नहीं, यह भी सॉफ्ट स्किल का ही अंग माना जाता है। यह सॉफ्ट स्किल बहुत कम लोगों में देखने को मिलती है लेकिन यह आपको बहुत आगे तक लेकर जाती है।

नेतृत्व करने के गुण

सॉफ्ट स्किल्स के रूप में एक महत्वपूर्ण गुण जो आपके अंदर होना चाहिए वह है नेतृत्व करने की क्षमता। अब हमने आपको ऊपर दो छात्रों का उदाहरण दिया जो एक ही कॉलेज से निकले हैं और उनके अंक भी समान है लेकिन एक छात्र इसलिए आगे निकल जाता है क्योंकि उसके अंदर नेतृत्व करने की सॉफ्ट स्किल होती है। ऐसे में कंपनी को भी उसमें यह हुनर दिखता है और वह उसका प्रोमोशन करने में देर नहीं लगाती है।

रचनात्मकता का होना

सॉफ्ट स्किल के रूप में आपका क्रिएटिव होना बहुत जरुरी होता है। आप चीज़ों को किस तरह से देख रहे हैं, उनके बारे में किस तरह से सोच रहे हैं, यह बहुत मायने रखता है। अब यदि आप भी बाकियों की तरह ही उसके बारे में सोच रहे हैं तो फिर आपमें और बाकियों में क्या ही अंतर रह जाएगा। इसलिए सॉफ्ट स्किल के महत्वपूर्ण अंग के रूप में व्यक्ति का रचनात्मक या क्रिएटिव होना बहुत जरुरी माना जाता है।

इस तरह से यह सभी चीजें सॉफ्ट स्किल का ही अंग मानी जाती है। हालाँकि इसमें और भी बहुत सारी चीज़ आ सकती है लेकिन ऊपर के पॉइंट पढ़ कर आप समझ ही गए होंगे कि आखिरकार क्यों सॉफ्ट स्किल को इतना महत्वपूर्ण माना जाता है और इससे हमारा क्या आशय है।

सॉफ्ट स्किल्स कैसे सुधारें? (Soft skills kaise sudhare)

अभी तक आपने सॉफ्ट स्किल क्या होती है, उसके बारे में जानकारी ले ली है लेकिन अब इन सॉफ्ट स्किल को सुधारने या इन्हें बेहतर बनाने का समय आ गया है। इसके लिए आपको बहुत मेहनत करने की जरुरत होती है क्योंकि यह एक दिन में आने वाला काम नहीं होता है। इसके लिए लोगों को कुछ महीनों से लेकर वर्षों तक लग जाते हैं और तब जाकर उनके अंदर प्रॉपर तरीके से सॉफ्ट स्किल्स का विकास हो पाता (Soft skills kaise improve kare) है।

ऐसे में यदि आपको भी सॉफ्ट स्किल को बढ़ाना है और उसमें अभूतपूर्व परिवर्तन लाने हैं तो आपको हमारे द्वारा बताई गयी सभी बातों और हरेक पॉइंट को अच्छे से फॉलो करना होगा। आइये जाने किस तरीके से आप अपनी सॉफ्ट स्किल्स को सुधार सकते हैं।

अपने लक्ष्य निर्धारित करें

यदि आपको आगे बढ़ना है तो सॉफ्ट स्किल का होना बहुत ही जरुरी हो जाता है। तो इसके लिए आपको जो चीज़ सबसे पहले करने की या सोचने की जरुरत है वह है आपका लक्ष्य फिक्स होना। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपने जीवन में अपने लक्ष्य ही नहीं बना रखे हैं तो आप किस ही दिशा में आगे बढ़ेंगे।

इसलिए यदि आप लक्ष्य बनाकर उस दिशा में आगे बढ़ेंगे तो आप जल्दी वह हासिल कर सकते हैं जो आप चाहते हैं। इससे आपकी सॉफ्ट स्किल्स अपने आप निखरती चली जाएगी और आप सही दिशा में आगे बढ़ते हुए काम कर सकते हैं। सही लक्ष्यों का होना बहुत ही जरुरी हो जाता है क्योंकि आज के समय में बहुत लोग बिना लक्ष्य के ही आगे बढ़ते रहते (Soft skills improvement plan in Hindi) हैं।

काम में दक्षता लाएं 

आपको लक्ष्य निर्धारित करने के बाद अपने काम में भी दक्षता अर्थात पारंगता लानी होगी। अब जो काम आप करने जा रहे हैं, वह ही आपको सही से नहीं आता है तो फिर आप सॉफ्ट स्किल्स को लेकर भी क्या कर लेंगे। कहने का अर्थ यह हुआ कि सॉफ्ट स्किल्स भी तभी काम में आती है जब आपके अंदर प्रॉपर हार्ड स्किल्स भी हो।

यहाँ पर हार्ड स्किल्स का अर्थ हुआ आपके पास काम करने का अच्छा खासा अनुभव हो, आपने अच्छी जगह से पढ़ाई की हुई हो और आपके अंक भी अच्छे आये हुए हो। इतना ही नहीं, आप जो भी काम करते हैं वह बहुत ही सही रूप में और जल्द से जल्द करके देते हैं। ऐसे में आपको कॉलेज के समय से ही अपनी हार्ड स्किल्स पर ध्यान देना शुरू कर देना चाहिये ताकि बाद में चलकर आपको सॉफ्ट स्किल्स सुधारने में किसी तरह की समस्या ना आये।

अंग्रेजी में पकड़ मजबूत करें

आज के समय में और मुख्य तौर पर भारत देश में अंग्रेजी का बहुत ज्यादा महत्व है। हालाँकि इतना अधिक महत्व आपको विदेश के उन देशों में नहीं मिलेगा जहाँ की मातृभाषा अलग है। उदाहरण के तौर पर स्पेन में स्पेनिश, रूस में रशियन, चीन में चाईनीज इत्यादि भाषाओं का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन भारत में अंग्रेजी को ज्यादा प्राथमिकता दी जाती है।

ऐसे में भारत देश की बात करें तो यहाँ पर सॉफ्ट स्किल को सुधारना है तो उसके लिए अंग्रेजी में पकड़ मजबूत करना भी बहुत जरुरी हो जाता है। इसके लिए आप अभी से ही अंग्रेजी भाषा को अच्छे से बोलना और पढ़ना शुरू कर दें। इसके लिए आप अंग्रेजी के समाचार पत्र पढ़ें, मूवीज और सीरीज देखें और साथ ही दूसरों के साथ इसे बोलने का अभ्यास करते रहें।

भावनाओं को नियंत्रण में रखना सीखें

ऊपर हमने आपको बताया कि सॉफ्ट स्किल में एक जरुरी चीज़ होती है कि किस तरह से आप विपरीत परिस्थितियों में भी अपने धैर्य को बनाए रखते हैं तो उसके लिए आपका अपनी भावनाओं पर नियंत्रण होना जरुरी है। यदि आपको जल्दी गुस्सा आ जाता है या आप किसी बात को लेकर जल्दी इमोशनल हो जाते हैं तो यह सॉफ्ट स्किल्स को अवरुद्ध करने का काम करता है।

इसलिए यह बहुत ही जरुरी हो जाता है कि आप अपनी भावनाओं को नियंत्रण में रखना सीखें। इसके लिए आप अभी से ही प्रयास करना शुरू कर देंगे तो बेहतर रहेगा क्योंकि अक्सर यह कौशल विकसित करने में बहुत समय लग जाता है।

दूसरों का सही से आंकलन करना सीखें

सॉफ्ट स्किल्स को सुधारने के लिए आपको दूसरों का सही से आंकलन करना आना चाहिए। अब आपके साथ जो भी लोग काम कर रहे हैं, वह किस तरह से काम करते हैं या वह किस तरह का काम करके दे रहे हैं, इसका आंकलन करना सीखें। इसके लिए आपको अपने सहकर्मियों और अपने नीचे व ऊपर काम कर रहे लोगों को सही से समझना होगा।

एक तरह से सॉफ्ट स्किल्स को सुधारने के लिए यह बहुत ही जरुरी हो जाता है कि आप सामने वाले व्यक्ति को पहली बार में ही या कुछ दिन काम करके उसे ठीक तरीके से समझ जाएं। इसी के साथ ही आपको दूसरों के सामने अपनी छवि को नकारात्मक नहीं बनाना चाहिए और ऑफिस की पॉलिटिक्स से बचकर रहना चाहिए।

काम कैसे लेना है, यह सीखें

ऊपर वाले पॉइंट के साथ ही एक और पॉइंट यह भी जोड़ लें कि आपको अपने सहकर्मियों के साथ काम करना भी आना चाहिए। अब बहुत लोग होते हैं जो दूसरों के साथ अच्छे से व्यवहार करते हैं लेकिन फिर भी उनका काम नहीं बन पाता है। वहीं कुछ लोग ऐसे होते हैं जो इस तरह से व्यवहार करते हैं कि उनके काम जल्दी बन जाते हैं।

ऐसे में आप ऑफिस में दूसरों के साथ किस किस तरीके से और कौन कौन सा काम ले सकते हैं, यह भी बहुत जरुरी होता है। इसे भी सॉफ्ट स्किल्स को सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण अंग माना जाता है जो आपको आना जरुरी है। इसके लिए आप लोगों का सही आंकलन करना सीख जाएंगे तो आपको उनसे काम लेना भी आ जाएगा। इसके लिए बात में मधुरता लायेंगे तो बेहतर रहेगा।

चीज़ों को जल्दी समझने का कौशल लाएं

काम करने के दौरान कई तरह की बातें बोली जाती है और उन्हें समझाया जाता है। अब समय समय पर कभी कोई नयी चीज़ आती है तो कभी कोई नया टारगेट दिया जाता है। आप भी अपने दैनिक काम में कई तरह की नयी चीज़ों को देखते होंगे और उन्हें समझ कर करते होंगे। ऐसे में आपके अंदर चीजों को जल्दी समझने का गुण होना चाहिए।

कहने का अर्थ यह हुआ कि आपके सामने जो चीज़ बोली जा रही है, आप उसे कितनी जल्दी पकड़ते हैं, कैसे उसका एनालिसिस करते हैं और किस रूप में उसे देखते हैं, यह भी सॉफ्ट स्किल को सुधारने का ही हिस्सा माना जाता है। इसके लिए आप एक ही चीज़ को अलग अलग तरीके से देखने की आदत डालें जिसके बारे में हम आपको नीचे बतायेंगे।

अलग अलग नजरिये से चीज़ों को देखें

ऊपर हमने आपको बताया कि आप चीज़ों को जल्दी समझने की आदत डालें तो यह आपको तभी अच्छे से और जल्दी समझ में आएगी जब आप इसे अलग अलग नजरिये से देखने का प्रयास करेंगे। इस चीज़ का अभ्यास सामान्य तौर पर आईएएस की तैयारी कर रहे छात्रों को करवाया जाता है। उनके सामने किसी स्थिति को रखा जाता है और फिर कहा जाता है कि वे उस स्थिति को एक आम नागरिक, अधिकारी, राजनेता, वकील इत्यादि की नज़र से अलग अलग देखें।

ठीक उसी तरह आपको भी एक ही चीज़ को सामान्य कर्मचारी, बॉस, मैनेजमेंट, क्लाइंट, ग्राहक इत्यादि की नज़र से अलग अलग देखना होगा। यदि आप ऐसा कर पाते हैं तो यकीन मानिये आप बहुत जल्द ही सॉफ्ट स्किल में पारंगत हो जाएंगे और फिर आपको कोई भी आगे बढ़ने से नहीं रोक पायेगा।

और बेहतर कैसे करें, यह सोचें 

अब जब आप किसी चीज़ को अलग अलग नजरिये से देखने का हुनर विकसित कर लेते हैं तो आपके सामने कई तरह के आईडिया निकल कर आयेंगे जो आपको बतायेंगे कि फलाना चीज़ को किस किस तरह से किया जा सकता है। ऐसे में आप सभी तरह के आईडिया को एक जगह लिख डालें या किसी के साथ उस पर चर्चा करें।

आपका ध्यान इस बात पर होना चाहिए कि आप किस तरह से उस चीज़ को पहले से बेहतर या सबसे उत्तम तरीके से कर पाने में सक्षम हैं। अब किसी कंपनी में बड़ा पद उस व्यक्ति को दिया जाता है जो चीज़ों को बेहतर तरीके से कर पाता है। वह इसलिए क्योंकि इससे कंपनी को लाभ देखने को मिलता है। इसलिए आपके अंदर भी यह कौशल होना चाहिए।

अपना नेटवर्क मजबूत करें

अंत में आपको सबसे जरुरी काम यह भी करना है कि आपका नेटवर्क मजबूत होना चाहिए क्योंकि यदि आपका नेटवर्क मजबूत नहीं है तो आप अपनी सॉफ्ट स्किल्स को लेकर कुछ ज्यादा नहीं कर पाएंगे। अब यदि आपके कौशल या स्किल्स की लोगों को जानकारी ही नहीं है तो फिर कैसे ही आप अपने करियर में आगे बढ़ पाएंगे।

ऐसे में आपको लोगों के बीच में अपनी एक अलग पहचान बनानी होगी और इसके लिए आपको अपना नेटवर्क मजबूत करने की जरुरत होगी। इसके लिए आप कई तरह की वेबसाइट, ऐप, अपने संपर्क इत्यादि के जरिये कांटेक्ट को मजबूत कर सकते हैं और अपने नेटवर्क को एक विशाल रूप दे सकते हैं।

सॉफ्ट स्किल क्या है – Related FAQs 

प्रश्न: सॉफ्ट स्किल का मतलब क्या होता है?

उत्तर: सॉफ्ट स्किल के बारे में समझाने के लिए हमने ऊपर विस्तार से जानकारी दी है जो आपको पढ़ना चाहिए।

प्रश्न: सॉफ्ट स्किल्स क्या है और इसका महत्व क्या है?

उत्तर: सॉफ्ट स्किल्स के बारे में जानकारी आप ऊपर का लेख पढ़ कर पा सकते हो।

प्रश्न: सॉफ्ट स्किल्स कैसे विकसित होते हैं?

उत्तर: सॉफ्ट स्किल्स सुधारने के उपाय हमने ऊपर लेख में सांझा किए हैं।

प्रश्न: सबसे महत्वपूर्ण सॉफ्ट स्किल्स क्या हैं?

उत्तर: सबसे महत्वपूर्ण सॉफ्ट स्किल अपनी भावनाओं पर नियंत्रण करना है।

तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने सॉफ्ट स्किल क्या है यह जान लिया है। साथ ही आपने जाना कि सॉफ्ट स्किल्स को कैसे सुधारा जा सकता है। आशा है कि आप जो जानकारी लेने के लिए इस लेख पर आए थे वह आपको मिल गई होगी। फिर भी यदि कोई शंका आपके मन में शेष है तो आप हम से नीचे कमेंट करके पूछ सकते हैं।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
[fluentform id="3"]

Leave a Comment