|| जीएसटी की क्यूआरएमपी स्कीम क्या है? | GST QRMP scheme in Hindi | Quarterly Returns with Monthly Payment Scheme | Quarterly Returns with Monthly Payment Scheme | क्यूआरएमपी स्कीम के लिए आवश्यक नियम व शर्तें | क्यूआरएमपी स्कीम को कैसे लें? ||
GST QRMP scheme in Hindi :- भारत सरकार के द्वारा हर उस व्यापारी से जीएसटी लिया जाता है जो किसी ना किसी तरह से अपने व्यापार के माध्यम से आय कर रहा होता है। इसके लिए उस व्यापारी को वार्षिक, मासिक या तिमाही के तौर पर अपना जीएसटी फाइल करना होता है अन्यथा वह कानूनी पचड़े में फंस सकता है। ऐसे में भारत सरकार के वित्त विभाग के द्वारा लोगों को जीएसटी फाइल करने के लिए कई तरह की सुविधाएँ दी गयी है जिसमें से एक क्यूआरएमपी स्कीम भी होती (QRMP scheme in Hindi) है।
अब बहुत से व्यापारियों को इस क्यूआरएमपी स्कीम के बारे में जानकारी ही नहीं होगी और इस कारण वे इसे भर भी नहीं पाते होंगे। तो जीएसटी फाइलिंग में यह क्यूआरएमपी स्कीम क्या है और किस तरह से आप इसके माध्यम से अपना जीएसटी फाइल कर सकते हैं, इसके बारे में आज के इस लेख में आपको पूरी जानकारी मिलने वाली है। ऐसे में आइये जाने जीएसटी की क्यूआरएमपी स्कीम क्या है और किस तरह से आप इसका लाभ उठा सकते (QRMP scheme details in Hindi) हैं।
जीएसटी की क्यूआरएमपी स्कीम क्या है? (GST QRMP scheme in Hindi)
आज हम आपके साथ इस लेख के माध्यम से जीएसटी की क्यूआरएमपी स्कीम के बारे में बात करने वाले हैं। तो जीएसटी को हम हिंदी में वस्तु व सेवा कर और अंग्रेजी में गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (Goods and Services Tax) के नाम से जानते हैं। वहीं क्यूआरएमपी स्कीम को हिंदी में मासिक भुगतान के साथ त्रैमासिक रिटर्न योजना तो वहीं अंग्रेजी में इसे Quarterly Returns with Monthly Payment Scheme के नाम से जाना जाता (QRMP scheme means in Hindi) है।
अब आप क्यूआरएमपी स्कीम के बारे में इसके नाम से ही बहुत कुछ जान गए होंगे और समझ आ गया होगा कि क्यों इसका नाम क्यूआरएमपी स्कीम रखा गया है। हमारे देश में कई तरह के व्यापारी होते हैं जिनके द्वारा अलग अलग व्यापार किया जाता है। व्यापार पर होने वाली आय भी सभी के लिए अलग अलग होती है और इसका आंकलन भी अलग अलग ही किया जाता है। ऐसे में कौन सा व्यापारी कितने जीएसटी फाइल करता है, यह भी अलग होता है। कोई हजारों में जीएसटी फाइल करता है तो कोई करोड़ों में तो कोई इससे भी (Quarterly returns with monthly payment scheme in Hindi) अधिक।
ऐसे में व्यक्ति के द्वारा मासिक तौर पर या फिर तिमाही या क्वार्टर के तौर पर अपना जीएसटी फाइल किया जाता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि कोई व्यापारी हर महीने अपना जीएसटी फाइल करता है तो किसी किसी को एक क्वार्टर के हिसाब से उसे फाइल करना सही लगता है। ऐसे में आप किस तरह की सुविधा का चुनाव करते हैं, यह आप पर निर्भर करता है। अब यदि किसी को त्रिमासिक या तिमाही के तौर पर जीएसटी फाइल करना है तो वह उसके लिए क्यूआरएमपी स्कीम को चुनता (QRMP scheme full form in Hindi) है।
इस क्यूआरएमपी स्कीम के तहत व्यक्ति को हर तीन महीने में एक बार अपना क्यूआरएमपी स्कीम फाइल करना होता है और वह हर महीने क्यूआरएमपी स्कीम फाइल करने की दुविधा से बच जाता है। इसके लिए आप क्यूआरएमपी स्कीम के पोर्टल पर जाकर ही उसका चुनाव कर सकते हैं और फिर बस आपका काम बन जाता है। फिर आप हर तीन महीने के बाद अपनी फर्म या दुकान के लिए जीएसटी के तहत क्यूआरएमपी स्कीम का लाभ उठा सकते (What is the QRMP scheme in GST in Hindi) हैं।
जीएसटी में क्यूआरएमपी स्कीम का फॉर्म (GST QRMP scheme form in Hindi)
अब यदि आपको जीएसटी भरने के लिए क्यूआरएमपी स्कीम को चुनना है तो उसके तहत आपको जो दो फॉर्म भरने होते हैं, उनके नाम भी जान लेने चाहिए। इसके तहत आपको दो तरह के फॉर्म भरने होंगे और उनको भरते ही आपका जीएसटी रिटर्न दाखिल हो जाएगा तो वे दोनों फॉर्म हैं:
- जीएसटीआर – 1
- जीएसटीआर – 3बी
ऐसे में आपको हर तीन महीने के अंतराल में इन दो फॉर्म को क्यूआरएमपी स्कीम के तहत भरना होगा और आपकी फर्म के लिए जीएसटी फाइल हो जाएगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपको क्यूआरएमपी स्कीम के तहत अपना जीएसटी भरना है तो आपको बस इन दोनों फॉर्म को ही सबमिट करना होगा और काम बन जाएगा।
क्यूआरएमपी स्कीम के लिए पात्रता (Who is eligible for QRMP scheme in Hindi)
अब यदि आप सोच रहे हैं कि भारत का हरेक व्यापारी इस क्यूआरएमपी स्कीम का लाभ उठा सकता है तो ऐसा नहीं है। इसके लिए भारत सरकार के वित्त विभाग के द्वारा कुछ नियम तय किये गए हैं जिनका पालन होने पर ही संबंधित व्यक्ति को क्यूआरएमपी स्कीम का लाभ उठाने की सुविधा मिलती है। ऐसे में जो व्यापार बहुत बड़े हैं और जहाँ एक वर्ष में बहुत अधिक पैसा कमाया जा रहा है तो वहां पर महीने की बजाये तीन महीने में जीएसटी फाइल करने की सुविधा नहीं मिलती है अर्थात वे क्यूआरएमपी स्कीम का लाभ नहीं उठा पाएंगे।
ऐसे में इस तरह की क्यूआरएमपी स्कीम छोटे उद्योग या व्यापारियों को सहूलियत देने के उद्देश्य से लायी गयी है। तो भारत सरकार के द्वारा बनाये गए नियम के तहत वे सभी कर दाता जिनका कुल वार्षिक व्यापार अभी के वित्तीय वर्ष अर्थात चालू वित्तीय वर्ष और पिछले वित्तीय वर्ष में 5 करोड़ से कम का है तो वे ही इस क्यूआरएमपी स्कीम का लाभ उठा पाएंगे और अपना जीएसटी तीन महीने में एक बार भरने को पात्र समझे जाएंगे। इसी के साथ ही यदि उन्होंने अपने अंतिम डे फॉर्म जीएसटीआर – 3बी को पहले ही सबमिट नहीं किया है तो वे इस क्यूआरएमपी स्कीम का लाभ नहीं उठा पाएंगे।
इस तरह से चालू वित्तीय वर्ष और पिछले वित्तीय वर्ष में सालाना 5 करोड़ या उससे कम का वार्षिक व्यापार या आय करने वाले व्यक्ति और जीएसटीआर – 3बी फॉर्म को पहले ही जमा करवा चुके व्यापारी ही इस क्यूआरएमपी स्कीम का लाभ उठा पाने के लिए पात्र समझे जाएंगे।
क्यूआरएमपी स्कीम के लिए आवश्यक नियम व शर्तें (QRMP scheme rules in Hindi)
अब यदि किसी व्यक्ति को जीएसटी फाइल करने के लिए क्यूआरएमपी स्कीम का लाभ उठाना है तो उसे अन्य भी नियमों का पालन करना होता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि ऊपर के जो व्यापारी इस योजना के अंतर्गत आयेंगे, उन्हें इसके बाद भी कई तरह के नियम और शर्तों का पालन करना जरुरी होगा अन्यथा वे इसके दायरे से बाहर हो जाएंगे। ऐसे में वे नियम व शर्तें इस प्रकार हैं:
- जीएसटी फाइल करने वाले व्यापारी या करदाता को नियमित करदाता के रूप में पंजीकृत होना आवश्यक है।
- उस करदाता का कंपोजिशन स्कीम से बाहर होना भी जरुरी है अन्यथा वह क्यूआरएमपी स्कीम का लाभ नहीं उठा पायेगा।
- उस करदाता के पास अपना वैध यूजर आईडी और पासवर्ड होना भी आवश्यक है जिससे वह लॉग इन कर सके।
- सबसे लेटेस्ट के वित्त वर्ष के लिए जीएसटीआर – 3 बी फॉर्म को पहले ही भर दिया जा चुका हो।
- जिस भी वर्ष के लिए आप क्यूआरएमपी स्कीम को चुनने जा रहे हैं, उसके तहत पहले से ही जीएसटीआर – 1 के तहत कोई जानकारी ना सहेजी गयी हो।
इस तरह से सभी तरह के व्यापारियों को इनका पालन करना जरुरी होता है अन्यथा वह क्यूआरएमपी स्कीम का लाभ नहीं उठा सकता है। तो यदि आप 5 करोड़ से कम की सालाना आय करते हैं और ऊपर दिए गए नियम व शर्तों का पालन करते हैं तभी आप जीएसटी फाइल करने के लिए क्यूआरएमपी स्कीम को चुन सकते हैं।
क्यूआरएमपी स्कीम को कैसे लें? (QRMP scheme kaise le)
अब आप सोच रहे होंगे कि किस तरह से आप जीएसटी को फाइल करने के लिए क्यूआरएमपी स्कीम को चुन सकते हैं तो उसके लिए यह सब कार्य जीएसटी के पोर्टल पर ही जाकर होगा। भारत सरकार ने जीएसटी को फाइल करने के लिए एक वेबसाइट लॉन्च की हुई है और जीएसटी फाइल करने का कार्य उसी वेबसाइट या पोर्टल पर ही होता है। ऐसे में क्यूआरएमपी स्कीम को चुनना है या हटाना है, यह कार्य भी जीएसटी के पोर्टल पर ही होगा। आइये उसकी प्रक्रिया को समझ लेते हैं।
- सबसे पहले तो आपको जीएसटी की वेबसाइट पर जाना होगा जिसका लिंक https://www.gst.gov.in/ है।
- यहाँ पर आपको सबसे पहले तो लॉग इन करना होगा और उसके लिए अपना यूजर नाम और पासवर्ड डालना होगा।
- लॉग इन करने के बाद ऊपर दिए गए मेन्यु में से सर्विसेज का विकल्प मिलेगा जिस पर आपको अपना कर्सर लेकर जाना होगा।
- अब इस Services के अंदर ही आपको रिटर्न्स (Returns) का विकल्प मिल जाएगा जिस पर आपको क्लिक कर आगे बढ़ना है।
- अब आपको इसी रिटर्न्स वाले विकल्प में ही Opt-in for quarterly return का विकल्प मिलेगा जिस पर क्लिक कर एक नया पेज खुल जाएगा।
- अब यहाँ पर आपको किस क्वार्टर या तिमाही के लिए क्यूआरएमपी स्कीम का चुनाव करना है और किसके लिए नहीं, उसकी पूरी सूची होगी।
- आप जिस भी क्वार्टर पर क्लिक करेंगे, वहां Selected फ्रीक्वेंसी में दो तरह के विकल्प होंगे जिन पर Monthly व Quarterly लिखा होगा।
- ऐसे में क्यूआरएमपी स्कीम के तहत आपको मंथली की बजाये क्वार्टरली वाले विकल्प का चुनाव करना होगा।
- फिर इसी के अगले कॉलम में Action करके लिखा हुआ होगा और उसके नीचे Save का विकल्प होगा।
- जैसे ही आप क्वार्टरली वाले विकल्प पर क्लिक कर सेव को चुनते हैं तो उस क्वार्टर के लिए यह क्यूआरएमपी स्कीम लागू हो जाएगी।
तो इस तरह से आप जीएसटी को फाइल करने के लिए क्यूआरएमपी स्कीम का चुनाव जीएसटी के पोर्टल या वेबसाइट पर जाकर कर सकते हैं। यदि आप पहले से शुरू की गयी या चुनी गयी क्यूआरएमपी स्कीम को बंद करना चाहते हैं तो आपको इसी प्रक्रिया के तहत वहां जाना होगा और वहां क्वार्टरली की जगह मंथली वाले विकल्प को चुन कर सेव करना होगा। तो इस तरह से आप क्यूआरएमपी स्कीम को चुन सकते हैं या उसे रिजेक्ट कर सकते हैं।
क्यूआरएमपी स्कीम की समय सीमा (QRMP scheme time limit Hindi)
अब हमने आपको ऊपर बताया कि यदि आपको जीएसटी के तहत क्यूआरएमपी स्कीम का लाभ उठाना है तो उसके लिए भारत सरकार ने हर तीन महीने के अंतर्गत व्यवस्था की हुई है। यदि आपको यह चुनना है तो उसके लिए आपको जीएसटी के पोर्टल पर जाकर मंथली की बजाये क्वार्टरली के तहत उसका चुनाव करना होगा। ऐसे में यदि आपको आने वाले क्वार्टर के लिए क्यूआरएमपी स्कीम को चुनना है तो उसके लिए कब तक आप उसका चुनाव कर सकते हैं, इसके बारे में भी जानकारी ली जानी जरुरी है।
इसके लिए वित्त विभाग के द्वारा चारों क्वार्टर या तिमाही के लिए समय सीमा बनायी गई है जिसको एक सारणी के रूप में दिखाया गया है। ऐसे में वह चार्ट इस प्रकार है:
क्र.सं. | किसी विशेष वर्ष की तिमाही | क्यूआरएमपी योजना के दौरान विकल्प चुना या छोड़ा जा सकता है |
1 | Q1 (अप्रैल-मई-जून) | 1 फरवरी’ से 30 अप्रैल’ |
2 | Q2 (जुलाई-अगस्त-सितंबर) | 1 मई’ से 31 जुलाई’ |
3 | Q3 (अक्टूबर-नवंबर-दिसंबर) | 1 अगस्त’ से 31 अक्टूबर’ |
4 | Q4 (जनवरी-फरवरी-मार्च) | 1 नवंबर’ से अगले वर्ष 31 जनवरी तक |
तो यदि आपको पहले क्वार्टर जो अप्रैल से जून तक के लिए होता है, उसके लिए क्यूआरएमपी स्कीम का चुनाव करना है तो वह आपको 1 फरवरी से लेकर 30 अप्रैल के बीच में कर देना होगा अन्यथा आप उससे चूक जाएंगे। इसी तरह का नियम अन्य तिमाही के साथ भी लागू होगा जिसकी समय अवधि हमने आपको ऊपर वाले चार्ट में दी है।
जीएसटी की क्यूआरएमपी स्कीम क्या है – Related FAQs
प्रश्न: क्यूआरएमपी की सीमा क्या है?
उत्तर: क्यूआरएमपी की सीमा के बारे में जानकारी हासिल करनी है तो आप ऊपर का लेख पढ सकते हो।
प्रश्न: QRMP योजना क्या है?
उत्तर: यदि किसी को त्रिमासिक या तिमाही के तौर पर जीएसटी फाइल करना है तो वह उसके लिए क्यूआरएमपी स्कीम को चुनता है।
प्रश्न: क्यूआरएमपी स्कीम के लिए फॉर्म कैसे भरें?
उत्तर: क्यूआरएमपी स्कीम के फॉर्म के बारे में जानकारी आपको ऊपर के लेख में मिल जाएगी।
प्रश्न: क्यूआरएमपी स्कीम कैसे लें?
उत्तर: https://www.gst.gov.in/ इस लिंक पर क्लिक कर आप क्यूआरएमपी स्कीम ले सकते हैं।
तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने जीएसटी की क्यूआरएमपी स्कीम क्या है इसके बारे में जानकारी प्राप्त कर ली है। साथ ही आपने जाना कि जीएसटी की क्यूआरएमपी स्कीम के लिए नियम व शर्तें पात्रता और समय सीमा क्या है। आशा है कि जो जानकारी लेने के लिए आप इस लेख पर आए थे वह आपको मिल गई होगी। फिर भी यदि कोई प्रश्न आपके मन में शेष है तो आप हम से नीचे कॉमेंट करके पूछ सकते हैं।