स्टॉप लॉस क्या होता है? | स्टॉप लॉस कैसे लगाते है? | फ़ायदे, नुकसान व तकनीक | What is stop loss in share market in Hindi

|| स्टॉप लॉस क्या होता हैं?, What is stop loss in share market in Hindi, स्टॉप लॉस लगाने के क्या क्या फायदे होते है?, स्टॉप लॉस कैसे लगाते है?, What is the best stop-loss strategy, स्टॉप लॉस के नुकसान ||

क्या आप शेयर बाजार में बहुत रूचि रखते है? क्या आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते है परन्तु कही आपका सारा पैसा डूब ना जाये इस वजह से पैसा लगाने की हिम्मत नहीं जुटा पाते? अगर आपका इन सवालो का जवाब हाँ है तो आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए है। आज हम आपको शेयर बाजार में निवेश करने का एक ऐसा तरीका बतांएगे जिसमे आपको कभी भी नुकसान नहीं लगेगा। 

ज़्यादातर लोगो को शेयर बाजार के बारे में थोड़ा बहुत ही पता होता है और फिर जब वो शेयर में लेया बेची करते है तो आदि अधूरी जानकारी के कारण कई बारी अपना नुकसान करा बैठते है। जिन लोगो को इसकी पूरी जानकारी होती है वे लोग हमेशा सोच समझ कर ही शेयर बाजार में निवेश करते है। इसलिए आपको हमेशा कोई भी शेयर खरीदने या फिर बेचने से पहले उसके सही समय का पता होना चाहिए।

आज हम आपको शेयर खरीदने और बेचने की एक ऐसी तकनीक के बारे में बताएंगे जिसको जानने के बाद आपके शेयर बाजार में नुकसान होने के चान्सेस बहुत कम हो जायेंगे और आप अच्छा ख़ासा मुनाफा इससे कमा पाएंगे। आज हम आपको स्टॉप लॉस के बारे में बताएंगे। साथ ही हम इसको इस्तेमाल करने का तरीका भी आपको बताएंगे। यह टेक्निक आपके ज़िन्दगी भर बहुत काम आएगी।

स्टॉप लॉस क्या होता है? (What is stop loss market order)

स्टॉप लॉस एक ऐसी तकनीक है जिससे आप अपने नुकसान को कम कर सकते है। यह तकनीक आप तब इस्तेमाल कर सकते है जब आप कोई शेयर ले रहे होते है या फिर किसी शेयर को बेच रहे होते है। स्टॉप लॉस लगाने से आप रिस्क और नुक्सान से अपने आप को बचा सकते है। अगर हम आपको स्टॉप लॉस का अर्थ उद्धाहरण देकर समझाये तो मान लीजिये की अपने किसी कंपनी के 100 शेयर 50 रूपए के भाव में ख़रीदे। 

स्टॉप लॉस क्या होता है स्टॉप लॉस कैसे लगाते है फ़ायदे नुकसान व तकनीक What is stop loss in share market in Hindi

आपके शेयर खरीदने के बाद वो शेयर 47 रूपए चला जाता है जिससे आपको उस शेयर में नुकसान लगने लग जाता है। फिर थोड़ी और देर बाद उसका शेयर 2 रूपए और गिरकर 45 रूपए हो जाता है। अब आपके पास दो विकल्प बचते है, या तो आप उस शेयर के बढ़ने का वेट करे परन्तु ऐसा करने से आपका नुकसान भी और भी बढ़ सकता है अगर शेयर का भाव लगातार गिरता रहा तो। दूसरा विकल्प आपके पास यह है कि आप एक स्टॉप लॉस का आर्डर 43 रूपए पर लगा दे इससे आपका नुकसान ज़्यादा होने से बच जायेगा।  

स्टॉप लॉस लगाने से आप अपने आगे होने वाले नुकसान से अपने आप को बचा सकते है। यदि आप स्टॉप लॉस नहीं लगते है तो आपका ख़रीदा हुआ शेयर और भी गिर सकता है जिससे आपका नुकसान भी बढ़ जायेगा और आप कंफ्यूज हो जायेंगे कि आपको यह शेयर कब बेचना चाहिए। जिस तरह आप शेयर को बेचने में स्टॉप लॉस लगाते है उसी तरह आप शेयर को खरीदने में भी स्टॉप लॉस का इस्तेमाल कर सकते है। उद्धारण के लिए मान लीजिये कि एक कंपनी का शेयर प्राइस 1000 रूपए चल रहा है।

परन्तु आप उसे 980 रूपए में खरीदना चाहते है। अब उसको 980 के भाव में खरीदने के लिए या तो आप उसका 20 रूपए गिरने का वेट कर सकते है और फिर अपना आर्डर प्लेस कर सकते है या फिर आप स्टॉप लॉस लगा कर उस शेयर को खरीद सकते है। ऐसा करने के लिए आपको उस शेयर पर 980 रूपए का स्टॉप लॉस आर्डर प्लेस करना होगा। ऐसा करने से जब भी वो शेयर 980 रूपए पर जायेगा वो अपने आप अपने ट्रेडिंग अकाउंट में आ जायेगा और आपका आर्डर प्लेस हो जायेगा।

अगर आपको लग रहा है कि आपने गलत आर्डर प्लेस कर दिया है तो आप उस आर्डर को कैंसिल भी कर सकते है। स्टॉप लॉस  लगाने से आप अपना नुकसान होने से बचा सकते है। एक बार आप स्टॉप लॉस लगाना सिख जायेंगे तो आपको कभी भी कोई दिक्कत नहीं होगी और आपका रिस्क भी कम हो जायेगा जिससे अपने शेयर बाजार में निवेश करने का कॉन्फिडेंस आएगा।     

स्टॉप लॉस लगाने के फायदे (Benefits of stop loss order in Hindi)

स्टॉप लॉस लगाने के आपको अनेको फायदे होंगे। शेयर मार्किट एक्सपर्ट्स हमेशा कोई भी शेयर लेते समय और उनको बेचते समय स्टॉप लॉस लगाने की सलाह देते है। इसलिए आपको हमेशा इस तकनीक का इस्तेमाल करना चाहिए। स्टॉप लॉस लगाने के लिए आपको यह भी पता होना चाहिए कि स्टॉप लॉस किस रेट पर लगाना सबसे सही होगा। यह चीज़ भी हम आपको इस आर्टिकल में आगे बताएंगे। 

यह जानन आपके लिए इसलिए ज़रूरी है क्योकि अगर आप सही से स्टॉप लॉस नहीं लगाएंगे तो आप अपना लॉस तो कम कर ही रहे है परतु हो सकता है कि आपका प्रॉफिट भी कम हो जाये। स्टॉप लॉस लगाने के लिए निवेशकों को अलग से कोई भुगतान नहीं करना पड़ता है और यह बहुत ही आसानी से लगाया जा सकता है। स्टॉप लॉस निवेशकों के लिए एक तरह से फ्री इन्शुरन्स पालिसी की तरह काम करता है और आपका नुकसान होने से आपको बचाता है। 

जो लोग शेयर बाजार में नए है उनके लिए स्टॉप लॉस एक बहुत अच्छा विकल्प है। ऐसा हम इसलिए कह रहे है क्योंकि नए निवेशकों को शेयर बाजार में निवेश करने में शुरू में बहुत डर लगा रहता है कि उनका नुकसान न हो जाये परन्तु स्टॉप लॉस लगाने से उनका डर कम हो सकता है और रिस्क भी। स्टॉप लॉस की मदद से वो अपने जोखिम को कम कर सकते है और अपने उत्साह को बढ़ा सकते है।

स्टॉप लॉस के नुकसान (Disadvantages of stop loss in Hindi)

जहाँ स्टॉप लॉस के बहुत सारे फायदे है वहां पर इसके नुकसान भी बहुत सारे है। शेयर बाजार में निवेश करते समय स्टॉप लॉस का इस्तेमाल करना कोई गलत बात नहीं है परन्तु आपको हमेशा सोच समझ कर ही स्टॉप लॉस लगाना चाहिए। अगर आप सही तरीके से स्टॉप लॉस नहीं लगाते है तो आप अपना मुनाफा गवां सकते है। 

मार्किट में बहुत बार ऐसा होता है कि सभी शेयर काफी ज़्यादा गिर जाते है और फिर कुछ ही समय बाद वे बढ़ने लगते है। ऐसे में जिन लोगो ने स्टॉप लॉस लगाया होता है उनको बहुत नुकसान हो जाता है और उनका मुनाफा नहीं हो पता। तब वो लोग यह सोचते है कि यदि उन्होंने स्टॉप लॉस नहीं लगाया होता तो आज उनका अच्छा ख़ासा मुनाफा उस शेयर में हो रहा होता। 

इस तरह निवेशक अच्छे रिटर्न्स पाने की सम्भावना से वंचित रह जाते है जिससे वो बहुत परेशान और मायूस हो जाते है। कुछ निवेशक तो इस समय अपना सारा पैसा शेयर बाजार से निकाल लेते है और फिर कभी भी पैसा न लगाने की कसम खा लेते है। अगर हम आपको उद्धाहरण के तौर पर समझाये तो मान लीजिये की आपने कोई शेयर 120 रूपए पर ख़रीदा जिसपे अपने 100 रूपए का स्टॉप लॉस लगाया कि यदि वह शेयर 100 रूपए पर गया तो आपका शेयर अपने आप बिक जायेगा। 

अब मान लीजिये कि वह शेयर गिरने लगता है और 100 रूपए हो जाता है। ऐसे में आपका वह सारे सेल हो जाता है और आपको प्रति शेयर 20 रूपए का नुकसान झेलना पड़ता है। अब आप मान लीजिये कि वह शेयर 96 रूपए तक गिरता है और फिर वह चढ़ने लगता है और 150 रूपए तक चला जाता है। अब ऐसी सिचुएशन में अगर आपने स्टॉप लॉस नहीं लगाया होता तो आपको प्रति शेयर 50 रूपए का फायदा हो रहा होता। इससे हमे यह पता चलता है कि स्टॉप लॉस लगाने से हमारा नुकसान तो कम होता ही है परन्तु हमारा मुनाफा भी कम होता जाता है।  

स्टॉप लॉस लगाने का दूसरा बड़ा नुकसान यह होता है कि इसका कोई भी स्थाई नियम नहीं है। निवेशक हमेशा अपने अपने हिसाब से ही स्टॉप लॉस लगाना पसंद करते है और मार्किट की सिचुएशन जानना हर किसी के बस की बात नहीं होती। ऐसे में अगर आप सही से स्टॉप लॉस नहीं लगाते है तो आप हर बार ही नुकसान के भागीदार बनते रहेंगे और इससे आपका कॉन्फिडेंस भी कम होता रहेगा। इसलिए आप स्टॉप लॉस का इस्तेमाल तभी करे जब आपको इसका पूरा ज्ञान हो।

स्टॉप लॉस लगाने की तकनीक (What is the best stop-loss strategy)

स्टॉप लॉस लगाने के बहुत सारी तकनीके होती है और सब लोग अपने अपने हिसाब से ही स्टॉप लॉस लगाते है। परन्तु हम आपको ऐसी दो स्टॉप लॉस लगाने के तकनीक के बारे में आज बताएंगे तो आपके हमेशा काम आएगी। इन तकनीक के इस्तेमाल से आप अपने नुकसान को कम और मुनाफे को ज़्यादा कर सकते है।

सपोर्ट और रेसिस्टेन्स मेथड 

सबसे पहली तकनीक जिसके बारे में हम बात करने जा रहे है वह है सपोर्ट एंड रेसिस्टेन्स मेथड टेक्निक। अगर आप ध्यान से किसी भी स्टॉक का स्टॉक मार्किट चार्ट देखेंगे तो आपको उसमे उतार चढ़ाव के चलते सपोर्ट और रेसिस्टेन्स लेवल बनता दिखाई देगा। ये लेवल ही आपको स्टॉप लॉस लगाने में आपकी मदद करेंगे। अगर आप इंट्राडे करना चाहते है तो आप लॉन्ग पोजीशन लेकर उस शेयर के ट्रेडिंग प्राइस थोड़े से कम प्राइस पर अपना स्टॉप लॉस लगाकर उस शेयर को खरीद सकते है।

अगर आपको उद्धाहरण के तौर पर समझाये तो मान लीजिये की अगर एक स्टॉक का शेयर प्राइस 500 रूपए चल रहा है और उसका सपोर्ट प्राइस 485 रूपए है तो आप 480 रूपए में इस शेयर का स्टॉप लॉस लगा सकते है। फिर जब भी यह शेयर अपना सपोर्ट लेवल तोड़ेगा और 480 के लेवल पर आ जायेगा तब आपको यह शेयर मिल जायेगा। अगर आप शार्ट पोजीशन लेकर ट्रेड करना चाहते है तो आप रेसिस्टेन्स की मदद से अपना स्टॉप लोस्स लगा सकते है।

परसेंटेज मेथड  

अब हम आपको स्टॉप लॉस लगाने की दूसरी तकनीक यानि कि परसेंटेज मेथड के बारे में आपको बताएंगे। स्टॉप लॉस लगाने की यह तकनीक भी आपके लिए बहुत फायदेमंद सबित हो सकती है। बहुत सारे ट्रेडर्स और निवेशक स्टॉप लॉस में परसेंटेज मेथड का पालन करते है।परसेंटेज मेथड में स्टॉप लॉस का परसेंटेज हमेशा शेयर प्राइस का 10 पपरसेंट होता है। अगर हम आपको यह बात उद्धाहरण देकर समझाये तो मान लीजिये किसी शेयर का प्राइस 100 रूपए चल रहा है तो आप उस शेयर पर अपना ट्रेड उससे 10 परसेंट के स्टॉप लॉस यानि कि 90 रूपए पर लगा सकते है।

वैसे तो सभी निवेशक और ट्रेडर्स अपने अपने रिस्क उठाने की क्षमता से स्टॉप लॉस सेट करते है परंतु नए ट्रेडर्स के लिए उनका रिस्क लेवल जानना बहुत ही चुनौतीपूर्ण कार्य होता है। इसलिए नए ट्रेडर्स परसेंटेज मेथड का पालन कर सकते है। जब आप यह करना सिख जायेंगे तब आप सपोर्ट और रेसिस्टेन्स मेथड का भी सही से इस्तेमाल कर पाएंगे। परसेंटेज मेथड स्टॉप लॉस लगाने की एक बहुत अच्छी तकनीक मानी जाती है।

स्टॉप लॉस क्या होता है – Related FAQs

प्रश्न: स्टॉप लॉस क्या होता है?

उत्तर: स्टॉप लॉस एक ऐसी तकनीक है जिससे आप अपने नुकसान को कम कर सकते है। यह तकनीक आप तब इस्तेमाल कर सकते है जब आप कोई शेयर ले रहे होते है या फिर किसी शेयर को बेच रहे होते है। स्टॉप लॉस लगाने से आप अपने रिस्क और नुक्सान से अपने आप को बचा सकते है।

प्रश्न: स्टॉप लॉस लगाने के क्या क्या फायदे होते है?

उत्तर: स्टॉप लॉस लगाने के आपको अनेको फायदे होंगे। शेयर मार्किट एक्सपर्ट्स हमेशा कोई भी शेयर लेते समय और उनको बेचते समय स्टॉप लॉस लगाने की सलाह देते है। इसलिए आपको हमेशा इस तकनीक का इस्तेमाल करना चाहिए। स्टॉप लॉस लगाने के लिए आपको यह भी पता होना चाहिए की स्टॉप लॉस किस रेट पर लगाना सबसे सही होगा। यह चीज़ भी हम आपको इस आर्टिकल में आगे बताएंगे। 

प्रश्न: सपोर्ट और रेसिस्टेन्स तकनीक क्या होती है?

उत्तर: सपोर्ट और रेस्सिटेंस तकनीक में आप केवल किसी भी शेयर के उतार चढ़ाव की देखते है और उसके सपोर्ट और रेसिस्टेन्स लेवल पर अपना धायण देते है। ये लेवल ही आपको स्टॉप लॉस लगाने में आपकी मदद करेंगे। अगर आप इंट्राडे करना चाहते है तो आप लॉन्ग पोजीशन लेकर उस शेयर के ट्रेडिंग प्राइस सेथोड़े से कम प्राइस पर अपना स्टॉप लॉस लगाकर उस शेयर को खरीद सकते है।

प्रश्न: परसेंटेज मेथड में क्या होता है?

उत्तर: परसेंटेज मेथड में स्टॉप लॉस का परसेंटेज हमेशा शेयर प्राइस का 10 प्रतिष्ठित होता है। अगर हम आपको यह बात उद्धरण देकर समझाये तो मान लीजिये किसी शेयर का प्राइस 100 रूपए चल रहा है तो आप उस शेयर पर अपना ट्रेड उससे 10 प्ररिक्षित के स्टॉप लॉस यानि कि 90 रूपए पर लगा सकते है। यह मेथड नए ट्रेडर्स के लिए बहुत फायदेमंद होता है।  

प्रश्न: स्टॉप लॉस लगाने के क्या क्या नुकसान हो सकते है?

उत्तर: शेयर बाजार में निवेश करते समय स्टॉप लॉस का इस्तेमाल करना कोई गलत बात नहीं है परन्तु आपको हमेशा सोच समझ कर ही स्टॉप लॉस लगाना चाहिए। अगर आप सही तरीके से स्टॉप लॉस नहीं लगते है तो आप अपना मुनाफा गवां सकते है। स्टॉप लॉस लगाने के कारण कई बार हम हमारा मुनाफा भी खो बैठते है।

प्रश्न: स्टॉप लॉस कैसे लगाते है?

उत्तर: स्टॉप लॉस लगाने के लिए आप किसी भी शेयर को खरीदते या फिर बेचते समय उसम स्टॉप लॉस का ऑप्शन सेलेक्ट कर ले। इसके बाद आप अपना स्टॉप लॉस का प्राइस इसमें डेल और फिर अपना आर्डर प्लेस कर दे। स्टॉप लॉस के बारे में अधिक जानकारी पाने के लिए आप हमारे ऊपर दिए गए आर्टिकल को पढ़ सकते है।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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