सुपारी का बिज़नेस कैसे करें? | लागत, मुनाफा व मशीन | Supari ka business kaise kare

|| सुपारी का बिज़नेस कैसे करें? | Supari ka business kaise kare | Supari ka kya kaam hota hai | सुपारी बनाने की मशीन को लेना | सुपारी का बिज़नेस क्यों करें? | Supari ki packing kaise kare | Supari business market research in Hindi ||

Supari ka business kaise kare :- हमारे देश में कुछ चीजें ऐसी होती है जिनका इस्तेमाल बहुत जगह किया जाता है। अब यदि हम आपको कहें कि एक ऐसी चीज़ है जिसका इस्तेमाल लोग पूजा में भी करते हैं तो वहीं उसका इस्तेमाल माउथ फ्रेशनर के तौर पर भी बहुत किया जाता है तो यह सुन कर आपको कैसा (Supari ka business kaise kare in Hindi) लगेगा। लेकिन यही सच्चाई है और ऐसी चीज़ का नाम है सुपारी। अब सुपारी से आशय एक ऐसे पदार्थ से है जो सुगन्धित होता है और उसका इस्तेमाल आप पूजा के साथ साथ पान बनाने या माउथ फ्रेशनर के तौर पर कर सकते हैं।

पहले के समय में केवल सामान्य तरह की सुपारी ही बाजार में बिका करती थी लेकिन धीरे धीरे इस सुपारी के बिज़नेस में बहुत ज्यादा परिवर्तन देखने को मिला। अब यदि आप बाजार से सुपारी को खरीदने जाएंगे तो आपको नाना प्रकार के सुपारी के पैकेट और उनकी वैराइटी मिल (Supari ka business kaise shuru kare) जाएगी। ऐसा बस और बस सुपारी के बिज़नेस में लगातार बढ़ती हुई प्रतिस्पर्धा के कारण हुआ है और लोगों को तरह तरह की सुपारी खाने को मिल रही है।

तो यदि आप भी सुपारी के बिज़नेस में कूदना चाहते हैं और एक कम प्रसिद्ध लेकिन शानदार कमाई करवाने वाले बिज़नेस में जाना चाहते हैं तो आपका स्वागत है। दरअसल सुपारी का बिज़नेस वैसे तो कम प्रसिद्ध है और छोटा है लेकिन इसके जरिये जो कमाई होती है वह एक तरह से शुद्ध लाभ ही होता है। इसके लिए पहले आपको सुपारी के बिज़नेस को अच्छे से जानने की जरुरत है और उसके बाद ही आप इस तरह का बिज़नेस कर सफल हो पाएंगे। आइए जाने किस तरह से आप सुपारी का बिज़नेस शुरू कर बहुत सारा पैसा कमा पाने में सक्षम होते (Supari ka business shuru karne ka tarika) हैं।

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सुपारी का बिज़नेस कैसे करें? (Supari ka business kaise kare)

सुपारी का बिज़नेस शुरू करने के लिए आपको पहले यह जानना होगा कि आखिरकार यह सुपारी कहां कहां और किस किस रूप में इस्तेमाल में लायी जाती है। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपको यही नहीं पता होगा कि सुपारी का इस्तेमाल कहां कहां किया जा सकता है तब तक आप कैसे ही उसका बिज़नेस कर सकते हैं। वहीं यदि आपको सुपारी का बिज़नेस करने से पहले उसके इस्तेमाल के बारे में समूची जानकारी मिल जाती है तो आप उसी अनुसार ही अपने बिज़नेस की दशा व दिशा तय कर सकते हैं।

Supari ka business kaise kare

अब इसी के साथ साथ आपको यह भी देखना होगा कि यह सुपारी आपको कहां कहां से मिल सकती है और क्या आप भी उसका उत्पादन कर सकते हैं या नहीं। अब यदि आपको सुपारी का बिज़नेस शुरू करना ही है तो उसमें आपको कितना तक का खर्चा करना होगा और वह आप कहां से कर पाएंगे, यह भी आपको पहले ही जान लेना चाहिए। तो आइए जाने किस तरह से आप सुपारी का बिज़नेस शुरू कर उसके जरिये पैसा कमाना शुरू कर सकते हैं।

सुपारी का इस्तेमाल कहां होता है? (Supari keha use hoti hai)

तो ऊपर हमने आपको पहले ही बता दिया कि यदि आपको सुपारी का बिज़नेस शुरू करना है तो उसके लिए जो चीज़ आपके लिए सबसे पहले जाननी जरुरी हो जाती है वह होता है कि इस सुपारी का इस्तेमाल किस किस रूप में किया जा सकता (Supari ka kya kaam hota hai) है। तो यहाँ हम आपके सामने कुछ ऐसे क्षेत्र रखने जा रहे हैं जहाँ पर सुपारी का इस्तेमाल बहुतायत में किया जाता है।

  • सुपारी का सबसे प्रमुख इस्तेमाल तो पूजा पद्धति में किया जाता है। जब भी भगवान की पूजा की जाती है या शिव जी की पूजा की जाती है तो उसमें उन्हें सुपारी का भोग अवश्य ही लगाया जाता है। अब यदि शिवरात्रि आती है तो उस समय तो इसी सुपारी की मांग बहुत ही ज्यादा बढ़ जाती है और लगभग हर जगह से सुपारी का स्टॉक ख़त्म सा ही हो जाता है।
  • अब इसी सुपारी का दूसरा प्रमुख इस्तेमाल शादी विवाह में किया जाता है जब दुल्हे को वधु पक्ष से सुपारी का सेवन करवाया जाता है। बहुत जगह यह एक प्रमुख रस्म होती है तो कई जगह इसे सामान्य तौर पर मनाया जाता है किंतु उसमें सुपारी का इस्तेमाल तो होता ही है।
  • अब सुपारी का अगला प्रमुख इस्तेमाल पान बनाने में किया जाता है फिर चाहे वह किसी भी तरह का ही पान क्यों ना हो। अब आप चाहे मीठा पान लें या जर्दे वाला पान या किसी अन्य तरह का पान, हर तरह के पान में सुपारी को तो डाला ही जाता है।
  • अब इसका अगला इस्तेमाल माउथ फ्रेशनर के तौर पर सीधे ही किया जाता है जिसमें सुपारी को छोटे छोटे हिस्सों में काट कर सीधे या पैकेट में बंद करके बेचा जाता है।
  • अब इसमें आधुनिक तरीका अपनाते हुए इसी सुपारी को बहुत ही बारीक टुकड़ों में काट कर उसे अन्य माउथ फ्रेशनर के साथ मिला कर एक अलग रूप दिया जाता है ताकि यह खाने में ज्यादा स्वादिष्ट लगे। इस तरह से सुपारी का इस्तेमाल कई जगह किया जा सकता है।

सुपारी का बिज़नेस क्यों करें? (Supari ka business karne ke fayde)

आपको यह भी जान लेना चाहिए कि आखिरकार क्यों आपको सुपारी का बिज़नेस ही करना चाहिए या इस तरह के बिज़नेस को करने से आपको फायदा भी होगा या नहीं। दरअसल सुपारी का बिज़नेस करना कोई ज्यादा निवेश वाला सौदा नहीं होता है और ना ही इसके लिए आपको अलग से कोई व्यवस्था करनी होती है। आपको बस थोड़ी बहुत ही मेहनत करनी होती है और उसके बाद आपके लिए सुपारी का बिज़नेस खड़ा हो जाएगा। इसके लिए बस आपको सुपारी की खेती कर रहे किसानो से संपर्क करना होगा और उनसे सुपारी को खरीदना होगा।

अब आपका यह प्रश्न होगा कि यह सुपारी कहां से मिलेगी तो उसका उत्तर आपको आगे मिलेगा। किंतु इस तरह का बिज़नेस आपके लिए बहुत ही लाभ का सौदा रहने वाला है क्योंकि आपको ज्यादा परिश्रम नहीं करना पड़ता है और हर ओर से लाभ ही लाभ देखने को मिलता है। इसलिए यदि आप सुपारी का बिज़नेस करने जा रहे हैं तो ज्यादा सोचे नहीं और एक योजना के तहत यह बिज़नेस शुरू कर दें।

सुपारी का बिज़नेस करने से पहले मार्केट रिसर्च करना (Supari business market research in Hindi)

अब जब आप सुपारी का बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं तो आपको यह देखना होगा कि आपके शहर में लोग किस तरह की सुपारी को खाना या खरीदना पसंद करते हैं। कहने का मतलब यह हुआ कि यदि आप अलग अलग फ्लेवर वाली सुपारी बनाने लग जाते हैं और आपके शहर में तो लोग सामान्य सुपारी खरीदना ही पसंद करते हैं तो आपकी मेहनत भी बेकार गयी और घाटा हुआ वो अलग।

ऐसे में आपको वाकई में सुपारी का बिज़नेस शुरू करना है और उसे एक बड़े बिज़नेस के रूप में बदलना है तो आपको उसके तहत पूरी मार्केट रिसर्च करनी होगी। इसी मार्केट रिसर्च के बलबूते ही आप कुछ कर पाएंगे और सुपारी को एक सफल व्यापार में बदल पाएंगे।

सुपारी कहां से मिलेगी? (Supari kaha se milegi)

ऊपर हमने आपको बताया कि यदि आपको सुपारी का बिज़नेस करना है तो उसके लिए सुपारी की खरीदी करनी होगी या सुपारी की खेती भी करनी पड़ सकती है। तो यदि आपके पास खेती की भूमि है तो आप अवश्य ही उस भूमि पर सुपारी की खेती कर सकते हैं। वहीं यदि आप किसी सुपारी वाले किसान से उसे ख़रीदना चाहते हैं तो आप वह भी कर सकते (Supari keha se milti hai) हैं। तो यहाँ आपको बता दें कि देश में सुपारी का सबसे ज्यादा उत्पादन दक्षिण भारत के राज्यों में किया जाता है।

दक्षिण भारत में भी सबसे ज्यादा सुपारी का उत्पादन कर्नाटक व केरल जैसे राज्यों में होता है। ऐसे में सुपारी को खरीदने के लिए यदि आप इन राज्यों के किसानो से संपर्क करते हैं तो अवश्य ही यह आपको कम दाम में मिल जाएगी। यदि आपकी कहीं से अच्छी डील हो जाती है तो यह आपके सुपारी के बिज़नेस को बहुत आगे तक ले जाने में सक्षम होगा।

सुपारी बनाने की मशीन को लेना (Supari banane ki machine le)

अब जब आपने सुपारी को खरीदने की व्यवस्था कर ली है तो सुपारी को बनाने के लिए मशीन को खरीदने की जरुरत महसूस होगी। इसके लिए मशीन कोई ज्यादा मूल्य की नहीं आती है और आप उसे सही दाम पर खरीद सकते हैं। यह बस उस सुपारी को काटने के लिए ही इस्तेमाल में लायी जाती है जो कई तरह की होती है। कहने का अर्थ यह हुआ कि सुपारी को बनाने के लिए जो मशीन आती है वह फुल्ली आटोमेटिक से लेकर सेमी आटोमेटिक दोनों तरह की ही होती है।

अब यह आप पर निर्भर करेगा कि आप किस तरह की मशीन को सुपारी का बिज़नेस शुरू करने के लिए लेना चाहते हैं। हालाँकि सुपारी बनाने की मशीन को 2 हज़ार रुपए से लेकर 20 हज़ार रुपए तक में खरीदा जा सकता है। इसलिए आप पहले ही यह निर्णय ले लें कि आपके सुपारी के बिज़नेस के लिए कौन सी मशीन उचित रहने वाली है।

सुपारी की पैकिंग करना (Supari ki packing kaise kare)

अब जब आप सुपारी बनाने वाली मशीन से सुपारी का निर्माण कर लेंगे तो उसे बाजार में बेचने के लिए उसकी सही तरीके से पैकिंग की जानी भी बहुत जरुरी होती है। यहाँ हम आपको यह कहना चाह रहे हैं कि यदि आप चाहते हैं कि आपके द्वारा बनाई गयी सुपारी बाजार में धड़ल्ले से बिक जाए तो आपको उसके स्वाद के साथ साथ उसकी पैकिंग पर भी ध्यान देना होगा।

इसके लिए आपको पहले से ही बिक रही सुपारी कंपनियों की पैकिंग पर ध्यान देना होगा और उन्हें अच्छे से नोटिस करने के बाद ही अपनी सुपारी की पैकिंग करनी होगी। यदि आपने यह काम सही से कर लिया तो अवश्य ही बाजार में इसकी अच्छी वैल्यू बन जाएगी और लोग अपने आप ही आपकी सुपारी खरीद कर ले जाया करेंगे।

सुपारी के बिज़नेस की मार्केटिंग करना (Supari business marketing strategy in Hindi)

अब यदि आप सुपारी को अच्छे से बना भी लेंगे और उसकी सही से पैकिंग भी कर देंगे लेकिन यदि आपने उसकी सही से मार्केटिंग नहीं की तो फिर आपकी सुपारी अच्छी होते हुए भी उतनी नहीं बिक पायेगी जितना की आपने अनुमान लगाया होगा। वहीं यदि आप इसकी सही तरीके से मार्केटिंग कर देते हैं तो यह आपके अनुमान से भी अधिक बिक जाएगी।

इसके लिए आपको आज के समय के तरह तरह के मार्केटिंग टूल्स व प्रोमोशन के तरीकों की सहायता लेनी होगी और जिसमे सबसे कम खर्चा हो लेकिन लाभ ज्यादा, उसे ही चुनना चाहिए। ऐसे ही तरीकों की सहायता से आपके द्वारा बनाई जा रही सुपारी की मार्केटिंग हुआ करेगी और वह बिकती चली जाएगी।

सुपारी के बिज़नेस में होने वाली कमाई (Supari business profit in Hindi)

अब यदि हम सुपारी के बिज़नेस में होने वाली कमाई की बात करे तो वह पूर्ण रूप से आपके द्वारा किये गए निवेश, उसके द्वारा उत्पादित होने वाली सुपारी, उसके स्वाद और उसके बिकने की संख्या पर निर्भर करती है। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि कोई सुपारी कंपनी महीने का 10 हज़ार कमा रही होती है तो कोई सुपारी कंपनी एक दिन का ही 10 हज़ार तक कमा लेती है। तो यह पूर्ण रूप से आपके द्वारा बनाई जा रही सुपारी पर ही निर्भर करता है।

इसके अलावा आप किस तरह से या किस स्ट्रेटेजी के तहत अपनी बनाई सुपारी का प्रोमोशन करते हैं और बाजार में उसकी मार्केटिंग करते हैं, उस पर भी आपकी होने वाली कमाई निर्भर करती है। यदि आपने सही तरीके से मार्केटिंग पर काम कर लिया तो आपकी कमाई तीन गुणा तक बढ़ सकती है। इसलिए हम आपको यह बार बार कह रहे हैं कि आपको सुपारी के निर्माण व पैकिंग के साथ साथ उसके प्रोमोशन व मार्केटिंग पर भी उतना ही ध्यान केन्द्रित करना चाहिए।

सुपारी का बिज़नेस कैसे करें – Related FAQs

प्रश्न: कच्ची सुपारी का क्या रेट है?

उत्तर: कच्ची सुपारी का रेट वर्तमान समय में 500 रुपए प्रति किलो के हिसाब से है।

प्रश्न: क्या सुपारी व्यवसाय लाभदायक है?

उत्तर: हां, सुपारी का व्यवसाय बहुत ही ज्यादा लाभदायक व्यवसाय है।

प्रश्न: सुपारी की खेती कहाँ होती है?

उत्तर: सुपारी की खेती सबसे ज्यादा कर्नाटक राज्य में होती है।

प्रश्न: 1 एकड़ में कितने सुपारी लगाए जा सकते हैं?

उत्तर: 1 एकड़ में सुपारी के लगभग 500 से ज्यादा पौधे लगाए जा सकते हैं।

इस तरह से आज के इस लेख के माध्यम से आपने सुपारी का बिज़नेस करने के बारे में हरेक जानकारी को एकत्रित कर लिया है। आशा है कि जो जानकारी आप इस लेख के माध्यम से लेने आये थे, वह सब आपको मिल गयी होगी। फिर भी यदि कोई जानकारी रह गयी है तो आप नीचे कमेंट करके हमसे पूछ सकते हैं।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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