Tally accountant kaise bane, क्या आप टैली अकाउंटेंट बनना चाहते हैं और इसे लिए क्या किया जाए, इसके बारे में खोज रहे है। दोस्तों, अकाउंटेंट बनना तो बहुत आसान काम है लेकिन इसमें नौकरी पाना और अच्छे (Tally accounting kaise sikhe) पैसे कमाना मुश्किल। वह इसलिए क्योंकि बहुत से लोग इसे बहुत हलके में ले लेते है और फिर जब काम की बात आती है तो वे इसमें चूक जाते है।
यदि आप टैली अकाउंटेंट बनने का सोच रहे हैं और इसके बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं तो आज हम आपको टैली अकाउंटेंट कैसे बने, इसके लिए क्या क्या करना पड़ता है, इसमें क्या काम किया (Tally accounting kya hai in Hindi) जा सकता है, इसके लिए शुरू से ही क्या क्या कर देना शुरू कर देना चाहिए, इत्यादि सभी महत्वपूर्ण जानकारी (Tally accounting kaise kare) आज हम आपको देंगे।
टैली अकाउंटेंट कैसे बने? (Tally accountant kaise bane)
अब जब आप टैली अकाउंटेंट बनने के बारे में सोच रहे हैं तो आपका यह जानना आवश्यक हैं कि आखिरकार एक टैली अकाउंटेंट होता क्या है। यदि आपको टैली अकाउंटेंट के बारे में ही सही से नही पता होगा तो फिर आप कैसे ही यह काम कर पाएंगे और कैसे ही टैली अकाउंटेंट बन पाएंगे। इसलिए आइए सबसे पहले एक अकाउंटेंट क्या होता है, इसके बारे में जाने।
टैली अकाउंटेंट क्या होता है (Tally accounting kya hai)
सबसे पहले बात की जाए कि आखिरकार एक टैली अकाउंटेंट का मतलब क्या होता है। तो आज आप जान लीजिए कि जो भी बड़े व्यापारी है या कंपनी है, उनके यहाँ पर काम करने वाले सीए ही सभी काम व टैक्स का हिसाब किताब रखते है। अब वह पर रोजाना की जो गतिविधि हो रही है अर्थात जो लेनदेन या खर्चा हो रहा है उसे नोट करने वाले को ही अकाउंटेंट कहा जाता है।
कहने का मतलब यह हुआ कि एक अकाउंटेंट वह होता है (Tally accounting kya hota hai) जो किसी कंपनी या व्यक्ति के रोजाना के लेनदेन, खर्चा, लागत, कमाई, हानि इत्यादि का सब हिसाब किताब रखता है। यह आवश्यक नही कि वह किसी बड़ी कंपनी या व्यक्ति के नीचे ही काम करे, वह किसी सामान्य व्यापारी के यहाँ भी अकाउंटेंट का काम कर सकता है।
टैली अकाउंटेंट का हिंदी में मतलब (Tally accounting meaning in Hindi)
अब आपके मन में यह जानने की भी जिज्ञासा होगी कि आखिरकार एक टैली अकाउंटेंट का हिंदी में क्या मतलब होता है या उसे हिंदी में क्या कहते है। तो आज आप यह भी जान लीजिए कि एक अकाउंटेंट का हिंदी में मतलब लेखपाल या लेखागार होता है। सामान्य तौर पर इसे लेखपाल ही कहते है। वही यदि आम हिंदी भाषा में कहा जाए तो इसे मुनीम भी कहा जा सकता है।
जैसे पहले के ज़माने में हर व्यापारी के यहाँ एक मुनीम होता था (Tally accounting kya hai samjhaie) जो प्रतिदिन के लेनदेन का हिसाब कितव एक पुस्तक में लिखा करता था जिसे वह आठ भागो में विभाजित करता था। तो वही काम अब ऑनलाइन होने लगा है और उसी चीजों को ऑनलाइन लिखने वाले को अकाउंटेंट कहा जाने लगा है।
टैली अकाउंटेंट बनने के लिए योग्यता (Tally accounting ki visheshta)
अब जब आप टैली अकाउंटेंट बनने जा रहे हैं तो आपके अंदर कुछ योग्यताओं का होना भी आवश्यक हैं। यदि आपमें यह चीज़े नही हैं तो आप शायद ही टैली अकाउंटेंट बन (Tally accounting ki visheshta bataiye) पाएंगे। इसलिए आइए जाने टैली अकाउंटेंट बनने के लिए आपके अंदर किन योग्यताओं का होना आवश्यक हैं।
- इसके लिए तो सबसे पहले आपके पास कंप्यूटर का सामान्य ज्ञान होना चाहिए। यदि आपको कंप्यूटर ही सही से इस्तेमाल करना नही आयेगा तो फिर आप कैसे ही अकाउंटेंट का काम कर पाएंगे। अकाउंटेंट का सारा काम कंप्यूटर पर ही होता है। इसलिए टैली अकाउंटेंट बनने के लिए पाजले आपको कंप्यूटर चलाने पर पकड़ मजबूत करनी होगी।
- टैली अकाउंटेंट बनने के लिए आपके अंदर जो दूसरा कौशल चाहिए वह है गणित का अच्छा ज्ञान (Tally accounting ki visheshtayen)। दरअसल अकाउंटेंट के काम में दिनभर आपको संखाओं और उनके गुणा, भाग, जोड़, घटाना इत्यादि के कई सूत्रों पर काम करना होगा। ऐसे में यदि आपको गणित विषय या संखाओं पर पकड़ कमजोर हुई तो आप कभी भी एक सफल अकाउंटेंट नही बन पाएंगे। इसलिए सबसे पहले अपनी संख्या के गणित पर ध्यान दे।
- टाइपिंग स्पीड का होना भी सफल अकाउंटेंट बनने की दिशा में बढ़ाया गया एक कदम माना जाएगा। मान लीजिए कि आपकी गणित अच्छी हैं और आपको कंप्यूटर का भी सामान्य ज्ञान हैं लेकिन आप टाइप ही बहुत धीरे धीरे कर पाते हैं तो फिर इस ज्ञान का क्या ही लाभ। एक सफल टैली अकाउंटेंट का सबसे बड़ी पहचान यही होती हैं कि वह जल्दी जल्दी जितना टाइप हो सके वह करें।
- अब जो कौशल हम आपको बताने जा रहे हैं वह एक टैली अकाउंटेंट बनने के लिए बहुत ही बहुत ही ज्यादा आवश्यक कौशल है। दरअसल यदि आप टैली अकाउंटेंट बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपकी नज़र एकदम बारीक होनी चाहिए। यदि आप संखाओं को लिखते समय एक भी गलती कर देंगे तो इससे बहुत सा लेनदेन इधर का उधर हो सकता हैं और सब दोष आपके ऊपर आएगा। इसलिए एक अकाउंटेंट की नज़र एकदम बारीक होनी चाहिए और उसकी उँगलियों से कोई भी गलती ना होने पाए।
- यदि आपको टैली अकाउंटेंट बनना है तो इसका अर्थ यह नही कि आपको केवल टैली के सॉफ्टवेर की ही जानकारी हो। कई बार ऐसा होता है कि उस सॉफ्टवेर में कुछ क्गाराबी आ जाति है या फिर क्लाइंट की आवश्यकता के अनुसार आपको किसी अन्य सॉफ्टवेर पर काम करना पड़े। ऐसी स्थिति में यदि आपको टैली सॉफ्टवेर के अलावा किसी अन्य सॉफ्टवेर की जानकारी ही नही होगी तो फिर आप कैसे ही काम कर पाएंगे।
टैली अकाउंटेंट बनने के लिए क्या करे (How to become Tally accountant in Hindi)
अब जब आपने टैली अकाउंटेंट के बारे में इतना सब कुछ जान लिया हैं तो अवश्य ही आपके मन में टैली अकाउंटेंट कैसे बने और इसके लिए क्या क्या किया जाए, इत्यादि प्रश्न उमड़ रहे होंगे। यदि आप टैली अकाउंटेंट बनना चाहते हैं तो आपको इसके लिए तैयारी दसवीं के बाद से ही शुरू कर देनी होगी। आइए जाने टैली अकाउंटेंट बनने के लिए क्या किया जाए।
#1. दसवीं के बाद ले कॉमर्स
यदि आप टैली अकाउंटेंट बनने को लेकर सीरियस हैं तो आपको अपनी दसवीं कक्षा को पास करने के पश्चात 11वीं कक्षा में कॉमर्स विषय को चुनना होगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि दसवीं कक्षा के बाद आपको स्ट्रीम लेने का विकल्प होगा जिसमें आपके पास कई विकल्प होंगे जैसे कि मेडिकल, नॉन मेडिकल, कॉमर्स या आर्ट्स इत्यादि।
ऐसे में यदि आप टैली अकाउंटेंट बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपको 11 वीं कक्षा में कॉमर्स स्ट्रीम का चुनाव करना होगा। यदि आप कॉमर्स नही लेंगे तो फिर आप आगे अकाउंटेंट नही बन पाएंगे। इसमें आपको एकाउंट्स, मैनेजमेंट, टैली, कंप्यूटर इत्यादि के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी।
#2. ग्रेजुएशन में करें बी.कॉम
अब यदि आपने अपनी 11 वीं व बारहवीं कक्षा को कॉमर्स स्ट्रीम से पूरा कर लिया हैं तो टैली अकाउंटेंट बनने की दिशा में अगला पड़ाव होगा अपनी ग्रेजुएशन बी कॉम में करना। कहने का अर्थ यह हुआ कि बीकॉम करने वाले छात्र ही आगे चलकर टैली अकाउंटेंट में अपना भविष्य बना पाते हैं। इसलिए आप बारहवीं करते ही किसी अच्छे कॉलेज या यूनिवर्सिटी में बीकॉम में प्रवेश ले ले।
बीकॉम की फुल होगी बैचलर ऑफ कॉमर्स अर्थात कॉमर्स विषय में स्नातक। इसमें आपको अकाउंटेंट के कामव अन्य चीजों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। यह कोर्स करने में आपको 3 वर्ष का समय लगेगा और इसमें आपका खर्चा 10 हज़ार से लेकर 1 लाख तक आ सकता हैं। यह पूर्णतया आपके कोल्ल्गे के स्तर पर निर्भर करेगा। 3 वर्ष के बाद आपको बीकॉम की डिग्री मिल जाएगी।
#3. टैली सॉफ्टवेर सीखें
अब यदि आप टैली अकाउंटेंट में अपना करियर बनाने का सोच रहे हैं तो इसके लिए केवल आपका बीकॉम कर लेना ही काफी नही है। इसके लिए आपकी टैली सॉफ्टवेर में जानकारी होना भी आवश्यक है। इसलिए आप सबसे पहले अपने आप को टैली सॉफ्टवेर में मजबूत बनाए और उसमे अपनी पकड़ मजबूत करे।
टैली सॉफ्टवेर सीखने के लिए आपको अपने शहर में ही कई तरह के कोचिंग इंस्टिट्यूट व संस्थान मिल जाएंगे जहाँ से आप टैली सॉफ्टवेर के बारे में सबकुछ सीख सकते हैं। इसे सीखने में आपको 6 महीने से 1 वर्ष का समय लगेगा। इसके लिए आपको अलग से समय देने की आवश्यकता नही अर्थात इसे आप अपनी बीकॉम के साथ साथ भी कर सकते हैं।
टैली में कोर्स को पूरा करने के बाद आपको उसमे एक सर्टिफिकेट दिया जाएगा। इसी सर्टिफिकेट की सहायता से आपको कही पर भी अकाउंटेंट की नौकरी मिल सकती हैं। इसलिए टैली अकाउंटेंट बनने के लिए आपका टैली सॉफ्टवेर में सर्टिफिकेट होना बहुत आवश्यक हैं।
#4. अन्य अकाउंटेंट सॉफ्टवेर में भी पकड़ मजबूत करें
अब यदि आप टैली अकाउंटेंट बनने जा रहे हैं और आपकी अन्य सॉफ्टवेर में पकड़ मजबूत नही हैं या आपको उनके बारे में जानकारी तक नही हैं तो आपको क्या लगता हैं कि आपको कोई नौकरी पर रखेगा। इसे एक उदाहरण से समझिये, जब कोई सॉफ्टवेर इंजिनियर की नौकरी करता हैं तो उसकी नौकरी किसी स्पेसिफिक कोडिंग लैंग्वेज में ही लगती हैं लेकिन इसका अर्थ यह नही कि उसे अन्य कोडिंग लैंग्वेज के बारे में जानकारी ना हो।
उसी तरह यह नियम एक अकाउंटेंट पर भी लागू होता है। हालाँकि अकाउंटेंट की नौकरी करने में सबसे मुख्य सॉफ्टवेर टैली का ही होता हैं और इसी कारण एक अकाउंटेंट को टैली अकाउंटेंट बोल दिया जाता हैं लेकिन इसका अर्थ यह नही कि आप बाकि अकाउंटेंट के सॉफ्टवेर के बारे में कुछ भी ना सीखें। इसलिए अन्य अकाउंटेंट सॉफ्टवेर में भी अपनी पकड़ बनाए क्योंकि यह सब आपके लिए प्लस पॉइंट ही कहलायेंगे।
#5. अकाउंटेंट की इंटर्नशिप करे
अब यदि आप अकाउंटेंट बनने के लिए अपनी बीकॉम कर चुके हैं, टैली सॉफ्टवेर भी सीख चुके हैं और अन्य सॉफ्टवेर में भी अपनी पकड़ मजबूत बना चुके हैं तो भी आपको अकाउंटेंट की नौकरी पाने के लिए थोड़ी बहुत मेहनत और करने की आवश्यकता हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप यह सब करते ही यह मत सोचिये कि आपको कही अच्च्ची नौकरी मिल जाएगी।
दरअसल अकाउंटेंट का पद किसी भी कंपनी या व्यापारी के लिए एक बहुत बड़ा पद कहलाया जाता हैं। ऐसे में किसी भी अकाउंटेंट के द्वारा हुई थोड़ी सी भी चूक उस व्यक्ति या कंपनी को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसलिए यदि आप अपनी इंटर्नशिप भी कर लेंगे तो इससे आपको नौकरी देने वाले को यह विश्वास हो जाएगा कि आप उनके यहाँ सही से काम कर पाएंगे।
टैली अकाउंटेंट की नौकरी कैसे पाए (Tally accountant job in India)
अब जब आपने अकाउंटेंट बनने के लिए अपनी 3 वर्ष की बीकॉम पूरी कर ली हो, टैली सॉफ्टवेर में पकड़ मजबूत बना ली हो, किसी के यहाँ इंटर्नशिप भी कर ली हो तो बात करते हैं अकाउंटेंट की नौकरी पाने की। तो इसके लिए आपको अपना एक रिज्यूमे तैयार करना होगा। इस रिज्यूमे में (Tally accountant ki naukri) आपको अपनी बीकॉम की डिग्री, उसमे मिले प्रतिशत, टैली सॉफ्टवेर कहां से सीखा, इंटर्नशिप की जानकारी व हर किसी का सर्टिफिकेट भी साथ में लगाना होगा।
इस तरह से जब आपका सीवी तैयार हो जाए तो उसे आपको विभिन्न कंपनियों व व्यापारियों को भेजना होगा। आप चाहे तो अपना रिज्यूमे उक्त कंपनी या व्यापारी के पास जाकर दे सकते हैं या फिर इसे ऑनलाइन भी सॉफ्ट कॉपी के रूप में भेज सकते हैं। आप चाहे तो अकाउंटेंट की नौकरी के लिए ऑनलाइन जॉब पोर्टल जैसे कि नौकरी.कॉम, linkedin, freshers.com इत्यादि में देख सकते हैं और वहां से अकाउंटेंट की जॉब के लिए आवेदन कर सकते हैं।
जैसे ही किसी कंपनी या व्यापारी को आपका रिज्यूमे अच्छा लगा तो उसकी ओर से आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। यह इंटरव्यू ऑनलाइन, ऑफलाइन या फोन इत्यादि कैसे भी हो सकता हैं। यह पूर्णतया कंपनी के नियमो पर ही निर्भर करेगा। जब आप इंटरव्यू में सेलेक्ट हो जाएंगे तब आपसे आगे की जानकारी मांगी जाएगी।
इसमें आपके सभी डाक्यूमेंट्स का सत्यापन किया जाएगा। हो सका तो आपका टैली में एक छोटा सा टेस्ट भी लिया जा सकता हैं। यह देखने के लिए कि आप कितनी तेज गति से और बिना गलती किये टाइप कर सकते हैं और संख्याओं के साथ खेल सकते हैं। इन सभी में उत्तीर्ण हो जाने पर आपको उस कंपनी या व्यवसाय में नौकरी पर रख लिया जाएगा।
टैली अकाउंटेंट किसके नीचे काम करते हैं
अब आपका अगला प्रश्न होगा कि आपको अकाउंटेंट की नौकरी तो मिल जाएगी लेकिन आपको उस कंपनी या व्यवसाय में किसके नीचे काम करना होगा। तो आज आप जान ले कि एक अकाउंटेंट हमेशा किसी ना किसी सीए के नीचे ही काम करता हैं। सीए उस विषय में एक्सपर्ट होता हैं जो कंपनी का संपूर्ण ब्यौरा देखता हैं और अकाउंटेंट को निर्देश देता हैं।
कहने का अर्थ यह हुआ कि जैसे एक डॉक्टर किसी रोगी का ऑपरेशन करता हैं और दवाई लिखता हैं लेकिन उसके नीचे काम करने वाली नर्स अस्पताल के बाकि सब काम देखती हैं, ऑपरेशन की तैयारी करती हैं, डॉक्टर के दिए सब निर्देशों का पालन करती हैं इत्यादि। ठीक उसी तरह सीए ही उस कंपनी का करता धर्ता होता हैं और अकाउंटेंट उसका एक सहयोगी।
इसलिए आप चाहे किसी कंपनी में काम करे या किसी व्यवसाय में या किसी फर्म में या कही और, यदि आपकी नौकरी एक टैली अकाउंटेंट की हैं तो आप हमेशा किसी ना किसी सीए के नीचे रहकर ही काम करेंगे और वही सीए आपको विभिन्न दिशा निर्देश देगा।
टैली अकाउंटेंट का काम (Tally accountant work)
अब जब आपने अकाउंटेंट बनने के ऊपर इतना सब कुछ जान लिया हैं तो एक अकाउंटेंट का असलियत में काम क्या होता है, यह जानना भी आपके लिए आवश्यक हैं। यदि आपको अकाउंटेंट का सही से काम ही नही पता होगा तो फिर आप करेंगे ही क्या और कमाएंगे ही क्या।
तो आज आप जान ले कि एक अकाउंटेंट का काम (Tally accountant ka kam) केवल प्रतिदिन का लेखा जोगा रखना हो नही होता बल्कि और भी कई तरह के काम होते हैं। अब प्रतिदिन का लेखा जोगा तो एक अकाउंटेंट रखता ही हैं और यही इसका मुख्य काम हैं लेकिन एक अकाउंटेंट के अन्य काम में उनका ब्यौरा बनाना, रिपोर्ट तैयार करना, सभी को मैनेज करना, डाटा निकालना, प्रिंट करना, ख़राब चीज़ को निकालना, सही चीज़ को जोड़ना, टैक्स को देखना इत्यादि भी आते हैं।
एक तरह से सीए जो काम करता हैं, उसमे उसका सहयोग एक अकाउंटेंट ही करता हैं। यदि हम अकाउंटेंट को मिनी सीए कहे तो कोई अतिश्योक्ति नही होगी। सीए अपना कोई भी काम अकाउंटेंट से करवा सकता हैं लेकिन आखिर में वह एक सीए की आँखों के द्वारा ही परखा जाएगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि रोगी की सर्जरी तो डॉक्टर ही करेगा लेकिन वह अपने अन्य कोई भी काम नर्स से करवा सकता हैं।
टैली अकाउंटेंट की सैलरी (Tally accountant salary)
अब आखिर में सबसे महत्वपूर्ण बात जो इस लेख को पढ़ने वाले हर व्यक्ति के दिमाग में होगा और उसके बारे में जानना भी चाहता होगा। वह हैं कि आखिरकार एक टैली अकाउंटेंट कम कितना लेता हैं। दरअसल यह हम टैली अकाउंटेंट की सैलरी की बात करे तो यह कोई फिक्स नही हैं और एक टैली अकाउंटेंट कितना भी कम सकता हैं।
हालाँकि यदि हम एक सामान्य टैली अकाउंटेंट के वेतन (Tally accountant ki salary) की बात करे तो यह 10 हज़ार से लेकर 20 हज़ार तक हो सकता हैं। यदि वह किसी अच्छे कॉलेज से पढ़ा हैं और उसकी किसी ऐसी कंपनी में नौकरी लगे जो बहुत बड़ी हो तो उसे 25 हज़ार तक भी मिल सकते हैं। फिर उसके बाद समय व अनुभव के अनुसार एक टैली अकाउंटेंट की सैलरी में वृद्धि देखने को मिलती हैं।
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टैली अकाउंटेंट कैसे बने – Related FAQs
प्रश्न: एकाउंटिंग का काम क्या होता है?
उत्तर: एकाउंटिंग के काम में व्यक्ति को किसी क्प्म्पन्य का संपूर्ण लेनदेन, खर्चों, लाभ, व्यय इत्यादि का लेखा जोगा रखना होता है।
प्रश्न: टैली की सैलरी कितनी होती है?
उत्तर: टैली की सैलरी 10 हज़ार से लेकर 20 हज़ार तक हो सकती है।
प्रश्न: टैली करने के बाद क्या करें?
उत्तर: टैली करने के बाद आप किसी कंपनी या फर्म में अकाउंटेंट की नौकरी पाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
प्रश्न: टैली करने से कौन सी जॉब मिलती है?
उत्तर: टैली करने से अकाउंटेंट की जॉब मिलती है जो आप बैंकिंग, रियल एस्टेट, फर्म इत्यादि कही भी कर सकते हैं।
प्रश्न: टैली कितने महीने का कोर्स होता है?
उत्तर: टैली 6 महीने का कोर्स होता है। हालाँकि कुछ लोग इसे 3 महीने में तो कुछ इसे 1 वर्ष में करते हैं।
तो आज आपने जाना कि एक टैली अकाउंटेंट होता क्या है, उसका काम क्या क्या होता है, वह कौन कौन बन सकता है, टैली अकाउंटेंट बनने के लिए क्या क्या करना पड़ता है (Tally accountant kaise bante hain), टैली अकाउंटेंट बनने के बाद कहां नौकरी लगती है, टैली अकाउंटेंट की सैलरी कितनी होती है इत्यादि।