|| टीचर कैसे बने? | Teacher kaise bane | Teacher banne ke liye kya kare | Teacher banne ke liye kya karna padega | Teacher banne ka process | Private teacher kaise ban sakte hai | Sarkari teacher kaise bane | Private teacher kaise bane ||
Teacher kaise bane :- किसी भी देश के भविष्य के निर्माण की भूमिका मुख्य तौर पर वहां के टीचर के पास ही होती (Teacher banne ke liye kya kre) है। अब वह टीचर चाहे छोटी कक्षाओं को पढ़ाने वाला हो या फिर बड़ी कक्षाओं को, सभी की भूमिका समान रूप से ही महत्वपूर्ण व जरुरी होती है। हमारे देश में छोटे व बड़े लाखों विद्यालय हैं और उनमे लाखों टीचर बच्चों को पढ़ाने का काम कर रहे हैं। इनमे से कोई प्राइमरी टीचर कहलाता है तो कोई सेकेंडरी तो कोई कुछ।
तो यदि आप भी आगे चल कर टीचर बनना चाहते हैं और इसके लिए क्या किया जाए और क्या नहीं, इसके बारे में जानने को इच्छुक हैं तो आज के इस लेख में हम आपसे इसी विषय पर ही बातचीत करने वाले (Teacher kaise bane in Hindi) हैं। आज का यह लेख पढ़ कर आपको यह भलीभांति आईडिया हो जाएगा कि किस प्रक्रिया के तहत आप भारत देश में टीचर की नौकरी कर सकते हैं।
टीचर कैसे बने? (Teacher kaise bane)
टीचर बनने के लिए कई तरह के पड़ावों से हो कर गुजरना होता है क्योंकि एक टीचर के ऊपर कई बच्चों का भविष्य दाव पर लगा होता है। साथ ही इस देश में आधे सरकारी टीचर हैं तो आधे प्राइवेट टीचर। तो यह भी आपको देखना होगा कि आप किस तरह के टीचर और किस विषय के टीचर बनना चाहते (Teacher banne ke liye kya karna padega) हैं। साथ ही इसमें आपको किस कक्षा का टीचर बनना है, यह भी पहले से ही सोचना होगा।
तो टीचर बनने के लिए आपको कई पहलुओं को ध्यान में रख कर चलना होगा ताकि आप उसी के अनुसार ही अपनी आगे की प्लानिंग कर (Teacher kaise ban sakte hai) सके। तो अब हम आपके साथ इस लेख के माध्यम से एक एक चीज़ के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे ताकि आपको टीचर बनने की पूरी प्रक्रिया अच्छे से समझ में आ जाए।
टीचर बनने के लिए क्या करें? (Teacher banne ke liye kya kare)
अब टीचर तो उसे भी कहते हैं जो हमें स्कूल में विज्ञान पढ़ा रहा होता है और उसे भी कहते हैं जो हमें डांस सिखा रहा होता है। साथ ही टीचर तो वह भी होता है जो पहली कक्षा के बच्चों को पढ़ा रहा है तो टीचर तो वह भी होता है जो बारहवीं कक्षा के बच्चों को पढ़ा रहा (Teacher banne ke liye kya karna padega) है। तो इस तरह से टीचर की व्याख्या बहुत बड़ी होती है और यदि आप टीचर बनना ही चाहते हैं तो पहले आपको इनका चुनाव करना होगा।
यहाँ हम यह कहना चाह रहे हैं कि यदि आप अपना लक्ष्य पहले ही निर्धारित कर लेंगे और उसको पाने के लिए आगे बढ़ेंगे तो अवश्य ही उसे प्राप्त कर लेंगे। तो यहाँ हम एक एक करके आपके सामने चार पॉइंट्स रखेंगे और उसके द्वारा आपको टीचर बनने की दिशा में उचित मार्गदर्शन देंगे। हर पॉइंट में से आपको एक विकल्प का चुनाव करना होगा जो टीचर बनने की दशा व दिशा को निर्धारित करेगा।
टीचर बनने का सोच रहे हैं तो उसमे सबसे पहले तो आपको अपने क्षेत्र या फील्ड का चुनाव करना होगा। अब इसका अनुमान तो आपको ऊपर का लेख पढ़ कर ही लग गया होगा कि किसी भी विषय पर ज्ञान देने वाले को टीचर कहा जाता है। अब वह एक डांस टीचर भी हो सकता है तो योग का टीचर भी और स्कूल में पढ़ाने वाला कंप्यूटर, फिजिक्स या फिजिकल एजुकेशन का टीचर।
तो लोगों या बच्चों को पढ़ाने की बहुत सारी चीज़ें होती है और उन्हें सिखाने वाले को टीचर कहा जाता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि टीचर की परिभाषा ही किसी भी विषय में दूसरे को कुछ सिखाने की होती है। तो आपको अपनी रुचि के अनुसार किसी एक क्षेत्र या फील्ड को टीचर बनने के लिए चुनना होता है। उसके बाद ही आप आगे का सोचें।
कुछ लोग सोच रहे होंगे कि फील्ड तथा विषय को हमने अलग अलग क्यों रखा है। तो हम यह बता दें कि यह दोनों अलग अलग ही होते हैं या फिर यूँ कहें कि विषय क्षेत्र का एक हिस्सा होता है। मान लीजिए आपने डांस टीचर बनने का निश्चय किया लेकिन उसमे भी तो कई तरह के विषय होते हैं जैसे कि कोई वेस्टर्न डांस टीचर होता है तो कोई ट्रेडिशनल डांस टीचर तो किसी को किसी डांस में महारत हासिल होती है।
ठीक उसी तरह स्कूल में कोई गणित का टीचर है तो कोई हिंदी विषय का तो कोई विज्ञान का। तो यह बहुत जरुरी हो जाता है कि आप अपना लक्ष्य निर्धारित करने के लिए अपने क्षेत्र का चुनाव करने के बाद उस क्षेत्र के किसी विषय को भी चुन लें ताकि आप अपना परिश्रम एक निर्धारित जगह पर लगा सकें। यह टीचर बनने के मार्ग को आसान बना देगा।
क्लास के आधार पर टीचर की केटेगरी
अब जब आपने अपने विषय को भी सोच लिया है तो बारी आती है टीचर की केटेगरी जानने की और वो भी उसकी क्लास के अनुसार। कुछ लोग एक से अधिक क्लास को सिखाने में भी महारत हासिल रखते हैं लेकिन यदि आप स्कूल में पढ़ाने जा रहे हैं और वो भी निर्धारित विषय पर तो आपको अवश्य ही केटेगरी में बांटा जाएगा। यह केटेगरी प्राइमरी, सेकेंडरी व हायर सेकेंडरी टीचर के रूप में होती है।
तो जो प्राइमरी टीचर होता है वह कक्षा एक से पांचवीं तक के छात्रों को पढ़ाता है, सेकेंडरी टीचर छठी से आठवीं तक के बच्चों को पढ़ाता है तो वहीं हायर सेकेंडरी टीचर नौवी से बारहवीं तक के छात्रों को पढ़ाता है। इसी तरह कई अन्य फील्ड के क्षेत्रों में भी उम्र या प्रशिक्षण के अनुसार केटेगरी हो सकती है जिसको आपको पहले ही सोच लेना चाहिए।
सरकारी टीचर या प्राइवेट टीचर
टीचर बनने के लिए अंतिम चयन के रूप में आपको सरकारी व प्राइवेट टीचर में से किसी एक केटेगरी को चुनना होगा। अब आप यह मत सोचिये कि सरकारी का मतलब केवल स्कूल ही होता है। सरकार के द्वारा जो भी खेल अकादमियां या संस्थान बनाए गए हैं, वहां पर उन विषयों के बारे में ज्ञान देने या शिक्षा देने के लिए सरकारी टीचर को ही भर्ती किया जाता है जैसे कि बैडमिंटन, संगीत, वाद्य यंत्र इत्यादि।
उसी तरह ही प्राइवेट स्कूल व संस्थाएं भी होती हैं जहाँ बच्चों को शिक्षा देने का काम किया जाता है। इसलिए आपको इसमें से किसी एक का चयन करना होगा और उसी के अनुसार ही अपनी आगे की पढ़ाई करनी होगी। जहाँ सरकारी चयन की प्रक्रिया थोड़ी कठिन होती है तो वहीं प्राइवेट में आपको जल्दी नौकरी मिल जाती ही।
टीचर कैसे बनते हैं? (Teacher kaise bante hai)
अभी तक आपने टीचर बनने के लिए की जा सकने वाली तैयारियां जान ली है तो अब बारी आती है टीचर बनने की प्रक्रिया को जानने की। तो इसे हम मुख्य रूप से तीन भागो में बाँट सकते हैं, जो है:
- सरकारी टीचर
- प्राइवेट टीचर
- अन्य टीचर
तो इसमें जो सरकारी या प्राइवेट टीचर की बात हो रही है वह स्कूल के विषय में बात हो रही है जबकि अन्य टीचर में वे सभी टीचर आ जाते हैं जो स्कूल में ना पढ़ा कर किसी संस्था, सेंटर या प्राइवेट रूप से पढ़ाते हैं। तो अब हम आपको तीनों तरह के टीचर बनने की प्रक्रिया के बारे में एक एक करके समझाने वाले हैं।
सरकारी टीचर कैसे बने? (Govt teacher kaise bane)
अब यदि आप सरकारी टीचर बनने को इच्छुक हैं जो सभी टीचर बनने वालों का एक सपना होता है तो उसकी प्रक्रिया को पहले ही जान लिया जाए तो बेहतर रहता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि सरकारी टीचर को कई तरह की चीज़ों को ध्यान में रखते हुए ही आगे बढ़ना होता (Sarkari teacher kaise bane) है। यदि उनमे किसी भी तरह की चूक हो जाती है तो इसका मतलब हुआ कि वह सरकारी टीचर नहीं बन पाएगा। तो आइए जाने सरकारी टीचर बनने के लिए आपको क्या कुछ करना होगा।
- सरकारी टीचर बनने की प्रक्रिया के तहत सबसे पहले तो आपको अपनी दसवीं कक्षा को पास कर 11 वीं कक्षा में आर्ट्स विषय या स्ट्रीम का चुनाव करना होता है। हालाँकि यदि आप किसी अन्य स्ट्रीम से भी अपनी 11 वीं व 12 वीं कक्षा की पढ़ाई कर लेंगे तो चलेगा लेकिन यदि आप सरकारी टीचर बनने को लेकर गंभीर हैं तो आपको 11 वीं व 12 वीं कक्षा को आर्ट्स विषय में ही पढ़ना चाहिए।
- अब जब आप 12 वीं कक्षा को पास कर लेते हैं तो आपको बीए या बीकॉम जैसे विषयों में अपनी ग्रेजुएशन पूरी करनी चाहिए जिसे करने में कुल 3 वर्षों का समय लगता (Govt teacher banne ke bare mein jankari) है। हालाँकि आप इनके अलावा भी कुछ अन्य विषयों में ग्रेजुएशन की डिग्री ले सकते हैं लेकिन उसके लिए बीए की डिग्री को सबसे सही माना जाता है।
- तो अब जब आप बीए की डिग्री ले लेते हैं तो उसके बाद आपको बीएड की डिग्री लेनी होगी है। सरकारी टीचर या किसी अन्य स्कूल का टीचर बनने के लिए भी बीएड की डिग्री बहुत महत्ता रखती है। यह कुल 2 वर्ष की डिग्री होती है जो टीचर बनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
- हालाँकि जब आप बीए का चुनाव कर रहे होंगे तब आप बीए व बीएड दोनों की डिग्री को एक साथ भी कर सकते हैं और यह दोनों मिलाकर ही 4 वर्ष में हो जाएगी। इस तरह से आपके लिए एक वर्ष की बचत भी हो जाएगी।
- अब जब आपकी बीएड भी पूरी हो जाए तो उसके बाद आप केंद्र व राज्य सरकार के द्वारा आयोजित करवाई जाने वाली टीचर भर्ती की परीक्षा में बैठ सकते हैं जिसे TET या CTET की परीक्षा कहा जाता है।
- अब इसमें TET की फुल फॉर्म टीचर एलेजिबिलिटी टेस्ट होता है तो वहीं CTET में उसके आगे सेंटर और जुड़ जाता है अर्थात केंद्रीय। तो इस परीक्षा को पास करने के बाद आपको सरकारी टीचर बनने के लिए इंटरव्यू को पास करना होता है।
- जब आप सरकारी टीचर के इंटरव्यू को भी पास कर लेते हैं तो समझ जाइये कि आपको राज्य के किसी भी स्कूल में सरकारी टीचर के पद पर नियुक्त कर दिया जाएगा।
इस तरह से आप देश के किसी भी राज्य के सरकारी स्कूल में टीचर बन सकते (Govt teacher banne ke liye qualifications) हैं। इस बात का ध्यान रखें कि TET एग्जाम के जरिये आपकी जिस भी राज्य में सरकारी टीचर के रूप में नियुक्ति होती है तो आप केवल उसी राज्य के ही टीचर रहते हैं। वह इसलिए क्योंकि हर राज्य के सरकारी टीचर अलग अलग होते हैं। वहीं यदि आप केंद्रीय स्कूल के लिए सरकारी टीचर बनने के लिए CTET की परीक्षा देते हैं तो आपको देश में कहीं भी सरकारी टीचर के रूप में नियुक्त किया जा सकता है।
प्राइवेट टीचर कैसे बने (Private teacher kaise bane)
अब यदि आप प्राइवेट टीचर बनने को इच्छुक हैं तो उसकी आधी प्रक्रिया तो सरकारी टीचर बनने के जैसी ही है। जिस प्रकार आपको सरकारी टीचर बनने के लिए पहले बारहवीं तक की पढ़ाई करनी पड़ी और उसके बाद बीए की डिग्री लेकर बीएड करनी पड़ी, ठीक उसी प्रकार आपको प्राइवेट टीचर बनने के लिए भी इसी तरह की प्रक्रिया का पालन करना (Private teacher banne ke liye kya karna padega) होगा। यह सब करने के बाद आपको बस सरकारी टीचर की तरह TET या CTET की परीक्षा में नहीं बैठना होगा।
प्राइवेट टीचर बनने के लिए आपको किसी भी विषय में बीएड को करने के बाद सीधे प्राइवेट स्कूल में नौकरी करने के लिए आवेदन देना होगा। वहां पर आपका टेस्ट लिया जाएगा या सीधे इंटरव्यू भी लिया जा सकता (Private teacher banne ke liye kya kare) है। एक तरह से यह प्रक्रिया हर स्कूल के अनुसार भिन्न भिन्न हो सकती है जिसका पालन आपको करना होगा। साथ ही यह जरुरी नहीं कि आपको प्राइवेट स्कूल में टीचर बनने के लिए बीएड की ही डिग्री करनी पड़े।
आप चाहे तो बीएससी या इससे संबंधित कोई अन्य डिग्री करके भी प्राइवेट टीचर बन सकते हैं। साथ ही यदि आप अन्य किसी क्षेत्र में भी डिग्री लिए हुए हैं तो भी आप प्राइवेट स्कूल में छोटी कक्षा के बच्चों के टीचर तो बन ही सकते (Private teacher kaise ban sakte hai) हैं। एक तरह से कहा जाए तो प्राइवेट स्कूल में टीचर बनने के मापदंड भिन्न भिन्न हो सकते हैं लेकिन यदि आपने बीएड की हुई है तो वहां आपको प्राथमिकता अवश्य दी जाएगी।
अन्य टीचर बनने की प्रक्रिया (Teacher banne ka process)
अब यदि आप ना ही सरकारी टीचर बनना चाहते हैं और ना ही प्राइवेट टीचर। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप किसी स्कूल में नहीं पढ़ाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको आगे मेहनत करनी होगी। इसके लिए आपके पास सभी तरह के विकल्प खुले हुए होते हैं और आप किस क्षेत्र में टीचर बनना चाहते हैं, उसी के अनुसार ही उनकी प्रक्रिया होती है। साथ ही इसमें यह जरुरी नहीं होता है कि आपके पास किसी स्कूल या कॉलेज की डिग्री हो या आपने ग्रेजुएशन की हुई हो या ऐसा ही कुछ।
यह पूर्ण रूप से आपके द्वारा टीचर बनने के लिए चुने गए क्षेत्र पर ही निर्भर करने वाला है। उदाहरण के तौर पर यदि आप म्यूजिक टीचर बनना चाहते हैं तो उसके लिए बीएड की डिग्री का क्या काम। उसके लिए तो आपको म्यूजिक सीखना होगा या फिर डांस टीचर बनने के लिए तो आपको डांस में पारंगत होना होगा। तो बस वैसे ही जिस भी क्षेत्र में आप टीचर बनना चाहते हैं तो आपको उसी क्षेत्र में अपनी कला को सुधारना होगा और उसमे पूर्ण रूप से पारंगत होना होगा।
टीचर कैसे बने – Related FAQs
प्रश्न: गवर्नमेंट टीचर बनने के लिए क्या करना चाहिए?
उत्तर: गवर्नमेंट टीचर बनने के लिए सबसे पहले तो अपनी बीएड पूरी करनी चाहिए और उसके बाद TET की परीक्षा में बैठना चाहिए।
प्रश्न: टीचर बनने के लिए उम्र क्या होनी चाहिए?
उत्तर: टीचर बनने के लिए आपका कम से कम 21 वर्ष की आयु का होना चाहिए।
प्रश्न: 12वीं पास करने के बाद टीचर बनने के लिए क्या करना चाहिए?
प्रश्न: 12वीं पास करने के बाद टीचर बनने के लिए क्या करना चाहिए?
प्रश्न: टीचर के लिए कौन सी डिग्री बेस्ट है?
उत्तर: टीचर के लिए बीएड की डिग्री बेस्ट है।
इस तरह से आज के इस लेख के माध्यम से आपने टीचर बनने की पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी ले ली है। आपने यह जाना कि यदि आप टीचर बनने को इच्छुक हैं तो उसमे किस किस तरह के प्रकार होते हैं और उसके लिए किस तरह की प्रक्रिया का पालन करते हुए आप आगे बढ़ सकते हैं।