तेजस ट्रेन और टैक्सी क्या है? तेजस एक्सप्रेस ट्रेन की खास सुविधाएं | पूरी जानकारी

रेल को हमारे भारतीय जीवन की life line कहा जाता है। ऐसा शायद ही कोई व्यक्ति हो, जिसने बचपन से लेकर आज तक कभी छुक छुक रेलगाड़ी का सफर न किया हो। और friends हिंदी फिल्मों की बात तो छोड़ ही दीजिए, जिनमें ‘द बर्निंग ट्रेन’ से लेकर ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ जैसी सैकड़ों फिल्मों में एक हीरो जैसी भूमिका हमारे देश की ट्रेन की भी रही। ऐसे में जब देश में हाई स्पीड ट्रेन की बात छिड़ी तो लोगों में उसके रूप स्वरूप को लेकर बहुत उत्सुकता थी। ऐसे में तेजस ट्रेन आई और चर्चा में रही।

यह बात अलग है कि देश के एक बड़े वर्ग के लिए उसमें सफल सपना ही है। तेजस फिर चर्चा के दायरे में है। देश के हाल ही में पेश बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण ने तेजस जैसी और ट्रेनें चलाने का वादा देश की जनता से किया है।

अलबत्ता, आम आदमी के लिए ट्रेन क्या सहूलियत लेकर आएगी, इस बजट में उसका कोई जिक्र नहीं। दोस्तों,क्या आप जानते हैं कि तेजस ट्रेन की खासियत क्या है? यह किस वर्ग की है? इसका संचालन रेलवे कर रहा है यह निजी हाथों में है? दोस्तों, ऐसे ढेरों सवाल हैं, जिसका जवाब हम इस post के माध्यम से आपको देने की कोशिश करेंगे-

तेजस ट्रेन क्या है?

तेजस ट्रेन और टैक्सी क्या है? तेजस एक्सप्रेस ट्रेन की खास सुविधाएं | पूरी जानकारी

तेजस ट्रेन देश की पहली सेमी high speed और पूरी तरह से air conditioned ट्रेन है। इसमें दरवाजे automatically खुलते हैं। इसके साथ ही कई on board सुविधाएं दी गई हैं। स्पीड को देखते हुए ही इसका नाम तेजस रखा गया है। यह भारत में चलने वाली अन्य high speed की ट्रेनों जैसे राजधानी एक्सप्रेस, गतिमान एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस, वंदे मातरम एक्सप्रेस और दुरंतो एक्सप्रेस की category की ट्रेन है। जिसे premium train का दर्जा हासिल है।

ट्रेन का नाम तेजस ट्रेन क्यों रखा गया?

जैसा कि आप जानते हैं तेजस का एक अर्थ होता है मेधावी और एक होता है तीव्र यानी तेज। इसकी तेज गति यानी high speed होने की वजह से ही इस ट्रेन को तेजस का नाम दिया गया है। यह ट्रेन लोगों की इच्छा, आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। हर कोई एक बार तो तेजस में सफर करने का इच्छुक है ही ताकि देख सके कि आखिर इस ट्रेन में क्या क्या खास है, जो दूसरी ट्रेनों के लिए अभी एक सपना ही है।

तेजस की speed क्या है?

इस ट्रेन का डिजाइन 200 किलोमीटर प्रति घंटा दौड़ने के लायक बनाया गया है। यानी 120 मील प्रति घंटा। लेकिन ट्रेन को इजाजत केवल 130 किलोमीटर प्रतिघंटा यानी 81 मील प्रति घंटा चलाए जाने की भी दी गई है। इससे ज्यादा speed से तेज ट्रेन दौड़ाने पर अन्य सभी ट्रेनों के लिए निर्धारित प्रावधान की ही तरह इस पर भी जुर्माना का प्रावधान किया गया है।

कब चली पहली तेजस ट्रेन?

देश में पहली तेजस ट्रेन आज से करीब तीन साल पहले 24 मई, 2017 को दौड़ी। यह छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस मुंबई से शुरू होकर करमाली गोवा तक चलाई गई। अब आएं speed पर। इस ट्रेन की speed पर सभी की निगाहें जमी हुई थीं। ट्रेन ने किसी को निराश नहीं किया। इसने 552 किलोमीटर की दूरी साढ़े आठ घंटे में cover कर ली।

कब चली दूसरी तेजस ट्रेन?

पिछले ही साल एक मार्च, 2019 को देश की दूसरी तेजस एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह ट्रेन चेन्नई और मदुरै के बीच चलाई गई। दोनों स्टेशनों के बीच कुल 497 किलोमीटर की दूरी थी, जिसे इस ट्रेन ने कुल साढ़े छह घंटे में तय कर लिया। ट्रेन ने एकदम right perform किया।

अभी कितनी दौड़ रही, कब चलेंगी और तेजस?

यदि आज की बात करें तो अभी देश में लखनऊ- नई दिल्ली और मुंबई-अहमदाबाद रूट पर यह ट्रेन दौड़ रही है। हालांकि चार साल पहले यानी सन् 2016 में घोषित की गई नई दिल्ली-चंडीगढ़ के बीच ट्रेन जल्द दौड़ने की संभावना है। इसके अलावा मुंबई-सूरत के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस भी अभी होल्ड पर है। लेकिन उम्मीद है कि यह तमाम ट्रेन जो पहले से प्लान हैं, जल्दी ही ट्रैक पर दौड़ती नजर आएंगी।

कब निजी हाथों में गया तेजस का संचालन?

आपको बता दें कि नई दिल्ली से लखनऊ के बीच चलने वाली तेजस, जो चार अक्तूबर को उद्घाटित की गई, ऐसी पहली ट्रेन है, जिसका संचालन निजी हाथों में चला गया है। जी हां साथियों, इसका संचालन हमेशा की तरह रेलवे नहीं, बल्कि आईआरसीटीसी कर रही है। इसी 17 जनवरी को शुरू की गई अहमदाबाद-मुंबई तेजस एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन भी प्राइवेट हाथों में ही सौंपा गया है।

इससे भले ही व्यवस्था में सुधार की बात कही जा रही हो, लेकिन ऐसे लोगों की भी कमी नहीं, जो रेलवे के निजीकरण को लेकर सरकार पर निशाना साध रहे हैं। इनमें रेलवे के ही संगठन सबसे आगे हैं। वह इसमें कर्मचारियों का अहित देख रहे हैं।

कहां से बने हैं तेजस के कोच?

पहली तेजस के कोच रेल कोच फैक्ट्री, कपूरथला में बने हैं, जबकि दूसरी तेजस के कोच इंटीग्रल कोच फैक्ट्री चेन्नई में। ट्रेन के कोच को तेजस की खासियत देखते हुए साधारण कोच से अलग लुक दिया गया है।

कितने यात्री कर सकते हैं इसमें सफर?

आपको बता दें कि इस ट्रेन में 14 नान एक्जीक्यूटिव चेयर कार हैं, जिन पर कुल 72 मुसाफिर सफर कर सकते हैं। इनमें एलईडी लाइट, डेस्टिनेशनल डिस्प्ले बोर्ड की सुविधा मुहैया कराई गई है। इसके अलावा ट्रेन में दो एक्जीक्यूटिव चेयर कार हैं, जिन पर कुल 56 यात्री सफर कर सकते हैं। हालांकि, लोगों की चाहत है कि यह सीमा कोच के साथ और बढ़ाई जाए।

क्या क्या हैं तेजस की सुविधाएं?

तो आइए दोस्तों, अब हम आपको बताएंगे कि देश की तीव्र गति से चलने वाली रेलगाड़ी तेजस ट्रेन में आखिर आपको ऐसी कौन-कौन सी सुविधाएं मिलती हैं, जिस वजह से कोई भी थोड़ा बहुत ऊपर नीचे करके कम से कम एक बार तेजस का टिकट बुक कराने के लिए उद्यत हो जाता है। इसमें एडडजेस्टेबल हेड रेस्ट, आर्म सपोर्ट, लेग सपोर्ट, (हालांकि लेग सपोर्ट नान एक्जीक्यूटिव में उपलब्ध नहीं है) की सुविधा दी गई है।

इसकी सीटों को ईको लेदर से रि डिजाइंड किया गया है। जिससे बैठकर सफर आसान हो जाता है। शौच सुविधा पर आएं तो बायो वैक्यूम टायलेट, वाटर लेवल इंडिकेटर, टॉप सेंसर, टायलेट सोप डिस्पेंसर, टच लेस वाटरटैप, ओडोर कंट्रोल सिस्टम, आक्यूपेंसी इंडिकेटर, हैंड ड्रायर आदि से बहुत राहत होती है। वरना सामान्य ट्रेन में तो शौचालय में डिब्बा जंजीर से बांधने की नौबत रहती है कि कहीं कोई चुरा न ले जाए।

इसके अलावा ट्रेन में इंटिग्रेटेड ब्रेल डिस्प्ले, फोन सॉकेट के साथ हर यात्री के लिए अलग एलईडी टीवी, स्थानीय खाना, सेलिब्रिटी शेफ, वाई-फाई, चाय और काफी वेंडिंग मशीन, मैगजीन, स्नैक टेबल, सीसीटीवी कैमरा, फायर एंड स्मोक डिटेक्शन, सप्रेशन सिस्टम आदि इसे अन्य ट्रेनों से एकदम अलग category में ला खड़ा करता है। और दोस्तों, यह भी जान लीजिए कि इसमें दी जाने वाली सुविधाओं की वजह से ही शताब्दी से इसका किराया 20-30 फीसदी ज्यादा है।

तेजस टैक्सी क्या है?

और साथियों हम आपको यह भी बताएं कि इस तेजस ट्रेन में आपको सिर्फ तेजस ट्रेन का ही मजा नहीं मिलेगा, बल्कि इसके यात्री होने के नाते आप तेजस टैक्सी का भी मजा उठा सकेंगे हालांकि अभी इस विधा को शुरू होने में थोड़ी देर है लेकिन रेलवेज पर काम कर रहा है और जैसा कि आप जानते हैं कि यह ट्रेन का संचालन रेलवे के हाथ से निकल निकल कर आईआरसीटीसी के पास है जो कि एक प्राइवेट कंपनी है बहुत जल्दी आप स्टेशन से घर घर से स्टेशन तेजस टैक्सी के जरिए जा सकेंगे।

ट्रेन में सफर करने वाले मुसाफिरों को न केवल ट्रेन बल्कि ट्रेन से बाहर भी सुविधा देने की तैयारी की जा रही है। यह सुविधा होगी तेजस टैक्सी की। सुविधा यह देने की कोशिश की जा रही है कि मुसाफिरों के लिए होटल में रहने के लिए बुकिंग कराने के साथ ही तेजस टैक्सी के जरिये उन्हें स्टेशन से घर और घर से स्टेशन लाने ले जाने की भी सुविधा मुहैया कराई जाए।

और कौन सी सुविधाओं की है तैयारी?

टैक्सी के अलावा वह सामान लाने, ले जाने के साथ ही खाना भी आन लाइन आर्डर कर सकेंगे। लेकिन यह केवल दिल्ली लखनऊ और मुंबई अहमदाबाद तेजस एक्सप्रेस ट्रेन से यात्रा करने वाले मुसाफिरों के लिए ही संभव होगा। भारतीय रेलवे इस दिशा में निजी स्टेक होल्डर्स की सेवाएं लेने की दिशा में काम कर रही है। यह सुविधा वह घर से स्टेशन और स्टेशन से घर के लिए उठा सकेंगे। एंटरटेनमेंट, व्हील चेयर, फूड डिलीवरी पर भी वह काम कर रही है।

क्या तेजस ट्रेन में कोटा चलता है?

जैसे कि हम साफ कर चुके हैं कि यह ट्रेन गरीबों के लिए नहीं है। यह ट्रेन सुविधा भोगी वर्क के लिए है। और यह भी आपको बता दें कि इसमें किसी भी तरह का कोटा काम नहीं करता है। मसलन senior citizens, दिव्यांग, players जैसा कोई कोटा इसमें यात्रा के दौरान नहीं चलता। हालत तो यह है कि कई लोग तो मानते हैं कि इस ट्रेन से जाने से बेहतर है कि आप अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचने के लिए हवाई सेवाएं ले लें। कम से कम बहुत जल्दी तो अपने गंतव्य तक पहुंच पाएंगे।

तेजस ट्रेन से जुड़े कुछ प्रश्न उत्तर

तेजस ट्रेन का मालिक कौन है?

तेजस ट्रेन का कोई एक व्यक्ति मालिक नही है, बल्कि यह भारतीय रेलवे ही है। हालांकि भारतीय रेलवे ने IRCTC को ट्रेन टिकट, किचेन को यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए किराए पर दिया हुआ हैं।

तेजस ट्रेन क्या है?

तेजस एक भारतीय रेलवे की ट्रेन है, जिसमे यात्रियों की सुविधा के लिए अन्य ट्रेनों की अपेक्षा काफ़ी अच्छी विशेषताओं को जोड़ा गया हैं। जैसे कि तेजस ट्रेन Air Comditioned है, इसके दरवाजे ऑटोमेटिक ओपन होते हैं।

तेजस ट्रैन का नाम तेजस क्यो रखा गया है?

दोस्तो तेजस ट्रैन का तेजस ट्रैन की स्पीड को ध्यान में रखते हुए रखा गया हैं। अगर इसकी स्पीड के बारे में बात करे तो वर्तमान समय मे इस ट्रेन को 130 प्रति किलोमीटर घंटा की स्पीड से दौड़ाया जा सकता है।

तेजस ट्रेन की सुविधाएं कौन-कौन सी है?

अगर तेजस ट्रेन की सुविधाओं की बात करें तो इसमें यात्रियों के लिए वाईफाई, प्रत्येक सीट पर एलसीडी स्क्रीन, हर डिब्बे में चाय व कॉफी की बिल्डिंग मशीन आदि जैसी सुविधा मौजूद है।

इसके अलावा किसी दूसरे विषय पर अगर आप जानकारी लेना चाहते हैं तो भी आप नीचे लिखे कमेंट बॉक्स में उस विषय का नाम लिखकर हमें भेज सकते हैं। हम उस विषय पर आपको पूरी जानकारी देने की पूरी पूरी कोशिश करेंगे। इसके अलावा अगर कोई सुझाव आपके मन में चल रहा है तो भी आप उसे हमसे साझा कर सकते हैं। उसके लिए भी तरीका यही रहेगा कि आपको यहां नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में कमेंट करना होगा। उस सुझाव पर भी अमल की हमारी पूरी पूरी कोशिश रहेगी। इस post पर आपकी प्रतिक्रिया का हमें इंतजार रहेगा। ।धन्यवाद।।

तो साथियों, यह थी तेजस ट्रेन के बारे में वह सारी जानकारी, जो कि आप जानना चाहेंगे। उम्मीद है आपको हमारी ओर से दी गई यह जानकारी पसंद आई होगी। जैसे जैसे और तेजस ट्रेन चलेंगी हम उनके बारे में भी आपको जानकारी मुहैया कराएंगे। इसके बावजूद अगर आपके दिल ओ दिमाग में अभी भी इस विषय को लेकर कोई शक या शुबहा है तो आप नीचे लिखे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके अपनी बात हम तक भेज सकते हैं। हम आपके उस शुबहे को दूर करने की पूरी -पूरी कोशिश करेंगे।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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