टेलीकॉलिंग क्या है? | टेलीकॉलिंग के फायदे, नुकसान व इस्तेमाल | Telecalling kya hai

Telecalling kya hai: आपको आपके फोन पर ना जाने दिन में कितने ही कॉल आते होंगे। अब इनमें से कुछ कॉल आपको अपनी जानकारी या परिवारवालों के आते होंगे अर्थात जिन्हें आप जानते हैं या जिनके नंबर आपके मोबाइल में सेव हैं। वहीं कुछ जरुरी कॉल आपको अपने काम से भी आते होंगे लेकिन कुछ कॉल ऐसे होते होंगे जो आपको किसी कंपनी, उद्योग, संस्था या बैंक इत्यादि से आते होंगे। वे आपको अपने उत्पाद या सेवाओं की जनकारी देते होंगे। 

आज के समय में इस तरह के कॉल या लोगों के साथ संपर्क करने के माध्यम बहुत ज्यादा बढ़ गए (Telecalling in Hindi) हैं। इसके जरिये कंपनियां अपने उत्पाद या सेवाओं का प्रोमोशन करती है और लोगों के बीच जाकर उसका प्रचार करके अपनी आय बढाती है। इसे हम एक तरह से टेलीकॉलिंग कह सकते हैं और जो यह करता है, उसे टेलीकॉलर कहा जाता है। लाखों लोगों के द्वारा आज के समय में टेलीकॉलर की नौकरी की जा रही है जिसका आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है।

इसलिए आज हम आपके साथ टेलीकॉलिंग क्या होती है और यह किस तरह से काम करती है, इसके बारे में बात करने (Telecalling meaning in Hindi) वाले हैं। इस लेख को पढ़कर आपको टेलीकॉलिंग क्या है, यह किन किन क्षेत्रों में होती है, किस कारण से होती है, इसके क्या लाभ हैं, इत्यादि के बारे में शुरू से लेकर अंत तक हरेक जानकारी मिल जाएगी। आइये जाने टेलीकॉलिंग व टेलीकॉलर के बारे में विस्तार से।

टेलीकॉलिंग क्या है? (Telecalling kya hai)

सबसे पहले तो हम इस टेलीकॉलिंग के बारे में जान लेते हैं। तो टेलीकॉलिंग एक ऐसी प्रक्रिया होती है जिसमें कंपनियों के द्वारा एक कॉल सेंटर सेटअप किया जाता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि इसके लिए कोई कंपनी या संस्था या अन्य किसी भी व्यक्ति के द्वारा अपने किसी भी काम को करने के लिए या उत्पाद या सेवा का प्रचार करने के लिए लोगों के साथ संपर्क करना होता है या उनसे जानकरी लेनी होती है। इसके लिए वे लोग कुछ लोगों को नौकरी पर रखकर उन्हें लोगों को कॉल करने को कहते हैं और उनसे संपर्क साधते हैं।

Telecalling kya hai

अब जो लोग कॉल करते हैं, उन्हें ही टेलीकॉलर कहा जाता (Telecalling meaning in Hindi) है। उन्हें दिए गए नंबर पर कॉल करके लोगों के साथ सही रूप में बात करनी होती है। यदि उन्हें कुछ पूछना है तो वे उन लोगों से पूछते हैं और यदि उन्हें कोई जानकारी देनी है तो वे लोगों को उस उत्पाद या सेवा या इवेंट के बारे में जानकारी देते हैं। यह कॉल किसी भी तरह के लिए और किसी भी उद्देश्य की पूर्ति के लिए किया जा सकता है। साथ ही यह कॉल किसी भी व्यक्ति को कभी भी किया जा सकता है।

सीधे शब्दों में कहा जाए तो जब किसी कंपनी या व्यक्ति के द्वारा दूसरे लोगों को किसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए कॉल किया जाता है, जो उसकी जान पहचान के या परिवारवाले या मित्र नहीं होते (Telecalling kya hai in Hindi) हैं तो उसे टेलीकॉलिंग कहा जाता है। अब यदि आप ही अपने रिश्तेदारों और मित्रों से कुछ जानकारी प्राप्त करने के लिउए उन्हें कॉल करते हैं तो संभवतया वह टेलीकॉलिंग नहीं है लेकिन यदि आप अनजान व्यक्तियों से किसी जानकारी को लेने या उन्हें जानकारी देने के लिए कॉल करते हैं तो उसे टेलीकॉलिंग कहा जाता है।

टेलीकॉलिंग में क्या होता है? (Telecalling kya hota hai)

अब बहुत लोग सोच रहे होंगे कि जब किसी को कॉल किया जाता है तो इस दौरान होता क्या है अर्थात टेलीकॉलिंग में होता क्या है। ऐसे में आज हम आपको बता दे कि टेलीकॉलिंग में मुख्यतया दो तरह की चीज़े हो सकती है। इसमें या तो सामने वाला व्यक्ति आपको कुछ जानकरी दे रहा होता है तो वही वह आपसे कुछ जानकारी ले भी सकता है।

बहुत लोगों को लगता है कि जो लोग केवल प्रोमोशन करने के लिए ही कॉल करते (Telecalling kya hota hai) हैं, उन्हें ही टेलीकॉलिंग कहा जाता है लेकिन ऐसा नहीं है। आइये टेलीकॉलिंग में होने वाली दोनों तरह की चीज़ों के बारे में जान लेते हैं।

सूचना देना

टेलीकॉलिंग का मुख्य उद्देश्य तो लोगों को सूचना देने से होता है। अब यदि किसी कंपनी के द्वारा अपना उत्पाद या सेवा लॉन्च की गयी है या फिर उसे पहले के ही किसी उत्पाद या सेवा के लिए ग्राहकों की स्नाख्या को बढ़ाना है तो उसके लिए वह टेलीकॉलिंग का सहारा लेती है। इसके माध्यम से वह संभावित ग्राहकों की एक सूची बनाती है और उन्हें कॉल करके अपने उत्पाद व सेवाओं के बारे में उन्हें सूचित करने का काम करती है।

सूचना प्राप्त करना

ठीक इसी तरह कंपनियों या स्नास्थाओं के द्वारा केवल कुछ बेचने के लिए या सूचना देने के लिए ही टेलीकॉलिंग नहीं की जाती है बल्कि उनसे कुछ सूचना प्राप्त करने के लिए भी टेलीकॉलिंग की जाती है। अब मन लीजिये कि किसी कंपनी को अपने उत्पाद में परिवर्तन करना है या नया उत्पाद बनाना है लेकिन उस एपहले वह संभावित ग्राहकों या अभी के ग्राहकों से कुछ जानकारी लेना चाहती है जिससे वह बेहतर उत्पाद बना सके, तो इसे सूचना लेने वाली श्रेणी में रखा जाएगा।

टेलीकॉलिंग क्यों की जाती है? (Telecalling job me kya hota hai)

ऊपर आपने जाना कि सामान्य तौर पर टेलीकॉलिंग को सूचना देने या लेने के लिए किया जाता है लेकिन यह किन किन चीज़ों के लिए की जाती है या फिर टेलीकॉलिंग किस किस चीज़ से संबंधित हो सकती है। ऐसे में अब हम आपके सामने टेलीकॉलिंग का संबंध किन किन क्षेत्रों से होता है, उसके बारे में जानकारी रखने जा रहे हैं।

दरअसल आज की दुनिया के हिसाब से तो टेलीकॉलिंग का संबंध किसी भी चीज़ से हो सकता (Telecalling me kya hota hai) है और इसकी कोई सीमा नहीं है लेकिन फिर भी हम पांच मुख्य जिन चीज़ों के लिए टेलीकॉलिंग की जाती है, उन्हें आपके सामने रखने जा रहे हैं।

उत्पाद

सबसे ज्यादा टेलीकॉलिंग जिस चीज़ के लिए की जाती है, वह है कंपनी के द्वारा अपने उत्पाद को बेचना, प्रोमोशन किया जाना या उसके बारे में जानकारी लिया जाना। अब यदि किसी कंपनी को अपना उत्पाद बेचना है तो उसके लिए वह संभावित ग्राहकों को टेलीकॉलिंग करती है और उस उत्पाद के गुणों और लाभ के बारे में बताती है। इससे कंपनी को ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों तक पहुँच बनाने में मदद मिलती है।

इसी तरह कंपनियों के द्वारा उन ग्राहकों को भी टेलीकॉलिंग की जाती है जो उनके बनाये उत्पाद को खरीद चुके हैं ताकि वह उनसे उत्पाद का रिव्यु ले सके। यह काम कंपनी अपने उत्पाद के बारे में सही रिव्यु लेने के लिए करती है ताकि वह भविष्य की तैयारी कर सके। इस तरह से कंपनियों के द्वारा उत्पाद के लिए सूचना देने और सूचना लेने दोनों का ही काम किया जाता है।

सेवा

आज के समय में जिस चीज़ के लिए टेलीकॉलिंग का उपयोग बहुत ज्यादा बढ़ गया है, वह है सेवा अर्थात सर्विस के बारे में लोगों को जानकारी देने के लिए। इसमें सूचना देने और लेने का काम अक्सर एक साथ ही होता है क्योंकि कंपनियों के द्वारा अपनी सर्विस के बारे में सूचना देकर फिर ग्राहक से सूचना लेने का काम किया जाता है।

कहने का अर्थ यह हुआ कि मान लीजिये कि किसी बैंक ने लोन देने के लिए एक नयी योजना या स्कीम का शुभारंभ किया है। तो अब वह बैंक टेलीकॉलिंग के माध्यम से उन लोगों को कॉल करता है जिन्हें लोन की आवश्यकता है। अब टेलीकॉलर के द्वारा पहले तो उस व्यक्ति को लोन की सभी जानकारियां दी जाती है और फिर यदि उसे लोन चहिये तो उसकी सबा जानकारी ली जाती है। ऐसे ही काम काम टेलीकॉलिंग के माध्यम से सर्विसेज के प्रोमोशन के लिए की जाती है।

सरकारी

आप सोचते होंगे कि टेलीकॉलिंग क काम केवल निजी कंपनियां या उद्योग ही करते हैं लेकिन ऐसा नहीं है। भारत सरकार सहित राज्य सरकार भी टेलीकॉलिंग का उपयोग कई चीज़ों के लिए करती है। आज के समय में केंद्र व राज्य स्तर पर कई तरह की योजनाएं व जागरूकता कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। ऐसे में सरकार लोगों को मैसेज या अधिसूचना के माध्यम से तो सूचित करने का काम करती ही है लेकिन साथ के साथ टेलीकॉलिंग का भी सहारा लेती है।

ऐसे में लोगों को सरकारी योजनाओं, इवेंट, इत्यादि के बारे में सूचित करने के लिए टेलीकॉलिंग का ही सहारा लिया जाता है। इसके लिए बड़े पैमाने पर लोगों को काम पर रखा जाता है और उन्हें लोगों को कॉल करने के लिए कहा जाता है।

सर्वे

अक्सर आप समाचार चैनल में देखते होंगे कि इतने लोग ऐसा सोचते हैं तो कुछ लोग वैसा सोचते हैं। इतने ;लोग इसे प्रधानमंत्री बनते हुए देखना चाहते हैं तो इतने लोग इसे। इसी तरह के सर्वे केवल समचल चैनल के द्वारा ही नहीं किये जाते हैं बल्कि अलग अलग कंपनियों, फर्म इत्यादि के द्वारा किये जाते रहते हैं। यह सर्वे राजनीति से लेकर धर्म, उत्पाद, सेवा, पसंद ना पसंद इत्यादि किसी भी चीज़ को लेकर हो सकते हैं।

तो टेलीकॉलिंग का उपयोग सर्वे के लिए भी बहुत किया जा रहा है। इसके माध्यम से लोगों से केवल सूचना लेने का ही काम हॉट है, ना कि उन्हें सूचना देने का। आपको भी कई लोगों के कॉल आये होंगे जो आपसे तरह तरह के प्रश्न पूछते होंगे।

इवेंट

जैस कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि आज के समय में तरह तरह की कंपनियों के द्वारा लोगों से जुड़ने के लिए तरह तरह के कार्यक्रम अर्थात इवेंट का आयोजन किया जा रहा है। इसके लिए भारत देश के अलग अलगस शहरों से लेकर गाँव तक में इन्हें आयिजित किया जाता है। भारत सरकार सहित राज्य सरकार भी समय समय पर कार्यक्रम करती रहती है।

तो इन इवेंट के बरे में लोगों को सूचित करने, उन्हें आमंत्रित करने या उनसे जानकारी लेने या उन्हें फॉर्म फिल करवाने इत्यादि के लिए भी टेलीकॉलिंग भरपूर मात्रा में की जाती है। इसके माध्यम से ही उस इवेंट को सफल बनाया जाता है। इस तरह से किसी इवेंट या कार्यक्रम के लिए टेलीकॉलिंग बहुत ही सहायक होती है।

टेलीकॉलिंग के फायदे (Telecalling benefits in Hindi)

अब आपको यह भी जान लेना चाहिए कि आखिरकार लोगों के द्वारा टेलीकॉलिंग क्यों की जाती है और इससे उन्हें क्या कुछ फायदे होते हैं। अब ऊपर आपने पढ़ा कि टेलीकॉलिंग किस किस चीज़ के लिए की जाती है, तो अवश्य ही इसे पढ़कर आपको यह तो पता चल गया (Telecalling ke fayde) होगा कि टेलीकॉलिंग के क्या कुछ फायदे हो सकते हैं। फिर भी हम आपके सामने टेलीकॉलिंग के कुछ प्रमुख लाभों को रखने जा रहे हैं।

  • टेलीकॉलिंग के मध्यम से किसी कंपनी को कम समय में ग्राहकों तक पहुँच बनाने का जरिया मिल जाता है। पहले के समय में कंपनियों को लोगों के घरों तक जाना पड़ता था लेकिन टेलीकॉलिंग के माध्यम से उन्हें कॉल किया जा सकता है।
  • कंपनियों के द्वारा प्रचार प्रसार के लिए मैसेज, होअर्डिंग या बैनर इत्यादि का भी उपयोग किया जाता है लेकिन इसमें एक सीमित जानकारी ही दी जा सकती है। जबकि टेलीकॉलिंग के माध्यम से उन्हें अधिक जानकारी उपलब्ध करवायी जा सकती है।
  • जिस चीज़ के लिए कॉल किया जा रहा है और ग्राहक के उससे संबंधित कोई प्रश्न है तो वह टेलीकॉलर से उसके बारे में उसी समय पूछ सकता है।
  • टेलीकॉलिंग के माध्यम से लीड जलती मिलती है और जिन्हें कॉल किया जा रहा है, वह भी जल्दी ही ग्राहक बन जाते हैं। हालाँकि इसके लिए सही टेलीकॉलर को रखा जाना बहुत ही आवश्यक माना जाता है।
  • कंपनियों के द्वारा ज्यादातर उन्हें ही कॉल किया जाता है जो उनके बनाये उत्पाद या सेवा में रुचि रखने वाले होंगे। कहने का अर्थ यह हुआ कि सही कंपनियां व्यर्थ में कॉल करने की बजाये सही और संभावित ग्राहकों को ही कॉल करती है।

इस तरह से टेलीकॉलिंग के एक नहीं बल्कि कई फायदे देखने को मिलते हैं जो हर कंपनी और उसके काम के अनुसार भिन्न भिन्न हो सकते हैं। अब यह तो उस कंपनी पर ही निर्भर करता है कि वह किस काम के लिए लोगों को टेलीकॉलिंग कर रही है और उससे उसे क्या कुछ लाभ मिलने वाला है।

टेलीकॉलिंग के नुकसान (Telecalling ke nuksan)

अब टेलीकॉलिंग को करने के लाभ होते हैं तो वहीं कुछ नुकसान भी देखने को मिलते हैं। हालाँकि यह नुकसान टेलीकॉलिंग करने वाले को नहीं बल्कि उसका कॉल पाने वाले को देखने को मिलते हैं। कुछ नुकसान टेलीकॉलिंग करने वाले को भी हो सकता है लेकिन अधिकतर नुकसान टेलीकॉलिंग का कॉल पाने वाले व्यक्ति को ही होता है। आइये जाने इसके दुष्प्रभाव या टेलीकॉलिंग से होने वाले नुकसान के बारे में।

अनुचित समय

आज के समय में यह बहुत देखने में आ रहा है कि कंपनियों के द्वारा ग्राहकों को अनुचित समय पर टेलीकॉलिंग की जा रही है। जैसे कि उन्हें सुबह जल्दी कॉल करना या दोपहर के समय कॉल करना या फिर दिन छिपने के बाद कॉल करना इत्यादि। अब कुछ लोग उस समय सो रहे होते हैं या मीटिंग में होते हैं या अन्य जरुरी काम कर रहे होते हैं तो वे इस टेलीकॉलिंग से बहुत परेशान हो जाते हैं।

बार बार कॉल

बहुत बार यह देखने में भी आ रहा है कि कंपनियों के द्वारा एक ही व्यक्ति को बार बार कॉल करके परेशान किया जा रहा है। अब यदि उस व्यक्ति ने किसी काम के लिए एक बार मना कर दिया है तो भी उसे फिर से कॉल किया जाता है। वहीं यदि वह उस नंबर को ब्लॉक कर देता है तो उसे दूसरे नंबर से कॉल करके परेशान किया जाता है। यह समस्या आज के समय में बहुत ज्यादा बड़ी बन गयी है जिसकी शिकायत भारत सरकार को भी की जा रही है।

बिना किसी काम के

यह भी आज के समय में टेलीकॉलिंग की एक बहुत बड़ी समस्या है। दरअसल इसमें आपको ऐसी जगह से कॉल आ रहे हैं, जहाँ आपने अपना नंबर दिया ही नहीं था या उसके लिए पंजीकरण ही नहीं करवाया था। यह मूलतः आपका डाटा बेचे जाने के कारण हो रहा है जहाँ एक कंपनी दूसरी कंपनियों को पैसों के बदले में आपका डाटा बेच देती है। फिर वह दूसरी कंपनी अपने उत्पाद या सेवा का प्रोमोशन करने के लिए आपको टेलीकॉलिंग करके परेशान करती है।

टेलीकॉलिंग का गलत इस्तेमाल (Telecalling misuse in Hindi)

टेलीकॉलिंग के माध्यम से केवल सही कॉल ही नहीं आते हैं बल्कि आज की आधुनिक और डिजिटल दुनिया में इसके माध्यम से बहुत से स्पैम कॉल या धोखाधड़ी करने वाले कॉल्स भी आ रहे हैं। आप अक्सर न्यूज़ में देखते होंगे कि किसी व्यक्ति को फोन पर इतने पैसों का चूना लग गया तो किसी का पूरा बैंक खाता ही खाली हो गया। स्पैम कॉल करने वाले इसके लिए तरह तरह के हथकंडे अपना रहे हैं और भोले भाले लोगों को टेलीकॉलिंग के माध्यम से अपने जाल में फंसा रहे हैं।

दरअसल आपको वे लोग किसी बैंक का आदमी या सरकार या पुलिस बनकर कॉल करते हैं और आपसे संवेदनशील जानकारी निकलवाने का प्रयास करते हैं। इसके माध्यम से उनकी पहुँच आपके बैंक खाते तक हो जाती है और वहां से वे सारा का सारा पैसा उड़ा लेते हैं। ऐसे में हम आपको यही परामर्श देंगे कि आपको मोबाइल पर किसी का भी कॉल आये और चाहे वह अपना परिचय कुछ भी बनकर क्यों ना दे रहा हो, आप अपनी निजी जानकारी और मुख्य तौर पर बैंक की जानकारी और OTP उसके साथ बिल्कुल भी सांझा नहीं करें।

टेलीकॉलिंग क्या है – Related FAQs

प्रश्न: टेलीकॉलर जॉब का मतलब क्या होता है?

उत्तर: टेलीकॉलर की जॉब का मतलब एक ऐसी जॉब से होता है जहाँ आप ग्राहकों को या संभावित ग्राहकों को फोन करते हैं और उन्हें कंपनी के उत्पाद, सेवाएं या इवेंट की जानकारी उपलब्ध करवाते हैं।

प्रश्न: टेलीकॉलर के लिए योग्यता क्या है?

उत्तर: टेलीकॉलर बनने के लिए मुख्य योग्यता में आपकी भाषा पर पकड़ मजबूत होनी आवश्यक है। इसी के साथ ही आपको धैर्य रखना आना चाहिए और सुनने का कौशल होना चाहिए।

प्रश्न: क्या टेलीकॉलर एक अच्छी नौकरी है?

उत्तर: बहुत लोग सोचते हैं कि टेलीकॉलर की नौकरी अच्छी नौकरी नहीं है लेकिन यह पूरी तरह से उस पर निर्भर करता है कि आप किस कंपनी के लिए टेलीकॉलर की नौकरी लेने जा रहे हैं।

प्रश्न: टेलीकॉलर के लिए कौन कौन से कौशल चाहिए?

उत्तर: टेलीकॉलर की नौकरी पाने के लिए जो तीन कौशल मुख्य रूप से चाहिए होते हैं, वह है भाषा पर अच्छी पकड़ होना, बात को जल्दी समझने का कौशल और धैर्य से बात करने का हुनर।

तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने जाना कि टेलीकॉलिंग क्या है। साथ ही हमने टेलीकॉलिंग से संबंधित अन्य जानकारी भी इस लेख के माध्यम से दी है जैसे कि टेलीकॉलिंग कैसे की जाती है इसके फायदे और नुकसान क्या हैं और टेलीकॉलिंग का गलत इस्तेमाल कैसे होता है इत्यादि। आशा है कि जो जानकारी लेने आप इस लेख पर आए थे वह आपको मिल गई होगी। फिर भी यदि कोई प्रश्न आपके मन में शेष है तो आप हम से नीचे कॉमेंट करके पूछ सकते हैं।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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