टीजीटी क्या है? टीजीटी कैसे बने? योग्यता, सैलरी व फुल फॉर्म

TGT kya hai, क्या आप भारत सरकार के द्वारा चलाये जा रहे सरकारी स्कूल में सरकारी अध्यापक बनकर अपना भविष्य उज्जवल बनाना चाहते हैं? बहुत (TGT kya hota hai) से लोगों की यह आशा होती हैं कि वे सरकारी शिक्षक की नौकरी करें। ऐसा इसलिए क्योंकि एक तो इससे आप समाज की नयी पीढ़ी को तैयार करते हैं और दूसरा यह एक (Trained graduate teacher in Hindi) बहुत ही आरामदायक नौकरी है।

इसलिए यदि आप टीजीटी के बारे में विस्तार से जानने को इच्छुक हैं या फिर टीजीटी क्या होती है और इसे कैसे पास किया जाता है इत्यादि के बारे में जानना चाह रहे हैं। तो आज के (TGT kya hoti hai) इस लेख में आपको टीजीटी टीचर बनने के ऊपर संपूर्ण जानकारी शुरू से अंत तक जानने को मिलेगी। आइए जाने टीजीटी टीचर बनने के लिए क्या किया जाए।

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टीजीटी क्या है (TGT kya hai)

अब जब आप टीजीटी बनने के लिए आगे बढ़ना चाहते हैं तो आपका यह भी जानना आवश्यक हैं कि आखिरकार एक टीजीटी होता क्या है या फिर इसमें क्या बना जाता है। दरअसल स्कूल में बच्चों को उनकी कक्षा में पढ़ाने वाले अध्यापकों (TGT kya h) को उनकी कक्षा के वर्ग के अनुसार अलग अलग क्षेरनी में बांटा जाता है। इसी के अनुसार एक टीचर की भर्ती की जाती हैं और उसे केवल उस कक्षा वर्ग के छात्रों को पढ़ाना होता है।

टीजीटी क्या है टीजीटी कैसे बने योग्यता सैलरी व फुल फॉर्म

ऐसे में जो सरकारी शिक्षक किसी भी सरकारी स्कूल में कक्षा 6 से कक्षा 10 तक के छात्रों को पढ़ा सकता है उसे टीजीटी टीचर कहा जाता है। एक तरह से यह छात्र कक्षा छठी से कक्षा दसवीं तक के छात्रों को किसी विषय में पढ़ाने के लिए उत्तरदायी होता है। इसी के तहत सरकार टीजीटी टीचर की भर्ती उक्त सरकारी (TGT kya hi) विद्यालय में करती है।

टीजीटी की फुल फॉर्म (TGT full form in Hindi)

अब जब आप टीजीटी टीचर बनना चाह रहे हैं तो आपके मन में यह भी शंका होगी कि आखिरकार टीजीटी का पूरा नाम क्या है या इसकी फुल फॉर्म क्या है। तो आज हम आपको बता दे कि टीजीटी का पूरा नाम ट्रेन्ड ग्रेजुएट टीचर (Trained Graduate Teacher) होता है। यदि टीजीटी के हिंदी नाम की बात की जाए तो उसे हिंदी में प्रशिक्षत स्नातक शिक्षक कहा जा सकता है।

एक तरह से वह शिक्षक (Trained graduate teacher meaning in Hindi) जो दसवीं तक की कक्षा के छात्रों को पढ़ाने के लिए पूरी तरह से प्रशिक्षित हो और उन्हें अच्छे तरह से पढ़ा सके तो उसे प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक या अध्यापक कहा जाएगा।

टीजीटी के लिए योग्यता (TGT ke liye yogyata)

अब जब आप टीजीटी टीचर के बारे में जान गए तो आपको यह भी जानना होगा कि टीजीटी टीचर या शिक्षक बनने के लिए आपको क्या क्या करना पड़ेगा। तो आइए जाने कि टीजीटी टीचर की पोस्ट पर सिलेक्शन के (TGT kya hai in Hindi) लिए आपके अंदर क्या क्या योग्यताएं होना आवश्यक हैं।

#1. बारहवीं करें आर्ट्स स्ट्रीम में पास

चूँकि टीजीटी टीचर को दसवीं तक की कक्षा के छात्रों को ही पढ़ाना होता हैं तो ऐसे में आपका दसवीं के बाद आर्ट्स स्ट्रीम में पढ़ना आवश्यक हो जाता है। हालाँकि आप दसवीं के बाद मेडिकल, नॉन मेडिकल या कॉमर्स स्ट्रीम का भी चुनाव कर सकते हैं लेकिन यह टीजीटी (TGT ke liye qualification) बनने की दिशा में टीजीटी शिक्षक बनने की दिशा में एक सही कदम नही माना जाएगा।

दरअसल आर्ट्स स्ट्रीम में आपको उन विषयों के बारे में प्रमुखता से पढ़ाया जाएगा जो आपको दसवीं तक के छात्रों को पढ़ाने होते हैं। ऐसे में यदि आप अपना बेस शुरू से ही मजबूत नही रखेंगे तो फिर कैसे ही आगे बढ़ पाएंगे। इसलिए दसवीं कक्षा के बाद आर्ट्स विषय का चुनाव करें और बारहवीं कक्षा में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक लेकर आये।

#2. अपनी स्नातक की डिग्री ले

अब जब आप टीजीटी टीचर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं तो आपको बारहवीं अच्छे अंक से पास करने के पश्चात किसी विषय में स्नातक की डिग्री लेनी होगी। इसके लिए पहले आपको अपने पढ़ाने के विषय को चुनना होगा। आप चाहे तो इसके लिए कुछ समय तक मंथन करे और सोचे कि आप किस विषय में सबसे अच्छा (TGT kya hota hai in Hindi) पढ़ा सकते हैं या कौन सा विषय आपको सबसे ज्यादा पसंद हैं।

अब जब आप वह विषय चुन ले तो आपको उक्त विषय में अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री करनी होगी। इसे बीए या बीएससी की डिग्री के नाम से जाना जाएगा। इसे करने में आपको कुल 3 वर्ष का समय लगेगा। 3 वर्ष के पश्चात आपको बीए या बीएससी की डिग्री मिल जाएगी। इस डिग्री में भी आप अच्छे अंक लेकर आएंगे तो यह आपके आगे बढ़ने में बहुत सहायता करेगा।

#3. बीएड करें पूरी

अब जब आप सरकारी शिक्षक बनना चाहते हैं फिर चाहे वह ट्रेन्ड ग्रेजुएट टीचर हो या कुछ अन्य पद, इसके लिए आपको बीएड की डिग्री अनिवार्य रूप से लेनी होगी। बिना बीएड की डिग्री के बाप सरकार शिक्षक नही बन सकते हैं। इसलिए आपको ग्रेजुएशन करने के बाद संबंधित विषय में बीएड की डिग्री भी लेनी होगी।

बीएड आप किसी भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी से कर सकते हैं। इसकी फीस भी ज्यादा (TGT ke liye qualification in Hindi) नही होती हैं और साथ ही बीएड करने में आपको 2 वर्ष का समय अंतराल लगेगा। ऐसे में पहले संबंधित विषय में अपनी बीएड की डिग्री ले और उसके बाद ही टीजीटी के लिए आवेदन करें।

#4. हिंदी व अंग्रेजी की जानकारी

यदि आप टीजीटी टीचर बनने के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आपकी अंग्रेजी या हिंदी विषय में से किसी एक विषय पर पकड़ मजबूत होनी चाहिए। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपको किसी भी सरकारी स्कूल में या तो हिंदी मीडियम में भेजा जाएगा या फिर अंग्रेजी माध्यम (TGT ke liye subject combination) में। ऐसे में केवल अपने विषय पर ही पकड़ मजबूत हो, यह आवश्यक नही, बल्कि आपकी संबंधित विषय में पकड़ मजबूत हो यह भी उतना ही आवश्यक है।

हालाँकि आप किसी (TGT ke bare mein bataen) ऐसे राज्य में परीक्षा देने जा रहे हैं जहाँ पर वहां की राजभाषा इन दोनों से अलग हैं जैसे कि गुजराती, मराठी, उड़िया, कन्नड़ तो आपको उस भाषा का अनिवार्य रूप से ज्ञान होना चाहिए। दरअसल आप बच्चों को तभी पढ़ा पाएंगे जब आपको वहां की भाषा का ज्ञान होगा अन्यथा उस ज्ञान का कोई अर्थ नही।

#5. संबंधित विषय में 50 प्रतिशत से अधिक अंक

अब यदि आप सोच रहे हैं कि आपने अपनी ग्रेजुएशन पूरी कर ली हैं या फिर बीएड भी कर ली हैं तो आपको टीजीटी की परीक्षा में बैठने दे दिया जाएगा तो आप गलत है। दरअसल आप जिस भी विषय में अपनी ग्रेजुएशन या बीएड कर रहे है उसमे आपका पचास ओरतिशत से अधिक अंक लाना अनिवार्य है।

ऐसे में आप ग्रेजुएशन या बीएड करते समय इस बात का ध्यान रखे कि यह विषय (TGT ki yogyata kya hai) केवल आपको पढ़ना ही नही है बल्कि इसे आगे चलकर छात्रों को पढ़ाना भी है। ऐसे में यदि आपके ही उस विषय में कम अंक आएंगे तो फिर आप आगे उन्हें कैसे पढ़ा पाएंगे। इसलिए अपनी तैयारी को पूरा रखें।

टीजीटी टीचर कैसे बने (TGT teacher kaise bane)

अब जब आपने अपनी ग्रेजुएशन पूरी कर ली हैं और संबंधित विषय में बीएड की डिग्री ही प्राप्त कर ली हैं तो आपका अगला प्रश्न होगा कि टीजीटी टीचर बनने के लिए (TGT teacher kaise bante hain) आगे क्या क्या करना पड़ेगा। तो आइए जाने कि टीजीटी टीचर या शिक्षक बनने के लिए आपको अब आगे क्या करना होगा।

#1. टीजीटी परीक्षा के लिए आवेदन करें

हर वर्ष राज्य सरकार के द्वारा सरकारी स्कूल में टीचर के विभिन्न पदों के लिए भर्ती निकाली जाती है। इसलिए यदि आप टीजीटी टीचर बनना चाहते हैं तो आपको राज्य सरकार के द्वारा टीजीटी टीचर की भर्ती प्रक्रिया पर ध्यान रखना होगा। जैसे ही राज्य सरकार टीजीटी की भर्ती प्रक्रिया को निकाले तो उसके लिए आवेदन करें।

यह भर्ती की सूचना आपको राज्य सरकार कई माध्यमो से दे सकती हैं जैसे कि शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर सूचना लिंक के माध्यम से, समाचार पत्र में विज्ञापन के माध्यम से या लोकल न्यूज़ चैनल में बताकर इत्यादि। ऐसे माप इस भर्ती पर नज़र रखें और जैसे ही यह निकले तो उसके लिए आवेदन कर दे।

#2. टीजीटी की परीक्षा दे (TGT exam pattern)

अब जब आप टीजीटी की परीक्षा के लिए आवेदन कर देंगे तो आपकी टीजीटी की परीक्षा ली जाएगी। इस परीक्षा के लिए आपके पास एक प्रवेश पत्र आ जाएगा। उस प्रवेश पत्र में आपकी टीजीटी की परीक्षा से संबंधित हर जानकारी लिखी हुई होगी जैसे कि आपका नाम, फोटो, रोल नंबर, परीक्षा का स्थान, तिथि व उसका समय इत्यादि।

ऐसे में आप सब जानकारी अच्छे से पढ़कर सही स्थान पर सही समय व तिथि पर पहुँच जाए। उसके बाद वहां आपकी अन्य परीक्षार्थियों के साथ टीजीटी की लिखित परीक्षा आयोजित करवाई जाएगी। इसे आप भलीभांति दे दे। इसके बाद आगे के लिए प्रतीक्षा करें। यदि आपका इसमें चयन होता है तो ही फिर आपको आगे के लिए बुलाया जाएगा।

#3. टीजीटी का इंटरव्यू दे (TGT interview)

यह टीजीटी की परीक्षा में चयन करवाने के लिए या टीजीटी टीचर बनने के लिए एक अनिवार्य भाग नही हैं। हालाँकि कुछ राज्यों में टीजीटी टीचर बनने के लिए इंटरव्यू लिया जाता है तो कुछ राज्यों में इसको लेकर कोई नियम नही हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि देश के कुछ राज्य टीजीटी टीचर की भर्ती के लिए इंटरव्यू नही लेते हैं और केवल टीजीटी की लिखित परीक्षा में मिले अंकों के आधार पर ही उनका चयन कर लेते हैं।

जबकि कुछ राज्य जहाँ की जनसंख्या अधिक है या जहाँ टीजीटी के लिए (TGT exam eligibility) बहुत ज्यादा मात्रा में लोग आवेदन करते हैं तो वहां इसके लिए एक और चयन प्रकृया जोड़ी जा सकती हैं। इसमें इंटरव्यू भी एक चयन प्रक्रिया का हिस्सा होता है। ऐसे में आप इंटरव्यू के बारे में पहले से पता कर ले की क्या आपके राज्य में टीजीटी के लिए इंटरव्यू लिया जाता है या नही।

टीजीटी एग्जाम का सिलेबस (TGT exam syllabus)

यदि आप टीजीटी टीचर बनना चाहते हैं तो इसके लिउए आपको मुख्यतया टीजीटी की लिखित परीक्षा ही देनी होगी। इसी परीक्षा में मिले अंकों के आधार पर ही आपका चयन किया जाएगा। ऐसे में आपके मन में यह प्रश्न होगा कि आखिरकार टीजीटी का सिलेबस क्या होता (TGT exam kya hai) है या फिर उसकी लिखित परीक्षा में आपसे किन किन विषयों में प्रश्न पूछे जा सकते हैं। तो आइए जाने टीजीटी की परीक्षा में आपसे किन किन विषयों में प्रश्न पूछे जा सकते हैं:

  • सामान्य ज्ञान
  • गणित
  • रीजनिंग
  • अंग्रेजी
  • हिंदी या अन्य भाषा
  • आपका विषय

तो इसमें मुख्य प्रश्न तो आपके विषय से ही पूछे जाएंगे लेकिन कुछ अन्य प्रश्न भी आएंगे जो ऊपर दिए गए विषय पर आधारित होंगे। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपको सरकारी स्कूल में टीजीटी का टीचर बनने के लिए अपने विषय के साथ साथ इन विषयों का भी सामान्य ज्ञान होना आवश्यक हैं।

टीजीटी का एग्जाम पैटर्न (TGT exam paper pattern)

अब आपने टीजीटी का सिलेबस तो जान लिया हैं लेकिन आपके मन में यह भी शंका होगी कि आखिरकार टीजीटी का एग्जाम पैटर्न क्या होता है। यदि आपको टीजीटी एग्जाम पैटर्न पता होगा तो आप आसानी से उसका पेपर दे सकते हैं। तो ऐसे में आइए जाने टीजीटी का एग्जाम पैटर्न किस तरह से होता है।

  • इसमें आपकी लिखित परीक्षा की वेटेज या कुल अंक ही मुख्य अंक होंगे और किसी अन्य परीक्षा के अंक नही जुड़ेंगे। अर्थात टीजीटी की परीक्षा में सफल होने के लिए आपको केवल इसी परीक्षा को ही पास करना होगा।
  • टीजीटी परीक्षा में आपसे कुल 125 प्रश्न पूछे जाएंगे जिनमे प्रत्येक प्रश्न 4 अंक का होगा।
  • यदि आप किसी प्रश्न का सही उत्तर देते हैं तो आपको उसके 4 अंक मिलेंगे जबकि गलत उत्तर देने पर कोई अंक नही काटा जाएगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि टीजीटी परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग नही होती है।
  • टीजीटी की परीक्षा को देने में आपको कुल 2 घंटो का समय दिया जाएगा अर्थात आपको इन 125 प्रश्नों को हल करने के लिए कुल 2 घंटो का ही समय मिलेगा।
  • टीजीटी की परीक्षा कुल 500 अंकों की होगी। कहने का अर्थ यह हुआ कि 125 प्रश्न 4 अंक के होंगे तो कुल अंक 500 हो गए।
  • सभी प्रश्न बहुत विकल्पीय प्रश्न ही होंगे और इसको करने के लिए आपको ओएमआर शीट दी जाएगी।

टीजीटी की तैयारी कैसे करें (TGT ki taiyari kaise kare)

अब जब आप टीजीटी की परीक्षा देने जा रहे हैं या टीजीटी टीचर बनना चाहते हैं तो आपको यह भी जानना होगा कि आखिरकार आप टीजीटी परीक्षा की तैयारी कैसे करे (TGT ki puri jankari)। तो आइये जाने टीजीटी परीक्षा में पास होने के लिए आपको क्या क्या करना पड़ेगा।

  • यदि आप टीजीटी टीचर बनना चाहते हैं तो सबसे पहले तो यह जान ले कि आप जिस भी विषय में बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं उस विषय में अपनी पकड़ मजबूत बनाए। यदि आपकी अपने पढ़ाने वाले विषय पर ही पकड़ मजबूत नही होगी तो फिर आप कैसे ही आगे बढ़ पाएंगे।
  • टीजीटी टीचर बनने के लिए आपका केवल अपने पढ़ाने वाले विषय पर ही अच्छा होना काफी नही हैं बल्कि आपको अपना सामान्य ज्ञान भी मजबूत करना होगा। इसलिए अपने आप को हमेशा अपडेट रखें और प्रतिदिन समाचार पढ़ें।
  • टीजीटी टीचर बनने के लिए भाषा पर भी पकड़ मजबूत करें। दरअसल आप टीजीटी टीचर बनने के बाद किसी भाषा में ही छात्रों को पढ़ाएंगे। ऐसे में आपके राज्य की जो भी आधिकारिक भाषा है, उसमे अपनी पकड़ मजबूत करें।
  • टीजीटी टीचर बनने के लिए आपका रीजनिंग और गणित जैसे विषय में भी पकड़ बनाना आवश्यक है। इसलिए इन पर भी तैयारी शुरू कर दे।
  • प्रतिदिन 2 घंटे टीजीटी की तैयारी में अवश्य दे। इसके लिए आप टीजीटी परीक्षा के पिछले 10 वर्षों के प्रश्न पत्र अपने घर ले आये और उन्हें हल करें। यदि आप इसमें महारथ हासिल कर ;लेंगे तो अवश्य ही टीजीटी की परीक्षा को भी पास कर लेंगे।

तो यह कुछ टिप्स थी जो आपको टीजीटी की परीक्षा को देने से पहले ध्यान में रखनी चाहिए। यदि आप इन टिप्स पर अपनी ग्रेजुएशन लेवल से ही ध्यान देना शुरू कर देंगे तो अवश्य ही जल्द ही टीजीटी परीक्षा को बीएड के बाद पास कर लेंगे।

टीजीटी टीचर किन विषयों को पढ़ा सकता है (TGT subject list)

अब आपका प्रश्न यह होगा कि आखिरकार टीजीटी टीचर किन किन विषयों को पढ़ा सकता है। तो इसके लिए आपको ज्यादा सोचने की आवश्यकता नही है। दरअसल आपने और हमने जो विषय अपनी दसवीं कक्षा तक पढ़े है बस उन्हीं विषयों को एक टीजीटी टीचर पढ़ता है। जैसे कि:

  • अंग्रेजी
  • हिंदी
  • संस्कृत
  • अन्य भारतीय भाषा जैसे कि पंजाबी, बंगाली, मराठी, मलयाली इत्यादि
  • विज्ञान
  • सामाजिक विज्ञान
  • गणित
  • शारीरिक शिक्षा
  • संगीत
  • कंप्यूटर इत्यदि।

टीजीटी टीचर की सैलरी (TGT teacher salary)

अब जब हम टीजीटी टीचर के बारे में सब कुछ जान ही चुके हैं तो यह भी जानना उतना ही आवश्यक है कि एक टीजीटी टीचर कमा कितना लेता है। दरअसल किसी के लिए भी यह बहुत महत्वपूर्ण होता है कि जो नौकरी वह करने जा रहा हैं उसमे वह कमाएगा कितना।

तो आज हम आपको बता दे कि यदि आप त्ग्त्तेअचेर बनते हैं तो आपकी सैलरी 25 हज़ार से लेकर 45 हज़ार के बीच में हो सकती है। हालाँकि यह पूर्णतया आपके राज्य पर निर्भर करता है कि वहां टीजीटी टीचर बनने के बाद क्या सैलरी दी जाती है। साथ ही हर वर्ष आपकी सैलरी में 2 से 3 हज़ार की बढ़ोत्तरी भी की जाएगी।

टीजीटी क्या है – Related FAQs

प्रश्न: टीजीटी परीक्षा के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए?

उत्तर: टीजीटी परीक्षा के लिए आपका ग्रेजुएशन व बीएड की हुई होनी चाहिए व साथ ही संबंधित विषय में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक आने चाहिए।

प्रश्न: टीजीटी करने के लिए क्या करना पड़ता है?

उत्तर: टीजीटी करने के लिए आपको पहले बीएड करनी होगी और उसके बाद राज्य सरकार के द्वारा आयोजित TGT की परीक्षा में बैठना होगा।

प्रश्न: TGT कौन कौन सा विषय से कर सकते हैं?

उत्तर: TGT में आप हिंदी, संस्कृत, अंग्रेजी, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, गणित, शारीरिक शिक्षा इत्यादि कई विषय कर सकते हैं।

प्रश्न: टीजीटी एग्जाम क्या होता है?

उत्तर: टीजीटी एग्जाम में सरकारी स्कूल में शिक्षक भर्ती के लिए एक लिखित परीक्षा ली जाती हैं जिसमें संबंधित विषय व कुछ अन्य विषय पर प्रश्न पूछे जाते है।

प्रश्न: TGT पास करने के बाद क्या होता है?

उत्तर: TGT पास करने के बाद आप किसी भी सरकारी विद्यालय में कक्षा छठी से कक्षा दसवीं तक के छात्रों को पढ़ा सकते हैं।

तो आज आपने जाना कि टीजीटी टीचर क्या होता है, टीजीटी टीचर बनने के लिए क्या करना पड़ता है, टीजीटी टीचर बनने के लिए किस तरह की चयन प्रक्रिया है, टीजीटी टीचर की परीक्षा का क्या सिलेबस है, टीजीटी टीचर क्या विषय पढ़ा सकता है और टीजीटी टीचर का वेतन कितना है इत्यादि।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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