भारत में अभिनय सिखाने के प्रमुख संस्थान – अभिनय यानी एक्टिंग को लेकर हमारे देश में जबरदस्त क्रेज है। बहुत से अभिनेता फोटो कांटेस्ट में हिस्सा लेकर या घर से कुछ जेब में डालकर ट्रेन से मुंबई पहुंचकर कामयाब होने की कहानी सुनाते हैं। इनकी देखा देखी आज भी हर रोज हजारों युवा मुंबई जानी वाली ट्रेन में सवार होकर अपने सपनों की नगरी में पहुंचते हैं।
लेकिन बहुत से ऐसे भी हैं, जो अपना सपना पूरा करने के लिए एक्टिंग कालेज जवाइन करते हैं ताकि वे एक बड़े अभिनेता के रूप में नाम कमा सकें। खास तौर पर स्थापित घरों के बच्चे एक्टिंग की ट्रेनिंग लेकर ही इस फील्ड में उतरना पसंद करते हैं। आज हम आपको भारत के प्रमुख एक्टिंग संस्थानों की जानकारी देंगे। आइए, शुरू करते हैं-
एक्टिंग कालेजों में क्या सिखाया जाता है? (What is taught in acting colleges?)
देश के प्रमुख एक्टिंग कालेजों के बारे में जानने से पहले आइए, इस बात पर एक नजर डाल लेते हैं कि आखिर इन एक्टिंग कालेजों में क्या होता है? यहां क्या सिखाया जाता है? दोस्तों, आपको बता दें कि एक्टिंग का अर्थ केवल डायलॉग बोलना भर नहीं होता, बल्कि यह कागज पर उकेरे गए किरदार को बड़े पर्दे पर जीवंत करना होता है। इन कालेजों में प्रशिक्षुओं को अभिनय की बारीकियां सिखाने के साथ ही फिल्म निर्माण से संबंधित प्रक्रिया के विषय में भी जानकारी दी जाती है।
कई तरह के माॅक सेशंस आयोजित किए जाते हैं, ताकि प्रशिक्षुओं की प्रगति को आंका जा सके। उनके अभिनय में सुधार किया जा सके। इसके साथ ही कई बड़े कलाकारों को बुलाकर उनसे नए प्रशिक्षुओं को मिलवाया जाता है, ताकि वे उनसे एक्टिंग की बारीकियां जान सकें। वर्कशॉप, गेम्स और एक्सरसाइज एक्टिंग कोर्स का ही एक हिस्सा होते हैं।
भारत में एक्टिंग कालेजों की फीस कितनी है? (What is the fee of acting colleges in india?)
यदि आप किसी एक्टिंग कालेज में दाखिला लेना चाहते हैं तो फीस के लिए कमर कस लीजिए, क्योंकि छह माह के डिप्लोमा कोर्स तक की फीस लाखों में होती है। प्रत्येक संस्थान की अलग अलग फीस निर्धारित है।
एक औसत लेकर चलें तो अमूमन ढाई से तीन लाख रूपए छह माह के एक्टिंग डिप्लोमा कोर्स के लिए वसूले जाते हैं। कई बार यह भी होता है कि छात्र भ्रामक विज्ञापनों के झांसे में आकर पैसा गंवा बैठते हैं। इसलिए पर्याप्त जानकारी हासिल करके ही किसी भी संस्थान के एक्टिंग कोर्स में दाखिला लें। उसकी बैकग्रााउंड जरूरत जांच लें।
देश के श्रेष्ठ एक्टिंग कालेज कौन कौन से हैं? भारत में अभिनय सिखाने के प्रमुख संस्थान (What are the best acting colleges in india?)
मित्रों, अब हम आपको जानकारी देंगे कि देश के प्रमुख एक्टिंग कालेज कौन कौन से हैं? यदि आप भी अभिनेता बनने का ख्वाब रखते हैं तो इनमें से किसी में भी प्रवेश लेकर स्वयं को भविष्य के लिए तैयार कर सकते हैं। कम से कम बेहतर अभिनेता को काम मिलने में कभी दिक्कत नहीं आती। ये एक्टिंग स्कूल/कालेज/संस्थान इस प्रकार से हैं-
#1. एनएसडी, नई दिल्ली (NSD, New Delhi)
एक्टिंग सीखने का नाम आता है तो सबकी पहली पसंद एनएसडी (NSD) यानी नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (national school of drama) होता है। उनके लिए यह जगह किसी तीर्थ से कम नहीं। इस संस्थान के पढ़े अनेकों छात्र इस समय स्थापित अभिनेता, अभिनेत्री हैं। जैसे-ओमपुरी, नसीरूद्दीन शाह, इरफान खान आदि। ऐसे अभिनेताओं की एक लंबी सूची है। आपको बता दें कि इस संस्थान की स्थापना 1959 में हुई थी। यह भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के तहत संचालित होता है। 1975 में यह एक स्वतंत्र यूनिट बनी।
#2. एफटीआईआई, पुणे (FTII, Pune)
यदि देश के सबसे अच्छे एक्टिव स्कूल/कालेज की बात करें तो इसमें पुणे का नाम सबसे आगे है। एफटीआईआई (FTII) यानी फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट आफ इंडिया (film and television institute of India) का नाम श्रेष्ठ अभिनय संस्थानों में शुमार है। छात्रों के लिए इस संस्थान के दरवाजे 1960 में खुले। यह इंटरनेशनल लायजन सेंटर आफ स्कूल्स आफ सिनेमा एंड टेलीविजन से जुड़ा हुआ है। यहां से एक्टिंग (acting) के अतिरिक्त स्क्रीनप्ले राइटिंग (screenplay writing) एवं सिनेमाटोग्राफी (cinematography) के कोर्स भी किए जा सकते हैं।
#3. सत्यजीत रे फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट, कोलकाता (satyajit ray film and television institute, Kolkata)
आपको बता दें कि सत्यजीत रे 20वीं के सबसे महान फिल्मकार रहे हैं। उन्हीं के नाम पर बना सत्यजीत रे फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट, जो कोलकाता में स्थित है एक बेहतर एक्टिंग संस्थान है। इसकी स्थापना सन् 1995 में हुई।
यह भी इंटरनेशनल लायजन सेंटर आफ स्कूल्स आफ सिनेमा एंड टेलीविजन का एक हिस्सा है। फिल्म मेकिंग आर्ट (film making art) में यह संस्थान छात्रों का आलराउंड एकेडमिक डेवलपमेंट करता है।
#4. व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल, मुंबई (whistling Woods international, Mumbai )
मशहूर फिल्म निर्माता सुभाष घई द्वारा मुंबई में व्हिसलिंग वुड्स नाम के एक्टिंग स्कूल की स्थापना की गई है। यह शायद बहुत कम लोगों को पता होगा कि सुभाष घई मूल रूप से एक्टर बनना चाहते थे, लेकिन वे ऐसा कर नहीं सके। ऐसे में जितनी भी फिल्में उन्होंने बनाई, उन्होंने उसमें अपना एक एक सीन जरूर रखा। जैसे- हीरो, राम-लखन आदि।
#5. रोशन तनेजा एक्टिंग स्कूल, मुंबई (Roshan Taneja acting school, Mumbai)
रोशन तनेजा एक्टिंग स्कूल की स्थापना सन् 1963 में हुई। आपको बता दें रोशन तनेजा को भारत में मैथड एक्टिंग (method acting) का जन्मदाता माना जाता है। गोविंदा, जया भादुड़ी, जूही चावला, सुभाष घई, शत्रुघ्न सिन्हा, डैनी, ओमपुरी, गुलशन ग्रोवर, अभिषेक बच्चन, सुनील शेट्टी, जिमी शेरगिल आदि कभी न कभी इस स्कूल के छात्र रहे हैं। खास बात यह है कि गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर इस स्कूल की ओर से कुल फीस में 40 प्रतिशत की छूट का दावा किया जा रहा है।
#6. एक्टर प्रीपेयर्स, मुंबई (actor prepares, Mumbai)
इस एक्टिंग स्कूल को मशहूर फिल्म अभिनेता अनुपम खेर ने खोला है। अनुपम खेल हाल ही में कश्मीर फाइल्स (kashmir files) में नजर आए थे, जहां एक बार फिर उन्होंने अपने शानदार अभिनय से दर्शकों का दिल जीता।
इस स्कूल की स्थापना सन् 2005 में हुई थी और इसकी खास बात यह है कि यह पहला संस्थान है, जिसे वर्तमान में अभिनय के क्षेत्र में प्रोफ़ेशनली एक्टिव रहते हुए किसी अभिनेता ने खोला है। इसमें एक्टिंग एवं स्क्रीन राइटिंग (acting and screen writing) की स्पेशलाइज्ड ट्रेनिंग (specialized training) दी जाती है।
#7. बेरी जाॅन एक्टिंग स्टूडियो, मुंबई (berry John acting studio, Mumbai)
बेरी जाॅन एक्टिंग स्टूडियो भी मुंबई स्थित एक बेहद शानदार एक्टिंग स्कूल माना जाता है। बालीवुड के सुपर स्टार
शाहरूख खान, मनोज वाजपेई, सुशांत सिंह राजपूत जैसे कुछ ऐसे नाम हैं, जिन्होंने इस स्कूल से एक्टिंग का प्रशिक्षण लिया है। यहां से फिल्म एक्टिंग में छह माह का डिप्लोमा कोर्स भी प्रदान किया जाता है।
#8. एशियन एकेडमी आफ फिल्म एंड टेलीविजन (Asian academy of film and television)
एशियन एकेडमी आफ फिल्म एंड टेलीविजन यानी आफ्ट (AAFT) भी एक्टिंग सिखाने का एक बेहतरीन संस्थान माना जाता है। इस संस्थान की दिल्ली (Delhi), मुंबई (Mumbai), कोलकाता (Kolkata) एवं नोएडा (Noida) में भी शाखाएं हैं। यहां से प्यार का पंचनामा फेम लव रंजन, अर्जुन कपूर आदि ने अभिनय का प्रशिक्षण लिया है। विशेष बात यह है दोस्तों कि मशहूर फिल्म अभिनेता अनिल कपूर (Anil Kapoor) एवं उनके बड़े भाई निर्माता बोनी कपूर (Boney Kapoor) इस संस्थान के निदेशकों में शुमार हैं।
#9. रमेश सिप्पी एकेडमी आफ सिनेमा एंड एंटरटेनमेंट, मुंबई (Ramesh sippy academy of cinema and entertainment)
रमेश सिप्पी फिल्मी दुनिया का एक जाना माना नाम है। कोई भी उनकी बनाई ‘शोले’ को कैसे भूल सकता है, जिसे बालीवुड (Bollywood) के इतिहास में मील का पत्थर माना जाता है। इस संस्थान में छात्र छात्राओं को अभिनय के साथ ही फिल्म निर्माण की बारीकियों के बारे में समझाया जाता है। क्लास के साथ ही वर्कशाप, एक्सरसाइज आदि पर खासा जोर रहता है।
क्या फिल्मी पर्दे और टीवी सीरियल के अलावा भी अभिनय के मौके हैं? (Is there any chance of acting except films and television?)
पहले अभिनय के क्षेत्र में आने वाले या तो बड़े पर्दे पर रुचि रखते थे या फिर उन्हें टीवी सीरियलों में काम मिलता था, लेकिन इन दिनों ओटीटी प्लेटफार्म (OTT platform) ने काम का दायरा बढ़ा दिया है। ऐसे बहुत से कलाकारों को इनके जरिए अपने अभिनय के जौहर दिखाने का मौका मिला है, जिन्हें अभी तक बड़े पर्दे पर या फिर सीरियल में अपना अभिनय दिखाने का मौका नहीं मिला है।
इंटरनेट (internet) के जरिए मोबाइल पर नेटफ्लिक्स (Netflix), अमेजन (Amazon) जैसे अनेक प्लेटफार्म हैं, जो ओरिजिनल वेब सीरीज (original web series) आदि का निर्माण करते हैं और जिनमें नए कलाकारों को अच्छा खासा चांस मिलता है।
क्या अभिनेता बनने के लिए कोई एक्टिंग कोर्स किया जाना आवश्यक है? (Is it necessary to do acting course to become an actor?)
जी नहीं, अभिनेता बनने के लिए कोई एक्टिंग कोर्स किया जाना आवश्यक नहीं है। हमारी फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे कई बड़े अभिनेता हुए हैं, जिन्होंने कहीं से भी अभिनय की कोई औपचारिक ट्रेनिंग (formal training) नहीं ली, इसके बावजूद वे अपनी अदाओं से दर्शकों के दिलों पर बरसों राज करते रहे।
फिल्म अभिनेता मेगा स्टार अमिताभ बच्चन दिलीप कुमार, राजेश खन्ना, धर्मेंद्र, राज कपूर, ऋषि कपूर आदि ऐसे ढेरों अभिनेताओं का नाम इस श्रेणी मे रख सकते हैं, जिन्होंने बगैर कोई फार्मल ट्रेनिंग (formal training) किए फिल्म इंडस्ट्री पर अपनी कला के बलबूते बरसों तक राज किया।
क्या एक्टिंग कोर्स करना फिल्मों में काम मिलने और सफलता की गारंटी है? (Is acting course a guarantee to have work or to get success?)
बहुत से लोगों को लगता है कि केवल एक्टिंग स्कूल में प्रवेश लेना या इससे संबंधित कोर्स करने से ही फिल्मों में काम मिलने लगेगा। यही उनकी सफलता की गारंटी (guarantee of success) हे। लेकिन दोस्तों हकीकत में ऐसा नहीं है। कोई भी कोर्स आपकी भीतरी क्षमता को निखार सकता है, लेकिन यदि आपमें काई क्षमता नहीं है तो उसे वह आपके भीतर पैदा नहीं कर सकता।
यहां के लिए एक और बात सच है कि फिल्म निर्देशक (director) का माध्यम होती है, वह चाहे तो पत्थर से भी अभिनय करा सकता है। ऐसे में यदि किसी के भीतर एक्टिंग का बेस नहीं हो तो कोर्स आदि बहुत कम काम आएंगे। ऐसे बहुत से लोग हैं, जो एक्टिंग की डिग्री हाथ में लिए घूमते हैं, लेकिन स्क्रीन टेस्ट (screen test) तक पर खरे नहीं उतर पाते।
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एनएसडी की फुल फार्म क्या है?
एनएसडी की फुल फार्म नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा है।
एफटीआईआई की फुल फार्म क्या है? यह कहां स्थित है?
एफटीआईआई की फुल फार्म फिल्म एवं टेलीविजन इंस्टीट्यूट आफ इंडिया है। यह पुणे में स्थित है।
मशहूर फिल्म निर्माता/निर्देशक सुभाष घई ने कौन सा एक्टिंग स्कूल खोला है?
सुभाष घई ने व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल स्कूल खोला है। यह मुंबई में स्थित है।
क्या अभिनेता बनने के लिए किसी एक्टिंग स्कूल का कोर्स ज्वाइन करना जरूरी है?
जी नहीं, ऐसा कतई आवश्यक नहीं है।
क्या एक्टिंग स्कूल से कोर्स करना मुंबई में काम मिलने की गारंटी है?
जी नहीं, एक्टिंग स्कूल से कोर्स करना काम मिलने की गारंटी नहीं है।
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