|| ट्रांसजेंडर का मतलब क्या होता है? | Transgender ka matlab kya hota hai | Transgender definition in Hindi | ट्रांसजेंडर के प्रकार क्या हैं? | Types of transgender in Hindi | ट्रांसजेंडर को हिंदी में क्या कहते हैं? | एक सामान्य लड़की और एक ट्रांसजेंडर में क्या अंतर होता है? ||
Transgender ka matlab kya hota hai :- ट्रांसजेंडर एक ऐसा शब्द है जिसको सुनकर पहली बार तो व्यक्ति थोड़ा झिझक सा जाता है या सकपका जाता है। यहाँ तक कि यदि वह चलते फिरते किसी ट्रांसजेंडर को देख भी लेता है तो थोड़ा भयभीत हो जाता है या उन्हें घृणा की नज़रों से देखता है या उनसे बचने का प्रयास करता है। किन्तु यह बात भी उतनी ही सत्य है कि उन्हें अपने घर पर शुभ अवसरों पर आमंत्रित किया जाता है और उनके मुख से दुआएं ली जाती (Transgender ka kya matlab hota hai) है।
जहाँ एक ओर, विश्व भर में ट्रांसजेंडर को सम्मान की दृष्टि से नहीं देखा जाता था लेकिन वर्तमान में बने कानून और लोगों में ट्रांसजेंडर को लेकर आयी समझ ने बहुत कुछ बदल दिया है तो वहीं भारतीय समाज व हिन्दू धर्म में ट्रांसजेंडर को शुरू से ही बहुत सम्मान की दृष्टि से देखने की परंपरा रही है। यह बात अलग है कि उन्हें पुरुषों और महिलाओं के बराबर अधिकार मिलने में बहुत वर्ष लग गए लेकिन धीरे धीरे ही सही इसमें कई तरह के परिवर्तन देखने को मिल रहे (What does transgender mean in Hindi) हैं।
आज हम आपके साथ इन्हीं ट्रांसजेंडर के बारे में बात करने वाले हैं जिन्हें हम किन्नर, थर्ड जेंडर, हिजड़ा इत्यादि शब्दों से बुलाते हैं। लोगों ने इनके बारे में सुना होता है और इन्हें देखा भी होता है लेकिन उन्हें ट्रांसजेंडर का मतलब क्या होता है, इसके बारे में पूरी जानकारी नहीं होती है। ऐसे में आज के इस लेख में हम आपके साथ ट्रांसजेंडर के बारे में समूची जानकारी और इसका अर्थ व प्रकार सांझा करने वाले (What is transgender mean in Hindi) हैं।
ट्रांसजेंडर का मतलब क्या होता है? (Transgender ka matlab kya hota hai)
सबसे पहले तो आपको ट्रांसजेंडर शब्द की परिभाषा या ट्रांसजेंडर का मतलब क्या होता है, यह समझना बहुत ही ज्यादा जरूरी है। जब किसी शिशु का माँ के गर्भ से जन्म होता है तो डॉक्टर उसे एक लिंग देते हैं अर्थात वह बालक है या बालिका, इसके बारे में सूचित किया जाता है। तभी तो जब डॉक्टर ऑपरेशन के कमरे से बाहर आता है तो सबसे पहले सभी यही सुनना चाहते हैं कि उन्हें लड़का हुआ है या लड़की। किन्तु तब क्या हो जब इनमे से कुछ भी ना हुआ हो। तो वहीं पर ट्रांसजेंडर की अवधारणा आती (What is the meaning of transgender in Hindi) है।
अब यह जरुरी नहीं है कि इसके बारे में उसी समय पता चल जाए क्योंकि बहुत बार यह बाद में भी पता चलता है। ऐसे में ट्रांसजेंडर की परिभाषा के अनुसार एक ऐसा व्यक्ति जो ना ही पूरी तरह से पुरुष होता है और ना ही महिला, वह व्यक्ति ही ट्रांसजेंडर कहलाता है। सामान्य शब्दों में कहा जाए तो उसके अंदर लिंग की कमी होती है या फिर पुरुष और महिला दोनों के ही लिंग होते हैं। अब इसमें कई तरह के प्रकार होते हैं जो उनके भिन्न भिन्न रूप को प्रदर्शित करते (Transgender kya hota hai) हैं।
कहने का अर्थ यह हुआ कि बहुत से लोग ट्रांसजेंडर को सीधा ही हिजड़ा या किन्नर कह देते हैं लेकिन यह ट्रांसजेंडर ना होकर उसका एक प्रकार होते हैं। ऐसे में जब तक आप इसके विभिन्न प्रकारों के बारे में नहीं जानेंगे तब तक आपको ट्रांसजेंडर क्या होता है या यह किसे कहा जाता है, इसके बारे में सही से जानकारी नहीं मिलेगी। हालाँकि पहले हम आपके सामने ट्रांसजेंडर की परिभाषा या उसके अर्थ को रख देते हैं ताकि आपको ट्रांसजेंडर शब्द के बारे में स्पष्टता हो जाए।
ट्रांसजेंडर की परिभाषा (Transgender definition in Hindi)
सबसे पहले हम ट्रांसजेंडर की परिभाषा के बारे में बात कर लेते हैं। तो इस पृथ्वी पर पैदा हुआ कोई भी व्यक्ति जो या तो जन्म से ही लिंग की कमी से जूझ रहा है अर्थात उसके अंदर ना ही पुरुष को चिन्हित किया जाने वाला अंग है और ना ही महिला को चिन्हित किया जाने वाला अंग है या फिर वह व्यक्ति जो अधिक लिंग के साथ पैदा हुआ है अर्थात उसके अंदर महिला व पुरुष दोनों के ही लिंग हैं या फिर उस व्यक्ति के अंदर बाद में परिवर्तन आते हैं और वह पुरुष के रूप में महिला या महिला के रूप में पुरुष होता है तो ऐसे व्यक्ति को हम ट्रांसजेंडर के नाम से संबोधित करते हैं।
अब इसमें कई तरह के प्रकार आ जाते हैं जो ट्रांसजेंडर के विभिन्न रूपों को प्रदर्शित करते हैं। ऐसे में यह रूप या प्रकार किस किस तरह के होते हैं और वे एक दूसरे से किस तरह से भिन्न होते हैं, आइये उनके बारे में भी जान लेते हैं।
ट्रांसजेंडर के प्रकार क्या हैं? (Types of transgender in Hindi)
अभी तक आपने ट्रांसजेंडर कौन होते हैं या उनकी क्या परिभाषा है, इसके बारे में जानकारी ले ली है लेकिन अब आपको यह भी जान लेना चाहिए कि ट्रांसजेंडर के क्या कुछ प्रकार होते हैं। जब तक आपको ट्रांसजेंडर के प्रकारों के बारे में ही नहीं पता होगा तो आप इन सभी को एक समान दृष्टि से ही देखेंगे। ऐसे में आइये जाने ट्रांसजेंडर के पांच प्रसिद्ध प्रकारों के बारे में।
हिजड़ा (Hijra meaning in Hindi)
ट्रांसजेंडर की श्रेणी में जिनका स्थान सबसे पहले आता है और जिन्हें भारतीय समाज में बहुत ही सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है, उन्हें हिजड़ा ही कहा जाता है। यह ट्रांसजेंडर में सबसे पहले नंबर पर आते हैं जिनकी पहचान करना या इन्हें ढूंढा जाना बहुत ही सरल होता है। यह वे लोग होते हैं जो बचपन से ही ट्रांसजेंडर पैदा हुए होते हैं अर्थात इनके अंदर लिंग की कमी देखने को मिलती है।
कहने का अर्थ यह हुआ कि ऐसा व्यक्ति जिसके अंदर पुरुष व महिला की पहचान किया जाने वाला लिंग ही नहीं होता है या नामात्र का होता है तो उन्हें हम हिजड़ा कहकर संबोधित करते हैं। जब हमारे घर में कोई शुभ कार्य होता है और हमें ट्रांसजेंडर को बुलाना होता है तो हिजड़ों को ही बुलाया जाता है। अधिकतर हिजड़े अपने परिवार के साथ ना रहकर अपने जैसे लोगों के साथ रहना ही पसंद करते हैं।
किन्नर या शीमेल (Kinner kya hota hai)
बहुत से लोग हिजड़ों को ही किन्नर समझ लेते हैं लेकिन यह उनसे बहुत अलग होते हैं। हालाँकि सभी किन्नर ट्रांसजेंडर ही होते हैं लेकिन सभी ट्रांसजेंडर को किन्नर कह देना गलत होता है। तो यह वे व्यक्ति होते हैं जिनके अंदर लिंग की अधिकता होती है अर्थात इनके अंदर पुरुष व महिला दोनों के ही लिंग होते हैं। भारतीय समाज में इन्हें किन्नर तो विदेशों में इन्हें शीमेल के नाम से जाना जाता है।
यदि आप और स्पष्ट शब्दों में इसकी परिभाषा समझना चाहें तो यह संपूर्ण रूप में एक महिला का ही शरीर होता है लेकिन उसके अंदर पुरुष का लिंग भी होता है। हालाँकि यह अपने चेहरे में कुछ बदलाव कर पुरुष जैसा दिख सकते हैं और इनकी आवाज भी भारी होती है। एक तरह से इनके अंदर पुरुष व महिला दोनों के ही गुण देखने को मिलते हैं। इन्हें भी अधिकतर हिजड़ों के साथ ही देखा जाता है जो अपने परिवार के साथ रहना पसंद नहीं करते हैं।
ट्रांस मैन (Transman kya hota hai)
वैसे तो भारतीय समाज में ऊपर के दो वर्ग ही ट्रांसजेंडर में लिए जाते हैं लेकिन जैसे जैसे दुनिया आगे बढ़ रही है, वैसे वैसे ही ट्रांसजेंडर की परिभाषा को बहुत विस्तृत रूप दे दिया गया है। इसके अंतर्गत तीन तरह की श्रेणियां और बना दी गयी है जिन्हें हम ट्रांसजेंडर के नाम से जानते हैं। भारतीय समाज में ट्रांसजेंडर शब्द का कोई उल्लेख नहीं है और हम उन्हें केवल हिजड़ा या किन्नर के रूप में ही जानते हैं लेकिन यदि आप यहाँ ट्रांसजेंडर के बारे में जानने आये हैं तो इन तीन श्रेणियों की बात की जानी भी बहुत जरुरी है।
तो ट्रांस मैन वह व्यक्ति होता है जिसका जन्म एक पुरुष के रूप में हुआ है लेकिन उसका स्वभाव महिलाओं के जैसा होता है। अर्थात उसका लिंग व शरीर तो पूर्ण रूप में पुरुष का ही है लेकिन उसका स्वभाव, चरित्र, दिनचर्या, सोच इत्यादि सब महिलाओं वाली है। यहाँ तक कि उसकी आवाज भी पतली होती है और उसका व्यवहार भी स्त्रियों जैसा ही होता है। उनके द्वारा महिलाओं के कपड़े पहने जाना भी पसंद किया जाता है। एक तरह से हम इन्हें पुरुष का शरीर व महिला की आत्मा लिया हुआ व्यक्ति कह सकते हैं।
ट्रांस वुमन (Transwoman in Hindi)
अब जो ट्रांस वुमन होती है वह ट्रांस मैन का विपरीत होती है और इसका अनुमान आप खुद ही लगा सकते हैं कि यह किस तरह के व्यक्ति होते हैं। फिर भी हम आपको ट्रांस वुमन की परिभाषा भी बता देते हैं ताकि आपके मन में किसी तरह की शंका ना रहने पाए। तो ट्रांस वुमन वह व्यक्ति होता है जिसका जन्म महिला के रूप में हुआ है और उसके शरीर के सभी अंग भी महिलाओं वाले हैं लेकिन उसका व्यवहार, चरित्र, सोच और यहाँ तक की आवाज भी पुरुषों वाली होती है।
कहने का अर्थ यह हुआ कि एक ऐसी महिला जो स्वयं को पुरुष के रूप में रखकर सोचती है, वैसा ही व्यवहार करती है और सभी को दिखाती भी वही है तो उसे हम ट्रांस वुमन कह सकते हैं। हालाँकि इनके शरीर में पुरुषों वाले कोई अंग नहीं होते हैं लेकिन इनकी आत्मा पुरुषों वाली होती है। सीधे शब्दों में महिला का शरीर व पुरुष की आत्मा लिया हुआ व्यक्ति ही ट्रांस वुमन कहलाता है।
ट्रांससेक्सुअल (Trans sexual in Hindi)
अब ट्रांसजेंडर की जो यह श्रेणी है वह ट्रांस मैन व ट्रांस वुमन से ही निकल कर आयी है जो चिकित्सा के क्षेत्र से जुड़ी हुई है। आपको यह तो पता ही होगा कि मेडिकल साइंस अर्थात चिकित्सा विज्ञान ने कितनी उन्नति कर ली है और आज उसके माध्यम से व्यक्तियों के बड़े से बड़े ऑपरेशन भी किये जा रहे हैं। तो इसी श्रेणी में ट्रांस मैन और ट्रांस वुमन को उनकी इच्छा के अनुसार पुरुष या महिला का शरीर देना भी शामिल होता है जिसे हम ट्रांससेक्सुअल के नाम से जानते हैं।
आइये इसे स्पष्ट व सरल शब्दों में समझ लेते हैं। तो ऊपर आपने ट्रांस मैन के बारे में पढ़ा जो शरीर से तो पुरुष होता है लेकिन वह महिला की तरह बनना चाहता है। ऐसे में वह अपना ऑपरेशन करवाकर पुरुष के अंगों को हटवा लेता है और महिला के अंग लगवा लेता है। ठीक इसी तरह जो ट्रांस वुमन होती है वह पुरुष की तरह दिखने के लिए महिला के अंगों को कटवा कर पुरुष के अंग लगवा लेती है। इस ऑपरेशन के बाद उनका शरीर और आत्मा दोनों एक ही लिंग के बन जाते हैं।
कहने का अर्थ यह हुआ कि जो ट्रांस मैन है वह पूरी तरह से सामान्य महिला बन जाता है और जो ट्रांस वुमन है वह पूरी तरह से सामान्य पुरुष बन जाती है। ऑपरेशन के बाद उनका शरीर, हावभाव, व्यक्तित्व, चरित्र एक सामान्य पुरुष या महिला की तरह ही होते हैं। ऐसे में उन्हें ही ट्रांससेक्सुअल कहा जाता है या फिर अब हम इन्हें सामान्य पुरुष या महिला के रूप में भी देख सकते हैं।
ट्रांसजेंडर को हिंदी में क्या कहते हैं? (Transgender meaning in Hindi)
बहुत से लोग यह भी जानना चाहते हैं कि ट्रांसजेंडर को आखिरकार हिंदी में क्या कहा जाता है। इस लेख को पढ़ने से पहले तक तो आप यही सोच रहे होंगे कि ट्रांसजेंडर को हिंदी में हिजड़ा या किन्नर कहते हैं लेकिन अब आपको पता चल गया है कि हिजड़ा या किन्नर शब्द ट्रांसजेंडर का हिंदी अर्थ ना होकर बस उसके एक प्रकार हैं। तो जब यह दोनों ही शब्द ट्रांसजेंडर के प्रकार हैं तो ऐसे में ट्रांसजेंडर को हिंदी में क्या कहा जाएगा।
आप ज्यादा चिंता मत कीजिये क्योंकि अब हम आपको ट्रांसजेंडर का असली में हिंदी अर्थ क्या होता है, इसके बारे में भी बताने वाले हैं। तो ट्रांसजेंडर को हिंदी में परलैंगिक कहा जाता है। अब इसमें लैंगिक का अर्थ लिंग से होता है जो महिला या पुरुष को दिया जाता है। इसमें पर जोड़ दिया जाता है तो उसे ही हम ट्रांसजेंडर के नाम से जानते हैं। जिस प्रकार हम विदेश में रहने वाले को परदेशी, दूसरे ग्रह में रहने वालों को परजीवी कहते हैं ठीक उसी तरह जो हमारे लिंग के समान नहीं है या आमतौर पर उनका लिंग अलग है तो उसे हम परलैंगिक कहकर संबोधित करते हैं।
तो आप हिजड़ा, किन्नर, ट्रांस मैन, ट्रांस वुमन और ट्रांससेक्सुअल इत्यादि सभी को ही परलैंगिक कह सकते हैं। हालाँकि भारतीय संविधान व कानून के अनुसार इन्हें एक और नाम दिया गया है और वह है तीसरा लिंग। पहले लिंग के तौर पर पुरुष को तो दूसरे लिंग के तौर पर महिला को देखा जाता है। ऐसे में तीसरे लिंग के तौर पर ट्रांसजेंडर को रखा गया है। यही कारण है कि आज के समय में यदि आप कोई भी फॉर्म भरते हैं फिर चाहे वह ऑनलाइन हो या ऑफलाइन, वहां लिंग या जेंडर के कॉलम में पुरुष व महिला के साथ ही अन्य या थर्ड जेंडर या तीसरा लिंग लिखा होता है।
ट्रांसजेंडर के लिए गलत शब्द
ऊपर हमने आपको ट्रांसजेंडर के हिंदी अर्थ सहित ही उसके विभिन्न प्रकारों के बारे में जानकारी दी है। ऐसे में आप ट्रांसजेंडर के लिए हिजड़ा, किन्नर, शीमेल, परलैंगिक, थर्ड जेंडर, तीसरा लिंग, ट्रांससेक्सुअल इत्यादि शब्दों का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन एक ऐसा शब्द भी है जो उन्हें बहुत परेशान कर सकता है। भारतीय समाज में ट्रांसजेंडर को छक्का भी कह दिया जाता है जो बहुत ही असम्मान जनक शब्द है या एक तरह से उनको नीचा दिखाने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है।
ऐसे में यदि आपको लगता है कि ट्रांसजेंडर को छक्का भी कहते हैं तो यह ना ही कानूनी रूप से सही है और ना ही नैतिक रूप से ठीक है। यह उनके अंदर घृणा लाता है, उन्हें परेशान करता है और साथ ही आपको भी समाज की नज़रों में नीचे गिराता है। ऐसे में आप आज से ही इस अनुचित शब्द का इस्तेमाल करना बंद कर दें और कोई यदि इसका इस्तेमाल करता है तो उसे सही शब्दों में समझा दें।
भारत में ट्रांसजेंडर को कानूनी मान्यता (Transgender in India legal in Hindi)
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि भारतीय समाज में तो ट्रांसजेंडर को बहुत ही सम्मान की दृष्टि से देखा जाता था लेकिन लोगों के द्वारा इन्हें एक अलग ही समाज में रखा गया था। आज से कुछ वर्ष पहले तक ट्रांसजेंडर को भारत देश के अंदर अपना पहचान पत्र बनवाने, नौकरी करने, व्यवसाय करने इत्यादि किसी भी चीज़ की अनुमति नहीं थी। कहने का अर्थ यह हुआ कि ट्रांसजेंडर ना अपना ड्राइविंग लाइसेंस बनवा सकता था और ना ही स्कूल में पढ़ सकता था और ना ही किसी कंपनी में नौकरी कर सकता था और यहाँ तक कि ना ही अपना खुद का व्यापार कर सकता था।
हालाँकि वर्ष 2014 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा इस संबंध में एक ऐतिहासिक निर्णय लिया गया और भारतीय कानून में ट्रांसजेंडर को थर्ड जेंडर अर्थात तीसरे लिंग के रूप में मान्यता दी गयी। इसके बाद भारत देश में काम कर रही कोई भी कंपनी, क्षेत्र, व्यवसाय, उद्योग, संस्था इत्यादि फिर चाहे वह सरकारी हो या निजी, वहां पर ट्रांसजेंडर को मान्यता मिल गयी।
इसके तहत हर जगह लिंग के रूप में पुरुष व महिला के अलावा थर्ड जेंडर लिखा जाएगा और ऐसा ना करने पर उन पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी। इसका सीधा सा अर्थ हुआ कि ट्रांसजेंडर लोग भी उन फॉर्म को भर सकते हैं, गतिविधियों में भाग ले सकते हैं या वह सब कार्य कर सकते हैं जो एक महिला व पुरुष कर सकते हैं। इसी के साथ ही धीरे धीरे कर लगभग सभी क्षेत्रों में ट्रांसजेंडर को काम पर या नौकरी पर रखा जाने लगा है या उसके मार्ग खुल रहे हैं।
ट्रांसजेंडर का मतलब क्या होता है – Related FAQs
प्रश्न: किन्नर और ट्रांसजेंडर में क्या फर्क है?
उत्तर: किन्नर जिन्हे शीमेल कहा जाता है ट्रांसजेंडर का ही एक प्रकार है जिसके बारे में जानकारी आपको ऊपर का लेख पढ़ कर मिल जायेगी।
प्रश्न: किन्नर कौन सी कैटेगरी में आते हैं?
उत्तर: किन्नर थर्ड जेंडर की कैटेगरी में आते हैं।
प्रश्न: ट्रांसजेंडर का मतलब क्या है?
उत्तर: एक ऐसा व्यक्ति जो ना ही पूरी तरह से पुरुष होता है और ना ही महिला, वह व्यक्ति ही ट्रांसजेंडर कहलाता है।
प्रश्न: एक सामान्य लड़की और एक ट्रांसजेंडर में क्या अंतर होता है?
उत्तर: एक सामान्य लड़की में महिला के लिंग होते हैं और ट्रांसजेंडर में पुरुष और महिला दोनो के ही लिंग पाए जाते हैं।
तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने ट्रांसजेंडर के बारे में जानकारी हासिल कर ली है। आपने जाना कि ट्रांसजेंडर क्या होता है ट्रांसजेंडर के प्रकार क्या हैं भारत में ट्रांसजेंडर को कानूनी मान्यता कब मिली इत्यादि। आशा है कि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगी होगी। यदि ऐसा है तो आप नीचे कॉमेंट करके हमें बता सकते हैं।