सब जानते हैं कि जनसंख्या की दृष्टि से उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है। इसके बावजूद यदि बेरोजगारी पर बात करें तो प्रदेश में बेरोजगारी की दर में पिछले सालों में गिरावट देखी गई है। सरकार अपनी ओर से रोजगार वृद्धि के पूरे प्रयास कर रही है। वह बेरोजगारों को रोजगार प्रदान करने और आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई योजनाएं भी लेकर आई है। ऐसी ही एक योजना उत्तर प्रदेश गोपालक योजना भी है। आज इस पोस्ट में हम आपको इसी उत्तर प्रदेश गोपालक योजना के बारे में जानकारी देंगे। आइए शुरू करते हैं-
यूपी गोपालक योजना क्या है?
साथियों, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के बेरोजगार युवाओ को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उत्तर प्रदेश गोपालक योजना को आरंभ किया है। इस योजना के माध्यम से युवाओं को डेयरी फार्म खोलने में सरकार की ओर से सहायता दी जाएगी। राज्य के बेरोजगार युवाओ को बैंक द्वारा 9 लाख रूपये तक का लोन मुहैया कराया जाएगा।
उत्तर प्रदेश गोपालक योजना का लाभ राज्य के केवल उन्हीं बेरोजगार युवाओ को प्रदान किया जाएगा, जिनके पास कम से कम पांच पशु होंगे। 10 -20 गाय रखने वाले पशुपालकों को भी इस योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा। योजना के तहत गाय या भैंस रखने का विकल्प खुला है, लेकिन पशु दूध देने वाला होना चाहिए।
उत्तर प्रदेश गोपालक योजना डिटेल्स –
योजना का नाम | गोपालक योजना |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
मुख्यमंत्री | योगी आदित्यनाथ |
योजना वर्ष | 2018 |
उद्देश्य | बेरोजगारी हटाना तथा पशुधन की देखभाल के साथ शुद्ध दुग्ध उपलब्ध करवाना |
लाभार्थी | उत्तर प्रदेश के गरीब बेरोजगार एवं पहले से पशुपालन में लगे गरीब लोग |
योजना बजट (प्रति गोशाला) | 9.0 लाख ₹ |
बैंक द्वारा लोन | 7.20 लाख ₹ |
सब्सिडी | 2.0 लाख ₹ (2.50 लाख ₹ अधिकतम) |
आवेदक का अपना राशि | 1.80 लाख ₹ |
ऑफिसियल वेबसाइट | https://ahgoshalareg.up.gov.in/eDist/Home.aspx |
यूपी गोपालक योजना 2024 का उद्देश्य क्या है?
दोस्तों, अब आपको बताते हैं कि उत्तर प्रदेश सरकार का उत्तर प्रदेश गोपालक योजना लाने का उद्देश्य क्या है। साथियों, इस योजना के माध्यम से सरकार का उद्देश्य राज्य के बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना है। उन्हें डेयरी फार्म के माध्यम से आय का एक बेहतरीन जरिया उपलब्ध कराया जाएगा। इससे न केवल बेरोजगार आत्मनिर्भर और सशक्त बनेंगे अपितु उत्तर प्रदेश राज्य भी उन्नति करेगा।
यूपी गोपालक योजना से जुड़ी खास-खास बातें
मित्रों, आइए अब आपको इस यूपी गोपालक योजना से जुड़ी खास-खास बातें बताते हैं। इससे एक नजर में योजना से जुड़े सभी बिंदु आपको स्पष्ट हो जाएंगे-
- यूपी गोपालक योजना के तहत लाभार्थी को नौ लाख रुपए तक बतौर ऋण प्रदान किए जाएंगे।
- यूपी गोपालक योजना के अंतर्गत 1.80 लाख रुपए की लागत से लाभार्थी को खुद 10 पशुओं के लिए गोशाला बनानी होगी।
- बची हुई शेष राशि 7.20 लाख रूपये पर बैंक 40 हजार रूपये प्रतिवर्ष के हिसाब से अनुदान देगा।
- इस योजना के तहत पशुपालक के लिए कम से कम पांच पशु रखने अनिवार्य हैं।
- योजना में चयन कै उपरांत उत्तर प्रदेश पशुपालन विभाग पहले साल पांच पशुओं के लिए बैंक से 3.60 लाख रूपए ही प्रदान करेगा।
- यदि पशुपालक 05 पशु पालना चाहता हैं तो उसे बैंक द्वारा दूसरी क़िस्त नहीं दी जाएगी। इससे अधिक से अधिक पशु पालने बैंक लाभार्थी को 3.60 लाख रुपए की दूसरी क़िस्त प्रदान करेगा।
उत्तर प्रदेश गोपालक योजना का लाभ लेने के लिए पात्रता
दोस्तों, आप जानते ही हैं कि किसी भी सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए कुछ पात्रता अवश्य होती है, जिसे लाभार्थी को पूरा करना होता है। हर किसी को इन योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता। उत्तर प्रदेश गोपालक योजना का लाभ लेने के लिए पात्रता इस प्रकार से है-
- उत्तर प्रदेश के बेरोजगार युवा ही इस योजना का लाभ ले सकेंगे।
- योजना का लाभ लेने के इच्छुक आवेदक को उत्तर प्रदेश का स्थाई निवासी होना आवश्यक है।
- आवेदक के पास कम से कम 5 पशु होने चाहिए। और ये पशु दूध देने वाले होने आवश्यक हैं। इससे कम पशु रखने वाले पशुपालक इस योजना का लाभ प्राप्त करने के हकदार नहीं होंगे।
- योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक की समस्त स्रोतों से सालाना आय एक लाख रूपये या उससे कम
- पशुपालक ने यदि मवेशी पशु मेले से खरीदे हों तो वे बिल्कुल स्वस्थ होने चाहिए।
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उत्तर प्रदेश गोपालक योजना 2024 का लाभ लेने के लिए आवश्यक दस्तावेज़
मित्रों, आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश गोपालक योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक को कुछ दस्तावेज संलग्न करने होंगे। जो इस बात के परिचायक होंगे कि आवेदक योजना का लाभ उठाने की पात्रता रखता है यह दस्तावेज इस प्रकार से हैं-
- -आवेदक का आधार कार्ड
- -आवेदक का पहचान पत्र
- -आवेदक का निवास प्रमाण पत्र
- -आवेदक का आय प्रमाण पत्र
- -आवेदक का मोबाइल नंबर
- -आवेदक का पासपोर्ट साइज फोटो
- -आवेदक का जाति प्रमाण पत्र
- -आवेदक के बैंक एकाउंट का ब्योरा
यूपी गोपालक योजना 2024 का लाभ लेने के लिए ऐसे आवेदन करें?
मित्रों, आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश गोपालक योजना का लाभ उठाने हेतु आवेदन करने के लिए आवेदक को एक निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना पड़ेगा। अभी तक इसकी प्रक्रिया आनलाइन नहीं की गई है। अभी आफलाइन आवेदन किया जा सकता है। इसकी प्रक्रिया इस प्रकार से है-
- -सबसे पहले आवेदक को अपने नजदीकी पशु चिकित्सा अधिकारी के पास जाना होगा।
- -इसके बाद यहां से आवेदन फॉर्म प्राप्त करना होगा।
- -आवेदक को इस आवेदन फॉर्म में पूछी गयी सारी जानकारी सही-सही भरनी होगी।
- -फार्म को पूरी तरह भरकर आवेदक को अपने दस्तावेज़ों को इस आवेदन फॉर्म के साथ अटैच काना होगा।
- -इसके बाद आवेदक को इस आवेदन फार्म को उसी पशु चिकित्सा अधिकारी के पास जमा करवाना होगा।
- -पशु चिकित्सा अधिकारी के पास से यह आवेदन फॉर्म पशु निदेशालय में भेजा जाएगा।
- -इस तरह आपका आवेदन पूरा हो जाएगा।
- -इसके पश्चात एक चयन समिति आवेदक के आवेदन पर विचार करेगी। इस समिति में सीडीओ बतौर अध्यक्ष, सीवीओ बतौर सचिव और अन्य नोडल अधिकारी शामिल होते हैं।
- चयन के पश्चात् लाभार्थी को इस संबंध में सूचना प्रेषित कर दी जाती है।
उत्तर प्रदेश गोपालक योजना के लाभ
- बेरोजगार डेयरी फार्म के जरिए स्व रोजगार से जुड़ेंगे।
- अन्य युवाओं को भी फार्म में रोजगार मुहैया होगा।
- प्रदेश से बेरोजगारी कम होगी।
- राज्य की उन्नति में योगदान।
- आत्मनिर्भर भारत अभियान में सहयोग।
- लाभार्थी के परिवार का जीवन स्तर बढ़ेगा।
प्रदेश में बेरोजगारी दर कम करने पर काम
दोस्तों, आपको यकीन नहीं होगा, लेकिन यह सच है। देश की सबसे ज्यादा आबादी वाले यूपी में बेरोजगारी की दर महज 6.9 फीसदी है। जबकि आज से करीब चार साल पहले मार्च, 2017 में जब योगी आदित्यनाथ ने बतौर मुख्यमंत्री राज्य की सत्ता संभाली थी तो प्रदेश में बेरोजगारी दर 17.5 फीसदी थी। यह दर मौजूदा बेरोजगारी दर के मुकाबले करीब तीन गुना थी। सीएमआईआई (CMII) की एक सर्वे रिपोर्ट पर भरोसा करें तो कोरोना के बावजूद योगी सरकार ने चार लाख युवाओं को सरकारी नौकरियां देने का रिकार्ड बनाया है।
रोजगार उपलब्ध कराने के मामले में उत्तर प्रदेश दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, केरल और तमिलनाडु जैसे राज्यों के मुकाबले आगे रहा है। राजस्थान में बेरोजगारी दर का आंकड़ा 27.6 फीसदी है, जबकि देश की राजधानी. दिल्ली की बेरोजगारी दर 45.6 रिकार्ड की गई है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल में 19.3, तमिलनाडु में 28.0, पंजाब में 8.8, झारखंड में बेरोजगारी दर 16.0, छत्तीसगढ़ में 8.3, केरल में 23.5, और आंध्र प्रदेश में बेरोजगारी दर 13.5 फीरसदी है। ऐसे में डेयरी फार्म उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी दर को और कम करने में अहम भूमिका अदा कर सकता है।
बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ते का भी सहारा
दोस्तों, बात उत्तर प्रदेश गोपालक योजना की चल रही है तो लगे हाथों आपको यह भी बता दें कि बेरोजगारों की सहायता के नजरिए से उतर प्रदेश सरकार इंटरमीडिएट और ग्रेजुएट की डिग्री हासिल शिक्षित बेरोजगारो को बेरोजगारी भत्ता भी मुहैया करा रही है। इसकी दर प्रति माह 1000 से 1500 रूपये तक है। इस योजना का लाभ उठाने के लिये आवेदकों को उत्तर प्रदेश बेरोजगारी भत्ता 2024 की अधिकारिक वेबसाइट पर स्वयं को रजिस्टर करना होता है।
दूध से जुड़े काम में मंदी या संकट का सवाल नहीं
दोस्तों, दूध और उससे जुड़े काम ऐसे हैं जो कभी मंदी या और किसी संकट की चपेट में नहीं आते हैं। इसकी वजह यह है कि दूध लोगों की रोजमर्रा की जरूरत की आवश्यक वस्तु है। इसकी मांग भी रोजाना बढ़ रही है. ऐसे में डेयरी खोलकर आप रोजाना कमाई का जरिया बना सकते है। यह तो हम आपको बता ही चुके हैं कि सरकार भी डेयरी को बढ़ावा दे रही है।
यदि हाल ही के संकट यानी बीते दिनों कोरोना काल पर नजर डाली जाए तो उस वक्त अन्य सभी चीजों के कारोबार पर असर पड़ा, लेकिन सब्जी, दूध और दवा के कारोबार इससे अछूते रहे। लोगों की आवश्यक आवश्यकता से जुड़ा होने के कारण ऐसा हो सका। ऐसे में यदि बेरोजगार युवा डेयरी फार्म खोल कर अपनी और औरों की जिंदगी बेहतर बनाने की ओर कदम उठाते हैं तो यह प्रदेश के लिए भी बेहतर होगा।
उत्तर प्रदेश में अभी एक करोड़ 88 लाख गोवंश
आपको यह भी बता दें कि उत्तर प्रदेश की आज से करीब दो साल पहले अक्टूबर, 2019 में जारी 20वीं पशुगणना के अनुसार प्रदेश में अभी 1 करोड़ 8 लाख गोवंश हैं। केंद्रीय पशुपालन विभाग की ओर से देश की इस 20वीं पशुगणना के आंकड़े जारी किए गए थे। हालांकि इससे एक निराश करने वाला यह तथ्य सामने आया कि साल 2012 की पशुगणना की तुलना में उतर प्रदेश में गोवंश की संख्या में 3.93 प्रतिशत की कमी आ गई।
2012 में यह आंकड़ा 1 करोड़ 96 लाख था, जो कि सात साल बाद यानी 2019 में घटकर 1 करोड़ 88 लाख रह गया। आश्चर्य की बात यह है कि ये स्थिति तब सामने आई है, जबकि केंद्र और राज्य सरकार की ओर से गोवंश संरक्षण के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार खास तौर पर गोवंश संरक्षण के प्रयास करने में जुटी है।
उत्तर प्रदेश गोपालक योजना से जुड़े सवाल –
उत्तर प्रदेश गोपालक योजना के लाभार्थी कौन हो सकता है?
राज्य के बेरोजगार युवा इस योजना के लाभार्थी होंगे।
उत्तर प्रदेश गोपालक योजना का मकसद क्या है?
इस योजना का मकसद उत्तर प्रदेश के युवाओं को डेयरी फार्म के जरिए स्व रोजगार से जोड़ना है।
इस योजना के अंतर्गत सरकार किस तरह सहायता करती है?
इस योजना के अंतर्गत सरकार बैंक के जरिए डेयरी फार्म खोलने के लिए नौ लाख रुपए तक का लोन मुहैया कराती है।
क्या किसी भी प्रदेश के युवा इस योजना का लाभ उठा सकते हैं?
जी नहीं, यह योजना केवल उत्तर प्रदेश के नागरिकों के लिए है।
इस योजना की आवश्यक शर्त क्या है?
कम से कम पांच दुथारु पशु रखने वाले पशुपालक ही इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
दोस्तों, यह थी उत्तर प्रदेश गोपालक योजना से जुड़ी सारी जानकारी। यदि आप ऐसे ही किसी रोचक विषय पर हमसे जानकारी चाहते हैं तो उसके लिए हमें नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बता सकते हैं। आपकी प्रतिक्रियाओं का हमें इंतजार है। ।।धन्यवाद।।
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