|| यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना, UP Mahila Atta Masala Chakki Yojana, मसाला चक्की योजना में अप्लाई कैसे करें, मसाला चक्की योजना का लाभ कैसे मिलेगा, मसाला चक्की योजना का लाभ कैसे मिलेगा, मसाला चक्की योजना के लिए पात्रता मापदंड क्या है ||
उत्तर प्रदेश के चुनाव पर सबकी नजर थी। अब प्रदेश में भाजपा पुनः सत्ता में आ चुकी है। योगी आदित्यनाथ एक बार फिर से उत्तर प्रदेश में कमान संभालने जा रहे हैं। उनकी शपथ लखनफ स्थित इकाना स्टेडियम में होने जा रही है। यानी योगी राज 2.0 का आगाज होने जा रहा है।
लेकिन चुनाव में उतरने से पूर्व ही वे राज्य की महिलाओं के लिए एक नई योजना का खाका तैयार कर चुके थे, जिसे वे शपथ ग्रहण समारोह के पश्चात युद्ध स्तर पर मूर्त रूप देने जा रहे हैं। यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना है यूपी सरकार महिला आटा मसाला चक्की योजना। आज इस पोस्ट में हम आपको इसी योजना के संबंध में विस्तार से जानकारी देंगे।
जैसे यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना क्या है? यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना के अंतर्गत महिलाओं को किस प्रकार की सहायता मिलेगी? कितना अनुदान मिलेगा? कितनी महिलाओं को यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना का लाभ मिलेगा आदि। आइए, शुरू करते हैं-
यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना क्या है?
दोस्तों, यह तो आप जानते ही हैं कि उत्तर प्रदेश सरकार महिलाओं के स्व रोजगार के लिए पहले से ही कई योजनाएं चला रही है। जैसे हाल ही में उसने उत्तर प्रदेश की महिलाओं के लिए यूपी महिला सामर्थ्य योजना शुरू की है, जिसके तहत महिलाओं को अपनी उपज बेचने के लिए सरकार द्वारा बाजार मुहैया कराया जाएगा।
अब वह महिलाओं के लिए एक नई योजना यूपी महिला आटा एवं मसाला चक्की योजना आई है। यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना के अंतर्गत प्रदेश की महिलाओं को आटा एवं मसाला चक्की यूनिट स्थापित करने के लिए सब्सिडी दी जाएगी। यूनिट स्थापित करने के लिए प्रति महिला 20 हजार रुपये दिए जाएंगे।
इनमें से 10 हजार रुपये का अनुदान होगा, जबकि शेष 10 हजार रुपये की राशि बतौर लोन ली जा सकेगी। खास बात यह है कि इस लोन पर उनसे कोई ब्याज नहीं वसूला जाएगा।
योजना का नाम | यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना 2024 |
किसने आरंभ की | उत्तर प्रदेश सरकार |
लाभार्थी | उत्तर प्रदेश की महिलाएं |
उद्देश्य | प्रदेश की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना |
आधिकारिक वेबसाइट | जल्द लॉन्च की जाएगी |
साल | 2022 |
आवेदन का प्रकार | ऑनलाइन/ऑफलाइन |
यूपी महिला आटा, मसाला चक्की योजना का क्या उद्देश्य है?
मित्रों, यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना का सबसे बड़ा उद्देश्य प्रदेश की महिलाओं के लिए स्व रोजगार को बढ़ावा देना है। सरकार का मानना है कि यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना से गरीबी की रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली महिलाओं को आर्थिक रूप से संबल मिलेगा।
वे अपने परिवार का पालन-पोषण करने में समर्थ होंगी। वे आर्थिक रूप से अधिक सशक्त बनेंगी। उन्हें अपनी एवं अपने परिवार की आवश्यकता की पूर्ति के लिए किसी का मुंह नहीं देखना पड़ेगा, वे अपने पैरों पर खड़ी होंगी। और जैसा कि सरकार प्रयास कर रही है, ये आत्मनिर्भर भारत की ओर भी एक कदम होगा।
यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना से कितनी महिलाओं को लाभ पहुंचेगा?
दोस्तों, अब बात आती है योजना की लाभार्थियों की संख्या पर। आपको बता दें कि इस यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना के अंतर्गत प्रदेश की कुल 2250 महिलाओं को लाभ पहुंचाने की तैयारी है। प्रदेश के 18 मंडल मुख्यालयों में प्रत्येक जनपद में 125 महिलाओं को यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना का लाभ मिलेगा।
आपको बता दें दोस्तों कि सरकार यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना को उत्तर प्रदेश के दो जिलों में बतौर पायलट प्रोजेक्ट (pilot project) आरंभ भी कर चुकी है। उसने प्रोजेक्ट के अंतर्गत कुल 17 महिला लाभार्थियों का चयन भी कर लिया है।
UP Mahila Atta Masala Chakki Yojana के संचालन का जिम्मा किसके पास है?
मित्रों, आपको जानकारी दे दें कि यूपी महिला आटा, मसाला चक्की योजना के संचालन का जिम्मा अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के ऊपर है। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार के शपथ ग्रहण के पश्चात उसकी बड़े पैमाने पर महिलाओं को स्वरोजगार उपलब्ध कराने के लिए यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना में तेजी लाने की तैयारी है।
दरअसल, अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम (shedule cast finance and development corporation) को ही गरीबी की रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे व्यक्तियों को वित्तीय सहायता (financial assistance) प्रदान करना, आर्थिक सशक्तिकरण के लिए राशि जुटाना, उसकी व्यवस्था एवं स्किल डेवलपमेंट (skill development) के जरिए आगे बढ़ाने एवं उनके आर्थिक कल्याण का कार्य सौंपा है।
सरकार महिलाओं पर अधिक फोकस क्यों कर रही है?
साथियों, आपके मन में महिलाओं के लिए आ रही तमाम योजनाओं को देखकर यह प्रश्न अवश्य उठ रहा होगा कि सरकार महिलाओं पर अधिक फोकस (focus) क्यों कर रही है? दरअसल, यह माना जा रहा है कि भाजपा को चुनाव के दौरान महिलाओं को केंद्र में रखकर चलाई गई योजनाओं का बहुत फायदा हुआ है।
पार्टी ने बड़ी संख्या में इन योजनाओं के चलते महिलाओं के वोट बटोरे हैं, जिनमें पीएम उज्जवला योजना, पीएम आवास योजना, शौचालय निर्माण योजना, जनधन खाता योजना आदि शामिल हैं। इसके अतिरिक्त कोरोना काल के दौरान केंद्र एवं उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से चलाई गई मुफ्त राशन वितरण योजना का भी लाभ सरकार को मिला है।
यही वजह है कि आगे यानी अगले पांच वर्षों में भी सरकार महिलाओं को फोकस में रखते हुए ही कई अन्य योजनाओं का भी आरंभ करेगी। इसका एक कारण यह भी है कि दो वर्ष बाद ही यानी सन्र 2024 में लोकसभा चुनाव होने जा रहे हैं। सरकार महिलाओं से इन चुनावों में भी वोट की आकांक्षा निश्चित रूप से कर रही है। यह भी एक बड़ा कारण है कि सरकार महिलाओं को अपने फोकस में रखते हुए कदम आगे बढ़ा रही है।
महिला वोटरों को लेकर आंकड़े क्या कहते हैं
मित्रों, यदि आंकड़ों की दृष्टि से देखें तो आपके सामने स्थिति और साफ हो जाएगी। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की वर्तमान आबादी लगभग 24 करोड़ है। इनमें वोटरों यानी मतदाताओं की संख्या लगभग 15 करोड़ है और इनमें महिला मतदाताओं की संख्या 7 करोड़ के आस-पास है।
जाहिर है कि महिला वोट बैंक किसी भी पार्टी की हार जीत में निर्णायक भूमिका अदा करता है। उनकी ताकत को समझते हुए उत्तर प्रदेश चुनाव में कांग्रेस ने महिलाओं को टिकट देने के साथ ही लड़की हूं लड़ सकती हूं जैसे अभियान की शुरूआत की थी। ऐसे में कम से कम भाजपा इस वोट बैंक को अपने पाले से छिटकने देने से रही।
यही वजह है कि वह महिला उन्मुख योजनाओं को लाने में अन्य पार्टियों की अपेक्षा बढ़त पर है। यह एकदम साफ है कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में आने वाले पांच वर्ष में भी उसकी कोशिश महिला मतदाताओं को लाभ पहुंचाकर अपने पक्ष में बनाए रखने की ही रहेगी।
आटा, मसाला चक्की यूनिट महिलाओं के लिए किस प्रकार लाभप्रद होगी?
साथियों, एक यह भी सवाल बहुत से लोगों के दिल में उठता है कि आटा एवं मसाला चक्की यूनिट महिलाओं के लिए किस प्रकार लाभप्रद होगी? तो आपको बता दें दोस्तों कि आटा, चक्की यूनिट एक ऐसा कार्य है, जो कभी थमने वाला नहीं, क्योंकि रोटी की आवश्यकता हर किसी को होती है।
इसके साथ ही साधारण आटे के साथ ही इसमें मल्टीग्रेन आटा (multigrain flour) भी तैयार किया जा सकता है, जैसे-गेहूं, ज्वार, मक्का, बाजरा, रागी, चने एवं दाल आदि को सही अनुपात में पीसकर महिलाएं मल्टीग्रेन आटा तैयार करके बेच सकती हैं। इसके अतिरिक्त मसाले भी हर रसोई की आवश्यकता होती है।
महिलाएं इसमें हल्दी, मिर्च, धनिया समेत तमाम मसाले पीसकर लोगों की आवश्यकताओं को पूरा कर सकती हैं और अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत बना सकती हैं। लोग भी आजकल अपने स्वास्थ्य की ओर भरपूर ध्यान दे रहे हैं। वे बजाए बाजार की दुकानों से पैक किए मसाले खरीदने के स्थान पर ताजा पिसे मसालों को प्राथमिकता दे रहे हैं, ताकि वे मिलावट के जहर से बच सकें।
ऐसे में यह आटा, मसाला चक्की यूनिट महिलाओं के लिए आय के लिहाज से खासी लाभप्रद साबित हो सकती है। इसका एक और लाभ यह है कि इसके लिए बहुत अधिक स्थान एवं पूंजी की आवश्यकता नहीं।
इसे कहीं से भी शुरू किया जा सकता है। बहुत अधिक एक्सपरटाइज (expertise) की आवश्यकता भी इस कार्य के लिए नहीं पडती। इस लिहाज से देखें तो यह कार्य घरेलू महिलाओं के लिए सर्वथा उपयुक्त है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने महिलाओं के लिए कौन कौन सी योजनाएं चलाई हैं?
दोस्तों, आइए अब आपको बताते हैं कि महिलाओं पर खास फोकस रख रही उत्तर प्रदेश सरकार ने महिलाओं के लिए अभी तक राज्य में कौन कौन सी योजनाएं चलाई हैं। इनमें महिला शक्ति केंद्र योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, फ्री सिलाई मशीन योजना, सुरक्षित मातृत्व आश्वासन सुमन योजना, यूपी महिला सामर्थ्य योजना आदि योजनाएं शामिल हैं।
प्रदेश की महिलाओं को इन योजनाओं से बड़े पैमाने पर लाभ हुआ है और वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनी हैं। अपने परिवार के स्वयं पालन पोशण में सक्षम हुई हैं। यह तो आपको स्पष्ट हो ही गया होगा दोस्तों कि इनमें से अधिकांश ऋण योजनाएं अनुदान (subsidy) से जुड़ी हैं।
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दूसरे, सरकार महिलाओं के लिए चलाई जा रहीं इन योजनाओं के लिए अंतर्गत जो लोन राशि (loan amount) प्रदान कर रही है, वे ब्याज से मुक्त (free of interest) हैं, यानी उन्हें इन पर किसी प्रकार का ब्याज नहीं चुकाना पड़ रहा। इससे महिलाओं को स्व रोजगार में बहुत सहायता मिल रही है।
यूपी आटा, मसाला चक्की योजना लाए जाने का उद्देश्य है?
यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना का उद्देश्य महिलाओं के लिए स्वरोजगार को बढ़ावा देना है।
आटा, मसाला चक्की योजना के अंतर्गत महिलाओं को कितनी राशि दी जाएगी?
आटा, मसाला चक्की योजना के अंतर्गत महिलाओं को कुल 20 हजार रुपये प्रति महिला प्रदान किए जाएंगे।
आटा मसाला चक्की के तहत महिलाओं को कितना अनुदान दिया जाएगा?
यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना के अंतर्गत प्रदेश की महिलाओं को दिए जाने वाले 20 हजार रूपये में से 10 हजार रूपये बतौर अनुदान दिए जाएंगे। बाकी राशि लोन के रूप में दी जाएगी, जिस पर उनसे कोई ब्याज नहीं वसूला जाएगा।
आटा, मसाला चक्की योजना से कितनी महिलाओं को लाभ पहुंचेगा?
आटा, मसाला चक्की योजना से प्रदेश के 18 मंडल मुख्यालयों में 2250 महिलाओं को लाभ पहुंचेगा।
आटा, मसाला चक्की योजना अभी कितने जिलों में शुरू की गई है?
यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना अभी प्रदेश के दो जिलों में बतौर पायलट प्रोजेक्ट शुरू की गई है। इसके लिए 17 महिलाओं का चयन किया गया है।
योजना पूरी तरह कब से लागू होगी?
योजना प्रदेश के 18 मंडल मुख्यालयों में यूपी सरकार के शपथ ग्रहण के पश्चात शुरू कर दी जाएगी।
यूपी महिला आटा, मसाला चक्की योजना के संचालन का जिम्मा किसके ऊपर है?
यूपी महिला आटा, मसाला चक्की योजना के संचालन का जिम्मा अनुसूचित जाति एवं वित्त विकास निगम के ऊपर है।
दोस्तों, हमने आपको इस पोस्ट में यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना 2024 ऑनलाइन अप्लाई कैसे करें? | UP Mahila Atta Masala Chakki Yojana के बारे में बताया। उम्मीद है कि यह पोस्ट आपके बहुत काम आएगी। यदि आपके मन में इस पोस्ट (post) को लेकर कोई सवाल है तो आप बेहिचक नीचे दिए गए कमेंट बाक्स (comment box) में कमेंट करके अपनी बात हम तक पहुंचा सकते हैं। आपकी प्रतिक्रियाएं हमारे लिए मूल्यवान हैं। ।।धन्यवाद।।
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Sir mujhe chahiye aata ke chakkiy
Sarahniy karya Uttar Pradesh sarkar