|| उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना 2024 | Uttarakhand Mukhyamantri Aanchal Amrit Yojana 2024 in Hindi | Uttarakhand Chief Minister Aanchal Amrit Scheme re-launched in hindi | उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना का उद्देश्य | उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना का बजट ||
Uttarakhand Mukhyamantri Aanchal Amrit Yojana 2024 in Hindi :- उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना 2024 उत्तराखंड सरकार द्वारा 3 से 6 वर्ष की आयु के बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य में सुधार के लिए शुरू की गई एक योजना है। यह योजना पहली बार 2019 में तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा शुरू की गई थी और वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा 2021 में फिर से शुरू की (Features of Uttarakhand Mukhyamantri Aanchal Amrit Yojana) गई। इस योजना का उद्देश्य राज्य भर के आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों को दूध उपलब्ध कराना है।
इस योजना के तहत, प्रत्येक बच्चे को सप्ताह मे दो दिन 100 मिलीलीटर दूध आंगनबाड़ी केन्द्रों के द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा, जिसे उत्तराखंड सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ से प्राप्त किया जाता (Objective of Uttarakhand Mukhyamantri Aanchal Amrit Yojana) है। इस योजना से राज्य में लगभग 2 लाख 50 हजार बच्चों को लाभ प्राप्त होगा।
उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना 2024 राज्य में बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण में सुधार की दिशा में एक बहुत ही अच्छा कदम है। दूध पोषण का एक महत्वपूर्ण स्रोत होता है और बच्चों की वृद्धि और विकास के लिए आवश्यक भी है। योजना यह सुनिश्चित करेगी कि आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों को पर्याप्त पोषण मिले, जो कुपोषण को कम करने और उनके समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करेगा।
यह योजना राज्य में बच्चों के स्वास्थ्य और कल्याण में सुधार के सरकार के प्रयासों का एक हिस्सा है। सरकार ने उत्तराखंड के लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण में सुधार के लिए मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना और मुख्यमंत्री अंचल अमृत योजना जैसी अन्य योजनाएं भी शुरू की हैं।
उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना को फिर से शुरू किया गया (Uttarakhand Chief Minister Aanchal Amrit Scheme re-launched in hindi)
एक बार फिर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रिंग रोड स्थित एक होटल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना 2024 की शुरुआत की। जहां पिछली बार इस रोजना के तहत बच्चों को सप्ताह में दो बार मीठा और अच्छे फ्लेवर वाला दूध दिया जाता था। वहीं इस बार इस योजना के तहत आंगनबाडी में पढ़ने वाले इन बच्चों को सरकार के द्वारा सप्ताह में 4 बार दूध दिया जाएगा। यह योजना 3 वर्ष से 6 वर्ष के बीच के बच्चों के लिए है।
यह कार्यक्रम उत्तराखंड राज्य के 1,70,000 युवाओं को सेवा का अवसर प्रदान करेगा और साथ ही बच्चों के स्वास्थ्य और पौष्टिक आहार को भी बढ़ावा देगा। महिला अधिकारी एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य के अनुसार उत्तराखंड सरकार ने मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना के लिए भी पर्याप्त बजट आवंटित किया है।
इस योजना के शुरू होने से उत्तराखंड राज्य को कुपोषण मुक्त बनाया जा सकता है। डेयरी विकास विभाग राज्य के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में 3 से 6 साल के बच्चों को सप्ताह में 4 दिन विटामिन ए और विटामिन डी युक्त फ्लेवर्ड फोर्टिफाइड दूध उपलब्ध कराएगा। इस योजना के शुरू होने से राज्य के 170000 युवाओं को हर महीने मदद मिलेगी।
योजना का नाम | मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना |
राज्य | उत्तराखंड |
साल | 2024 |
लाभार्थी | आंगनबाड़ी में पंजीकृत बच्चे |
उद्देश्य | बच्चों को कुपोषित होने से बचाना |
वेबसाइट | uk.gov.in |
उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना की विशेषताएं (Features of Uttarakhand Mukhyamantri Aanchal Amrit Yojana in Hindi)
उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना की विशेषताएं निम्नलिखित हैं।
- लगभग 20,000 आंगनवाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले लगभग ढाई लाख बच्चों को इस योजना के अंतर्गत एक सप्ताह में दो बार 100 मिलीलीटर दूध को मुफ्त मं बांटा जाएगा।
- मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना 2024 के तहत आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले सिर्फ उन बच्चों को ही यह दूध प्रदान किया जाएगा, जिनकी उम्र 6 वर्ष या उससे कम है।
- इस योजना के अंतर्गत बच्चों को सिर्फ उनकी पसंद का ही दूध दिया जाएगा।
- इस योजना के अंतर्गत कक्षा 1 से कक्षा 8 तक के बच्चों को सप्ताह के अलग अलग दिनों में विटामिन ए और विटामिन डी2 फोर्टिफाइड दूध बच्चों की पसंद के अनुसार दिया जाएगा।
- इस योजना के द्वारा उतराखंड में रह रहे लगभग 7 लाख बच्चों को लाभ मिलेगा।
- मध्यान्ह भोजन के तहत उत्तराखण्ड के सभी प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को इस योजना का लाभ दिया जायेगा।
- उत्तराखण्ड राज्य के बच्चे स्वस्थ एवं कुपोषण से मुक्त हों, इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना की शुरुआत की गई है।
- उत्तराखंड सरकार द्वारा मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना के तहत 20,000 आंगनवाड़ी केंद्रों पर फ्लेवर्ड, मीठा और स्किम्ड मिल्क पाउडर वितरित किया जाएगा।
- कैल्शियम और विटामिन के स्रोत के रूप में, दूध हड्डियों और दांतों के विकास, तंत्रिका तंत्र के प्रदर्शन में सुधार, पाचन में सुधार, शरीर को ऊर्जा प्रदान करने के लिए एक अच्छा प्रोटीन है।
- इस योजना के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों, सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों और मदरसों में दूध की आपूर्ति उपलब्ध कराई जाएगी।
- प्राथमिक स्तर के छोटे बच्चों को 100 मिली दूध उपलब्ध कराया जाएगा।
- जबकि उच्च प्राथमिक स्तर पर पढ़ने वाले बच्चों को 150 मिली दूध उपलब्ध कराया जाएगा।
- इस योजना के लिए दूध उत्तराखंड सहकारी डेयरी फेडरेशन लिमिटेड के द्वारा दिया जाएगा।
- उनकी मांग और आवश्यकता के अनुसार हर 3 महीने में मिल्क पाउडर का पैकेट स्कूल में पहुंचाया जाएगा। इस योजना के तहत 3 महीने का कोटा एक बार में स्कूल तक पहुंचाया जाएगा।
उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना का उद्देश्य (Objective of Uttarakhand Mukhyamantri Aanchal Amrit Yojana in Hindi)
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री द्वारा जारी आंचल अमृत योजना का मुख्य उद्देश्य प्राथमिक स्तर के सभी बच्चों को अच्छी गुणवत्ता वाले मध्याह्न भोजन के साथ-साथ विटामिन से भरपूर दूध उपलब्ध कराना है ताकि छात्रों के पोषण स्तर में सुधार हो सके काफी हद तक। . उनके भौतिक विकास को बढ़ावा देने और बढ़ावा देने के लिए सरकार ने यह योजना शुरू की है।
उत्तराखण्ड सरकार ने भारत सरकार के सहयोग से मध्यान्ह भोजन में बच्चों को दूध उपलब्ध कराने की योजना चलाने का निर्णय लिया है। इस योजना के तहत उत्तराखंड पहला राज्य है जिसे इस वित्तीय वर्ष में इस योजना को पूरा करने के लिए भारत सरकार से वित्तीय सहायता दी गई है।
उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना 2024 के लिए पात्रता मापदंड (Eligibility Criteria for Uttarakhand Mukhymantri Aanchal Amrit Yojana 2024 in Hindi)
अगर आप भी उत्तराखंड सरकार की आंचल अमृत योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपके पास इस योजना के लिए सरकार द्वारा जारी पात्रता मापदंड होने चाहिए। यह पात्रता मापदंड निम्न प्रकार से हैं।
- इस योजना का लाभ लेने के लिए उस बच्चे का उत्तराखंड का स्थाई निवासी होना आवश्यक है।
- इस योजना का लाभ लेने के लिए बच्चे की आयु 3 साल से 6 साल के बीच की होनी चाहिए।
- अगर उस बच्चे को इस योजना का लाभ लेना है तो उसका आंगनबाड़ी में या किसी प्रायमरी स्कूल में होना जरुरी है।
उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना के लिए जरुरी दस्तावेज (Documents required for Uttarakhand Mukhymantri Aanchal Amrit Yojana in Hindi)
अगर आप भी उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आपके पास निम्नलिखित दस्तावेजों का होना बहुत आवश्यक है। बिना इन दस्तावेजों के आप इस योजना का लाभ नहीं ले पाएंगे।
- इस योजना का लाभ लेने के लिए आपके पास आधार कार्ड होना अनिवार्य है।
- योजना के लिए आवेदन करने के लिए लाभार्थियों के पास गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) का राशन कार्ड होना चाहिए।
- आवेदकों को यह साबित करने के लिए आय प्रमाण पत्र जमा करना होगा कि वे बीपीएल श्रेणी के अंतर्गत आते हैं।
- निवास का वैध प्रमाण, जैसे मतदाता पहचान पत्र या उपयोगिता बिल, आवश्यक है।
- लाभार्थी की एक पासपोर्ट आकार की तस्वीर आवेदन पत्र के साथ संलग्न होनी चाहिए।
उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना का बजट (Budget of Uttarakhand Chief Minister Aanchal Amrit Yojana in Hindi)
बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य में सुधार के लिए मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत सभी आंगनबाडी केन्द्रों पर आने वाले 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों को सप्ताह में चार दिन विटामिन ए और डी युक्त 100 मिली मीठा दूध पिलाया जाता है। अंचल अमृत योजना 2024 के तहत उत्तराखंड बजट में 13 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना का क्रियान्वयन (Implementation of Mukhyamantri Anchal Amrit Yojana in Hindi)
मुख्यमंत्री रावत ने देहरादून में डेयरी विकास विभाग, उत्तराखंड सहकारी डेयरी फेडरेशन लिमिटेड और महिला अधिकारिता एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम में सहायता प्रदान की. उत्तराखंड महिला अधिकारिता एवं बाल विकास मंत्रालय ने उत्तराखंड में कुपोषण से लड़ने के लिए मुख्यमंत्री अंचल योजना को प्राथमिक कदम बताया है। राज्य में 18 हजार बच्चे कुपोषण के शिकार हैं, इसलिए मुख्यमंत्री अंचल अमृत योजना शुरू करने की जरूरत महसूस की जा रही है। आंगनवाड़ी केंद्रों में अधिकांश बच्चे समाज के वंचित तबके से आते हैं और पोषण तक उनकी उचित पहुंच नहीं है इसलिए सरकार अब उन्हें इस योजना के माध्यम से मुफ्त दूध उपलब्ध कराएगी।
एक आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तराखंड में करीब बीस हजार आंगनवाड़ी केंद्र हैं और इन केंद्रों पर 3 से 6 साल के बच्चों को सुगंधित, मीठा और स्किम्ड दूध दिया जाएगा। इस सहकारिता अभियान से आंगनबाडी केन्द्रों में पढ़ने वाले कुपोषित बच्चों को आने वाले वर्षों में समुचित पोषाहार उपलब्ध कराया जायेगा. इस योजना को महिला अधिकारिता एवं बाल विकास मंत्रालय ने राज्य में कुपोषण से लड़ने की दिशा में एक बड़ा कदम बताया है.
उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना 2024 – Related FAQs
प्रश्न: मुख्यमंत्री अंचल अमृत योजना क्या है?
उत्तर: मुख्यमंत्री अंचल अमृत योजना उत्तराखंड राज्य में बीस हजार आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए है। यह योजना आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए है। इस योजना के तहत ढाई हजार बच्चों को दूध उपलब्ध कराया जाएगा।
प्रश्न: यह योजना कब शुरू की गई थी?
उत्तर: यह योजना 9 मार्च 2019 को शुरू की गई थी।
प्रश्न: यह योजना किसने शुरू की?
उत्तर: त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री अंचल अमृत योजना की शुरुआत की।
प्रश्न: योजना का उद्देश्य क्या है?
उत्तर: मुख्यमंत्री द्वारा इस योजना का उद्देश्य बच्चों में कुपोषण की समस्या को नियंत्रित करना है। इस योजना के लागू होने से आंगनबाड़ी केंद्रों में भी बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने में मदद मिलेगी। इससे इन बच्चों की कुपोषण और शिक्षा की समस्या का भी समाधान होगा।