मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना उत्पादों की बिक्री के लिए मिलेगा व्यापक बाजार

मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना क्या है? | What is uttarakhand mukhyamantri sashakt bahna utsav Yojana? | मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना का लाभ | वर्तमान में उत्तराखंड में कितने महिला स्वयं सहायता समूह कार्यरत हैं? | उत्तराखंड में कुल कितने स्वयं सहायता समूह हैं? ||

हमारे देश की केंद्र सरकार हो या राज्य सरकारें, उनके स्तर पर महिलाओं को सशक्त बनाने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए उनके द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। उत्तराखंड राज्य सरकार भी इस कार्य में पीछे नहीं। अब उसके द्वारा रक्षाबंधन से ऐन पहले महिला स्वयं सहायता समूहों को सशक्त करने के लिए एक नई योजना का ऐलान किया गया है। इस योजना का नाम ‘मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना’ है। आज इस पोस्ट में हम आपको इस योजना के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। आइए, शुरू करते हैं-

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महिला स्वयं सहायता समूह क्या होता है? (What is women self help group?)

महिला स्वयं सहायता समूह ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर अथवा सशक्त बनाने के लिए तैयार किए गए समूह होते हैं। इनके जरिए महिलाओं को न्यूनतम दर पर लेन-देन हेतु सक्षम बनाने में सहयोग किया जाता है। एक स्वयं सहायता समूह में एक जैसे काम से जुड़ी 10-12 महिलाएं होती हैं।

मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना

इसमें सभी सदस्यों द्वारा मासिक आधार पर एक बराबर राशि तय की जाती है, जिसे पदाधिकारियों के पास जमा रजिस्टर में दर्ज किया जाता है। उसके बाद उस बचत को नजदीकी बैंक में जमा किया जाता है, जहां समूह के नाम से बचत खाता खुलवाया गया होता है।

योजना का नाममुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना
राज्य का नामउत्तराखंड
साल 2024
विभाग का नाम बाल विकास एवं महिला सशक्तिकरण विभाग
लाभार्थी बाल विकास एवं महिला सशक्तिकरण विभाग
आवेदन का तरीका
वेबसाइट https://uk.gov.in/

महिला स्वयं सहायता समूहों के क्या लाभ हैं? (What are the advantages of women self help groups?)

मित्रों, हमने महिला स्वयं समूह का अर्थ तो जान लिया, आइए अब एक नजर इस समूह के लाभों पर भी डाल लेते हैं, जो कि इस प्रकार से हैं-

  • महिलाओं का वित्तीय समावेशन (financial inclusion)।
  • महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार (improvement in economic condition)।
  • महिलाओं को बचत (savings) के लिए प्रेरित करना।
  • आवश्यकता के समय कम अथवा बिना ब्याज के लोन (without interest loan) प्राप्ति।
  • महिलाओं को कृषि सखी, बैंक सखी आदि के रूप में नौकरी की सुविधा।
  • प्रदेश की आर्थिकी में सुधार (improvement in economy)।

मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना क्या है? (What is uttarakhand mukhyamantri sashakt bahna utsav Yojana?)

दोस्तों, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) द्वारा राज्य में महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना को स्वीकृति प्रदान की गई है। उनके द्वारा इस योजना की घोषणा रक्षाबंधन पर्व से ठीक पहले 22 अगस्त, 2024 को की गई।

इसके पश्चात 24 अगस्त, 2024 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा उत्तराखंड कि राजधानी देहरादून (dehradun) स्थित सचिवालय (secretariat) में प्रदर्शनी (exhibition) आयोजित कर इस योजना का विधिवत् शुभारंभ किया गया।

इस प्रदर्शनी में महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा अपने उत्पादों को प्रदर्शित किया गया। इसके साथ ही राखी के त्यौहार को देखते हुए राखी के स्टाल भी लगाए गए। आपको बता दें दोस्तों कि उत्तराखंड सरकार (uttarakhand government) इस उत्तराखंड सशक्त बहना उत्सव योजना के जरिए प्रदेश में कार्यरत तमाम महिला स्वयं सहायता समूहों (women self help groups) को उनके द्वारा निर्मित उत्पादों (products) के लिए व्यापक बाजार (extensive market) उपलब्ध कराया जाएगा।

इसके लिए राज्य के प्रत्येक जिले (district) के प्रत्येक ब्लॉक (block) में उनके द्वारा निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी (exhibition) आयोजित की जाएगी। इससे उत्पादों (products) को नई पहचान (new identity) मिलेगी, साथ ही इनकी बिक्री (sale) के लिए समूह को एक नया मंच (new platform) भी मिलेगा। योजना के संचालन का जीवन महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के पास है।

मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना ले जाने के पीछे क्या उद्देश्य है? (What is the objective behind mukhyamantri sashakt bahna utsav Yojana?)

दोस्तों, आपको बता दें कि उत्तराखंड में वर्तमान में हजारों की तादाद में महिला स्वयं सहायता समूह कार्यरत हैं, जिनके द्वारा विभिन्न प्रकार के उत्पादों का निर्माण किया जाता है। इनमें से कई उत्पाद तो बहुराष्ट्रीय कंपनियों (multinational company) यानी एमएनसी (MNC) की टक्कर के हैं।

लेकिन इनके सामने कई बार सबसे बड़ी समस्या इनके द्वारा निर्मित उत्पादों को सही बाजार न मिल पाने की होती है, जिससे महिलाएं अक्सर दो-चार होती हैं। उन्हें उनके उत्पाद का सही अथवा वाजिब दाम नहीं मिल पाता। इसे देखते हुए सरकार ने बाजार उपलब्ध कराने के लिए अपनी ओर से हाथ बढ़ाया है।

दोस्तों यह कहना अनुचित न होगा कि इससे महिला स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी प्रदेश की लाखों महिलाओं को लाभ होगा। इसके लिए सरकार द्वारा महिलाओं को उत्पादों की गुणवत्ता यानी क्वालिटी (quality) बनाए रखने के साथ ही पैकेजिंग (packaging) पर भी विशेष ध्यान दिए जाने के लिए कहा गया है।

मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना का लाभ लेने के लिए क्या पात्रता रखी गई है? (Who is eligible to take the advantage of mukhyamantri sashakt bahna utsav Yojana?)

मित्रों, यह तो आप जानते ही है कि किसी भी सरकारी योजना का लाभ देने से पहले सरकार द्वारा उसकी पात्रता (eligibility) निर्धारित की जाती है, ताकि जिस वर्ग के लिए वह योजना लाई गई है, उस तक उसका पूरा लाभ पहुंच सके। उत्तराखंड मुख्यमंत्री सशक्त बहना योजना का लाभ लेने के लिए पात्रता इस प्रकार से है-

  • लाभार्थी महिलाएं उत्तराखंड की रहने वाली हों।
  • संबंधित महिलाओं की आयु 18 वर्ष से कम न‌ हो।
  • संबंधित स्वयं सहायता समूह उत्तराखंड में कार्यरत हो।
  • समूह द्वारा वर्तमान में किसी अन्य सरकारी योजना का लाभ न उठाया जा रहा हो।

वर्तमान में उत्तराखंड में कितने महिला स्वयं सहायता समूह कार्यरत हैं? (How Many women self groups are working in Uttarakhand?)

दोस्तों, आपको बता दे कि वर्तमान में उत्तराखंड में 37 हजार से भी ज्यादा महिला स्वयं सहायता समूह कार्यरत हैं। इन महिला स्वयं सहायता समूहों से लगभग तीन लाख महिलाएं जुड़ी हैं। महिलाएं स्वयं सहायता समूह से जुड़कर आत्मनिर्भर (self independent) हो रही हैं। इससे उत्तराखंड प्रदेश की आर्थिकी (economy) को भी बल मिल रहा है। सरकार अब इन्हें सहयोग प्रदान कर इन्हें और अधिक मजबूत (strong) बनाने की दिशा में कार्य कर रही है।

महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा किन उत्पादों का निर्माण किया जा रहा है? (What products are being produced by women self help groups?)

मित्रों, आइए अब एक नजर उत्तराखंड (uttarakhand) में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों पर डाल लेते हैं, जो कि मुख्य रूप से इस प्रकार से हैं-

  • फिनायल, झाड़ू, वाइपर आदि।
  • रोटाना, अरसे, मंडुए के बिस्कुट आदि।
  • बैग, पिछौड़ा, गुलूबंद आदि।
  • गाय के गोबर से अगरबत्ती, दीए, धूपबत्ती, मूर्तियां आदि।
  • भीमल, पिरुल आदि से बनी राखियां आदि।
  • कपड़े, कुशन, सजावटी सामान आदि।

उत्तराखंड सरकार द्वारा क्या इससे पूर्व भी महिलाओं के लिए कोई सशक्तिकरण योजना चलाई जा रही है? (Is there any empowerment scheme for women run by Uttarakhand Government?)

मित्रों, आपकी जानकारी के लिए बता दे कि उत्तराखंड सशक्त बहना उत्सव योजना से पूर्व भी उत्तराखंड सरकार द्वारा महिलाओं को सशक्त करने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। ऐसी ही एक योजना मुख्यमंत्री नारी सशक्तिकरण योजना है।

इस योजना का संचालन उत्तराखंड राज्य के ग्राम्य विकास विभाग (department of rural development) द्वारा किया जा रहा है। दोस्तों, आपको बता दे कि इस उत्तराखंड नारी सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत राज्य की महिलाओं को अपना खुद का रोजगार (employment) स्थापित करने में आर्थिक सहायता (economic assistance) प्रदान की जा रही है।

इस योजना का लाभ लेने के लिए महिलाओं का उत्तराखंड राज्य का निवासी होना आवश्यक है। तलाकशुदा, विकलांग आदि महिलाओं को भी इस योजना का लाभ लेने के लिए पात्र माना गया है। आपको जानकारी दे दें कि इस

योजना के अंतर्गत महिलाओं को परियोजना लागत (project cost) का 30 प्रतिशत अथवा एक लाख रुपए की सब्सिडी प्रदान की जाती है। दोस्तों, इसके अतिरिक्त इस योजना के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह को 5 लाख रुपए तक का लोन बिना ब्याज दिया जाता है। उनके उत्पादों की बिक्री की व्यवस्था की जाती है। इस योजना का लाभ ऑफलाइन आवेदन (offline apply) के जरिए उठाया जा सकता है।

मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना किस राज्य सरकार की योजना है?

यह उत्तराखंड की भाजपा नीत पुष्कर सिंह धामी सरकार की योजना है।

मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना क्या है?

इस योजना के अंतर्गत उत्तराखंड के महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित किए गए उत्पादों को ब्लॉकों में प्रदर्शनी लगाकर एक नई पहचान प्रदान करना एवं बाजार उपलब्ध कराना है।

मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना का क्या उद्देश्य है?

इस योजना का उद्देश्य महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए उत्पादों को विस्तृत बाजार उपलब्ध कराना है।

उत्तराखंड में कुल कितने स्वयं सहायता समूह हैं?

उत्तराखंड राज्य में वर्तमान में कुल 37 हजार से भी अधिक स्वयं सहायता समूह हैं।

उत्तराखंड में कितनी महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं?

उत्तराखंड में करीब 3 लाख महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री द्वारा मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना की घोषणा कब की गई?

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा इस योजना की घोषणा रक्षाबंधन से ठीक पहले 22 अगस्त, 2024 को की गई।

उत्तराखंड सशक्त बहना उत्सव योजना का शुभारंभ कब हुआ?

उत्तराखंड सशक्त बहना उत्सव योजना का शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा राजधानी देहरादून स्थित सचिवालय में 24 अगस्त, 2024 को किया गया है।

उत्तराखंड के महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा किन-किन उत्पादों का निर्माण किया जाता है?

उत्तराखंड के महिला स्वयं समूहों द्वारा निर्मित किए जाने वाले मुख्य-मुख्य उत्पादों की सूची हमने आपको ऊपर पोस्ट में दी है। आप वहां से देख सकते हैं।

मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना के संचालन का जिम्मा किस विभाग के पास है?

मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना के संचालन का जिम्मा उत्तराखंड के महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के पास है।

दोस्तों, इस पोस्ट (post) में हमने आपको मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उम्मीद है कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी। यदि इस पोस्ट के संबंध में आपका कोई सवाल अथवा सुझाव है तो उसे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके हमें भेज सकते हैं। हम उनका जवाब देने का पूरा प्रयास करेंगे।।।धन्यवाद।।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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