उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना 2024 आनलाइन रजिस्ट्रेशन, उद्देश्य, पात्रता, जरूरी दस्तावेज,

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उत्तराखंड से रोजगार और नौकरी की तलाश में लाखों युवा पलायन करके देश के दूसरे हिस्सों में चले गए थे। गांव के गांव खाली हो गए थे। बड़ी संख्या में ghost village अस्तित्व में आ गए थे। लेकिन कोरोना संक्रमण काल में हजारों युवा अपनी माटी, अपने गांव में लौट आए हैं। सरकार पहले से ही पलायन कर चुके युवाओं को रिवर्स पलायन के लिए प्रोत्साहित करने के लिए उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना 2024 बना रही थी। अब हजारों की संख्या में प्रवासियों के उत्तराखंड लौटने के बाद सरकार ने इसे एक अवसर के रूप में तब्दील करने की सोची है।

रिवर्स पलायन करने वाले प्रवासी युवाओं की मदद के लिए और उन्हें रोजगार मुहैया कराने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना शुरू की है। इस योजना में युवाओं के लिए क्या-क्या है आज इस पोस्ट के जरिए हम आपको इसकी जानकारी देंगे और साथ ही बताएंगे कि उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना ऑनलाइन आवेदन किस तरह से किया जा सकता है शुरू करते हैं –

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उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना 2024 क्या है? What is Mukhyamantri Swarozgar Yojana 2024?

उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना 2021 आनलाइन रजिस्ट्रेशन, उद्देश्य, पात्रता, जरूरी दस्तावेज,

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की ओर से प्रवासी मजदूरो को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की शुरुआत की गयी है। जैसा कि हमने अभी बताया, राज्य के जो युवा और मजदूर लॉक डाउन की वजह से अन्य दूसरे राज्यों में फसे हुए थे अब वह वापस अपने राज्य आ गए है।

ऐसे में इस योजना के तहत उन उत्तराखंड में वापस लोटे प्रवासी मजदूरों को अपना खुद का रोजगार, उद्यम स्थापित करने के लिए सरकार की ओर से लोन मुहैया कराया जायेगा। आपको यह भी बता दें कि यह लोन सरकार राष्ट्रीयकृत बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, राज्य सहकारी बैंकों और अन्य शैडयूल्ड बैंकों के माध्यम से लाभार्थियों को प्रदान करेगी। 

विनिर्माण में 25 लाख, सेवा क्षेत्र में 10 लाख मिलेंगे –

इस मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत विनिर्माण के क्षेत्र में 25 लाख रूपये और सेवा क्षेत्र में 10 लाख रूपये तक की परियोजनाओं पर लोन उपलब्ध कराया जायेगा। आपको यह भी जानकारी दें कि एमएसएमई नीति के मुताबिक वर्गीकृत श्रेणी ए में मार्जिन मनी की अधिकतम सीमा कुल परियोजना लागत का 25 प्रतिशत, जबकि श्रेणी बी़ में 20 प्रतिशत और सी व डी श्रेणी में कुल परियोजना लागत का 15 प्रतिशत तक मार्जिन मनी के रूप में देय होगी। उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना आकर्षक है। युवा भी अब अपने पैतृक गांव में रहने का मन बना चुके हैं। ऐसे में यह योजना उनके लिए बेहद कारगर यानी जा सकती है। ज्यादातर गांवों को लौटने वाले युवाओं के लिए यह एक अवसर लेकर आई है।

उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन कैसे करें?

यदि आप उत्तराखंड सरकार की इस मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के लिए आवेदन करना चाहते है तो आपको यह सुविधा है कि आप ऑनलाइन तथा ऑफलाइन दोनों तरीके से आवेदन कर सकते है। उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना ऑनलाइन आवेदन करने के इच्छुक प्रवासी युवाओं को सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा। वहीं ऑफलाइन आवेदन करने के लिए आवेदन पत्र अथवा रजिस्ट्रेशन फॉर्म डाउनलोड करना होगा। और इस आवेदन पत्र को पूरी तरह भरकर बैंक में जाकर सभी दस्तावेजों समेत जमा करवाना होगा।

उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना आवेदन करने के लिए पात्रता –

दूसरी तमाम योजनाओं की तरह उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का लाभ लेने के लिए भी कुछ पात्रता निर्धारित की गई है। आइए जान लेते हैं कि यह क्या क्या हैं-

  • आवेदक को उत्तराखंड का स्थाई निवासी होना चाहिए।
  • इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक की न्यूनतम यानी कम से कम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए।
  • आवेदक या उसके परिवार के सदस्य को योजना के तहत केवल एक ही बार लाभ मिल सकेगा।
  • योजना का लाभ लेने के लिए किसी तरह की शैक्षिक योग्यता निर्धारित नहीं की गई है।

पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर मिलेगा लाभ

यदि योजना का लाभ पाने के इच्छुक आवेदकों से बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त होते हैं तो ऐसे में लाभार्थियों का चयन प्रोजेक्ट वायबिलिटी को देखते हुए ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर किया जायेगा। यानी कि जो पहले आवेदन फॉर्म भरकर जमा कर देगा, उसे उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का लाभ पहले दे दिया जाएगा।

एमएसवाई योजना के तहत मिलने वाली सहायता राशी –

परियोजना की पात्रता
विनिर्माण क्षेत्रपरियोजना लागत (सीमा)रुपये 25 लाख
सेवा क्षेत्रपरियोजना लागत (सीमा)रुपये 10 लाख
व्यापार क्षेत्रपरियोजना लागत (सीमा)रुपये 10 लाख
अनुदान
लागू समय सीमाअनुदानक्षेत्र श्रेणीविनिर्माण गतिविधियाँसेवा और वाणिज्यिक गतिविधियाँ
एक बार
कम से कम 2 साल के लिए कारोबार के सफल संचालन के बाद मार्जिन मनी को समायोजित किया जाएगा
श्रेणी ‘ए’ (पर्वतीय)25% (अधिकतम 6.25 लाख तक)25% (अधिकतम 2.50 लाख तक)
श्रेणी ‘बी’ (पर्वतीय)20% (अधिकतम 5 लाख तक)20% (अधिकतम 2 लाख तक)
श्रेणी ‘बी+’
श्रेणी ‘सी’15% (अधिकतम 3.75 लाख तक)15% (अधिकतम 1.50 लाख तक)
श्रेणी ‘डी’

आवेदक किसी अन्य स्वरोजगार योजना का लाभार्थी न हो

यह जानना आवश्यक है। आपको बता दें कि आवेदन की प्रक्रिया एवं योजना का क्रियान्वयन , महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्रों को सौंपा गया है। हम ऊपर बता चुके हैं कि आप मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन एवं मैनुअल आवेदन कर सकते हैं। यहां यह भी साफ कर दें कि आवेदक की ओर से पिछले 5 वर्ष के भीतर केंद्र सरकार या राज्य सरकार की ओर से संचालित किसी अन्य स्वरोजगार योजना का इससे पूर्व में लाभ प्राप्त नहीं किया गया हो।

यहां यह भी साफ कर दें कि अनुसूचित जाति / जनजाति, अल्पसंख्यक, अन्य पिछड़ा वर्ग, भूतपूर्व सैनिक, महिला एवं दिवयंगजन के आवेदकों को सक्षम प्राधिकारी विशेष श्रेणी द्वारा निर्गत प्रमाण पत्रों की प्रमाणित प्रति आवेदन पत्र के साथ देनी होगी।

उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना आफलाइन आवेदन की क्या प्रक्रिया है?

दोस्तों, यदि आप उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना आफलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो उसके लिए एक प्रक्रिया निर्धारित की गई है, जो कि इस प्रकार से है-

  • मित्रों, सबसे पहले आपको राष्ट्रीयकृत बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, राज्य सहकारी बैंक या किसी अन्य शैडयूल्ड बैंक में से किसी एक बैंक में जाना होगा।
  • बैंक से आपको वहां निर्धारित अधिकारी के पास से मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के लिए आवेदन पत्र को लेना होगा।
  • आवेदन पत्र में आपको पूछी गयी सभी जानकारी जैसे नाम ,जन्मतिथि ,आधार नंबर ,मोबाइल आदि को सही सही भरना होगा।
  • सभी जानकारी भरने के बाद आपको अपने सभी ज़रूरी दस्तावेज़ों को अपने आवेदन पत्र के साथ नत्थी करना होगा।
  • इसके बाद आपने आवेदन पत्र को जिस बैंक से लिया है, इसे उसी में जाकर जमा करना होगा। आवेदन पत्र जमा होने के बाद बैंक के अधिकारी आपके आवेदन पत्र को सत्यापित करेंगे। यानी वह देखेंगे कि आपने सारी जानकारी सही सही दी है या नहीं। यदि सारी जानकारी सही होती है तो सत्यापन के बाद आपको लोन मुहैया कराया दिया जाएगा।

उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना आनलाइन आवेदन की प्रक्रिया

यदि इच्छुक लाभार्थी इस योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना चाहते है तो मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में अब ऑनलाइन आवेदन भी किया जा सकता है। उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की वेबसाइट को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हाल ही में लांच कर दिया गया है। आनलाइन आवेदन की प्रक्रिया इस प्रकार से है-

  • आवेदक को सबसे पहले योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://msy.uk.gov.in/frontend/web/index.php पर click होगा। 
  • इस वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुल जायेगा।
  • इस होम पेज पर आपको पंजीकरण करें के विकल्प पर click करना होगा।
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  • इसके पश्चात आपके सामने अगला पेज खुल जायेगा।
  • इस पेज पर आपको रजिस्ट्रेशन फॉर्म को भरना होगा।
  • पंजीकरण करते हुए login id बनानी होगी।
  • इस id से login करके आपको अपना नाम, पता, शैक्षिक योग्यता, मोबाइल नंबर, पैन कार्ड नंबर आदि व्यक्तिगत विवरण के साथ ही प्रस्तावित इकाई, उत्पाद/सेवा, निवेश, वित पोषित बैंक आदि का विवरण देना होगा।
  • आवेदन के लिए हिंदी या अंग्रेजी भाषा का विकल्प चुना जा सकता है।

दोस्तों, इस प्रकार आपकी ओर से भरी गई जानकारी को सत्यापित करने के पश्चात आपको राशि मुहैया करा दी जाएगी।

जलवायु आधारित क्लस्टर खेती को बढ़ावा

कोरोना संक्रमण की आशंका को देखते हुए लाकडाउन के दौरान उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में हज़ारों प्रवासी मजदूर और युवा वापस आए हैं। इन युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के उद्देश्य से जलवायु आधारित क्लस्टर खेती को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए युवा जिला उद्यान अधिकारी को स्वरोजगार मुहैया कराने का जिम्मा सौंपा गया है। युवा उनसे संपर्क कर स्वरोजगार योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं। इसमें सब्जियों की खेती, बागवानी, फल उत्पादन आदि शामिल हैं।

जैसे कि जंगली जानवरों से सुरक्षा के मद्देनजर अदरक और हल्दी की खेती पर उत्तराखंड में बहुत जोर दिया जा रहा है। ऐसे में ढेरों प्रवासी युवाओं ने सब्जी उत्पादन की तरफ भी रुचि दिखाई है। इनमें महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल हैं। ढेर सारे ऐसे हैं, जो मशरूम के क्षेत्र में अपार संभावनाएं देखते हुए मशरूम उत्पादन की तरफ कदम बढ़ा चुके हैं।

इस तरह कई प्रवासियों ने साथ मिलकर मशरूम के कई बैग तैयार कर दिए हैं। जिनमें से पहली फसल प्राप्त करने का उन्हें इंतजार है। मशरूम की आसपास के क्षेत्र में बहुत डिमांड है और लॉकडाउन के चलते उत्पादित सब्जियां भी हाथों हाथ उठ रही है। उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना प्रवासियों के लिए बहुत मददगार साबित हो रही है।

जिला प्रशासन करा रहा योजना का क्रियान्वयन

मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के जिलों में कार्यान्वयन में सहायता जिला प्रशासन कर रहा है। वह अपने यहां लौटे प्रवासी युवाओं की सूची तैयार कर उद्योग, कृषि और उद्यान विभाग से समन्वय स्थापित कर रहा है। उनके स्किल सेट का भी ब्योरा तैयार कर रहा है। यह सारी कवायद प्रवासी युवाओं, मजदूरों को रोजगार मुहैया कराने में बेहद काम की है।

रोजगार की ही वजह से हुआ था पलायन भी

साथियों, आपको यह बता दें कि उत्तराखंड से बड़ी संख्या में लोगों के पलायन करने के पीछे रोजगार एक बहुत बड़ी वजह था। उत्तराखंड के ज्यादातर युवा फौज में भर्ती हो जाते हैं। जो बच जाते वह नौकरी की तलाश में शहर चले जाते। जिसकी वजह से कई गांव में या तो केवल बच्चे और बूढ़े रह गए। या फिर गांव पूरी तरह खाली हो गए, जिन्हें घोस्ट विलेज की संज्ञा दे दी गई। यह ज्यादातर लोग होटल, रेस्टोरेंट या फिर टैक्सी चालन से जुड़े थे। या फिर छोटी छोटी कंपनियों में मैकेनिक का काम कर रहे थे। ऐसे में इनके राज्य में अपने गांव में लौटने के बाद इन्हें रोजगार प्रदान करने की सरकार के ऊपर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। और साथ ही यह उसके लिए एक चुनौती भी है। जिसे पूरा करने की सरकार अपनी तरफ से पूरी पूरी कोशिश कर भी रही है।

अब पहाड़ के काम आएगी यहां की जवानी

उत्तराखंड के बारे में कहावत है कि ‘यहां का पानी और जवानी यहां के काम नहीं आती’। युवाओं के पलायन की ही वजह से यह कहावत अस्तित्व में आई।  इसके अलावा शराब भी यहां के जीवन के लिए मुसीबत बनी रही। खास तौर पर महिलाओं के लिए। पहाड़ की आर्थिकी मुख्य रूप से पर्यटन पर टिकी है। और गांवों में महिलाओं ने परिवार की सारी जिम्मेदारी उठाई हुई है।

उत्तराखंड के राज्य बनने का आंदोलन भी यहां की मातृशक्ति के कंधों पर चला। वही घर और बाहर की सारी जिम्मेदारी उठाती रही। युवाओं के बाहर जाने के बाद खेत, खलिहान की सारी जिम्मेदारी भी उसी के ऊपर आ पड़ी। अब जबकि युवा प्रवासी मजदूर गांव को लौटने लगे हैं और अपने खेत, खलिहान की थाह लेने लगे हैं तो यह माना जा रहा है कि इससे यहां की महिलाओं की स्थिति और उनका जीवन स्तर भी सुधरने की उम्मीद है।

महिलाओं के लिए पहाड़ का जीवन कभी भी आसान नहीं रहा। पशु पालना, दूर, दराज के स्थानों से चारा पत्ती लाना, इसके बाद कई किलोमीटर दूर स्थित पानी के स्रोत से पानी भरना, बच्चों की जिम्मेदारी यह सब महिलाओं के ही कंधों पर रहा है। मुख्यमंत्री स्वरोजगार जैसी योजनाएं महिलाओं को भी परोक्ष रूप से बहुत सहायता करेंगी। इसमें कोई दो राय नहीं दिखती।

बड़ी संख्या में प्रवासियों को लेकर आई है सरकार

दोस्तों, आपको यह भी बता दें कि प्रदेश सरकार ने विशेष ट्रेनों की व्यवस्था करके और बसों को भेजकर महाराष्ट्र, गुजरात दिल्ली जैसे राज्यों से बड़ी संख्या में प्रवासियों को उनके गांव तक पहुंचाया है। इस कवायद में उसका बहुत खर्च हुआ है। और वह प्रवासियों को केवल लौटा  ही नहीं रही है, बल्कि उनके रोजगार की भी व्यवस्था कर रही है। ताकि रोजगार या नौकरी की तलाश में इन युवाओं को फिर से किसी अन्य राज्य की खाक न छाननी पड़े। यह अपने राज्य में रहकर ही अपनी रोजी-रोटी का जुगाड़ कर सकें। और अपने परिवार को चला सकें। सरकार की यही प्राथमिकता है।

उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना हेल्पलाइन नंबर –

क्र.सं.नामपदजिलाकार्यालय नं.फैक्सईमेल आईडी
1श्री दीपक मुरारीमहाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्रअल्मोड़ा05946-22066905946-220669dicalm@doiuk.org
2श्री वी सी चौधरीमहाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्रबागेश्वर05963-22147605963-221476dicbag@doiuk.org
3श्रीमती मीरा बोरामहाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्रचम्पावत05965-23008205965-230082dicchmp@doiuk.org
4डॉ. एम एस सजवानमहाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्रचमोली01372-25212601372-252126dicchmo@doiuk.org
5श्री शिखर सक्सेनामहाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्रदेहरादून0135-27249030135-2724903dicddn@doiuk.org
6श्रीमती अंजनी रावतमहाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्रहरिद्वार01332-26245201332-262452dichrd@doiuk.org
7श्री विपिन कुमारमहाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्रनैनीताल05946-22066901382-222266dicntl@doiuk.org
8श्री मृत्युंजय सिंहमहाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्रपौड़ी01382-22226601382-222266gmdic5600@gmail.com
9श्रीमती कविता भगतमहाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्रपिथौरागढ़05962-23017705962-230177dicpith@doiuk.org
10श्री एच सी हटवालमहाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्ररुद्रप्रयाग01364-23351101364-233511dicrdp@doiuk.org
11श्री महेश प्रकाशमहाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्रटिहरी01378-22729701378-227297dicteh@doiuk.org
12श्री चंचल बोरामहाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्रउधम सिंह नगर05964-22357405964-223574dicusn@doiuk.org
13श्री यू के तिवारीमहाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्रउत्तरकाशी01374-22274401374-222744dicuki@doiuk.org

उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से जुड़े प्रश्न उत्तर

उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना क्या हैं?

उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना राज्य में लौटे प्रवासी मजदूरों के लिए शुरू की गई है। इस योजना के अंतर्गत प्रदेश सरकार प्रवासी मजदूरों को खुद का रोजगार राज्य में स्थापित करने के लिए सब्सिडी पर लोन उपलब्ध कराएगी।

उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की शुरुआत किसने की है?

इस योजना की शुरुआत उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी के द्वारा की गई है। जिसके अंतर्गत राज्य में रोजगार स्थापित करने के लिए प्रवासी मजदूर को लोन दिया जाएगा।

उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अंतर्गत कितना लोन लिया जाएगा

इस योजना के अंतर्गत प्रवासी मजदूरों के लिए विनिर्माण में 25 लाख और सेवा क्षेत्र में 10 लाख तक की परियोजनाओं के लिए लोन दिया जाएगा।

क्या सभी मजदूर उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना योजना का लाभ ले सकते हैं?

उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना कल आप सिर्फ उन प्रवासी मजदूरों को दिया जाएगा। जो इस लॉक डाउन की वजह से अन्य राज्यों से लौटकर अपने राज्य में वापस आएगा

उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजनामें आवेदन कैसे करें?

Mukhyamantri Swarozgar Yojana 2024 का लाभ लेने के लिए लाभार्थी को अपना ऑनलाइन आवेदन करना होगा।ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया के बारे में ऊपर बताया गया है। जिसे आप फॉलो कर सकते हैं।

तो दोस्तों, यह थी मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना 2024 से जुड़ी सारी जानकारी। यदि आप भी उत्तराखंड के प्रवासी युवा हैं और स्वरोजगार स्थापित करना चाहते हैं तो बेखटके इस योजना का अपना रोजगार खड़ा करने में लाभ उठा सकते हैं। दोस्तों, यदि आप इसी तरह की अन्य उपयोगी योजनाओं की जानकारी लेना चाहते हैं तो हमें नीचे दिए गए comment box में comment कर सकते हैं। आपके सुझाव और प्रतिक्रिया का हमें हमेशा इंतजार रहता है। तो देर ना करिए और हम तक अपनी बात पहुंचाइए। ।।धन्यवाद।।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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