ग्राम विकास अधिकारी कैसे बने? योग्यता, सैलेरी, कार्य, तैयारी | VDO kaise bane?

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दोस्तों इस लेख के माध्यम से आज हम आपके साथ ग्राम विकास अधिकारी के बारे में बात करने वाले हैं। जिस प्रकार हर शहर में राज्य सरकार डीएम की नियुक्ति करती है और उसके ऊपर उस शहर की व्यवस्था को बनाए (Village development officer kaise bane) रखना, विकास कार्यों को करवाने और जन प्रतिनिधियो के साथ मिलकर कार्यपालिका के संचालन का उत्तरदायित्व होता है ठीक उसी प्रकार ग्राम विकास अधिकारी एक गाँव या एक से अधिक गाँव के संचालन के लिए उत्तरदायी माना जाता है।

ग्राम विकास अधिकारी को हम शोर्ट फॉर्म में VDO भी कह देते हैं जो अंग्रेजी भाषा के शब्दों के प्रथम शब्द लेकर बनाई गयी शोर्ट फॉर्म होती है। तो यदि आप ग्राम विकास अधिकारी बनना चाहते हैं या VDO बनने को इच्छुक हैं तो आज के इस लेख के माध्यम से हम आपके साथ ग्राम विकास अधिकारी कैसे बने और उसके लिए क्या कुछ किया (VDO officer banne ke liye kya kare) जाये, इसके बारे में ही जानकारी साँझा करने (VDO officer kaise bane) वाले हैं। आइए जाने ग्राम विकास अधिकारी बनने के लिए आपको क्या कुछ करना होगा।

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VDO की फुल फॉर्म क्या है? (VDO full form in Hindi)

सबसे पहले बात ग्राम विकास अधिकारी को अंग्रेजी भाषा में कहे जाने वले शब्द की तो वह है VDO जिसकी फुल फॉर्म होती है विलेज डेवलपमेंट ऑफिसर (Village Development Officer)। अब यहाँ पर विलेज को गाँव बोलते है, डेवलपमेंट को विकास और ऑफिसर को (VDO ka full form in Hindi) अधिकारी। तो इसी कारण विलेज डेवलपमेंट ऑफिसर को ग्राम विकास अधिकारी बोला जाता है। भारत देश में ग्राम विकास अधिकारी और VDO दोनों ही नाम प्रचलित है।

ग्राम विकास अधिकारी क्या होता है? (Village development officer kya hota hai)

अब जब आपने VDO की फुल फॉर्म जान ली है तो आपको ग्राम विकास अधिकारी क्या होता है, इसके बारे में भी जान लेना चाहिए। तो जैसा कि इसके नाम से ही पता चल रहा है कि यह कौन होता होगा और इसका काम क्या होता (VDO kya hota hai) होगा। फिर भी हम आपको सरल शब्दों में उदाहरण सहित बता दे कि एक शहर में डीएम व कलेक्टर का कार्य उस शहर के संचालन का होता है तो अब गावो की जिम्मेदरी भी तो किसी को देनी होगी। अब सब विकास के काम शहर में ही हो यह तो गलत होगा ना।

भारत सरकार या राज्य सरकार के द्वारा गाँवों के विकास के लिए एक अधिकारी की नियुक्ति की जाती है और उसे ही ग्राम विकास अधिकारी के नाम से जाना जाता है। उसका मुख्य कार्य उस गाँव के विकास को देखना, वहां के सरपंच व अन्य पंचों के साथ काम करना इत्यादि होता है।

ग्राम विकास अधिकारी कैसे बने? योग्यता, सैलेरी, कार्य, तैयारी | VDO kaise bane?

ग्राम विकास अधिकारी किस सरकार के अधीन होता है?

बहुत से लोग इस बात को लेकर संशय में रहते हैं कि ग्राम विकास अधिकारी किस सरकार के नीचे रह कर कार्य करता है। अब वह भारत सरकार के अधीन होता है या राज्य सरकारों के। तो यहाँ हम आपको पहले पहले ही स्पष्ट कर दे कि एक VDO पूर्ण रूप से वहां की राज्य सरकार के अधीन रह कर कार्य करता है।

ऐसे में ग्राम विकास अधिकारी के लिए परीक्षा का आयोजन करवाना, उनका चयन करना, उनकी नियुक्ति करना, उनका ट्रान्सफर करना, उनका कार्यकाल बढ़ाना, उन्हें वेतन देना इत्यादि सभी कार्य वहां की राज्य सरकार के द्वारा ही किये जाते हैं। उन पर भारत सरकार का कोई भी नियंत्रण नहीं होता है।

ग्राम विकास अधिकारी बनने के लिए योग्यता (VDO qualifications in Hindi)

अब यदि आप अपने राज्य में ग्राम विकास अधिकारी बनना चाहते हैं तो उसकी योग्यता भी राज्य के अनुसार अलग अलग हो सकती है। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप किस राज्य में रहते हैं और कहां के लिए VDO की परीक्षा देने का सोच (VDO officer eligibility in Hindi) रहे हैं, उस पर ग्राम विकास अधिकारी बनने की योग्यता निर्भर करती है। अब किसी राज्य में इसके लिए बारहवीं पास छात्रों को ले लिया जाता है तो किसी किसी में स्नातक तक की पढ़ाई जरुरी की गयी है। ऐसे में आइए जाने ग्राम विकास अधिकारी बनने के लिए न्यूनतम योग्यता के बारे में।

  • सबसे पहले तो आपको भारत का नागरिक होना चाहिए और यदि आप जिस राज्य से संबंध रखते हैं, वही का ग्राम विकास अधिकारी बनने के लिए परीक्षा (Gram Vikas Adhikari eligibility in Hindi) देते हैं तो आपके चुने जाने की संभावना बढ़ जाती है।
  • आपकी न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए किंतु कुछ राज्यों में इसको लेकर अलग नियम है। कहीं इसके लिए न्यूनतम आयु सीमा 21 वर्ष निर्धारित की गयी है तो कहीं 20 वर्ष। हालाँकि यह किसी भी राज्य में 21 वर्ष से अधिक नहीं है।
  • अधिकतम आयु सीमा को लेकर भी अलग अलग राज्य में अलग अलग नियम है। किसी राज्य में ग्राम विकास अधिकारी बनने के लिए अधिकतम आयु सीमा 32 वर्ष रखी गयी है तो किसी में 35 वर्ष तो किसी में 40 वर्ष। हालाँकि आरक्षित वर्ग के छात्रों को अधिकतम आयु सीमा में छूट दी गयी है।
  • अब यदि आपकी शिक्षा बारहवीं तक है तो आप अधिकतर राज्यों में VDO की परीक्षा में बैठ सकते हैं और इसके लिए न्यूनतम अंकों का कोई मापदंड नहीं है। तो वही कुछ राज्यों में इसके लिए स्नातक की परीक्षा को अनिवार्य किया जा चुका है या उसके लिए जल्द ही निर्णय लिया जा सकता है।
  • ग्राम विकास अधिकारी बनने के लिए जो अंतिम और आवश्यक योग्यता होनी चाहिए वह है कंप्यूटर को चलाना आना। आज के समय में सब कार्य कंप्यूटर के माध्यम से ही होने लगा है और सभी योजनाओं का क्रियान्वयन भी इसी पर ही होता है। ऐसे में यदि आपको कंप्यूटर ही चलाना नहीं आता है तो फिर आपको VDO परीक्षा में बैठने को नहीं दिया जाएगा।

ग्राम विकास अधिकारी कैसे बने? (VDO kaise bane)

ग्राम विकास अधिकारी बनना सरल भी है और मुश्किल भी। अब यदि आप इसके लिए सही से तैयारी करके आगे बढ़ेंगे तो अवश्य ही जल्द से जल्द VDO बन जाएंगे अन्यथा कई वर्ष बीत जाने के बाद भी आपको ग्राम विकास अधिकारी बनने में समस्या (Village development officer kaise bane) ही आयेगी। तो यहाँ पर आपको हमारे द्वारा बताये गए चरणों का पालन करते हुए ही आगे बढ़ना होगा जो एक दिन आपको ग्राम विकास अधिकारी बना देगा।

सबसे पहले करें 12 वीं कक्षा को पास

सबसे पहले तो आपको अपनी 12 वीं कक्षा को पास करना होगा। आप चाहे उत्तराखंड में रहते हो या तेलंगाना में या अन्य किसी राज्य में, यदि आपको ग्राम विकास अधिकारी बनना है तो उसके लिए आवश्यक रूप से अपनी 12 वीं कक्षा को किसी मान्यता प्राप्त स्कूल से पास करना ही (Gram Vikas Adhikari kaise bante hai) होगा। बिना इसको पास किये आप ग्राम विकास अधिकारी नहीं बन सकते हैं।

अपने राज्य के ग्राम विकास अधिकारी के नियम पढ़े और उसे पूरा करे

अब जब आप बारहवीं कक्षा को पास कर लें तो उसके बाद आपको अपने राज्य के नियम अनुसार ही आगे बढ़ना होगा। तो आप यह देख ले कि फलाना राज्य में ग्राम विकास अधिकारी बनने के लिए न्यूनतम क्या क्या योग्यता रखी गयी है और क्या आप उसे पूरा करते हैं। यदि इसके लिए कंप्यूटर कोर्स अनिवार्य किया गया है तो आप पहले उसे करे और यदि इसके लिए ग्रेजुएशन मांगी गयी है तो आपको अपनी स्नातक की डिग्री लेनी होगी।

ग्राम विकास अधिकारी का फॉर्म निकलने पर उसके लिए आवेदन करना

जब आप न्यूनतम योग्यता को पूरी कर लें तो उसके बाद आप ग्राम विकास अधिकारी की भर्ती के लिए निकलने वाले फॉर्म पर नज़र बनाए रखे। जैसे ही आपकी राज्य सरकार ग्राम विकास अधिकारी की भर्ती की सूचना सार्वजनिक करे तो आप बिना देरी किये उसका फॉर्म भर दे और VDO के लिए आवेदन दे दें। आप उसमे शहर का चुनाव भरते समय सावधानी बरतें क्योंकि यदि आप ग्राम विकास अधिकारी के लिए चुन लिए जाते हैं तो आपको अपनी पसंद के अनुसार के जिले में नौकरी मिलेगी।

ग्राम विकास अधिकारी की लिखित परीक्षा को देना

ग्राम विकास अधिकारी बनने के लिए परीक्षा के तौर पर आपसे लिखित परीक्षा ली जाएगी। इसमें आपसे MCQ प्रश्न ही पूछे जाएंगे अर्थात सभी प्रश्नों के 4 विकल्प होंगे जिनमे से एक का चुनाव आपको करना होगा। किसी किसी राज्य में यह परीक्षा कंप्यूटर पर ली जाती है तो किसी किसी में ऑफलाइन माध्यम से ओएमआर शीट पर। इस परीक्षा में आपसे आपके राज्य की भाषा, अंग्रेजी, रीजनिंग, गणित, सामान्य ज्ञान जैसे विषयों पर प्रश्न पूछे जाएंगे। हालाँकि यह एग्जाम पैटर्न व विषय राज्य के अनुसार बदल भी सकता है।

ग्राम विकास अधिकारी का इंटरव्यू देना

अब यदि आप ग्राम विकास अधिकारी बनने के लिए होने वाली लिखित परीक्षा को पास कर लेते हैं तो उसके बाद आपका साक्षात्कार लिया जाएगा। यह साक्षात्कार आपके राज्य के अधिकारी ही लेंगे और इसमें आपसे विभिन्न विषयों तथा पंचायती राज के बारे में प्रश्न पूछे जाएंगे। आपसे वहां की राज्य सरकार, नीतियों, योजनाओं इत्यादि के बारे में भी प्रश्न पूछे जा सकते हैं। इसमें पास होने के बाद आपको ग्राम विकास अधिकारी के पद पर नियुक्त कर दिया जाएगा।

ग्राम विकास अधिकारी बनने के लिए अन्य प्रक्रिया पूरी करना

ग्राम विकास अधिकारी के पद पर नियुक्त किये जाने के बाद आपको कुछ अन्य प्रक्रियाओं का पालन करते हुए आगे बढ़ना होगा अन्यथा आपका चयन निरस्त भी किया जा सकता है। इसमें सबसे पहले तो आपको अपने यहाँ की लोकल पुलिस से वेरिफिकेशन करवाना होगा और उसके बाद सरकारी अस्पताल से मेडिकल टेस्ट करवाना होगा। इसी के साथ आपको अपने यहाँ के कलेक्टर ऑफिस में जाकर सभी तरह के दस्तावेज सबमिट करवाने होंगे। उसके बाद आपको नियुक्ति पत्र मिल जाएगा।

ग्राम विकास अधिकारी की ट्रेनिंग कर VDO बनना

ऊपर बताई गयी सभी प्रक्रिया को पूर्ण करने के बाद आपको एक जिले में ग्राम विकास अधिकारी के तौर पर ट्रेनिंग या प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा। यह ट्रेनिंग राज्य के अनुसार अलग अलग समय सीमा के लिए होगी। किसी किसी राज्य में ग्राम विकास अधिकारी की ट्रेनिंग एक वर्ष के लिए तो किसी में 6 माह के लिए होती है। तो आप अपने राज्य के अनुसार ग्राम विकास अधिकारी की ट्रेनिंग को पूरा करने के बाद ग्राम विकास अधिकारी के पद पर नियुक्त कर दिए जाएंगे।

ग्राम विकास अधिकारी के कार्य (Gram Vikas Adhikari work in Hindi)

अब जब आप ग्राम विकास अधिकारी बन जाएंगे तो आपको यह भी जानना होगा कि आखिरकार एक VDO के रूप में आपके कार्य क्या कुछ होते (VDO work in Hindi) हैं। तो इसका अनुमान तो आपको ग्राम विकास अधिकारी का नाम पढ़ कर ही लग गया होगा फिर भी हम इसे विस्तृत रूप देते हुए आपको ग्राम विकास अधिकारी के कुछ मुख्य कार्य बता देते हैं।

  • ग्राम विकास अधिकारी के रूप में आपको अपने गाँव के विकास संबंधित सभी कार्यों की समीक्षा करनी होगी और कहां पर किस कार्य को करने की आवश्यकता है, यह देखना होगा। कुल मिलाकर आपके गाँव के विकास का उत्तरदायित्व अधिकारी स्तर पर आपके ऊपर ही होगा और आप ही उसके लिए जवाबदेह होंगे।
  • आपके ऊपर किसी एक गाँव का उत्तरदायित्व ना होकर वहां के एक से अधिक गावो का उत्तरदायित्व भी हो सकता है। यह पूर्ण रूप से गाँव के आकार, जनसंख्या, क्षेत्रफल, सरकार की नीति इत्यादि कई कारको पर निर्भर करता है।
  • आपको उस गाँव के जनप्रतिनिधियों के साथ समनव्य बिठाकर कार्य करना (Village development officer work in Hindi) होगा। इन जनप्रतिनिधियों में उस गाँव के सरपंच व पंच आएंगे जिनके साथ बैठ कर आपको कार्य करना होगा।
  • केंद्र सरकार व राज्य सरकार के द्वारा गाँव के विकास के लिए जो भी योजना चलायी जा रही है, फिर चाहे वह किसी चीज़ का निर्माण करना हो या स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ देना हो या पेंशन स्कीम हो या कुछ और, उसका लाभ गाँव वालो तक पहुँचाना भी ग्राम विकास अधिकारी का कार्य होता है।
  • गाँव में स्वच्छता का ध्यान रखना, उसकी व्यवस्था सुनिश्चित करना, पेयजल की व्यवस्था करना इत्यादि कार्य भी ग्राम विकास अधिकारी को ही करने होते हैं।
  • गाँव के अन्य छोटे अधिकारियों के साथ मिलकर भी कार्य करना होता है जैसे कि पंचायत सचिव, पटवारी इत्यादि।
  • वह गाँव जिस भी जिले के अंतर्गत आता है, वहां के डीएम और एसडीएम को सभी तरह की रिपोर्ट तैयार करके देना और उन्हें समय समय पर सूचित करना भी ग्राम विकास अधिकारी का ही कार्य होता है।

इस तरह से एक ग्राम विकास अधिकारी के ऊपर अपने गाँव की अधिकारिक स्तर पर पूरी जिम्मेदारी होती है। एक गाँव के लिए जनप्रतिनिधि के रूप में सरपंच और अधिकारी के रूप में ग्राम विकास अधिकारी ही उनके सर्वेसर्वा होते हैं।

ग्राम विकास अधिकारी की सैलरी (Gram Vikas Adhikari salary in Hindi)

अब यदि हम ग्राम विकास अधिकारी को मिलने वाली सैलरी की बात करे तो वह शुरूआती स्तर पर 25 से 40 हज़ार के बीच में होती है। अब यह सैलरी राज्य के अनुसार अलग अलग हो सकती है जैसे किसी राज्य में शुरूआती सैलरी 25 हज़ार होगी तो किसी राज्य में यह 35 हज़ार भी हो सकती (Village development officer salary in Hindi) है। इसी तरह VDO अधिकारी को राज्य सरकार की ओर से सरकारी आवास, आने जाने का पेट्रोल का खर्चा, टेलीफ़ोन का खर्चा, बिजली बिल इत्यादि की सुविधा भी दी जाती है। इसी के साथ साथ हर वर्ष ग्राम विकास अधिकारी के वेतन में बढ़ोत्तरी भी देखने को मिलती है।

ग्राम विकास अधिकारी कैसे बने – Related FAQs

प्रश्न: ग्राम विकास अधिकारी की सैलरी क्या होती है?

उत्तर: ग्राम विकास अधिकारी की सैलरी 25 हज़ार से लेकर 40 हज़ार के बीच में होती है।

प्रश्न: VDO की योग्यता क्या है?

उत्तर: VDO की योग्यता हर राज्य के अनुसार भिन्न भिन्न हो सकती है। किसी किसी राज्य में इसके लिए बारहवीं पास छात्र योग्य माने जाते हैं तो किसी किसी में कंप्यूटर कोर्स करना अनिवार्य होता है तो किसी में स्नातक की डिग्री चाहिए होती है।

प्रश्न: ग्राम विकास अधिकारी में इंटरव्यू होता है क्या?

उत्तर: हां, ग्राम विकास अधिकारी में इंटरव्यू होता है।

प्रश्न: ग्राम सेवक का वेतन कितना होता है?

उत्तर: ग्राम सेवक का वेतन 25 से 40 हज़ार के बीच में होता है।

तो इस तरह से आज के इस लेख में आपने जाना कि ग्राम विकास अधिकारी क्या होता है, VDO बनने की प्रक्रिया कैसी है और उसके लिए क्या कुछ करना होता है। साथ ही यदि आप ग्राम विकास अधिकारी बन भी जाते हैं तो उसके तहत आपको क्या क्या कार्य करने होंगे और आपकी सैलरी कितनी होगी इत्यादि।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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