वाहन की NOC क्या होती है? | वाहन की NOC कब , क्यों और कैसे ली जाती है? | Meaning of NOC for vehicle in Hindi |

|| वाहन की NOC क्या होती है? | वाहन की NOC कब , क्यों और कैसे ली जाती है? | Meaning of NOC for vehicle in Hindi | What is NOC of vehicle in Hindi | Vehicle NOC kab li jati hai | एनओसी बनवाने में कितना पैसा लगता है? | एनओसी कैसे बनाई जाती है? | Vehicle NOC के लिए कैसे आवेदन करें? | NOC for vehicle transfer in Hindi ||

NOC for vehicle transfer in Hindi :- पहले किसी किसी घर में ही वाहन हुआ करता था और लोग एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए सार्वजनिक वाहनों का ही इस्तेमाल किया करते थे। फिर धीरे धीरे लोगों ने वाहन खरीदने शुरू कर दिए जिसमे पहले स्कूटर, विक्की, साइकिल इत्यादि आये तो फिर धीर धीरे बाइक और कार भी आती चली (What is NOC of vehicle in Hindi) गयी। अब तो लगभग हर घर में एक ना एक छोटी बड़ी कार होने ही लगी है और किसी किसी घर में तो एक से अधिक कार भी रखी जाने लगी है।

अब लोगों का लाइफस्टाइल इतना अधिक उन्नत हो चला है कि वे कुछ समय तक एक ब्रांड की कार को अपने पास रखते हैं और फिर उसे किसी को बेच (What is NOC of vehicle in Hindi) देते हैं। इसे अपना व्हीकल ट्रांसफर करना कहा जाता है लेकिन यह सीधे ही नहीं हो जाता है। बल्कि किसी को अपना वाहन बेचने से पहले या उसे इसका मालिकाना हक़ देने से पहले आपको परिवहन विभाग से उसके लिए NOC लेनी होती है।

इस NOC का मतलब होता है नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट जिसके बारे में आपने शायद पहले सुन रखा (What is meant by NOC of vehicle in Hindi) होगा। दरअसल भारत देश में अलग अलग विभाग अलग अलग चीजों के लिए NOC को जारी करने का काम करते हैं और वह आवश्यक भी होती है। तो उसी तरह यदि आपको वाहन संबंधित कोई निर्णय लेना है जैसे कि किसी को बेचना या दूसरे राज्य में भेजना या ऐसा ही कुछ तो उसके लिए परिवहन विभाग से NOC लेना अति आवश्यक हो जाता हो। तो आज हम आपके साथ इसी विषय पर ही चर्चा करने वाले हैं।

वाहन की NOC क्या होती है? (Meaning of NOC for vehicle in Hindi)

सबसे पहले बात करते हैं वाहन या किसी व्हीकल के लिए NOC होती क्या है उसके बारे में। तो NOC एक ऐसा सर्टिफिकेट होता है जिसे भारत सरकार का केंद्रीय परिवहन मंत्रालय जारी करता है। इसमें पहले हम परिवहन विभाग या अपने यहाँ के RTO ऑफिस को यह सूचित करने का काम करते हैं कि हम उस वाहन के लिए NOC लेना चाहते (Vehicle NOC kya hoti hai) हैं। अब वाहन जो होता है वह बहुत ही संवेदनशील होता है क्योंकि इसके तहत बहुत से कार्य किये जा सकते हैं।

वाहन की NOC क्या होती है वाहन की NOC कब , क्यों और कैसे ली जाती है

तो वाहन से संबंधित कोई निर्णय लेने के लिए NOC ली जानी जरुरी होती है। उसके लिए आप ऑनलाइन भी आवेदन दे सकते हैं तो ऑफलाइन भी। आपके लिए दोनों विकल्प ही खुले होते हैं। फिर जब परिवहन विभाग आपके वाहन के लिए NOC को अप्रूव कर देता है तो आपको NOC के रूप में एक प्रमाण पत्र मिलता है जो आपको उस निर्णय को लेने की आज्ञा देता है। अब आप उस NOC के जरिये वह निर्णय ले सकते हैं और आगे की कार्यवाही कर सकते हैं।

Vehicle NOC क्यों जरुरी है? (Vehicle ki NOC kyu jaruri hai)

साथ के साथ आपको यह भी जान लेना चाहिए कि किसी भी वाहन के लिए NOC क्यों जरूरी है और यह क्यों इतना अधिक महत्व रखती है। तो इसे हम एक उदाहरण के जरिये आपको समझाने का प्रयास करेंगे ताकि आप इसके महत्व को अच्छे से समझ सके। तो मान लीजिए एक कार को आपने कुछ महीने पहले या एक दो वर्ष पहले खरीदा था और अब आप उसे किसी और को बेचना चाहते (Vehicle NOC kyo chahiye) हैं। आपने सामने वाले से उस कार को बेचे जाने की राशि ले ली और उसे वह कार सौंप दी। किंतु सरकारी आंकड़ो में तो वह कार अभी भी आपके नाम ही है ना।

ऐसे में यदि आगे चल कर उस कार से कोई दुर्घटना हो जाती है या उस कार के जरिये कोई अनैतिक काम किया जाता है या ऐसा ही कुछ तो पुलिस उसके लिए आपके ऊपर भी कार्यवाही करेगी या आपसे पूछताछ होगी। अब उस कार के मालिक आप है तो कार्यवाही भी आप पर ही बनती है क्योंकि उस कार की जिम्मेदारी आपके ऊपर थी। तो कार को बेचते समय उसके लिए NOC लेने का मतलब होता है कि आप भारत सरकार के परिवहन विभाग को यह बता दे रहे हैं कि अब से उस कार के मालिक आप नहीं बल्कि फलाना व्यक्ति होगा और वही उसकी पूरी जिम्मेदारी लेगा।

तो यह NOC केवल कार को बेचने के लिए ही नहीं ली जाती है बल्कि कुछ और मामलो में भी NOC को लिया जाना जरुरी होता है। अब हम नीचे इसी के बारे में ही आपको बताने जा रहे हैं कि आखिरकार किस किस मामले में आपको अपने वाहन के लिए NOC लेने की जरुरत महसूस होगी।

Vehicle NOC कब ली जाती है? (Vehicle NOC kab li jati hai)

आपने यह तो जान लिया की जब आपको अपना वाहन किसी को बेचना हो तो उसके लिए सरकार से या उसके परिवहन विभाग से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट को लिया जाना आवश्यक होता है किंतु यह केवल इसी मामले में ही नही ली (Vehicle ki NOC kab milti hai) जाती है। इसके लिए मुख्य रूप से तीन कारण होते हैं जिनके लिए Vehicle NOC ली जानी जरुरी होती है। तो वे 3 कारण कौन कौन से हैं? आइए उनके बारे में बात करे।

  • इसमें सबसे पहला और मुख्य कारण तो यही है कि आपको यदि अपना वाहन किसी अन्य व्यक्ति, संस्था, कंपनी या किसी को भी बेचना हो और अब आपका उस पर कोई अधिकार नहीं रह गया हो तो आप परिवहन विभाग को NOC के जरिये यह बताने का काम करते हैं कि अब से उस वाहन का उत्तरदायित्व किसके पास होगा।
  • हम जब भी कोई वाहन खरीदते हैं तो उस पर वाहन नंबर लिखा होता है जो यह बताता है कि वह वाहन किस राज्य और वहां के किस जिले से संबंधित है। अब यदि आप वह वाहन अपने राज्य में ही कहीं पर चलाते हैं तो कोई बात नहीं लेकिन यदि आप उसे किसी अन्य राज्य में भेजना चाह रहे हैं या वहां पर इसका इस्तेमाल करने जा रहे हैं तो इसके लिए भी परिवहन विभाग से NOC लिया जाना जरुरी हो जाता है।
  • आज के समय में तकनीक बहुत तेजी के साथ बदल रही है और जो वाहन पहले पेट्रोल या डीजल के माध्यम से ही चला करते थे, उनमे अब इलेक्ट्रॉनिक किट लगने लगी है ताकि ईंधन और पैसों दोनों की बचत की जा सके। तो यदि आप भी अपने वाहन में इलेक्ट्रॉनिक किट लगवाने जा रहे हैं तो उसके लिए भी Vehicle NOC लेना जरुरी हो जाता है।

Vehicle NOC के लिए कैसे आवेदन करें? (NOC for vehicle transfer in Hindi)

अब यदि आप अपने वाहन के लिए नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट लेना चाहते हैं और आपका ऊपर बताये गए किसी कारण में से एक कारण है तो उसके लिए आपके पास दो माध्यम होंगे जिनका आप इस्तेमाल कर सकते (Vehicle NOC apply online in Hindi) हैं। इसमें पहला माध्यम है ऑफलाइन तरीके से Vehicle NOC के लिए आवेदन करना और दूसरा है ऑनलाइन ही इसके लिए आवेदन करना। तो अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप किस तरह से अपने वाहन के लिए ,नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट लेना चाहते हैं।

यदि आप ऑफलाइन तरीके से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट लेना चाहते हैं तो इसके लिए आपको अपने यहाँ RTO में जाना होगा और वहां जाकर उन्हें नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट लेने के लिए कारण बताना (Vehicle NOC apply form in Hindi) होगा। इसके बाद वे आपको नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट का एक फॉर्म भरने को कहेंगे जिसमे आपको अपनी सब जानकारी सिलसिलेवार तरीके से भर कर उन्हें देनी होगी। इसके बाद आपकी गाड़ी के कागजात व अन्य जानकारी देख कर वे आपको उसके लिए Vehicle NOC दे देंगे।

अब यदि आप इसके लिए ऑनलाइन तरीके से आवेदन करना चाहते हैं तो यह तरीका पूरी तरह से ऑनलाइन भी नहीं है। हालाँकि इसमें आधी प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया (Vehicle NOC online application format in Hindi) गया है क्योंकि बाद में आपको RTO तो जाना ही होगा और उन्हें प्रत्यक्ष रूप से अपना वाहन दिखाना होगा। ऐसे में ऑनलाइन रूप से Vehicle NOC करने के लिए इस प्रक्रिया का पालन करे:

  • सबसे पहले तो आपको परिवहन विभाग की वेबसाइट पर जाना होगा जिसका लिंक https://parivahan.gov.in/parivahan/hi है।
  • इस वेबसाइट पर जाने के बाद आको परिवहन व वाहन से जुड़ी लगभग हर जानकारी मिल जाएगी और तरह तरह की सुविधाएँ भी।
  • इसमें आपको एक विकल्प नज़र आएगा “Application For No Objection Certificate” जिस पर आपको क्लिक करना होगा।
  • हालाँकि यह विकल्प हमेशा ही उपलब्ध हो यह आवश्यक नहीं क्योंकि कई बार इसे परिवहन विभाग के द्वारा बंद कर दिया जाता है।
  • तो यदि यह विकल्प उपलब्ध है तो आप इस पर क्लिक करे और आगे बढ़े। यह आपको एक नए पेज पर ले जाएगा जहाँ पर आपसे आपके वाहन से संबंधित जानकारी पूछी जाएगी।
  • आपको अपने वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर यहाँ प्रविष्ट करना होगा और उसके साथ ही अपना अधिकृत मोबाइल नंबर इसमें डालना होगा।
  • इन दोनों जानकारी को देने के बाद आपके मोबाइल नंबर पर एक कोड generate होगा जिसे आपको इसमें डालना होगा।
  • यह कोड डालते ही आप उसमे दिख रहे विकल्प Show Details पर क्लिक करेंगे तो आपके सामने एक नया पेज खुलेगा जिसमे आपके वाहन से संबंधित हर तरह की जानकारी होगी जो कि परिवहन विभाग के पास रजिस्टर्ड है।
  • अब आपको एक लंबा चौड़ा फॉर्म भरना होगा जिसमे आपको नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट क्यों चाहिए और इसका क्या कारण है और उस कारण से संबंधित हर जानकारी उन्हें देनी होगी।
  • अब उसके लिए जितना शुल्क लगना है उसके लिए आपको ऑनलाइन पेमेंट करनी होगी और आगे बढ़ जाना होगा।
  • यह सब होते ही आपको एक रिसिप्ट जारी की जाएगी जिसे आप अपने मोबाइल नंबर या ईमेल पर देख सकते हैं। आप चाहे तो इसका प्रिंट आउट भी निकलवा सकते हैं क्योंकि इसे लेकर आपको RTO जाना होगा।
  • अब आप यह रिसिप्ट लेकर और अन्य आवश्यक दस्तावेज लेकर अपने यहाँ के RTO जाए और वहां से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट प्राप्त करे।

तो इस तरह से आप अपने वाहन के लिए नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट को प्राप्त कर सकते हैं। इसमें आपकी आधी से ज्यादा प्रक्रिया ऑनलाइन माध्यम से हो जाएगी और बाकि की बची हुई प्रक्रिया को RTO जाकर ही पूरा करना होगा क्योंकि वही आपको आपके वाहन के लिए NOC देंगे।

Vehicle NOC के लिए जरुरी दस्तावेज (Vehicle NOC documents required in Hindi)

अब साथ के साथ आपको यह भी जान लेना चाहिए कि आपको अपने यहाँ के RTO कार्यालय में किस किस तरह के डाक्यूमेंट्स को ले जाना होगा ताकि आपको Vehicle NOC मिलने में कोई दिक्कत ना (What are the documents required for NOC in Hindi) हो। तो उसकी एक सूची यहाँ है:

  • वाहन की इंश्योरेंस पॉलिसी की सर्टिफाइड फोटोकॉपी
  • वाहन के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की फोटोकॉपी
  • व्हीकल ऑनर सिग्नेचर आइडेंटीफिकेशन
  • इंजन नंबर और चेसिस नंबर का पेंसिल प्रिंट
  • पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट (PUCC)
  • अप-टू-डेट पेमेंट रोड टैक्स रिसिप्ट के वैलिड डॉक्यूमेंट

Vehicle NOC कैसे बनवाए – Related FAQs

प्रश्न: एनओसी बनवाने में कितना पैसा लगता है?

उत्तर: एनओसी बनवाने में कितना पैसा लगेगा यह पूर्ण रूप से आपके राज्य, कारण इत्यादि कई कारको पर निर्भर करेगा।

प्रश्न: एनओसी कैसे बनाई जाती है?

उत्तर: एनओसी बनवाने की पूरी प्रक्रिया को हमने आपको इस लेख के माध्यम से बताया है जिसे आपको पढ़ना चाहिए।

प्रश्न: एनओसी क्यों जरूरी है?

उत्तर: एनओसी इसलिए जरुरी होती है क्योंकि यदि आप बिना इसके काम करते हैं तो आपके ऊपर कानूनी कार्यवाही हो सकती है।

प्रश्न: NOC का मतलब क्या होता है?

उत्तर: NOC का मतलब होता है नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट।

तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने जाना कि किस तरह से आप अपने वाहन के लिए नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट को प्राप्त कर सकते हैं और उसकी क्या प्रक्रिया है। यदि आप सोच रहे हैं आप बिना Vehicle NOC के ही अपना काम चला लेंगे तो आपका काम तो हो जाएगा लेकिन यदि बाद में कोई दुर्घटना होती है तो इसके लिए आपको ही दोषी करार दिया जाएगा। ऐसे में समय रहते Vehicle NOC बनवा लेंगे तो बेहतर रहेगा।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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