वीआईपी कौन होता है? | वीआईपी व वीवीआईपी में क्या अंतर है? | VIP kaun hota hai

|| वीआईपी कौन होता है? | VIP kaun hota hai | वीआईपी की फुल फॉर्म क्या है? (VIP full form in Hindi | वीआईपी में कौन कौन आता है? | Full form of VIP and VVIP in Hindi | VIP examples in Hindi | वीआईपी को सुरक्षा कौन देता है? ||

VIP kaun hota hai :- आपने अवश्य ही टीवी, न्यूज़ चैनल, समाचार पत्रों इत्यादि में एक शब्द बहुत बार सुना होगा और वह शब्द है वीआईपी। अब ज्यादातर लोगों को इस शब्द का मतलब तो पता होता है लेकिन पूरी तरह से नहीं। कहने का मतलब यह हुआ कि हम यह तो जानते हैं कि वीआईपी का मतलब कोई बड़ा बंदा होता है लेकिन वह बड़ा बंदा कौन हो सकता है या किस आधार पर उसे वीआईपी माना जाता है, इसके बारे में हम शायद ही जानते (VIP kon hota hai) हो।

तो आज का यह लेख आपको यही जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। इस लेख को पढ़कर आप यह जान पाने में सक्षम होंगे कि आखिरकार यह वीआईपी होता कौन है। वहीं यदि हम वीआईपी बनना चाहें तो हम वह कैसे बन सकते हैं। इसी के साथ ही वीआईपी की फुल फॉर्म क्या होती है। इतना ही नहीं, बल्कि आपको वीआईपी के बारे में कुछ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी इस लेख के माध्यम से जानने को मिलेगी, आइये जाने वीआईपी कौन होता (VIP meaning in hindi) है।

वीआईपी कौन होता है? (VIP kaun hota hai)

सबसे पहले बात करते हैं कि यह वीआईपी होता कौन है या वीआईपी किसे कहा जाता है। तो वीआईपी से मतलब होता है ऐसा व्यक्ति जो उक्त देश के लिए एक महत्वपूर्ण व्यक्ति है और वह हमारे देश को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। साथ ही उसकी जान जाने से केवल उसका या उसके परिवार का ही नुकसान नहीं होगा बल्कि देश या समाज का भी नुकसान होगा या फिर किसी एक क्षेत्र में नुकसान (VIP kaun hai) होगा।

वीआईपी कौन होता है वीआईपी व वीवीआईपी में क्या अंतर है VIP kaun hota hai

कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि किसी आम नागरिक की मृत्यु हो जाती है तो उसकी मृत्यु से केवल उसके परिवार वाले, मित्र या उसकी जान पहचान के व्यक्ति ही प्रभावित होते हैं किन्तु किसी वीआईपी अर्थात प्रभावशाली व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो उसके मित्र व परिवार के लोग तो प्रभावित होते ही हैं लेकिन समाज के अन्य वर्ग के लोग भी इससे दुखी होते हैं। ऐसे में यह देश के लिए एक क्षति की तरह होता है जिसकी पूर्ति नही की जा सकती है।

अब यह वीआईपी कोई भी हो सकता है फिर चाहे वह राजनीति में हो या संगीत में या किसी अन्य क्षेत्र में। बस वह महत्वपूर्ण व प्रभावशाली व्यक्ति होना चाहिए और उसका नाम बड़ा होना चाहिए। इसी के साथ ही उसके जीवन को खतरा भी हो जाता है। वह इसलिए क्योंकि जब कोई व्यक्ति पहचान पा लेता है या बड़ा बन जाता है तो उसके शत्रु भी बन जाते हैं। ऐसे में उसके जीवन को किसी ना किसी से खतरा बना ही रहता है।

वीआईपी किसे कहते हैं? (VIP kise kahate hain)

अब यह जान लेते हैं कि आखिरकार किस व्यक्ति को वीआईपी कहा जा सकता है। तो इसके लिए कोई निर्धारित मापदंड नहीं होता है कि केवल उसी क्षेत्र के व्यक्ति को ही वीआईपी का दर्जा दिया जाएगा। यह किसी भी क्षेत्र के लोगों को मिल सकता है लेकिन वह प्रसिद्ध व प्रभावशाली होना आवश्यक है। उदाहरण के तौर पर यदि आप अपने समाज में अच्छा काम करते हैं और आप उस समाज या वर्ग या क्षेत्र के लोगों के लिए प्रभावशाली बन जाते हैं।

अब आप इतने प्रभावशाली बन जाते हैं कि आपकी सुरक्षा के लिए वहां के स्थानीय प्रशासन को मेहनत करनी होती है ताकि लोग आपके पास आसानी से ना पहुँच सकें या आपकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके तो समझ जाइये कि आप वीआईपी बन चुके हैं। अब इसके लिए यह जरुरी नहीं है कि समाज सेवा का ही काम करना हो, आप चाहें तो राजनीति में जाकर भी वीआईपी बन सकते हैं। जो भी व्यक्ति राजनीति में होता है और वह जनता द्वारा चुना गया होता है तो वह वीआईपी होता है।

वीआईपी की फुल फॉर्म क्या है? (VIP full form in Hindi)

आपने वीआईपी के बारे में इतना सब कुछ तो जान लिया लेकिन अभी तक इसकी फुल फॉर्म नहीं जानी है। तो यहाँ हम आपको बता दें कि वीआईपी की फुल फॉर्म वैरी इम्पोर्टेन्ट पर्सन (Very Important Person) होती है। अब इसका हिंदी में अर्थ हुआ बहुत महत्वपूर्ण व्यक्ति। ऐसे में वीआईपी की फुल फॉर्म से ही पता चल जाता है कि यह किस व्यक्ति के लिए इस्तेमाल हो रहा होगा तो और कुछ जानने को क्या ही रह जाता (VIP ka full form) है।

कहने का अर्थ यह हुआ कि आपको और हमें वीआईपी के नाम से ही पता चल रहा है कि यह देश व समाज के किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति को इंगित करके बोला जा रहा है तो वह महत्वपूर्ण होगा ही। किन्तु आप इसमें यह मत भूलिए कि थोड़ी बहुत प्रसिद्धि पाए हुए व्यक्ति या एक सीमित क्षेत्र तक प्रसिद्ध व्यक्ति भी वीआईपी के दायरे में आ जाता है। उसे हम महत्वपूर्ण व्यक्ति अवश्य कह सकते हैं लेकिन वीआईपी की फुल फॉर्म बहुत महत्वपूर्ण व्यक्ति होता है।

वीआईपी में कौन कौन आता है? (VIP examples in Hindi)

अब जब आप वीआईपी के बारे में इतना सब जान रहे हैं तो अवश्य ही आपके मन में यह प्रश्न होगा कि आखिरकार कौन कौन सा व्यक्ति वीआईपी की श्रेणी में आता होगा। तो यहाँ हम आपको बता दें कि इसके लिए कोई निर्धारित मापदंड तो नहीं है लेकिन वह समाज व देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण व्यक्ति होना जरुरी है अन्यथा उसे वीआईपी नहीं माना जा सकता है।

अब यदि आप सोच रहे हैं कि आपके यहाँ का पार्षद या सभापति या कोई सामान्य अधिकारी भी वीआईपी की श्रेणी में आता है तो आप गलत हैं। यह बहुत ही महत्वपूर्ण व्यक्ति होते हैं और साथ ही उनके जीवन पर भी खतरा होता है। ऐसे में भारत सरकार या राज्य सरकार उन्हें सुरक्षा भी प्रदान करती है। इनमे जो जो लोग आते हैं, उनकी सूची है:

  • देश के सभी सांसद
  • राज्यों के सभी मुख्यमंत्री व अन्य मंत्री
  • सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश
  • उच्च न्यायालय के न्यायाधीश
  • देश के बड़े अधिवक्ता
  • बड़े न्यूज़ एंकर
  • प्रसिद्ध फिल्मकार, कलाकार, स्टार, संगीतकार
  • आईएस अधिकारी
  • राज्यपाल
  • अन्य किसी भी क्षेत्र के प्रसिद्ध व्यक्ति इत्यादि।

एक तरह से कहा जाए तो जो व्यक्ति राजनीति, प्रशासन, मीडिया, न्यायिक व्यवस्था में ऊँचे पद पर है, वह सभी वीआईपी होते हैं। इसके अलावा जो भी अन्य क्षेत्र होते हैं, फिर चाहे वह मनोरंजन हो या खेल या संगीत या कुछ और, उन सभी के प्रसिद्ध व्यक्ति भी वीआईपी की श्रेणी में ही आते हैं।

उदाहरण के तौर पर इस बार के हुए ओलंपिक्स में नीरज चौपड़ा ने गोल्ड मैडल जीता था। अब ओलंपिक्स में जीतने से पहले नीरज चौपड़ा देश के लिए सामान्य नागरिक थे लेकिन जैसे ही उन्होंने ओलंपिक्स में गोल्ड जीत लिया तो वे देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सूची में शामिल हो गए। इसके बाद उन्हें भी वीआईपी का दर्जा देते हुए भारत सरकार की ओर से सुरक्षा प्रदान की गयी।

वीआईपी को सुरक्षा कौन देता है?

अब यह प्रश्न भी बहुत महत्वपूर्ण है कि किसी वीआईपी को सुरक्षा देने का जिम्मा किसका होता है। तो यह भी निर्भर करता है कि किस वीआईपी के ऊपर कितना खतरा है, वह कितना प्रसिद्ध है और उसके लिए किस तरह के मापदंडों का पालन किया जाना जरुरी है। यह सब भारत सरकार, राज्य सरकार, गोपनीय विभाग, रक्षा मंत्रालय इत्यादि देखता है जिसकी समय समय पर समीक्षा की जाती है।

अब उनके द्वारा सभी वीआईपी का आंकलन किये जाने पर ही उन्हें उचित समय पर उचित स्थान पर सुरक्षा दी जाती है। बड़े वीआईपी को तो भारत सरकार हमेशा सुरक्षा देती ही है और उसके बाद उन्हें दूसरी लेयर के रूप में राज्य सरकार सुरक्षा देती है। वहीं जो कम प्रसिद्ध वीआईपी होते हैं तो उन्हें उनकी राज्य की सरकार सुरक्षा प्रदान करती है। अब यदि किसी वीआईपी को अपनी जान का खतरा होता है या उससे कोई धमकी देता है तो वह भारत सरकार व राज्य सरकार को इसकी सूचना दे सकता है, जिसके बाद उसकी सुरक्षा को बढ़ाया जा सकता है।

इसी के साथ ही यदि भारतीय न्यायालय को लगता है कि किसी व्यक्ति को जान का खतरा है या उससे केस को प्रभावित किया जा सकता है और वह न्यायालय की दृष्टि में महत्वपूर्ण व्यक्ति है तो न्यायालय अपने आदेश पर भी उसे सुरक्षा प्रदान कर सकता है। ऐसे में भारत सरकार व राज्य सरकार को न्यायालय के आदेश के तहत उस व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान करनी होती है।

वीआईपी कैसे बने? (VIP kaise bane)

अब वीआईपी के बारे में इतना सब कुछ जान लेने के बाद आपके मन में भी यह विचार आ रहा होगा कि किस प्रक्रिया के तहत आप भी वीआईपी बन सकते हैं या उसके लिए आपको क्या कुछ करना होगा। तो यहाँ हम आपको यह पहले ही बता दें कि यदि आपको वीआईपी बनना है तो आपको केवल अपने या अपने परिवार के लिए ही नहीं बल्कि समाज व देश के लिए भी काम करना होगा। यदि आप केवल अपने और अपने परिवार के लिए काम करेंगे तो आप देश के लिए महत्वपूर्ण कैसे हो सकते हैं?

अब हम मुकेश अंबानी जी को भी वीआईपी कहते हैं और उन्हें भारत सरकार व महाराष्ट्र सरकार सुरक्षा उपलब्ध करवाती है। ऐसे में आप पूछ सकते हैं कि जब मुकेश अंबानी जी अपने लिए ही काम कर रहे हैं तो उन्हें वीआईपी क्यों माना जाए और उन्हें सुरक्षा क्यों दी जाए। तो यहाँ हम आपको बता दें कि मुकेश अंबानी जी के कारण इस देश के लाखों लोगों को रोजगार मिल रहा है, उनके द्वारा दी जा रही सेवाओं का उपयोग देश के करोड़ों लोग कर रहे हैं तो ऐसे में वे देश के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण व्यक्ति हो जाते हैं।

तो इसी तरह आप भी किसी भी क्षेत्र में वीआईपी बन सकते हैं, फिर चाहे वह राजनीति हो या व्यापर या खेल या प्रशासन या कुछ और। यदि आपके काम से देश व समाज प्रभावित हो रहा है, उन पर आपके होने या ना होने से अंतर पड़ रहा है, आपके जीवन से बाकियों का जीवन जुड़ा हुआ है तो अवश्य ही भारत सरकार आपको वीआईपी की श्रेणी में मानती है और आपको सुरक्षा उपलब्ध करवाती है।

क्या सभी वीआईपी को सुरक्षा मिलती है?

अब यह बहुत ही पेचीदा प्रश्न है क्योंकि इसका निर्णय भारत का गोपनीय विभाग करता है। उसके द्वारा किये गए आंकलन के आधार पर ही किस वीआईपी को कितनी सुरक्षा मिलेगी, कहाँ मिलेगी, कब कब मिलेगी और वह सुरक्षा कैसी होगी इसका निर्धारण किया जाता है। अब किसी किसी वीआईपी को बहुत ज्यादा सुरक्षा की जरुरत होती है तो किसी किसी को कम सुरक्षा की।

अब आप ऊपर दिए गये दोनों उदाहरण ही ले लीजिये। देश के लिए नीरज चौपड़ा भी वीआईपी है तो मुकेश अंबानी भी। किन्तु भारत सरकार के द्वारा नीरज चौपड़ा को सामान्य वीआईपी सुरक्षा दी जाएगी क्योंकि उनकी जान को इतना खतरा नहीं है लेकिन मुकेश अंबानी को उच्च स्तर की वीआईपी सुरक्षा दी जाएगी। वह इसलिए क्योंकि एक तो मुकेश अंबानी नीरज चौपड़ा की तुलना में बड़े वीआईपी हैं और साथ ही उनके जीवन से लाखों लोगों का जीवन प्रभावित हो सकता है।

वीआईपी व वीवीआईपी में क्या अंतर है? (VIP or VVIP me antar)

जहाँ एक ओर वीआईपी शब्द का इस्तेमाल बार बार किया जाता है तो वहीं कई बार हमें वीवीआईपी शब्द भी सुनने में मिल जाता है। यह कुछ और नहीं बस वीआईपी शब्द में एक बार और वैरी जोड़ दिया गया होता है जिसका हिंदी अर्थ बहुत बहुत महत्वपूर्ण व्यक्ति हो जाता है। अब आप इसके नाम से ही समझ गए होंगे कि यह कौन हो सकता है। तो ऐसे व्यक्ति जो देश के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होते हैं, उन्हें वीवीआईपी की श्रेणी में रखा जाता (Difference between VIP and VVIP in Hindi) है।

एक तरह से कहा जाए तो जो अंतर वीआईपी और देश के आम नागरिक में है, वही अंतर वीआईपी और वीवीआईपी में है। वीवीआईपी हमेशा ही वीआईपी से बहुत बड़े होते हैं और देश का शासन तंत्र संभालते हैं। इसमें किसी भी क्षेत्र के लोग नहीं हो सकते हैं बल्कि इसमें न्यायालय, राजनीति तथा प्रशासन के उच्च स्तर के व्यक्ति होते (Full form of VIP and VVIP in Hindi) हैं। उदाहरण के तौर पर वीवीआईपी की सूची में देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केबिनेट मंत्री, मुख्य न्यायाधीश, प्रधान सचिव, प्रधान सलाहकार इत्यादि आते हैं।

ये ऐसे लोग हैं जिनके काम से देश की नीतियाँ प्रभावित ही नहीं होती है बल्कि वह बनायी जाती है, संशोधित की जाती है और उनका पालन करवाया जाता है। यह देश के लिए अन्य किसी भी व्यक्ति से बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण व आवश्यक होते हैं। ऐसे में इनकी सुरक्षा के लिए सर्वोच्च मापदंडों का पालन किया जाता है और गोपनीय विभाग के सभी प्रमुख अधिकारी सहित देश की सेना के सर्वोच्च सैनिक इनकी रक्षा करते (Meaning of VIP and VVIP in Hindi) हैं।

वीआईपी कौन होता है – Related FAQs 

प्रश्न: वीआईपी में कौन आता है?

उत्तर: वीआईपी में कौन कौन आता है इसके बारे में संपूर्ण जानकारी को हमने इस लेख के माध्यम से 

प्रश्न: वीआईपी हिंदी में क्या कहते हैं?

उत्तर: वीआईपी को हिंदी में बहुत महत्वपूर्ण व्यक्ति कहते हैं।

प्रश्न: भारत में वीआईपी कौन हैं?

उत्तर: भारत में वीआईपी राष्ट्र अध्यक्ष, राजनेता, बड़ी बड़ी कंपनियों के मालिक इत्यादि हैं। 

प्रश्न: वीआईपी और वीवीआईपी में क्या अंतर है?

उत्तर: वीआईपी और वीवीआईपी में अंतर को हमने इस लेख के माध्यम से समझाने का प्रयास किया है जिसे आपको पढ़ना चाहिए।

तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने वीआईपी के बारे में संपूर्ण जानकारी हासिल कर ली है आपने जाना कि वीआईपी कौन होता है वीआईपी किसे कहते हैं वीआईपी को सुरक्षा कौन देता है और वीआईपी कैसे बने। साथ ही हमने आपको वीआईपी और वीवीआईपी में क्या अंतर है इसके बारे में भी बताया। आशा है कि आप जो जानकारी लेने इस लेख पर आए थे वह आपको मिल गई होगी।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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