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शादी-ब्याह को लोगों का बेहद पर्सनल मामला माना जाता है। यह दो लोगों की इच्छा पर निर्भर है कि वे कैसे शादी करना चाहते हैं। मसलन लव मैरिज अथवा अरेंज्ड मैरिज। लेकिन इन दिनों दोनों ही तरह की शादियों में मैरिज रजिस्ट्रेशन को बेहद जरूरी माना जा रहा है। प्रेम विवाह करने वाले जहां कोर्ट में ही शादी करने को प्राथमिकता दे रहे हैं, वहीं अरेंज्ड मैरिज करने वाले भी अपनी शादी का रजिस्ट्रेशन जरूर करा रहे हैं।
इसकी वजह केंद्र सरकार का एक फरमान है, जिसके अनुसार विवाह पंजीकरण (marriage registration) को आवश्यक किया गया है। मैरिज रजिस्ट्रेशन कराना क्यों आवश्यक है एवं मैरिज रजिस्ट्रेशन कैसे कराएं, इस विषय पर आज हम आपको इस पोस्ट में सारी जानकारी प्रदान करेंगे। आइए, शुरू करते हैं-
विवाह पंजीकरण 2024 ऑनलाइन डीटेल्स –
योजना का नाम | मैरिज रजिस्ट्रेशन 2024 |
किस ने लांच की | भारत सरकार |
लाभार्थी | भारत के नागरिक |
उद्देश्य | सभी विवाहित जोड़ों का विवाह पंजीकरण करवाना |
साल | 2022 |
ऑफिशियल वेबसाइट | सभी राज्यों की अलग-अलग |
शादी के कितने दिनों के अंदर विवाह पंजीकरण करना आवश्यक है?
दोस्तों, आपको बता दें कि शादी के 30 दिन के भीतर मैरिज रजिस्ट्रेशन को आवश्यक किया गया है। केंद्र के आदेश की बात करें तो यह व्यवस्था सभी धर्मों पर समान रूप से लागू की गई है।
शादी का रजिस्ट्रेशन क्यों आवश्यक है?
मित्रों, अब आपके दिमाग में सवाल उठ रहा होगा कि मैरिज रजिस्ट्रेशन कराना क्यों आवश्यक है। आपको बता दें कि शादी के रजिस्ट्रेशन के पश्चात दूल्हा दुल्हन को एक मैरिज सर्टिफिकेट (marriage certificate) मिल जाता है, जिसके विभिन्न लाभ हैं। इसकी उपयोगिता एक नजर में-
- सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए।
- किसी नेशनल बैंक से लोन लेने के लिए।
- शादी के पश्चात बैंक में ज्वाइंट एकाउंट (joint account) खुलवाने के लिए।
- विदेश जाने को स्पाउज वीजा (spouse visa) हासिल करने के लिए।
- ज्वाइंट प्रापर्टी (joint property) लेने के लिए।
- विवाह में होने वाली धोखाधड़ी को रोकने के लिए।
- तलाक (divorce) लेने के लिए।
- स्त्री अधिकारों को सुरक्षित करने के लिए।
- यदि विवाह के बाद युवती अपना नाम नहीं बदलना चाहती तो कानूनी लाभ के लिए।
मैरिज रजिस्ट्रेशन के लिए आवश्यक योग्यता [Required qualification for marriage registration]
साथियों, आपको बता दें कि मैरिज रजिस्ट्रेशन के लिए कानून में कुछ आवश्यक योग्यताएं निर्धारित की गई हैं, जो कि इस प्रकार से हैं-
- आवेदक पुरूष की उम्र 21 साल तथा आवेदक महिला की उम्र 18 साल से कम न हो।
- आवेदक पुरूष एवं स्त्री भारत के स्थाई निवासी (permanent resident) हों।
- यदि दूल्हा अथवा दुल्हन में से किसी का भी पूर्व में तलाक हुआ है तो उसे डाइवोर्स सर्टिफिकेट (divorce certificate) जमा किया जाना आवश्यक है।
विवाह पंजीकरण यानी मैरिज रजिस्ट्रेशन के लिए आवश्यक दस्तावेज
- दूल्हा-दुल्हन के हस्ताक्षर सहित आवेदन पत्र (application)।
- इसमें शादी की तारीख, जगह, निवास स्थान, जन्म तिथि आदि का जिक्र होगा।
- वर-वधु का आधार कार्ड।
- दूल्हा-दुल्हन का जन्म प्रमाण पत्र। जैसे 10वीं की मार्कशीट अथवा प्रमाण पत्र।
- युवक-युवती के चार पासपोर्ट साइज फोटो।
- युवक-युवती का निवास प्रमाण पत्र।
- साथ ही युवक-युवती का पहचान पत्र।
- वर-वधु की शादी का कार्ड।
- शादी के दो फोटो, जिनमें दूल्हा दुल्हन का चेहरा साफ दिख रहा हो।
- यदि शादी किसी मंदिर में हुई हो तो वहां के पुरोहित अथवा पंडित का प्रमाण-पत्र।
किसी विदेशी से शादी रजिस्टर कराने के लिए ये कागज भी जरूरी
दोस्तों, आपको एक काम की जानकारी दे दें। यदि आप किसी विदेशी से शादी करने जा रहे हों तो आपको ये दस्तावेज भी मुहैया कराने होंगे-
- संबंधित दूल्हा/दुल्हन के देश के दूतावास (ambassy) से नो आब्जेक्शन सर्टिफिकेट (no objection certificate)।
- सरनेम बदलने के लिए 10 रूपये का नान ज्यूडिशियल स्टांप पेपर (non judicial stamp paper)।
- सभी दस्तावेजों को किसी गजेटेड अफसर से अटेस्ट कराएं।
- शपथ पत्र (affidavit)
शादी का रजिस्ट्रेशन किस एक्ट के तहत होता है?
दोस्तों, आपको बता दें कि अपने देश भारत में शादी हिंदू विवाह अधिनियम यानी हिंदू मैरिज एक्ट (hindu marriage act) 1955 एवं विशेष विवाह अधिनियम यानी स्पेशल मैरिज एक्ट (special marriage act) 1954 के तहत रजिस्टर की जाती है।
हिंदू विवाह अधिनियम के तहत मैरिज रजिस्ट्रेशन के नियम –
मित्रों, आपको बता दें कि हिंदू विवाह अधिनियम केवल हिंदुओं पर लागू होता है। इसके तहत-
- 1. विवाह में दोनों पक्षों का अविवाहित अथवा तलाकशुदा होना जरूरी है।
- 2. यदि दोनों में से किसी पक्ष की पहले शादी हो चुकी है तो शादी के वक्त पहला पति अथवा पत्नी जीवित नहीं होने चाहिए।
- 3. शादी जिस जगह रजिस्टर करा रहे हों, उस स्थान पर युवक/युवती छह माह से निवास कर रहे हों।
- 4. मैरिज रजिस्ट्रेशन के लिए दूल्हा दुल्हन दोनों को शादी के एक माह के भीतर आवेदन पत्र एवं दस्तावेजों के साथ अपने मां-बाप अथवा शादी के गवाह रहे अन्य लोगों के साथ रजिस्ट्रार के सामने पेश होना होगा।
स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत विवाह पंजीकरण कैसे होता है?
स्पेशल मैरिज एक्ट के अंतर्गत विवाह पंजीकरण की प्रक्रिया निम्न चरणों में पूरी की जाती है –
- स्पेशल मैरिज एक्ट (special marriage act) में शादी एक मैरिज अफसर (marriage officer) के जरिये संपन्न होती हैं। यह जिला कलेक्टर अथवा उसके द्वारा नियत कोई प्रशासनिक अधिकारी होता है।
- शादी के इच्छुक युवक-युवती को शादी से न्यूनतम 30 दिन पहले शादी कराने वाले अधिकारी के पा अर्जी देनी होगी।
- इस अर्जी के आधार पर उस कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर शादी की नोटिस लगा दिया जाता है।
- यदि युवक अथवा युवती में से कोई किसी अलग इलाके का रहने वाला है तो वहां के संबंधित मैरिज अफसर के कार्यालय पर भी यह नोटिस चस्पा किया जाता है।
- यदि नोटिस चस्पा करने के लिए 30 दिन के भीतर किसी को ऐतराज नहीं आता तो शादी करा दी जाती है।
- यदि कोई इस संबंध में किसी व्यक्ति की ओर से ऐतराज आता है तो संबंधित अधिकारी जांच के बाद ही शादी को लेकर कोई फैसला करता है।
- शादी हो जाने के पश्चात ही उसे रजिस्टर किया जाएगा।
पहले से की गई शादी का विवाह पंजीकरण कैसे करवाएं?
यह भी जान लीजिए कि पहले से की गई शादी भी 30 दिन के नोटिस पर स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत रजिस्टर कराई जा सकती है। इसकी प्रक्रिया इस प्रकार है-
- सबसे पहले जिस स्थान पर रहते हों, वहां के कलेक्टर आफिस (collector office) जाकर आवेदन पत्र (application form) लें।
- इस आवेदन पत्र में पूछी गई सारी जानकारी को ठीक से सही-सही भरें।
- शादी के पश्चात नाम अथवा सरनेम (surname) में कोई परिवर्तन हुआ हो तो आवेदन पत्र में नया नाम भरकर इसका सुबूत भी साथ लगाएं।
- इस आवेदन फाॅर्म में शादी के तीन गवाहों का ब्योरा भी दर्ज करें, मसलन आपका उनसे रिश्ता, उनका निवास स्थान, कार्य या प्रोफेशन, पता एवं टेलीफोन/मोबाइल नंबर आदि।
- इसके पश्चात आवेदन पत्र पर गवाहों के साइन लें। दोस्तों, बता दें कि ये गवाह आपके दोस्त अथवा रिश्तेदार भी हो सकते हैं।
- इसके पश्चात रजिस्टार आफिस में सभी दस्तावेज संलग्न कर आवेदन पत्र प्रस्तुत करें।
- यहां तमाम दस्तावेजों की जांच की जाएगी।
- इसके पश्चात आपके विवाह पर रजिस्ट्रार आफिस की मुहर लग जाएगी।
- निर्धारित अवधि के भीतर आपको मैरिज सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाएगा।
विवाह रजिस्ट्रेशन आनलाइन प्रक्रिया क्या है?
दोस्तों, आपको बता दें कि अलग अलग राज्यों ने अपने यहां के वासियों के लिए विवाह के रजिस्ट्रेशन की आनलाइन सुविधा मुहैया कराई है। इन राज्यों की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर इसके लिए आवेदन किया जा सकता है। इसकी एक सामान्य प्रक्रिया इस प्रकार से है-
- सबसे पहले अपने राज्य की आधिकारिक वेबसाइट (official website) पर जाएं।
- अब आपके सामने वेबसाइट का होमपेज खुल जाएगा।
- इसके पश्चात होम पेज पर अप्लाई नाउ (apply now) के option पर click करें।
- इतना करने के लिए आपके सामने एक आवेदन पत्र खुल जाएगा।
- आपको इसमें पूछी गई सारी जानकारी सही सही भरनी होगी।
- फार्म भरने के पश्चात मैरिज रजिस्ट्रेशन के लिए आवश्यक दस्तावेज भी अपलोड (upload करने होंगे)।
- एक बार फिर फार्म में भरी जानकारी को चेक करने के बाद submit के option पर click कर दें।
उत्तराखंड में शादी के रजिस्ट्रेशन के लिए आनलाइन आवेदन कैसे करें?
दोस्तों, हमने ऊपर आपको बताया कि आप जिस राज्य के निवासी हैं, उसी की official website पर जाकर marriage registration के लिए अप्लाई कर सकते हैं। यहां हम आपको बताएंगे कि यदि आप उत्तराखंड के निवासी हैं तो मैरिज रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट कैसे ले सकते हैं। इसकी प्रक्रिया इस प्रकार से है-
Total Time: 2 days
ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं –
सबसे पहले उत्तराखंड स्टांप एवं निबंधन की आधिकारिक वेबसाइट https://registration.uk.gov.in/ पर जाएं। आपके सामने वेबसाइट का होमपेज खुल जाएगा। आप यहां क्लिक करके डायरेक्ट भी जा सकते हैं ।
ई-मैरिज रजिस्ट्रेशन ऑप्शन पर क्लिक करें –
यहां आपको ई-मैरिज रजिस्टेशन (e-marriage registration) का विकल्प नजर आएगा। आपको दिए गए लिंक (link) पर क्लिक करना होगा।
न्यू कंपलसरी एप्लीकेशन ऑप्शन पर क्लिक करें –
अब आपके सामने एक नया इंटरफेस खुल जाएगा। यहां आपको Online New Compulsory Application पर क्लिक करना होगा। इतना करते ही आपके सामने रजिस्ट्रेशन फार्म खुल जाएगा।
लॉगइन आईडी बनाएं –
यहां आपको अपने जिले का नाम, एसआरओ आदि अंकित करना होगा। इसके पश्चात पासवर्ड बनाकर मोबाइल नंबर दर्ज करें। जिसके पश्चात ताकि एक लॉगइन आईडी क्रिएट हो जाएगी ।
अपने अकाउंट में लॉगिन करें –
लॉगइन आईडी बनाने के पश्चात आपको अपने अकाउंट में लॉगइन करना है। अपने अकाउंट में लॉगिन करने के लिए आपको पेज पर दिखाई दे रहे लॉगइन आईडी पासवर्ड ऑप्शन में अपनी आईडी और पासवर्ड डालकर लॉगिन करें।
मैरिज रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरे –
अब आपके सामने स्क्रीन पर एक आवेदन पत्र खुल जाएगा। यहां आपको दूल्हा-दुल्हन का व्यक्तिगत ब्योरा जैसे नाम, पता, मोबाइल नंबर, जन्म तिथि आदि भरना होगा।
दस्तावेज अपलोड करें-
सभी जानकारी होने के पश्चात आपको जरूरी दस्तावेज उनकी स्कैन की हुई कॉपी अपलोड करने की आवश्यकता है। आपको अपने सभी दस्तावेजों को अपलोड करना है।
फार्म सबमिट करें –
सभी जानकारी सही-सही भरने एवं आवश्यक दस्तावेजों की कॉपी अपलोड करने के पश्चात आपको अपना रजिस्ट्रेशन फॉर्म सबमिट करना है। रजिस्ट्रेशन फॉर्म सबमिट करने के पश्चात आपको एक रजिस्ट्रेशन नंबर प्राप्त होगा ।
रजिस्ट्रेशन स्लिप प्रिंट करें
इस रजिस्ट्रेशन नंबर को आप कहीं पर नोट कर के रख ले ताकि आप आगे अपने आवेदन पर की गई कार्रवाई को चेक कर सकते हैं। आप चाहें तो अपनी रजिस्ट्रेशन स्लिप प्रिंट करके अपने पास सुरक्षित रख सकते हैं।
Estimated Cost: 150 INR
विवाह पंजीकरण फीस जमा करें?
विवाह पंजीकरण के पश्चात आपको मैरिज रजिस्ट्रेशन फीस जमा करने की आवश्यकता होती है। आप ऑनलाइन घर बैठे विवाह पंजीकरण फीस जमा कर सकते हैं –
- online fee जमा करने के लिए सबसे पहले इसी official website के होमपेज पर जाएं। आप यहां क्लिक करके डायरेक्ट भी जा सकते हैं।
- होम पेज पर ई-पेमेंट (to pay registration fee online) के option पर क्लिक करें।
- अब आपकी स्क्रीन पर नया इंटरफेस दिखाई देगा। यहां आपको type of registration एवं आवेदन संख्या दर्ज करनी होगी।
- इसके पश्चात आपको फी पेमेंट के लिंक पर क्लिक करना होगा। अब आपके सामने एक पेमेंट फार्म खुल जाएगा।
- यहां आपको अपने पेमेंट मोड मसलन डेबिट, क्रेडिट कार्ड के मार्फत आनलाइन भुगतान (online payment) करना होगा।
- ब्योरा भरने के बाद आपका सर्विस फी एवं पेमेंट गेटवे का ट्रांजेक्शन हो जाता है। और आपको यूनिक बैंक ट्रांजेक्शन आईडी (bank transaction ID) प्राप्त हो जाती है।
- अब आपको एक रसीद प्राप्त होगी। इस रसीद में आपके फीस जमा करने की जानकारी होगी। इसे सेव कर लें।
- इस तरह आपकी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। निर्धारित अवधि के भीतर आपको मैरिज सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाएगा।
अन्य राज्य में ऑनलाइन विवाह पंजीकरण कैसे करें?
विवाह पंजीकरण की प्रक्रिया सभी राज्यों में लगभग एक जैसी है। केवल सभी राज्यों की ऑफिशियल वेबसाइट अलग-अलग है। अन्य राज्यों में उनकी इन आधिकारिक वेबसाइटों पर जाकर मैरिज रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं-
आंध्र प्रदेश | यहां क्लिक करें |
अरुणाचल प्रदेश | यहां क्लिक करें |
आसाम | यहां क्लिक करें |
बिहार | यहां क्लिक करें |
छत्तीसगढ़ | यहां क्लिक करें |
गोवा | यहां क्लिक करें |
गुजरात | यहां क्लिक करें |
हरियाणा | यहां क्लिक करें |
हिमाचल प्रदेश | यहां क्लिक करें |
झारखंड | यहां क्लिक करें |
कर्नाटका | यहां क्लिक करें |
केरला | यहां क्लिक करें |
मध्य प्रदेश | यहां क्लिक करें |
महाराष्ट्र | यहां क्लिक करें |
मणिपुर | यहां क्लिक करें |
मेघालय | यहां क्लिक करें |
मिजोरम | यहां क्लिक करें |
नागालैंड | यहां क्लिक करें |
ओड़िशा | यहां क्लिक करें |
पंजाब | यहां क्लिक करें |
राजस्थान | यहां क्लिक करें |
सिक्किम | यहां क्लिक करें |
तमिल नाडु | यहां क्लिक करें |
तेलंगाना | यहां क्लिक करें |
त्रिपुरा | यहां क्लिक करें |
उत्तराखंड | यहां क्लिक करें |
उत्तर प्रदेश | यहां क्लिक करें |
वेस्ट बंगाल | यहां क्लिक करें |
पुडुचेरी | यहां क्लिक करें |
लक्षदीप | यहां क्लिक करें |
लद्दाख | यहां क्लिक करें |
जम्मू एंड कश्मीर | यहां क्लिक करें |
दिल्ली | यहां क्लिक करें |
दादर एंड नगर हवेली दमन एंड दिउ | यहां क्लिक करें |
चंडीगढ़ | यहां क्लिक करें |
अंडमान निकोबार आईलैंड | यहां क्लिक करें |
विवाह पंजीकरण की आफलाइन प्रक्रिया क्या है? [What is the offline process of marriage registration?]
मित्रों, हमने आपको विवाह पंजीकरण की आनलाइन प्रक्रिया की जानकारी दी। अब हम आपको बताएंगे कि आप offline मैरिज रजिस्ट्रेशन कैसे करा सकते हैं। इसकी प्रक्रिया इस प्रकार है-
- सबसे पहले आपको सब रजिस्टार के कार्यालय जाना होगा।
- इसके बाद आपको यहां से विवाह पंजीकरण फाॅर्म लेना होगा।
- आपको इस आवेदन पत्र में पूछी गई सारी जानकारी मसलन आपका नाम, पता, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी आदि दर्ज करना होगा।
- इसके बाद आपको इस आवेदन पत्र में सभी दस्तावेजों को अटैच कर सब रजिस्ट्रार के आफिस में जमा करना होगा।
- इसके बाद यहां से आपको एक रेफरेंस नंबर दिया जाएगा।
- इस रेफरेंस नंबर के जरिए आपको आपकी रजिस्ट्रेशन की स्थिति पता चल सकेगी।
मैरिज सर्टिफिकेट कितने दिनों में मिलता है?
दोस्तों, आपको बता दें कि आवेदन पत्र जमा करने के करीब एक माह के भीतर सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाता है। इसके लिए अलग अलग प्रदेशों में अलग अलग फीस ली जा सकती है। यदि आप नोटरी (notary) से रजिस्ट्रेशन नहीं कराना चाहते तो तहसीलदार अथवा ज्यूडिशियल अफसर (judicial officer) भी ऐसा कर सकते हैं। यह तो हम आपको बता ही चुके हैं कि जिले का कलेक्टर ही मैरिज अफसर होता है। यदि वह चाहे तो एसडीएम को यह जिम्मेदारी सौंप सकता है।
कोरोना को देखते हुए सर्टिफिकेट के लिए रजिस्ट्रेशन की आन लाइन सुविधा
दोस्तों, आपको बता दें कि कोरोना को देखते हुए कई स्थानों पर मैरिज सर्टिफिकेट के लिए रजिस्ट्रेशन की सुविधा आनलाइन भी दी गई है। आनलाइन मैरिज सर्टिफिकेट फाॅर्म के साथ समस्त दस्तावेज अपलोड करने पड़ते हैं। जहां यह सुविधा उपलब्ध नहीं है, वहां जोड़े को ग्राम अधिकारी के कार्यालय में जाकर दस्तावेज जमा करने पड़ते हैं। वह इन दस्तावेजों की जांच के बाद निर्धारित शुल्क वसूलने के पश्चात मैरिज सर्टिफिकेट जारी कर देता है।
हालांकि गांवों में अभी भी मैरिज रजिस्टर कराने को लेकर कोई बहुत जागरूकता नहीं आ सकी है। सरकार इसके लिए अवश्य प्रयास कर रही है। उसकी मंशा विवाह पश्चात विवाहिताओं को किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचाना एवं उसे सभी सरकारी योजनाओं का लाभ इस सर्टिफिकेट के माध्यम से उपलब्ध कराना है।
विवाह पंजीकरण से जुड़े सवाल-जवाब –
विवाह पंजीकरण से जुड़े कुछ सवाल जवाब है जो अक्सर लोगों के दिमाग में आते हैं। ऐसे सवालों के जवाब नीचे दिए जा रहे हैं जिन्हें आप पढ़ सकते हैं –
विवाह पंजीकरण के लिए शादी के कितने दिनों बाद आवेदन करना होता है?
शादी के 30 दिनों के अंदर विवाह पंजीकरण के लिए आवेदन करना आवश्यक है ।
क्या पहले से की गई शादी के लिए मैरिज रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं?
स्पेशल मैरिज एक्ट के अंतर्गत पहले से की गई शादी के लिए विवाह पंजीकरण कर सकते हैं ।
क्या ऑनलाइन विवाह पंजीकरण के लिए कोई फीस जमा करनी होती है?
मैरिज रजिस्ट्रेशन के लिए अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग फीस निर्धारित की गई है। सामान्य रूप से हिन्दू मैरिज एक्ट Rs-100 स्पेशल मैरिज एक्ट Rs-150 की फीस निर्धारित है।
ऑनलाइन पंजीकरण करने के पश्चात क्या रजिस्टार ऑफिस में जाने की आवश्यकता होती है?
रजिस्टर ऑफिस में पति-पत्नी के बयान दर्ज कराने के लिए ऑनलाइन विवाह पंजीकरण करने के पश्चात भी रजिस्टार ऑफिस में जाने की आवश्यकता होती है।
विवाह पंजीकरण में बयान दर्ज कराने के लिए कितने गवाहों की आवश्यकता होती है?
रजिस्टार ऑफिस में जाकर अपने बयान दर्ज कराने के लिए कम से कम 2 गवाहों की आवश्यकता होती है।
दोस्तों, हमने इस पोस्ट में आपको विवाह पंजीकरण 2024 ऑनलाइन आवेदन व स्टेटस | मैरिज रजिस्ट्रेशन कैसे करें? से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी। उम्मीद है कि यह जानकारी आपके काम आएगी। यदि आप ऐसे ही रोचक एवं उपयोगी विषयों पर हमसे जानकारी चाहते हैं तो बगैर समय गंवाए नीचे दिए गए कमेंट बाक्स में कमेंट करें। आपकी प्रतिक्रियाओं एवं सुझावों का स्वागत है। ।।धन्यवाद।।
Ramjaanpur pur Bihar