VPF क्या होता है? | VPF खाते में कितना पैसा जमा करवा सकते हैं? | VPF kya hota hai

|| VPF क्या होता है? | VPF kya hota hai | VPF contribution limit in Hindi | VPF खाते में कितना पैसा जमा करवा सकते हैं? | क्या VPF में जमा राशि पर टैक्स छूट मिलती है? | VPF अकाउंट कैसे खोलें? (VPF account kaise khole ||

VPF kya hota hai :- हम में से ज्यादातर सभी नौकरीपेशा लोगों को PF के बारे में तो अच्छे से पता होगा क्योंकि हर महीने उनकी सैलरी में से कुछ हिस्सा कटकर उनके PF खाते में जो जमा होता है। अब किसी का कितना PF कटता है तो किसी का कितना। हालाँकि यह सभी के लिए एक निश्चित अनुपात में ही कटता है और कोई भी कंपनी उससे अधिक PF अपने कर्मचारी का नहीं काट सकती है। ऐसे में हर कर्मचारी की जो बेसिक सैलरी होती है, उसमे से 12 प्रतिशत कटकर उसके PF खाते में जमा होता (VPF contribution limit in Hindi) है।

यहाँ आप इस बात का ध्यान रखें कि जो आपकी बेसिक सैलरी है, उसमे से यह PF कटता है ना कि पूरी सैलरी में से। किन्तु क्या आपने कभी VPF का नाम सुना है? अवश्य ही सुना होगा क्योंकि उसी के बारे में ही तो जानकारी लेने के लिए आप इस लेख में आये होंगे। हालाँकि पहले आपने इस शब्द पर गौर नहीं किया होगा और ना ही इसके बारे में आपको ज्यादा कुछ पता होगा क्योंकि बहुत से लोग इसका इस्तेमाल नहीं करते (What is VPF and it’s benefits in Hindi) हैं।

हालाँकि कुछ ऐसे लोग जिनका वेतन ज्यादा है या जो टैक्स में छूट चाहते हैं या फिर ऐसे लोग जो अपने भविष्य के लिए ज्यादा बचत करने को इच्छुक हैं, वे अवश्य ही इस VPF सुविधा का लाभ उठा रहे होते हैं। ऐसे में आज के इस लेख के माध्यम से हम आपको VPF क्या होता है और इससे आपको क्या कुछ फायदे हो सकते हैं, इसी के बारे में ही जानकारी देने वाले (VPF kya hota hai in Hindi) हैं।

VPF क्या होता है? (VPF kya hota hai)

सबसे पहले बात करते हैं कि यह VPF होता क्या है और इससे हमारा क्या आशय है। तो VPF को समझने से पहले आप PF को अच्छे से समझ लीजिये। अब यह PF होता क्या है और क्यों आपका वेतन हर महीने 12 प्रतिशत की दर से काटकर आपके PF खाते में जमा कर दिया जाता है। तो इस PF का पूरा नाम प्रोविडेंट फंड अर्थात भविष्य निधि होता है। आप जिस भी क्षेत्र में काम कर रहे हैं, वहां से आपको एक निश्चित अनुपात में हर महीने कुछ ना कुछ वेतन मिलता (What is VPF in Hindi) होगा।

VPF kya hota hai

इसी वेतन के साथ साथ हर महीने आपको एक सैलरी स्लिप भी मिलती होगी जिसमें आपको उस महीने के लिए मिले वेतन के बारे में सिलसिलेवार पूरी जानकारी दी गयी होती होगी। तो इसमें सबसे ऊपर आपकी बेसिक सैलरी लिखी होती है। अब आपको इसी सैलरी का 12 प्रतिशत निकालना है और उतना पैसा आपके PF खाते में जमा हो रहा होता है। इतना ही नहीं, आपकी कंपनी भी अपनी ओर से 12 प्रतिशत आपके PF खाते में अलग से जमा करवा रही होती है। तो इस तरह से आपकी बेसिक सैलरी का 24 प्रतिशत हर महीने आपके PF खाते में जमा हो रहा होता (What is voluntary provident fund in Hindi) है।

यह PF खाता इसलिए खोला जाता है ताकि जब आप उम्र के एक पड़ाव पर रिटायर हो जाएं तो यह पैसा आपके बुढ़ापे में काम आ सके। अब यदि कोई व्यक्ति स्वेच्छा से अपने PF खाते में 12 प्रतिशत से अधिक पैसा जमा करवाना चाहे तो वह भी हो सकता है। अब सैलरी से जो 12 प्रतिशत का हिस्सा कट रहा है, उसे तो हम PF खाते में जमा राशि कहते हैं लेकिन यदि कोई कर्मचारी 12 प्रतिशत से अधिक हिस्सा अपने PF खाते में जमा करवाना चाहता है तो वह PF खाते में जमा ना होकर VPF खाते में जमा होता (VPF kya hai in Hindi) है।

यह VPF खाता PF खाते के अंदर ही खोला जाता है जिसके अंतर्गत कोई भी कर्मचारी अपनी बेसिक सैलरी में से 12 प्रतिशत के अलावा कितना भी अधिक प्रतिशत अपनी इच्छा से VPF खाते में जमा करवा सकता है। इसके पीछे बुढ़ापे के लिए या भविष्य के लिए अधिक बचत किया जाना और अपने वेतन को टैक्स से बचाना भी सम्मिलित होता है। इसके अलावा VPF अकाउंट खुलवाने के और भी कई तरह के लाभ मिलते हैं जो हम आपको नीचे (VPF kya hai) बतायेंगे।

VPF की फुल फॉर्म क्या है? (VPF full form in Hindi)

अब आपने VPF के बारे में इतना सब जान लिया है तो साथ के साथ इसकी फुल फॉर्म भी जान ली जाए तो बेहतर रहेगा। तो VPF की फुल फॉर्म वॉलंटरी प्रोविडेंट फंड (Voluntary Provident Fund) होती है। इसे हम हिंदी में स्वैच्छिक भविष्य निधि या कोष भी कह सकते हैं। इस VPF में आखिर के दो अक्षर जो कि PF है, वह प्रोविडेंट फंड ही होते हैं, बस एक अक्षर जो कि वॉलंटरी है, वह एक्स्ट्रा जुड़ जाता है क्योंकि यह कोष व्यक्ति अपनी इच्छा के अनुसार जमा करवाता (VPF full form) है।

VPF खाते में कितना पैसा जमा करवा सकते हैं? (VPF contribution limit in Hindi)

अब आपका अगला प्रश्न होगा कि आखिरकार आप अपनी बेसिक सैलरी का 12 प्रतिशत के बाद कितना प्रतिशत भाग VPF खाते में जमा करवाने को स्वतंत्र होते हैं। तो यहाँ हम आपको बता दें कि यह पूरी तरह से आप पर ही निर्भर करता है कि आप अपनी बची हुई 88 प्रतिशत सैलरी में से कितना प्रतिशत VPF खाते में जमा करवाने को इच्छुक हैं।

अब आप चाहें तो पूरी की पूरी 88 प्रतिशत सैलरी अर्थात PF खाते में पैसे कटवाने के बाद बची हुई पूरी सैलरी को भी VPF खाते में जमा करवा सकते हैं या उसका 1 प्रतिशत हिस्सा भी। सामान्य तौर पर लोग 15 से 20 प्रतिशत तक का हिस्सा VPF खाते में जमा करवाते हैं अर्थात PF खाते की रकम को काट कर अलग से 3 से 8 प्रतिशत का हिस्सा।

क्या VPF पर ब्याज मिलता है?

आपके PF खाते में जो पैसे जमा है, उस पर भारत सरकार आपको हर महीने के अनुसार वर्ष के अंत में निश्चित अनुपात में ब्याज देती है। हालाँकि ब्याज की यह दर वित्तीय मंत्रालय तथा अन्य संबंधित मंत्रालयों व विभागों के द्वारा वित्तीय वर्ष की शुरुआत में निर्धारित करके बता दी जाती है। फिर उस वित्तीय वर्ष के लिए महीने के अनुसार ब्याज को कैलकुलेट किया जाता है। इसे वर्ष के अंत में व्यक्ति विशेष के PF खाते में जमा करवा दिया जाता है।

किन्तु मुख्य प्रश्न यह है कि क्या VPF खाते में जमा करवायी गयी राशि पर भी भारत सरकार ब्याज देती है या नहीं। तो आपको जानकर बहुत ही खुशी होगी कि भारत सरकार PF खाते की तरह ही VPF खाते पर जमा राशि पर भी ब्याज की सुविधा प्रदान करती है। इस तरह से बहुत से लोग अपनी बची हुई या एक्स्ट्रा सैलरी पर VPF के तहत ब्याज लेना पसंद करते हैं।

VPF में कितना ब्याज मिलता है? (VPF interest rate in Hindi)

अब आपने यह तो जान लिया है कि भारत सरकार व वित्त विभाग PF खाते की तरह VPF खाते में जमा की गयी राशि पर भी ब्याज देती है लेकिन कितना। तो यहाँ हम आपको बता दें कि जितनी ब्याज दर PF खाते में जमा हुई राशि पर दी जाती है, उतनी ही ब्याज दर VPF खाते में जमा की गयी राशि पर भी दी जाती (What is the interest rate of VPF in Hindi) है।

उदाहरण के तौर पर यदि किसी वित्तीय वर्ष के दौरान भारत सरकार ने PF खाते पर ब्याज की दर को 8 प्रतिशत रखा है तो इसका सीधा सा अर्थ हुआ कि उस वित्तीय वर्ष के लिए VPF खाते में जमा की गयी राशि पर भी 8 प्रतिशत की ही दर से ब्याज मिलेगा।

क्या VPF में जमा राशि पर टैक्स छूट मिलती है? (VPF tax free or not in Hindi)

अब आपको यह भी जानना होगा कि आप अपनी सैलरी में से जो प्रतिशत अलग से काट कर VPF खाते में जमा करवा रहे हैं तो क्या उसमे किसी तरह की टैक्स छूट मिलती है या उस पर भी आपको अपना आय कर देना होगा। अब PF खाते में जमा राशि पर तो कोई टैक्स नहीं लगता है और इस तरह से आप अपनी सैलरी को कम करके दिखा देते हैं लेकिन क्या यह VPF खाते में जमा राशि पर भी होता है।

तो हम आपको यह भी बता दें कि जिस तरह से भारत सरकार PF खाते में जमा हुई राशि को आय कर से अलग रखती है, ठीक उसी तरह VPF खाते में जमा की गयी राशि को भी आय कर से अलग रखा जाता है। बहुत से लोग तो अपना टैक्स बचाने के लिए भी VPF खाते में अपनी सैलरी का एक बड़ा हिस्सा काट कर जमा करवा देते हैं। इससे उनकी बचत भी बढ़ जाती है और टैक्स में भी भारी छूट मिल जाती है।

VPF अकाउंट कैसे खोलें? (VPF account kaise khole)

अब यदि आप अपना भी VPF अकाउंट खोलने को इच्छुक हैं और इसकी प्रक्रिया को जानना चाहते हैं तो यह बहुत ही सरल और प्रभावी प्रक्रिया है। इसके लिए आपको ऑनलाइन या अलग से कुछ करने की जरुरत नहीं है। आप अभी जिस भी कंपनी में काम करते हैं, आपको बस उसकी HR से संपर्क साधना होगा। वह इसलिए क्योंकि इस काम में आपकी सही मायनो में मदद आपकी HR ही करेगी।

आपको अपनी HR के पास जाना होगा और उन्हें बताना होगा कि आप खुद का VPF खाता खुलवाने को इच्छुक हैं। इसके बाद वह एक निर्धारित प्रक्रिया के तहत आपका VPF खाता खोल देगा और उसी के साथ ही वह आपसे यह भी पूछेगा कि PF के अलावा आप अपनी सैलरी में से कितने प्रतिशत का हिस्सा VPF के तौर पर कटवाने को इच्छुक (VPF account opening procedure in Hindi) हैं। अब यह आपके ऊपर निर्भर करेगा कि आप उसके लिए 3 प्रतिशत भी बोल सकते हैं या 10 प्रतिशत भी।

हालाँकि आप इस भ्रम में मत रहिएगा कि आप जितना प्रतिशत अपने VPF के लिए कटवा रहे हैं, आपकी कंपनी PF खाते की तरह ही उतना ही अधिक प्रतिशत आपके VPF खाते में भी जमा करवाएगी। यह पूर्ण रूप से आपका निर्णय होगा और आपकी कंपनी आपके PF खाते में ही 12 प्रतिशत का योगदान देगी। इसके अलावा कुछ नहीं देगी। साथ ही यह भी जान लें कि एक बार आप अपना VPF खाता शुरू करवा लेते हैं और उसके लिए एक निश्चित सैलरी का अनुपात रख देते हैं तो आपको अगले कम से कम 5 वर्ष के लिए उसे जारी रखना होगा।

कहने का अर्थ यह हुआ कि आपने जनवरी 2024 में अपना VPF खाता खोल लिया और आप उसमें अपनी सैलरी का 10 प्रतिशत हिस्सा जमा करवा रहे हैं। अब आपकी HR ने उसे आपकी अनुमति से शुरू कर दिया तो आपको दिसंबर 2028 तक उस VPF खाते में 10 प्रतिशत की दर से अपनी सैलरी का हिस्सा जमा करवाना होगा। इसके बाद आप चाहें तो इसे बंद करवा सकते हैं लेकिन 5 वर्ष के लिए यह सिस्टम लॉक हो जाएगा।

VPF में पैसा जमा करने के फायदे (VPF account benefits in Hindi)

अब आपको साथ के साथ यह भी जान लेना चाहिए कि यदि आप PF खाते के अलावा VPF में भी पैसा जमा करवा रहे हैं तो उससे आपको क्या कुछ फायदे देखने को मिलते हैं। यदि आपको इसके फायदे सही से पता होंगे तभी तो आप इसमें पैसे जमा करवाएंगे। तो आइये जाने VPF खाते में पैसा जमा करवाने के मुख्य लाभ।

  • VPF में पैसे जमा करवाने का सबसे बड़ा और मुख्य लाभ तो आय में मिलने वाली टैक्स की बचत है। अब बहुत से लोग हर वर्ष अपना आय कर बचाने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपनाते हैं और इसके लिए जगह जगह से राय भी लेते हैं या किसी अकाउंटेंट या सीए की सहायता भी ली जाती है। तो VPF में पैसा जमा करवाना भी एक तरीका है अपना इनकम टैक्स कम करने का।
  • VPF में पैसा जमा करवाने का दूसरा बड़ा लाभ यह है कि आपको इसमें सरकार की ओर से एक निश्चित ब्याज भी मिलता है। अब यह तो दोनों हाथों में लड्डू वाली बात हो गयी क्योंकि VPF में जमा पैसा आय कर से भी बाहर हो गया और आपको ब्याज मिला वो अलग। इस पर मिलने वाला ब्याज PF खाते के समान ही होता है।
  • लोग अपनी कमाई को अलग अलग जगह निवेश करते हैं और उसमें से कुछ असुरक्षित भी होते हैं अर्थात उन क्षेत्रों में हमारा पैसा डूब भी सकता है। हालाँकि VPF के साथ ऐसा नहीं है क्योंकि इसका सीधा संबंध भारत सरकार से होता है और उससे ज्यादा सुरक्षित और क्या ही होगा। इस तरह से यह एक सुरक्षित निवेश भी माना जाता है।
  • यदि आपकी ज्यादा पैसा खर्च करने की आदत है या आप वेतन आने पर उसे बेकार के कामो में उड़ाते हुए देर नहीं लगाते हैं तो आप पहले ही अपना VPF खाता शुरू करवा कर अपने वेतन का एक हिस्सा उसमे जमा करवाना शुरू कर सकते हैं। इससे आपकी फिजूलखर्ची पर भी लगाम लग सकेगी और पैसा बचेगा वो अलग।
  • यह भविष्य के लिए बचत का भी एक बड़ा रूप माना जाएगा। अब PF खाता तो हर किसी का होता है और यह हर नौकरी कर रहे व्यक्ति के लिए अनिवार्य भी होता है लेकिन यदि आप उससे आगे बढ़कर VPF खाता खुलवाते हैं तो आप अपना बुढ़ापा ज्यादा आराम से व्यतीत कर सकते हैं।

इस तरह VPF अकाउंट खुलवाने के कई तरह के लाभ मिलते हैं। यही कारण है कि आज के समय में लोग अपनी स्थिति के अनुसार VPF खाता खुलवा रहे हैं और इसके तहत मिलने वाली सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं।

VPF खाते से पैसे कैसे निकालें? (VPF account se paise kaise nikale)

अब आपको यह भी जानना चाहिए कि जो राशि आप अपने VPF खाते में जमा करवा रहे हैं, उसे निकालने का क्या नियम है। तो इसको लेकर भी वही नियम है जो PF खाते में जमा हुई राशि को निकालने से है। कहने का अर्थ यह हुआ कि जो भी राशि आपके VPF खाते में जमा हुई है, उसे आप अपने रिटायर होने की दिशा में निकाल सकते हैं।

हालाँकि कुछ विशेष परिस्थितियों में उन्हें पहले भी निकाला जा सकता है। इन स्थितियों में बच्चों की शिक्षा या उच्च शिक्षा के लिए, उनके विवाह के लिए, घर या मकान बनाने के लिए या परिवार के किसी सदस्य के लिए मेडिकल बिल चुकाने या उसका ऑपरेशन करवाने के लिए आती है। इन स्थितियों में आप अपने VPF तो क्या बल्कि PF खाते से भी राशि को निकाल सकते हैं।

VPF क्या होता है – Related FAQs 

प्रश्न: Vpf क्या है?

उत्तर: VPF की फुल फॉर्म Voluntary Provident Fund है जिसके बारे में संपूर्ण जानकारी आप ऊपर का लेख पढ़ कर प्राप्त कर सकते हो।

प्रश्न: Vpf कौन ले सकता है?

उत्तर: vpf कोई भी नोकरीपैशा लोग ले सकता है जिसका पीएफ अकाउंट खुला हुआ हो।

प्रश्न: क्या वीपीएफ फायदेमंद है?

उत्तर: वीपीएफ के फायदे हमने ऊपर के लेख में विस्तार से बताएं हैं जो आपको पढ़ने चाहिए।

प्रश्न: Vpf योगदान क्या है?

उत्तर: VPF खाता PF खाते के अंदर ही खोला जाता है जिसके अंतर्गत कोई भी कर्मचारी अपनी बेसिक सैलरी में से 12 प्रतिशत के अलावा कितना भी अधिक प्रतिशत अपनी इच्छा से VPF खाते में जमा करवा सकता है।

प्रश्न: मैं वीपीएफ खाता कहां खोल सकता हूं?

उत्तर: इसके लिए आप ऊपर का लेख पढ़ कर जानकारी पा सकते हो।

तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने VPF के बारे में जानकारी हासिल कर ली है। आपने जाना कि VPF क्या होता है VPF खाते में कितना ब्याज मिलता है VPF खाता कैसे खोल सकते हैं VPF खाते में पैसा जमा करने के फायदे क्या हैं और VPF खाते से पैसे कैसे निकाल सकते हैं इत्यादि। आशा है कि आपको यह लेख पढ़ कर VPF खाते के बारे में सब कुछ समझ आ गया होगा। फिर भी यदि कोई प्रश्न आपके मन में शेष है तो आप हम से नीचे कॉमेंट करके पूछ सकते हैं।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
[fluentform id="3"]

Leave a Comment