|| रणजी ट्रॉफी समेत घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंटों के ढांचे में क्या बदलाव किया गया है? | What change has been made in the structure of Ranji trophy? | क्या आईपीएल भी घरेलू क्रिकेट में शुमार है? (Is IPL also included in domestic cricket? | बीसीसीआई द्वारा भारत में घरेलू क्रिकेट ढांचे में क्या तब्दीली की गई है? ||
भारत क्रिकेट के दीवानों का देश है। आईपीएल और इंटरनेशनल टूर्नामेंट्स समेत घरेलू क्रिकेट देखने वालों की संख्या भी कम नहीं है। भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (board for control of cricket in india) यानी बीसीसीआई (BCCI) द्वारा रणजी ट्रॉफी समेत तमाम घरेलू टूर्नामेंटों (domestic tournaments) के ढांचे में तब्दीली की गई है। उसके द्वारा इन टूर्नामेंटों की इनामी राशि (prize money) में इजाफा किया गया है। अब घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंटों के विजेता, उप विजेताओं को कितनी राशि मिलेगी? वे पूर्व में क्या पा रहे थे? जैसे आपके मस्तिष्क में उठने वाले तमाम सवालों का जवाब आज हम आपको इस पोस्ट में देंगे। आइए, शुरू करते हैं-
भारत में घरेलू क्रिकेट का ढांचा क्या है? (What is the structure of domestic cricket in India?)
मित्रों, सबसे पहले भारत में घरेलू क्रिकेट के ढांचे पर बात कर लेते हैं। और आपको बताते हैं कि भारत में घरेलू स्तर पर कौन-कौन से टूर्नामेंट खेले जाते हैं व इनका क्या फार्मेट है। ये इस प्रकार से हैं-
रणजी ट्रॉफी (Ranji trophy)
यह प्रथम श्रेणी (first class) चार दिवसीय टूर्नामेंट है। दोस्तों, रणजी ट्रॉफी ही भारतीय घरेलू क्रिकेट की दुनिया में सर्वाधिक प्रतिष्ठित क्रिकेट प्रतियोगिता है। जिसकी शुरुआत आज से लगभग 88 वर्ष पूर्व सन् 1935 में हुई थी। यह सालाना रेड बॉल चैंपियनशिप है। इसका नाम भारत से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले पहले क्रिकेटर रणजीत सिंह के नाम पर रखा गया था। आपको जानकारी दे दें कि वर्तमान में इस
टूर्नामेंट में 38 टीमें शामिल हैं। इनमें भारत के सभी 28 राज्यों के साथ ही 8 केंद्र शासित प्रदेशों में से चार तथा सशस्त्र बलों (रेलवे व सेवा) का प्रतिनिधित्व करने वाली दो टीमें शामिल हैं। दो राज्यों – महाराष्ट्र और गुजरात की इस टूर्नामेंट में तीन-तीन प्रतिनिधि टीमें शामिल हैं। मुंबई रणजी में सबसे सफल टीम है। इसने 41 बार रणजी ट्रॉफी को अपने नाम किया है।
ईरानी ट्रॉफी (Irani trophy)
अब ईरानी ट्रॉफी की बात कर लेते हैं। आपको बता दें कि यह भी प्रथम श्रेणी (first class) चार दिन का टूर्नामेंट है। इसे पहली बार सन् 1959-60 में रणजी ट्रॉफी के 25 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था। यह भी रेड-बॉल चैंपियनशिप है। इसमें विशेष सीज़न के रणजी (Ranji trophy) ट्रॉफी के विजेता शेष भारत (rest India) की टीम के खिलाफ मैदान में उतरते हैं। शेष भारत टीम में बाकी अन्य प्रथम श्रेणी टीमों के खिलाड़ी शामिल होते हैं।
दलीप ट्रॉफी (Daleep trophy)
मित्रों, दलीप ट्रॉफी भी एक प्रथम श्रेणी टूर्नामेंट है। दलीप ट्रॉफी पहली बार 1961-62 में आयोजित की गई थी। यह एक इंटर जोनल टूर्नामेंट (interzonal tournament) के रूप में शुरू किया गया था। बाद के वर्षों में इसमें काफी बदलाव किए गए। जैसे कि सन् 2016 से लेकर सन् 2020 तक तीन टीमों इंडिया ब्लू (India blue), इंडिया रेड (India Red) व इंडिया ग्रीन (India green) के बीच इसके चार सीजन खेले गए।
इसके पश्चात सन् 2021-2022 में यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट पांच टीमों के साथ अपने मूल स्वरूप (original form) में खेला जाना शुरू हो गया। ये टीमें उत्तर क्षेत्र (North zone), दक्षिण क्षेत्र (South zone), पश्चिम क्षेत्र (West zone), पूर्वी क्षेत्र (East zone) एवं मध्य क्षेत्र (Central zone) की थीं। लगे हाथों आपको यह भी बता दें कि दलीप ट्रॉफी में वेस्ट जोन (West zone) 19 खिताबी जीत के साथ सबसे कामयाब टीम है।
विजय हजारे ट्रॉफी (Vijay hazare trophy)
यह सीनियर मैन एक दिवसीय टूर्नामेंट (senior men one day tournament) है। इसमें 50 ओवर फेंके जाते है।विजय हजारे ट्रॉफी में राज्य व क्षेत्रीय (state and zonal) टीमें शामिल होती हैं। आपको बता दें दोस्तों कि पहली बार 2002-03 में इस टूर्नामेंट की मेजबानी की गई। इसमें 38 टीमों को राउंड रॉबिन फार्मेट (round robin format) में खेलने वाले ग्रुप्स में बांटा गया था, जिसके बाद प्ले ऑफ़ (play off) खेला गया। लगे हाथों आपको यह भी बता दें दोस्तों कि इस प्रतियोगिता में सबसे सफल टीम तमिलनाडु (Tamilnadu) है।
देवधर ट्रॉफी (Deodhar trophy)
दोस्तों, आपको जानकारी दे दें कि यह एक 50 ओवर का टूर्नामेंट है। यह तीन टीमों, इंडिया ए (India A), इंडिया बी (India B) और इंडिया सी (India C) के बीच लड़ी जाती है। विशेष बात यह है कि यह टूर्नामेंट पहली बार आज से करीब 49 वर्ष पूर्व सन् 1973-74 में इंटर जोनल प्रतियोगिता (interzonal compitition) के रूप में आयोजित किया गया था।
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (Syed Mustaq Ali trophy)
साथियों, इस घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट का फार्मेट (format) 20 ओवर का है। आपको बता दें कि सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी राष्ट्रीय स्तर (national level) का टी20 टूर्नामेंट है, जो रणजी ट्रॉफी टीमों के बीच खेली जाता है। यह एक बेहद लोकप्रिय टूर्नामेंट है। तमिलनाडु इस टूर्नामेंट की सबसे सफल टीम रही है। उसने 2006-07 के उद्घाटन संस्करण (inaugural edition) सहित इसे तीन बार अपने नाम किया है। यही टूर्नामेंट आईपीएल का फीडर भी कहलाता है।
क्या आईपीएल भी घरेलू क्रिकेट में शुमार है? (Is IPL also included in domestic cricket?)
दोस्तों, शायद यह आप नहीं जानते होंगे कि इंडियन प्रीमियर लीग (Indian premier league) यानी आईपीएल (IPL), जो दुनिया की सबसे बड़ी टी20 लीग है और जिसमें पाकिस्तान (Pakistan) को छोड़ दुनिया के तमाम क्रिकेट खेलने वाले देशों के खिलाड़ी भी टीमों का हिस्सा होते हैं, भारत के घरेलू क्रिकेट (domestic cricket of india) के अंतर्गत आती है।
आपको बता दें दोस्तों कि बेशक हालांकि यह एक फ्रेंचाइजी आधारित टूर्नामेंट है, लेकिन इसके सभी मुकाबले बीसीसीआई द्वारा घरेलू क्रिकेट पिचों पर खेले जाते हैं। वर्तमान में आईपीएल खेला जा रहा है। जियो सिनेमा (Zio cinema) को इसके मुकाबलों के प्रसारण (telecast) का अधिकार (rights) मिला हुआ है। आईपीएल में पांच खिताब के साथ सबसे सफल टीम मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) रही है। चार खिताबी जीतों के साथ चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai super kings) इससे थोड़ा ही पीछे है।
इस समय इस लीग में कुल 10 टीमें शिरकत कर रही हैं, जिनमें मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) और चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai super kings) के साथ ही पंजाब किंग्स (Punjab kings), सनराइजर्स हैदराबाद (sunrisers Hyderabad), दिल्ली कैपिटल्स (Delhi capitals), गुजरात टाइटंस (Gujarat Titans), लखनऊ सुपरजाइंट्स (Lucknow super giants), कोलकाता नाइट राइडर्स (Kolkata knight riders), राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (royal challengers Bangalore) शुमार हैं।
भारत में घरेलू क्रिकेट के लिए भुगतान ढांचा क्या है? (What is the payment structure for domestic cricket in India?)
मित्रों, यह तो आप जानते ही होंगे कि बीसीसीआई (BCCI) द्वारा हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट (international cricket) में भारत के पुरुष व महिला खिलाडियों के लिए समान वेतन (equal payment) की घोषणा की गई थी। लेकिन यदि बात घरेलू क्रिकेट में भुगतान (payment) की करें तो यह ढांचा (structure) काफी अलग है।
आपको जानकारी दे दें दोस्तों कि इस समय 40 से अधिक मैच खेल चुके रणजी क्रिकेटरों को टूर्नामेंट के दौरान प्रति दिन ₹60,000 का भुगतान किया जाता है। वहीं, 21 से 40 मैच खेल चुके क्रिकेटरों को प्रतिदिन ₹50,000 मिलते हैं। यदि बात सीनियर महिला क्रिकेटरों की करें तो वे प्रति मैच ₹20,000 कमाती हैं, जो पहले केवल ₹12,500 ही था।
पुरुषों के अंडर -23 खिलाड़ियों को प्रति दिन ₹25,000 दिए जाते हैं, जबकि प्लेइंग इलेवन (playing eleven) में शामिल अंडर -19 खिलाड़ियों को प्रति दिन ₹20,000 हासिल होते हैं। यदि बात अंडर-16 खिलाड़ियों की करें तो उन्हें प्रति दिन ₹7,000 मिलते हैं। सभी महिला क्रिकेटरों को प्रति दिन ₹10,000 भुगतान निर्धारित किया गया है। यह आप भी जानते होंगे कि बीसीसीआई द्वारा देश में महिला आईपीएल (women IPL) की भी शुरुआत की गई है।
बीसीसीआई द्वारा भारत में घरेलू क्रिकेट ढांचे में क्या तब्दीली की गई है? (What changes have been made by the BCCI in the domestic cricket structure in India?)
दोस्तों, अब मुख्य बात पर आते हैं और यह जान लेते हैं कि बीसीसीआई (BCCI) द्वारा भारत में घरेलू क्रिकेट के ढांचे में क्या बदलाव किया गया है। दोस्तों, अब रणजी ट्रॉफी समेत घरेलू क्रिकेट की विजेता एवं उप-विजेता टीमों की ईनामी राशि में इजाफा किया गया है। इसके अनुसार अब रणजी ट्रॉफी विजेता टीम को ₹5 करोड़ की पुरस्कार राशि मिलेगी। आपको बता दें कि अब तक यह राशि केवल 2 करोड रुपए थी।
वहीं, नए ढांचे के अनुसार उप-विजेता एवं सेमीफाइनल (semi final) हारने वाली टीमों को भी क्रमशः 3 करोड रुपए और एवं एक-एक करोड़ रुपए दिए जाएंगे। दोस्तों, आपको बता दें कि बीसीसीआई के सचिव (secratary) जय शाह (Jai Shah) की ओर से इस संबंध में एक महत्वपूर्ण ट्वीट (tweet) किया गया है। उनके द्वारा लिखा गया है कि ‘हम भारतीय क्रिकेट की तरह घरेलू क्रिकेट में निवेश करने के प्रयास जारी रखेंगे।’
वहीं, बीसीसीआई द्वारा सीनियर महिला टूर्नामेंट (senior women tournament) की विजेता टीमों को किए जाने वाले भुगतान (payment) की राशि में भी बढ़ोत्तरी की गई है। अब विजेता टीम भी ₹50 लाख मिलेंगे। पहले यह राशि केवल ₹6 लाख थी। इसके अतिरिक्त ईरानी कप विजेता को ढाई करोड़ रुपए की जगह ₹50 लाख रुपए की राशि दी जाएगी। पूर्व में यह ईनामी राशि केवल 25 लाख रुपए थी। वहीं, ईरानी कप की उप-विजेता टीम को ₹ 25 लाख प्रदान किए जाएंगे।
वहीं, दलीप ट्राफी और विजय हजारे ट्रॉफी के विजेता को ₹एक करोड़ एवं उपविजेता को ₹50 लाख प्रदान किए जाएंगे। दोस्तों, अब यदि देवधर ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी की बात करें तो इनके विजेताओं को क्रमश ₹40 लाख एवं फाइनल में हारने वाली टीम यानी उप-विजेता टीम को ₹20 लाख की राशि दी जाएगी। अब आते हैं महिला क्रिकेट पर। दोस्तों, आपको बता दें कि सीनियर महिला वनडे क्रिकेट के विजेताओं को ₹50 लाख और उप-विजेता टीम को ₹25 लाख प्रदान किए जाएंगे।
रणजी ट्रॉफी समित घरेलू क्रिकेट में क्या बदलाव हुए हैं?
रणजी ट्रॉफी समेत घरेलू क्रिकेट की विजेता और उपविजेता टीमों के भुगतान में बढ़ोतरी की गई है।
अब रणजी ट्रॉफी विजेता टीम को कितने रुपए मिलेंगे?
रणजी ट्रॉफी विजेता टीम को ₹5 करोड़ मिलेंगे।
पूर्व में रणजी ट्रॉफी विजेता टीम को कितना भुगतान होता था?
पूर्व में रणजी ट्राफी विजेता टीम को ₹2 करोड़ का भुगतान होता था।
भारत में सबसे प्रतिष्ठित कौन सा घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट है?
भारत में रणजी ट्रॉफी सबसे प्रतिष्ठित घरेलू टूर्नामेंट है।
भारत में t20 फॉर्मेट में कौन सा घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट खेला जाता है?
भारत में t20 फॉर्मेट में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी टूर्नामेंट खेला जाता है।
क्या एपीएल को भी भारत के घरेलू क्रिकेट में शुमार किया जाता है?
जी हां, फ्रेंचाइजी टूर्नामेंट होने के बावजूद आईपीएल को घरेलू क्रिकेट में ही शुमार किया जाता है।
कौन सा टूर्नामेंट आईपीएल का फीडर कहलाता है?
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी टूर्नामेंट आईपीएल का फीडर कहलाता है।
दोस्तों, हमने इस पोस्ट (post) में आपको बताया कि बीसीसीआई द्वारा रणजी ट्रॉफी समेत घरेलू क्रिकेट के ढांचे में क्या बदलाव किए गए हैं। उम्मीद करते हैं कि इस पोस्ट से आपकी जानकारी में बढ़ोतरी हुई होगी। यदि इसी प्रकार की जानकारी परक पोस्ट आप हमसे चाहते हैं तो उसके लिए नीचे दिए कमेंट बॉक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके हमें बता सकते हैं। ।।धन्यवाद।।