ईजीआर क्या है? इसके मेन फीचर्स क्या क्या हैं? भारत में ईजीआर को अभी किसने लांच किया है? ईजीआर को कौन कौन इस्तेमाल कर सकता है? ईजीआर के लिए कौन सा एकाउंट होना आवश्यक है? (What is EGR? What are its main features? Who has launched EGR in india? Who can use EGR? Which account is necessary for EGR?)
दोस्तों, यह तो आप जानते ही होंगे कि भारत में सेबी (SEBI) द्वारा गोल्ड एक्सचेंज चालू किया जा चुका है। अब एक कदम और आगे बढ़ते हुए मुंबई स्टॉक एक्सचेंज ने ईजीआर (EGR) को लांच किया है। यानी अब स्टॉक एक्सचेंज में शेयरों (shares) की ही तरह सोने (gold) की भी खरीद बेच हो सकेगी।
क्या आप जानते हैं कि ईजीआर क्या है? इसके मेन फीचर्स क्या क्या हैं? भारत में ईजीआर को अभी किसने लांच किया है? ईजीआर को कौन कौन इस्तेमाल कर सकता है? ईजीआर के लिए कौन सा एकाउंट होना आवश्यक है? यदि नहीं तो भी चिंता की कोई बात नहीं। आज इस पोस्ट में हम आपको ईजीआर के संबंध में विस्तार से जानकारी देंगे। आइए, शुरू करते हैं-
ईजीआर क्या है? (What is EGR)
दोस्तों, यदि आप निवेशक हैं एवं शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो अब आप शेयरों की ही भांति सोने की भी खरीद बिक्री कर सकते हैं, वह भी पूरी प्रामाणिकता के साथ। इसके लिए ईजीआर (EGR) लांच किया गया है। आइए, सबसे पहले ईजीआर की फुल फॉर्म जान लेते हैं। दोस्तों, इसकी फुल फॉर्म है-इलेक्ट्रानिक गोल्ड रिसीट्स (electronic goods receipts)।
अन्य शब्दों में कहें तो अब सोने का कारोबार ईजीआर के जरिए ही होगा। यानी आप जितने का सोना खरीदेंगे उसकी रिसीट यानी पर्ची आपको मिल जाएगी। इस पर्ची को आप डिजिटल फार्मेट (digital format) में अपने डीमैट एकाउंट में स्टोर कर सकते हैं। EGR भी दूसरी सिक्योरिटीज (securities) जैसा ही होगा।
इसकी ट्रेडिंग (trading), क्लियरिंग (clearing) एवं सेटलमेंट (settlement) अन्य सिक्योरिटीज की ही तरह होगा। यह तो आप जानते ही होंगे कि अभी तक भारत में केवल गोल्ड ईटीएफ (gold ETF) एवं गोल्ड डेरिवेटिव्स (gold derivatives) का कारोबार होता रहा है।
ईजीआर को भारत में किसने लांच किया है? (Who has launched EGR in india?)
भारत की बात करें तो यहां बांबे स्टॉक एक्सचेंज (Bombay stock exchange) यानी बीएसई (BSE) ने दिवाली के अवसर पर ईजीआर (EGR) को लांच किया है। यानी सोने की ट्रेडिंग (gold trading) अब बीएसई पर भी की जा सकेगी। आपको जानकारी दे दें दोस्तों कि बांबे स्टॉक एक्सचेंज ने ईजीआर के जरिए 995 एवं 999 शुद्धता के दो नए उत्पाद (products) लांच किए हैं। इनकी ट्रेडिंग एक ग्राम के मल्टीपल (multiple) में होंगी, जबकि डिलीवरी (delivery) 10 एवं 100 ग्राम के मल्टीपल में मिलेगी।
आपको जानकारी दे दें दोस्तों कि इसके लिए भी बांबे स्टॉक एक्सचेंज सेेबी (SEBI) यानी सिक्योरिटीज एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (securities exchange board of India) की इजाजत लेनी पड़ी है। इसके अलावा इसकी क्षमता का आंकलन करने के लिए बीएसई इससे पूर्व कई बार मॉक ट्रेडिंग (mock trading) भी कर चुका था। सेबी का मानना है कि इससे गोल्ड के स्पाट प्राइस (spot price of gold) में अधिक पारदर्शिता (transparency) रहेगी।
ईजीआर के मेन फीचर्स क्या क्या हैं? (What are the main features of EGR?)
दोस्तों, आइए अब एक नजर में जान लेते हैं कि ईजीआर के मेन फीचर्स क्या क्या हैं? ये इस प्रकार से हैं-
- शेयरों की ही भांति बीएसई पर किसी विशेष समय पर सोने की कीमत (gold price) नजर आएगी।
- आप अपनी मर्जी से सोने की खरीद बिक्री कर सकेंगे।
- खरीदा गया सोना ईजीआर के जरिए आपके डीमैट खाते में स्टोर हो जाएगा।
- ईजीआर को आप कभी भी फिजिकल गोल्ड (physical gold) में तब्दील करा सकते हैं।
- ईजीआर से आपको सोने की शुद्धता के प्रति सोचने की आवश्यकता नहीं रहेगी।
ईजीआर सेवा को कौन कौन इस्तेमाल कर सकता है? (Who can use EGR service?)
मित्रों, यह सवाल आपके दिमाग में भी उठ रहा होगा कि ईजीआर की सेवाएं कौन कौन ले सकेगा? तो आपको जानकारी दे दें कि ईजीआर की सर्विस सभी मार्केट पार्टिसिपेंट्स (market participants) को मिलेगी। जैसे कि व्यक्तिगत निवेशक, आयातकर्ता, बैंक, रिफाइनरी, सराफा कारोबारी, जेवर बनाने वाले एवं खुदरा विक्रेेता आदि। ये सभी ईजीआर के जरिए सोने की खरीद कर सकेंगे। फिलहाल 50 ग्राम, 100 ग्राम एवं एक किलो, ईजीआर के लिए समान ट्रेडिंग लोट होगा।
ईजीआर के लिए क्या आवश्यक है? (What is necessary for EGR?)
दोस्तों, आपको बता दें कि ईजीआर के जरिए गोल्ड में ट्रेडिंग के लिए आपके पास डीमैट एकाउंट (D-mat account) होना आवश्यक है। इसके लिए आपको अलग से किसी प्रकार का कोई एकाउंट खुलवाने की आवश्यकता नहीं होगी। यह तो आप जानते ही होंगे कि निवेशकों के लिए शेयर मार्केट में निवेश के लिए एक डीमैट एवं ट्रेडिंग एकाउंट होना आवश्यक है।
डीमैट एकाउंट क्या है? इसे कैसे खोल सकते हैं? (What is D-mat account? How it can be opened?)
दोस्तों, जैसे कि हमने आपको बताया कि आपको ईजीआर के लिए डीमैट एकाउंट खोलने की आवश्यकता है तो आपको यह समझना भी आवश्यक है कि डीमैट एकाउंट क्या है? इसे कैसे खोल सकते हैं? दोस्तों, आपको जानकारी दे दें कि डीमैट एकाउंट की फुल फार्म डी मैटीरियलाइजेशन एकाउंट (Dematerialization account) होता है।
यह मूलत बैंक एकाउंट (Bank account) की ही तरह होता है, लेकिन इसमें बजाय कैश (cash) के आप शेयर सर्टिफिकेट (share certificate), बांड्स (bonds), गवर्नमेंट सिक्योरिटीज (government securities), म्यूचुअल फंड (Mutual fund), इंश्योरेंस (insurance), ईटीएफ (ETF) एवं अन्य सिक्योरिटीज इलेक्ट्रानिक फार्म (electronic form) में रख सकते हैं। हमें इनके कागजात भौतिक रूप (physically) से रखने की आवश्यकता नहीं होती।
दोस्तों, जरूरत पड़ने हम अपने शेयरों को किसी दूसरे व्यक्ति के डीमैट खाते में ट्रांसफर (transfer) भी कर सकते हैं। साथियों, अब हम डीमैट एकाउंट का अर्थ समझ चुके हैं तो आइए एक नजर डालते हैं कि इसे कैसे खोला जा सकता है। हम जेरोधा के उदाहरण से समझ सकते हैं कि एक डीमैट एकाउंट खोलने की प्रक्रिया किस प्रकार से है-
- सबसे पहले जेरोधा की वेबसाइट (website) पर जाएं। जीरोधा ऑनलाइन अकाउंट ओपन करने के लिए यहां क्लिक करें ।
- यहां open an account के आप्शन पर क्लिक करें।
- अब आपके सामने एक फार्म खुल जाएगा।
- आपको इस फार्म में अपना सभी विवरण जैसे-नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी आदि सही सही भरना होगा।
- इतना करने के पश्चात call me के आप्शन पर क्लिक करें।
- अब आपके पास जेरोधा के लोकल प्रतिनिधि (local representative) की ओर से एक कॉल आएगी।
- अब आपको खाता खोलने के लिए फार्म पर साइन करने एवं अन्य documents के लिए वह आपसे टाइम बुक करेगा। आप अपनी सुविधानुसार कोई टाइम बता सकते हैं।
- आवश्यक डाक्यूमेंट्स जमा करने के पश्चात आपका डीमैट एवं ट्रेडिंग एकाउंट 4 से 7 कार्य दिवसों के भीतर खोल दिया जाएगा।
- यह भी ध्यान रखें कि आपको एकाउंट खोलने के लिए एक शुल्क (fee) भी देना होगा, जिसे आप नेट बैकिंग (net banking) अथवा अपने कार्ड का इस्तेमाल करके चुका सकते हैं। यह फीस 300 रुपए से लेकर 700 रुपए तक हो सकती है।
डीमैट एकाउंट खोलने के लिए किन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी? (Which documents are required to open a D-mat account?)
आइए, अब आपको बताते हैं कि आपको डीमैट एकाउंट खोलने के लिए किन किन दस्तावेजों (documents) की आवश्यकता होगी? जान लीजिए कि आपको इन दस्तावेजों की ई-कापी (e-copy) की आवश्यकता होगी, जो कि इस प्रकार से हैं-
- पैन कार्ड (pan card)।
- आधार कार्ड (aadhar card)।
- पासपोर्ट साइज की फोटो (passport size photo)।
- एक कैंसिल चेक (cancel cheque)।
- सेविंग्स बैंक की पासबुक (savings bank passbook)।
क्या इन ईजीआर पर कोई टैक्स भी देना पड़ेगा? (Is there any tax emposed on EGR?)
दोस्तों, यदि आप अभी यह समझ रहे हैं कि ईजीआर टैक्स फ्री (tax free) हैं तो अपनी यह सोच बदल दीजिए। जैसा कि हमने आपको बताया कि यह अन्य सिक्योरिटीज की ही तरह हैं, ऐसे में इन ईजीआर पर अन्य सिक्योरिटी की ही तरह सिक्योरिटीज टैक्स (securities tax) भी लगेगा। यदि आप ईजीआर को फिजिकल गोल्ड (physical gold) में बदलना चाहेंगे तो इस पर आपको गुड्स एंड सर्विस टैक्स (goods and service tax) यानी जीएसटी (GST) भी चुकाना होगा।
भारत के लिहाज से ईजीआर क्यों महत्वपूर्ण है? (Why EGR is important from India’s point of view?)
आइए, दोस्तों, अब जान लेते हैं कि भारत के लिहाज से ईजीआर क्यों महत्वपूर्ण है? आपको बता दें कि चीन (china) के पश्चात भारत (India) दुनिया में सोने का सबसे बड़ा ग्राहक है। यहां सोने की वार्षिक डिमांड (annual demand) लगभग 800-900 टन है। यह आप भी जानते हैं कि अभी तक निवेशकों (investors) के पास सोने खरीदने के सीमित तरीके हैं। इन्हें शेयरों की भांति खरीदने बेचने का मौका निवेशकों को पहली बार मिलने जा रहा है।
हमारे देश में सोने में निवेश के प्रति निवेशकों की रुचि लगातार बढ़ रही है। महिलाएं भी इसमें पीछे नहीं हैं। अब महिला निवेशक भी इसमें निवेश के जरिए अच्छे रिटर्न पर जोर दे रही हैं। जैसे गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने वाली महिला निवेशकों की तादाद भी लगातर बढ़ रही है।
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ईजीआर की फुल फॉर्म क्या है?
ईजीआर की फुल फॉर्म इलेक्ट्रानिक गोल्ड रिसीट्स है।
ईजीआर से क्या सुविधा होगी?
ईजीआर के जरिए शेयरों की ही तरह सोने की खरीद बिक्री हो सकेगी। इसकी प्रामाणिकता के प्रति सुनिश्चित हुआ जा सकेगा।
क्या ईजीआर को डिजिटल फार्मेट में सुरक्षित रखना संभव होगा?
जी हां, ईजीआर को डीमैट एकाउंट में डिजिटल फार्मेट में स्टोर किया जा सकेगा।
हाल ही में किस स्टॉक एक्सचेंज ने ईजीआर लांच किया है?
हाल में दिवाली के अवसर पर बांबे स्टॉक एक्सचेंज ने ईजीआर को लांच किया है।
भारत के लिहाज से ईजीआर क्यों महत्वपूर्ण है?
भारत के लिहाज से ईजीआर इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि चीन के बाद भारत सोने का सबसे बड़ा ग्राहक है।
ईजीआर के लिए कौन सा एकाउंट होना आवश्यक है?
ईजीआर के लिए डीमैट एकाउंट होना आवश्यक है।
डीमैट एकाउंट कैसा खोला जा सकता है?
यह एकाउंट खोलने की प्रक्रिया हमने आपको ऊपर पोस्ट में बताई है, आप वहां से देख सकते हैं।
दोस्तों, हमने इस पोस्ट (post) में आपको बताया कि ईजीआर क्या है? यदि आपको यह पोस्ट अच्छी लगी है तो हमें नीचे दिए गए कमेंट बाक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके बताएं। यदि इस पोस्ट को लेकर आपका कोई सवाल है तो बेखटके पूछें। ।।धन्यवाद।।
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