गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर क्या है? | यह आपकी EMI के बोझ को कैसे कम कर सकता है?

गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर क्या है? | यह आपकी EMI के बोझ को कैसे कम कर सकता है? | What is Gold Loan Balance Transfer? | How it can reduce the burden of your EMI? | गोल्ड लोन लेने के लिए क्या दस्तावेज चाहिए? (What documents are required to get gold loan? ||

हमारे देश में महिलाओं में सोने को लेकर क्रेज कम नहीं। यह पीली धातु आज भी मार्केट में सर्वाधिक लुभाने वाली धातु है। पुराने समय में लोग शादी-विवाह के वक्त अपनी पुत्रियों को सोने के जेवरात आदि देते थे, ताकि बुरे वक्त में यह उनके काम आ सके।

कमोबेश यही विचार आज भी लोगों के मन में कहीं गहरे व्याप्त है। इसी को ध्यान में रखते हुए कई सारे बैंक एवं गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थान आदि ग्राहकों को गोल्ड लोन प्रदान करते हैं। इसके साथ ही इस लोन से संबंधित ईएमआई का बोझ कम करने एवं अन्य लाभों के लिए ग्राहक गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर जैसी सुविधाओं का भी लाभ उठाते हैं।

क्या आप जानते हैं कि यह गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर क्या है? यह आपकी EMI के बोझ को कैसे कम कर सकता है? यदि नहीं तो आज इस पोस्ट में हम आपको इसी संबंध में विस्तार से जानकारी देंगे। आइए, शुरू करते हैं-

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गोल्ड लोन क्या होता है? (What is gold loan?)

दोस्तों, सबसे पहले समझ लेते हैं कि गोल्ड लोन क्या होता है। यह तो आप जानते ही हैं कि इन दिनों बगैर लोन किसी का काम नहीं चलता। बच्चों को पढाई के लिए बाहर भेजना हो, उनका शादी -ब्याह या अचानकशरीर को आ लगी कोई बीमारी, लोन बहुत काम आता है।

गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर क्या है यह आपकी EMI के बोझ को कैसे कम कर सकता है

विभिन्न बैंक (Bank), वित्तीय (financial) एवं गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थान यानी एनबीएफसी (NBFC) एक निश्चित ब्याज दर (interest rate) पर लोन (loan) मुहैया कराते हैं। इसी तरह बहुत से बैंक एवं संस्थान बतौर सिक्योरिटी (security) ग्राहक का सोना गिरवी रखकर उन्हें लोन देते हैं। इसे ही गोल्ड लोन (gold loan) कहा जाता है। दोस्तों, आपको बता दें किसी भी तरह की इमरजेंसी जैसे शादी-ब्याह, शिक्षा , स्वास्थ्य आदि से संबंधित आवश्यकता के वक्त यह लोन लिया जा सकता है।

गोल्ड लोन लेने के क्या फायदे हैं? (What are the benefits of borrowing gold loan?)

मित्रों, आइए अब जान लेते हैं कि गोल्ड लोन लेने के क्या-क्या फायदे हैं-

  • * गोल्ड लोन तुरंत व आसानी से मिल जाता है।
  • * गोल्ड लोन के लिए अधिक कागजी कार्रवाई (paper work) या दस्तावेज (documents) की आवश्यकता नहीं होती।
  • * गोल्ड लोन पर पर्सनल लोन (personal loan) की अपेक्षा कम ब्याज दर (interest rate) लगती है। जैसे कि जहां पर्सनल लोन पर आपसे 10.50% या उससे अधिक की दर से ब्याज वसूला जाता है, वहीं गोल्ड लोन पर ब्याज दर 7% से आरंभ होती है।
  • * गोल्ड लोन लेने के लिए व्यक्ति को अपने सिबिल स्कोर (cibil score) की चिंता नहीं करनी पड़ती। यह तो आप जानते ही हैं कि ज्यादातर बैंक खराब सिबिल स्कोर वालों को लोन नहीं देते। लेकिन यदि आप गोल्ड लोन समय पर चुकाते हैं तो इससे आपका सिबिल स्कोर बेहतर बनता है।
  • * गोल्ड लोन लेने के लिए किसी प्रकार के गारंटी की आवश्यकता नहीं होती, क्योंकि आपका सोना स्वयं गारंटी यानी सिक्योरिटी होता है।

गोल्ड लोन कौन ले सकता है? (Who can avail gold loan?)

दोस्तों, गोल्ड लोन लेने की सबसे अच्छी बात यह है कि गोल्ड लोन लेने के लिए कोई खास अर्हता (eligibility) निर्धारित नहीं की गई है। सामान्य रूप से यह अर्हता इस प्रकार से है-

  • * आवेदक भारतीय नागरिक हो।
  • * आवेदक की उम्र न्यूनतम 18 वर्ष हो। (कई बैंकों में यह आयु न्यूनतम 21 वर्ष से लेकर 70 वर्ष भी रखी गई है)।
  • * आवेदक के पास गिरवी (mortgage) रखने के लिए सोना यानी गोल्ड (gold) हो। * सोने की शुद्धता 18-22 कैरेट हो।

गोल्ड लोन लेने के लिए क्या दस्तावेज चाहिए? (What documents are required to get gold loan?)

दोस्तों, किसी व्यक्ति को गोल्ड लोन लेने के लिए जिन दस्तावेजों की आवश्यकता है वह इस प्रकार से है-

  • एक पूरी तरह से भरा हुआ गोल्ड लोन आवेदन पत्र (application form)।
  • आवेदक के दो फोटोग्राफ (photograph)।
  • आवेदक का पहचान पत्र (identity card)। जैसे -आधार कार्ड, पासपोर्ट आदि।
  • आवेदक का एड्रेस प्रूफ (address proof)।
  • आवेदक का मोबाइल नंबर (mobile number)।
  • आवेदक के अनपढ़ होने की स्थिति में दो लोगों का विटनेस (witness)।
  • यदि गोल्ड लोन 5 लाख से अधिक का आवेदन किया है तो आवेदक का पैन कार्ड (PAN Card)।

गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर क्या है? (What is gold loan balance transfer?)

दोस्तों, अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर (gold loan balance transfer) क्या होता है? तो आपको जानकारी दे दें कि यह मौजूदा गोल्ड लोन को एक लेंडर (lender) यानी ऋणदाता से दूसरे लेंडर को ट्रांसफर (transfer) करने की प्रक्रिया (process) होती है। इसमें अमूमन बेहतर शर्तों, कम ब्याज दरों एवं कम ईएमआई का लाभ उठाने के उद्देश्य से लोनधारक बकाया लोन राशि को नए ऋणदाता को हस्तांतरित करता है।

गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर के क्या लाभ हैं? (What are the benefits of gold loan balance transfer?)

मित्रों, हम आपको गोल्ड लोन के लाभ तो बता ही चुके हैं। आइए, अब जान लेते हैं कि गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर के क्या लाभ हैं –

* कम ब्याज दरें (low interest rate) :

मित्रों, यदि आप अपने वर्तमान लेंडर को अधिक ब्याज दर चुका रहे हैं तो गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर को चुनने के पीछे सबसे बड़ा और पहला कारण कम ब्याज दर पर लोन प्राप्त करना है।

* पुनर्भुगतान अवधि बढ़ाने का विकल्प (option to increase repayment tenure) :

मित्रों, गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर का एक और फायदा यह है कि इसमें पुनर्भुगतान अवधि यानी (repayment tenure) बढ़ाने का विकल्प मिल सकता है। इसके लिए लोन लेने वाले व्यक्ति द्वारा अपने लेंडर से बात की जा सकती है।

* टॉप-अप लोन सुविधा (Top-up loan facility)

बहुत से लेंडर अपने ग्राहकों को गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर विकल्प के साथ टॉप-अप लोन फैसिलिटी देते हैं, जिसके द्वारा उन्हें ट्रांसफर बैलेंस राशि के ऊपर अतिरिक्त लोन राशि हासिल करने की सुविधा मिलती है। इसकी मदद से वे बगैर अतिरिक्त लोन के अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा कर सकते हैं।

* गोल्ड पर अधिक लोन संभव (more loan on gold is possible) :

मित्रों, आम तौर पर गोल्ड लोन उसकी वैल्यू (value) का 60% से लेकर 75% तक प्रदान किया जाता है। ऐसे में बहुत से लेंडर गोल्ड पर अधिक लोन भी देते हैं। आप गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर द्वारा इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।

* सोने की अधिक सुरक्षा (increased safety of gold) :

गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर के जरिए आप अपने गोल्ड लोन को ऐसे लेंडर के पास ट्रांसफर कर सकते हैं, जिसके पास सोने की सुरक्षा की अधिक मजबूत व्यवस्था हो। जैसे कि अधिक सीसीटीवी कैमरे, सिक्योरिटी सेंसर्स आदि।

गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर आपके EMI के बोझ को कैसे कम कर सकता है? (How it can reduce the burden of your EMI?)

मित्रों, जैसी कि हम पूर्व में चर्चा कर चुके हैं कि गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर आपके EMI के बोझ को कम कर सकता है। तो आइए, अब जान लेते हैं कि ऐसा कैसे होगा-

  • * अपने गोल्ड लोन का बैलेंस कम ब्याज दरों की पेशकश करने वाले लेंडर को ट्रांसफर करके ऋणधारक अपनी ईएमआई को कम कर सकते हैं। साथ ही अपनी वित्तीय स्थिति सुधार सकता है।
  • * गोल्ड लोन चुकाने यानी रीपेमेंट टेन्योर को बढ़ाने की सुविधा मिलने से ऋणधारक की ईएमआई घट सकती है। साथ ही, उसे अपना कैश फ्लो बढ़ाने में भी सहायता होगी।
  • * गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर पर यदि आपको टॉप अप लोन मिल रहा है तो इसका इस्तेमाल आप अन्य अधिक ब्याज वाले लोन को खत्म करने में कर सकते हैं। जाहिर है कि इससे आपकी ईएमआई कम हो सकती है।

गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर की क्या क्या शर्त है? (What are the prerequisites of gold loan balance transfer?)

गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर की कुछ शर्तें भी होती हैं, जो कि आम तौर पर इस प्रकार हो सकती हैं –

  • * संबंधित बैंक में गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर की फैसिलिटी हो।
  • * सोने की शुद्धता रेंज 18-22 कैरेट हो।
  • * आवेदक की आयु 18 वर्ष से 75 वर्ष के बीच हो।

* आवेदक अपने गोल्ड लोन की न्यूनतम छह माह की किश्त का भुगतान कर चुका हो।

गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर के लिए कैसे आवेदन करें? (How to apply for gold loan balance transfer?)

दोस्तों, गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर के लिए आवेदन से पूर्व इस बात पर विचार करें कि क्या ये आपके लिए लाभप्रद होगा? इसके लिए गणना करें कि आप ब्याज पर कितनी धनराशि बचा सकते हैं।

इसके लिए प्रोसेसिंग फीस (processing fee) समेत अन्य सभी लागतों (costs) को कैलकुलेट (calculate) करें। विभिन्न ऋणदाताओं के पात्रता मानकों, ब्याज दरों आदि की तुलना करके तय करें कि आप अपना गोल्ड लोन किस नए ऋणदाता (lender) को हस्तांतरित (transfer) करना चाहते हैं। इसके पश्चात गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर के लिए आवेदन (apply) करें, जिसकी प्रक्रिया process इस प्रकार से होगी –

  • अपने वर्तमान ऋणदाता के पास फोरक्लोजर (foreclosure) के लिए अप्लाई करें।
  • नए ऋणदाता को अपना पिछला गोल्ड लोन गिरवी कार्ड दें एवं गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर के लिए आवेदन (apply) करें।
  • आवश्यक कागजी कार्रवाई एवं केवाईसी प्रक्रिया (KYC process) पूरी करने के बाद नए बैंक में आपका गोल्ड लोन ट्रांसफर हो जाएगा।

(दोस्तों, आपको यह भी क्लियर कर दें कि इस प्रक्रिया से जुड़ी प्रोसेसिंग फीस (processing fee) एवं डॉक्यूमेंट चार्जेज (document charges) यानी दस्तावेज के शुल्क भी आपको स्वयं ही वहन करने पड़ेंगे।)

गोल्ड लोन क्या होता है?

जब कोई बैंक या वित्तीय संस्थान आपका सोना गिरवी रखकर आपको लोन देता है तो उसे गोल्ड लोन कहा जाता है।

क्या गोल्ड लोन के लिए कोई गारंटी भी देनी पड़ती है?

जी नहीं, इसके लिए कोई गारंटी नहीं देनी पड़ती। क्योंकि आपका सोना स्वयं गारंटी माना जाता है।

पर्सनल लोन लेना ज्यादा बेहतर है या गोल्ड लोन?

ब्याज दर कम होने की वजह से गोल्ड लोन लेना बेहतर है।

क्या गोल्ड लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर की आवश्यकता होती है?

जी नहीं, गोल्ड लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर की आवश्यकता नहीं होती।

गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर क्या है?

जब कम ब्याज दर अथवा किसी अन्य कारण से कोई व्यक्ति अपने गोल्ड लोन की बकाया राशि को किसी दूसरे बैंक या लेंडर को ट्रांसफर करता है तो इसे गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर कहा जाता है।

गोल्ड बैलेंस ट्रांसफर के क्या फायदे हैं?

इस फैसिलिटी से आप कम ब्याज दर का लाभ उठा सकते हैं। लिहाजा आपकी ईएमआई कम हो सकती है। आपका सोना भी अधिक सुरक्षित हो सकता है।

क्या सभी बैंक गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर की सुविधा देते हैं?

जी नहीं, सभी बैंक गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर की सुविधा नहीं देते।

गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर की क्या प्रक्रिया है?

इस प्रक्रिया के बारे में हमने आपको ऊपर पोस्ट में जानकारी दी है। आप वहां से देख सकते हैं।

गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर के लिए क्या आवश्यक है?

गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर के लिए आपके सोने का 18 से 22 कैरेट का होना आवश्यक है। इसके साथ ही जरूरी है कि ऋणधारक कम से कम छह मासिक किश्त का भुगतान कर चुका हो।

दोस्तों, इस पोस्ट (post) में हमने आपको गोल्ड लोन बैलेंस ट्रांसफर के बारे में जानकारी दी। उम्मीद करते हैं कि यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी साबित होगी। यदि आपने गोल्ड लोन लिया है तो इस सुविधा का लाभ उठाकर आप अपनी ईएमआई को कम कर सकते हैं। इस पोस्ट के संबंध में किसी भी प्रकार का सवाल अथवा सुझाव आप हमें नीचे दिए कमेंट बॉक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके भेज सकते हैं। धन्यवाद।।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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