ज्वॉइंट लोन क्या होता है? ज्वॉइंट होम लोन की आवश्यकता कब पड़ती है?

घर लेना हर किसी का सपना होता है। अधिकांश लोग बैंक से लोन लेकर अपने इस सपने को पूरा करते हैं, क्योंकि इसके लिए बड़ी बचत की आवश्यकता होती है जो कि हर किसी के पास नहीं होती। कई बार ऐसा भी होता है कि आय कम होने की वजह से, क्रेडिट स्‍कोर (credit score) ठीक न होने के चलते या दूसरे कर्ज और आय के अनुपात में गड़बड़ी की वजह से किसी व्यक्ति को लोन लेने में दिक्कत आती है।

यहां ज्वॉइंट होम लोन (joint home loan) एक बेहतर विकल्प (better option) बनकर सामने आता है। इतना ही नहीं, ज्वॉइंट होम लोन लेने के और भी कई लाभ हैं। ज्वॉइंट लोन क्या होता है? ज्वॉइंट होम लेने के क्या-क्या फायदे हैं? जैसे आपके मन में उठने वाले तमाम सवालों के जवाब आज आपको इस पोस्ट में मिलेंगे। आइए, शुरू करते हैं-

Contents show

ज्वॉइंट लोन क्या होता है? (What is joint loan?)

दोस्तों, ज्वॉइंट लोन (joint loan) का हिंदी में अर्थ संयुक्त ऋण होता है। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि यह एक ऐसा लोन होता है, जो संयुक्त रूप से यानी एक से अधिक लोगों द्वारा साथ मिलकर लिया जाता है। सामान्य रूप से यह एक ऐसा लोन है, जो संयुक्त रूप से किसी व्यक्ति द्वारा किसी अन्य व्यक्ति, जो कि आमतौर पर उसका पति/पत्नी या माता/पिता होते हैं, के साथ मिलकर लिया जाता है।

ज्वॉइंट लोन क्या होता है

ज्वॉइंट होम लोन के लिए को-एप्लीकेंट कौन हो सकता है? (Who can be a co-applicant for a joint home loan?)

दोस्तों, अब आप सोचेंगे कि ज्वाइंट होम लोन में को एप्लिकेंट कौन हो सकता है? तो आपको बता दें कि सामान्य रूप से आपका कोई भी सगा परिजन आपका को-एप्लीकेंट हो सकता है। वह वेतनभोगी (salaried) हो सकता है अथवा उसका स्व-व्यवसाय (self employment) हो सकता है। अप्रवासी भारतीय यानी कि किसी नॉन रेजिडेंट इंडियन या एनआरआई (NRI) को भी आप ज्वाइंट होम लोन के लिए को-एप्लीकेंट बना सकते हैं।

को-एप्लीकेंट और को-ओनर में क्या अंतर होता है? (What is the difference between co-applicant and co owner?

दोस्तों, बहुत से लोग को-एप्लिकेंट और को-ओनर को लेकर भ्रम में रहते हैं। वे इन्हें एक ही समझते हैं। तो चलिए, आज इन दोनों के बीच के अंतर को स्पष्ट कर देते हैं। आपको बता दें कि को-ओनर, प्रॉपर्टी का ज्वॉइंट ओनर (joint owner) होता है। यह जरूरी नहीं होता कि को-एप्लीकेंट प्रॉपर्टी का को -ओनर (आंशिक मालिक) हो।

बुनियादी सिद्धांत (fundamental principle) के अनुसार प्रॉपर्टी के सभी को-ओनर को होम लोन का को-एप्लीकेंट बनना होगा। लेकिन यह जरूरी नहीं कि सभी को-एप्लीकेंट, को-ओनर भी हों। यहां सिर्फ उनकी इनकम को क्रेडिट/लोन मूल्यांकन (credit/loan evaluation) की प्रक्रिया (process) में शामिल किया जाता है

ज्वॉइंट होम लेने की आवश्यकता कब पड़ती है? (When it is needed to take joint home loan?

दोस्तों, आइए अब जान लेते हैं कि किसी व्यक्ति को ज्वॉइंट लोन लेने की आवश्यकता कब पड़ती है? दरअसल, ऐसी स्थितियां कई बार आती हैं, जब कोई व्यक्ति कोई संपत्ति खरीदने के लिए सिंगल लोन लेना चाहता है, लेकिन वह इसकी पात्रता पूरी नहीं कर पाता।

जैसे कई बार लोगों का क्रेडिट स्‍कोर (credit score) ठीक नहीं होता है तो कई बार उसकी कम इनकम (low income) आड़े आ जाती है। कभी कोई अन्य कर्ज होने या आम अनुपात (income ratio) आदि में गड़बड़ी होने की वजह से उसे एकल लोन (single loan) लेने में समस्या आ खड़ी होती है। ऐसे में संबंधित व्यक्ति को घर बनाने के लिए होम लोन लेने को ज्वॉइंट होम लोन (joint home loan) लेने की आवश्यकता पड़ती है।

ज्वॉइंट होम लोन लेने के क्या क्या फायदे हैं? (What are the advantages of taking joint home loan?)

दोस्तों, यदि ज्वॉइंट होम लोन लेने के विभिन्न लाभों की बात करें तो वे इस प्रकार से हैं

आसानी से लोन मिलना संभव (loan can be availed easily)

दोस्तों, यह तो हम आपको बता ही चुके हैं कि विभिन्न कारणों से कई बार एकल ऋण आवेदक (single loan applicant) को होम लोन लेने में दिक्कत आती है। ऐसे में ज्वॉइंट होम लोन उसके लिए उम्मीदों का सागर होता है। इसमें एक अन्य व्यक्ति को अपने साथ आवेदक के तौर पर जोड़ने से उसकी लोन लेने के लिए योग्यता में इजाफा हो जाता है। यदि सह-आवेदनकर्ता यानी को-एप्लिकेंट (co-apolicant) की भुगतान संबंधी क्षमता (paying capacity) अच्‍छी है तो ऐसे में होम लोन आसानी से मंजूर हो जाता है।

लोन राशि की सीमा में इज़ाफ़ा (loan amount can be increased)

दोस्तों, यह तो आप जानते ही हैं कि एकल ऋण आवेदक (single loan applicant) को उसकी इनकम (income) यानी आय के हिसाब से लोन दिया जाता है। यहीं यदि संबंधित व्यक्ति ज्वॉइंट लोन के लिए आवेदन करता है तो ऐसे में दोनों आवेदनकर्ताओं की कुल आय (total income) पर गौर किया जाता है।

साफ है कि ऐसे में लोन राशि (loan amount) की लिमिट (limit) भी बढ़ जाती है। इसे दूसरे शब्दों में किसी व्यक्ति की लोन पात्रता (loan eligibility) बढ़ाना भी कहा जा सकता है। दोस्तों, यहां यह ध्यान रखने वाली बात है कि आपके और आपके को-एप्लीकेंट के लोन तथा आय का अनुपात (ratio of loan and income) संतुलित (balanced) हो।

महिला सह-आवेदनकर्ता होने के फायदे (advantage of being a women co-applicant)

दोस्तों, आपको बता दें कि यदि आप ज्वॉइंट होम लोन किसी महिला के साथ मिलकर लेते हैं तो इसका अपना ही फायदा है। और वो ये कि आपको आपका लोन थोड़ी कम ब्‍याज दरों (low interest rate) पर मिल जाता है। दोस्तों, यह तो आपको पता ही होगा कि बहुत से बैंकों में महिला को-एप्लीकेंट को होम लोन देने के लिए अलग ब्याज दर रखते हैं , जो कि आम तौर पर सामान्य दर से करीब 0.05 प्रतिशत यानी 5 बेसिस प्वॉइंट्स (basis points) कम होती है। लेकिन यह लाभ लेने के लिए आवश्यक है कि संपत्ति यानी प्रॉपर्टी (property) महिला के नाम हो अथवा वह इसकी संयुक्त मालकिन (joint owner) हो

आयकर से संबंधित लाभ (advantage related to income tax)

दोस्तों, यदि आप ज्वॉइंट होम लोन लेते हैं तो इसमें आयकर (income tax) से संबंधित भी आपका एक बड़ा लाभ होता है। यह तो आप जानते ही हैं कि होम लोन लेने पर संबंधित व्यक्ति को इनकम टैक्‍स का फायदा मिलता है। यहां खास बात यह है कि ज्वॉइंट होम लोन के लिए आवेदन करने पर लोन लेने वाले दोनों आवेदनकर्ताओं द्वारा इनकम टैक्स बेनिफिट (tax benefits) का अलग-अलग लाभ लिया जा सकता है। लेकिन इसके लिए यह आवश्यक होगा कि दोनों लोग सह- आवेदनकर्ता (co-applicants) होने के साथ ही प्रॉपर्टी (property) के स्वामी भी हों।

किस व्यक्ति को ज्वॉइंट होम लोन लेने से बचना चाहिए? (Who should avoid to take joint home loan?

दोस्तों, ऊपर पोस्ट में हमने आपको ज्वॉइंट होम लोन लेने के फायदे गिनाए हैं, लेकिन कुछ परिस्थितियां ऐसी भी हैं, जिनमें किसी व्यक्ति को ज्वाइंट होम लोन लेने से बचना चाहिए। आइए, जान लेते हैं कि किन लोगों को ज्वॉइंट होम लोन नहीं लेना चाहिए

  • यदि आप जल्दी ही सेवानिवृत्त या रिटायर (retire) होने वाले हैं।
  • यदि सिंगल एप्लीकेंट (single loan applicant) के तौर पर आपकी पात्रता (eligibility) इतनी है कि आप अपनी लोन आवश्यकता (loan requirement) को पूरा कर सकें।
  • यदि आपकी क्रेडिट हिस्ट्री (credit history) खराब रही है, जिसकी वजह से आपकी क्रेडिट रेटिंग (credit rating) कम है।
  • यदि अपनी अधिकतम लोन पात्रता (maximum loan eligibility) के अनुसार आप पहले से लिया गया कोई लोन चुका रहे हैं।
  • यदि आप वर्तमान में निवेश के लिए कोई कम कीमत वाली प्रॉपर्टी खरीदना चाहते हैं एवं बाद में स्वयं की रिहाइश के लिए कोई बड़ी प्रॉपर्टी खरीदने के इच्छुक हैं।

What is joint loan Related FaQ

ज्वॉइंट लोन किसे कहते हैं?

जब सिंगल लोन के स्थान पर आवेदनकर्ता किसी के साथ मिलकर लोन लेता है तो उसे ज्वॉइंट लोन कहा जाता है।

व्यक्ति किन स्थितियों में ज्वॉइंट लोन लेता है?

यदि व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर ठीक नहीं या आय कम है तो मुख्यतः ऐसे में उसके द्वारा ज्वॉइंट होम लोन का रुख किया जाता है।

ज्वॉइंट होम लोन लेने के क्या-क्या लाभ है?

इन लाभों के संबंध में हमने आपको ऊपर पोस्ट में विस्तार से जानकारी दी है। आप वहां से देख सकते हैं।

क्या ज्वॉइंट होम लेने वाले दोनों आवेदन कर्ताओं को अलग-अलग टैक्स बेनिफिट मिलता है?

जी हां, ऐसी स्थिति में दोनों अलग-अलग टैक्स बेनिफिट के हकदार होते हैं।

क्या महिला को-एप्लीकेंट होने की स्थिति में कम ब्याज दर पर लोन संभव है?

जी हां। अधिकांश बैंकों द्वारा यह सुविधा प्रदान की जाती है।

किसी व्यक्ति को ज्वॉइंट होम लोन लेने से कब बचना चाहिए?

इन स्थितियों के बारे में हमने आपको ऊपर पोस्ट में विस्तार से जानकारी दी है। आप वहां से देख सकते हैं।

क्या कोई एनआरआई किसी के ज्वॉइंट होम लोन के लिए को- एप्लीकेंट हो सकता है?

जी हां। एनआरआई भी किसी ज्वॉइंट होम लोन के लिए को- एप्लिकेंट हो सकता है।

दोस्तों, इस पोस्ट (post) में हमने आपको बताया कि ज्वॉइंट लोन क्या होता है? ज्वॉइंट होम लोन की आवश्यकता कब पड़ती है? ज्वॉइंट होम लोन लेने के क्या-क्या फायदे हैं? उम्मीद करते हैं कि यह पोस्ट आपके लिए ज्ञानवर्धक रही होगी। यदि ऐसी ही जानकारी से भरी पोस्ट आप हमसे चाहते हैं तो उसके लिए हमें नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके बता सकते हैं। ।।धन्यवाद।।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
[fluentform id="3"]

Leave a Comment