मैत्री पाइप लाइन क्या है? यह किन दो देशों के बीच बिछाई गई है?

मैत्री पाइप लाइन क्या है? | यह किन दो देशों के बीच बिछाई गई है? | मैत्री पाइपलाइन पर कुल कितनी लागत आई है? | मैत्री पाइपलाइन से जुड़े खास बिंदु | what is Maitri pipeline? | Between which two countries this has been laid?| How much cost has come on this maitri pipeline? | Main features of maitri pipeline ||

ईंधन किसी भी देश के औद्योगिक, परिवहन एवं आर्थिक व्यवस्था की रीढ़ होता है। इसके लिए विभिन्न देश डीजल का आयात भी करते हैं। इसके लिए वे रेल जैसे परिवहन साधनों का इस्तेमाल भी खूब करते हैं। भारत अपने मित्र देशों की सहायता करने के लिए विख्यात रहा है। नया मामला बांग्लादेश का है। भारत से बांग्लादेश तक एक ईंधन पाइपलाइन बिछाई गई है। इसे भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन (India-bangladesh friendship pipeline) यानी आईबीएफपी (IBFP) का नाम दिया गया है। आज इस पोस्ट में हम आपको इसी पाइपलाइन के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। आइए, शुरू करते हैं –

Contents show

मैत्री पाइपलाइन क्या है? यह किन दो देशों के बीच बिछाई गई है? (What is Maitri pipeline? It has been laid between which two countries?)

मैत्री पाइपलाइन एक डीजल आपूर्ति पाइपलाइन (diesel supply pipeline) है, जिसे भारत व बांग्लादेश के बीच बिछाया गया है। इस पाइपलाइन को बिछाने की शुरुआत को लेकर करार पत्र पर हस्ताक्षर आज से लगभग पांच वर्ष पूर्व सन् 2018 में किए गए थे। आपको बता दें दोस्तों की अभी तक भारत से बांग्लादेश को डीजल की आपूर्ति एक 512 किलोमीटर लंबी रेल लाइन के जरिए होती है। मैत्री पाइपलाइन के बिछ जाने के बाद अब यह भारत से बांग्लादेश तक हाई स्पीड डीजल (high speed diesel) यानी एचएसडी (HSD) आपूर्ति का प्रमुख माध्यम बनेगी।

मैत्री पाइप लाइन क्या है यह किन दो देशों के बीच बिछाई गई है

मैत्री पाइपलाइन प्रोजेक्ट का शुभारंभ कब व किसके द्वारा किया गया? (When and Who has started Maitri pipeline project?

मित्रों, आपको जानकारी दे देगी मैत्री पाइपलाइन परियोजना (maitri pipeline project) का शुभारंभ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (prime minister Narendra Modi) एवं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) ने 18 मार्च, 2024 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (video conferencing) के माध्यम से किया। माना जा रहा है कि इस पाइपलाइन से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग (two side co-operation) और अधिक मजबूत होगा। आपको बता दें दोस्तों की गाहे-बगाहे बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना कर चुकी हैं।

मैत्री पाइपलाइन द्वारा भारत के किस हिस्से से बांग्लादेश के किस हिस्से तक डीजल आपूर्ति की जाएगी? (Diesel supply will be done to Bangladesh’s which parts through Maitri pipeline from India?)

मित्रों, आपको जानकारी दे दें कि भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन असम (Assam) स्थित नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड (numaligarh refinery limited) यानी एनआरएल (NRL) के सिलीगुड़ी स्थित मार्केटिंग टर्मिनल (marketing terminal) से बांग्लादेश पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (Bangladesh petroleum corporation) यानी बीपीसी (BPC) के पारबतीपुर डिपो (parbatipur depot) तक बिछाई गई है। इस पाइपलाइन के जरिए हर साल उत्तरी बांग्लादेश (North Bangladesh) के 7 जिलों तक हाई-स्पीड डीजल (High speed diesel) की सप्लाई होगी।

मैत्री पाइपलाइन कितनी लंबी है? इससे कितने डीजल की सप्लाई होगी? (How long is Maitri pipeline? how much diesel it will supply?)

मित्रों, आपको बता दें कि भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन की लंबाई कोई एक दो किलोमीटर नहीं, बल्कि कुल 131.5 किलोमीटर है। इस पाइपलाइन का करीब सवा सौ यानी 125 किलोमीटर का हिस्सा बांग्लादेश में है, जबकि महज पांच किलोमीटर हिस्सा भारत में। आपको बता दें दोस्तों कि इस मैत्री पाइपलाइन के जरिए भारत द्वारा बांग्लादेश को प्रत्येक वर्ष 10 लाख यानी एक मिलियन मीट्रिक टन (million metric ton) डीजल की आपूर्ति (diesel supply) की जा सकेगी।

मैत्री पाइपलाइन को बिछाने में कितनी लागत आई है? (How much cost came on Maitri pipeline?)

दोस्तों, क्या आप अंदाजा लगा सकते हैं कि मैत्री पाइपलाइन तैयार करने में कितनी लागत (cost) आई होगी? यदि नहीं तो आपको बता दें कि इसमें कोई 50 या 100 करोड़ नहीं, बल्कि करीब 377 करोड़ रुपए की लागत आई है। यदि बांग्लादेश में बिछी पाइपलाइन के हिस्से की बात करें तो उसकी लागत 285 करोड़ रुपए है। खास बात यह है कि इस लागत को बतौर अनुदान राशि भारत द्वारा वहन किया गया है।

मैत्री पाइपलाइन क्या है यह किन दो देशों के बीच बिछाई गई है

मैत्री पाइपलाइन से बांग्लादेश को डीजल की आपूर्ति कब शुरू होगी? (From when supply of diesel to Bangladesh will begin through Maitri pipeline?)

साथियों, आपके दिमाग में सवाल जरूर आ रहा होगा कि मैत्री पाइप लाइन तो तैयार हो चुकी है लेकिन इससे बांग्लादेश को डीजल की आपूर्ति कब से शुरू होगी? तो आपको जानकारी दे दें कि इस पाइपलाइन से बांग्लादेश को डीजल की आपूर्ति इसी वर्ष यानी 2024 के जून महीने से आरंभ हो जाएगी। फिलहाल बांग्लादेश के इस पाइप लाइन से सप्लाई होने का बहुत शिद्दत से इंतजार है।

मैत्री पाइपलाइन को कब पूरा होना था? इसमें देरी क्यों हुई? (Till when the pipeline had to be completed? Why it became late?)

दोस्तों, आपको बता दें कि इस भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन को बनाने के लिए सितंबर 2018 में दोनों देशों के बीच करार पत्र पर हस्ताक्षर हुए थे। इस पाइपलाइन को उस हिसाब से सन् 2020 से शुरू होकर सन् 2022 तक पूरा हो जाना था। लेकिन इसी बीच कोरोना वायरस (corona virus) ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया। जिसकी वजह से यह पाइपलाइन समय पर पूरी नहीं हो सकी। इसके साथ ही इसकी लागत (cost) में भी बढ़ोतरी हो गई। इस पाइपलाइन को 356 करोड़ में पूरा होना था, लेकिन उस पर 377 करोड रुपए का खर्च आया। आखिर यह पाइपलाइन अब एक साल देरी से ही सही, सन् 2024 में बनकर तैयार हो गई है।

मैत्री पाइपलाइन से जुड़े खास खास बिंदु क्या हैं? (What are the main features of maitri pipeline?)

मित्रों, मैत्री पाइप लाइन से जुड़ी मोटी-मोटी जानकारी हमने आपको दे दी है। अब इस पाइप लाइन से जुड़े खास-खास बिंदुओं पर एक नजर डाल लेते हैं जो कि इस प्रकार से हैं-

  • भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन के जरिए भारत से बांग्लादेश को डीजल आपूर्ति होगी।
  • इस मैत्री पाइपलाइन की लंबाई कुल 131.5 किलोमीटर है।
  • यह भारत व बांग्लादेश के बीच पहली सीमा पार डीजल पाइप लाइन होगी।
  • मैत्री पाइपलाइन तैयार करने में करीब 377 करोड़ रुपए की लागत आई है।
  • बांग्लादेश में बिछी पाइपलाइन के हिस्से की लागत 285 करोड़ है।
  • इस पाइपलाइन से डीजल का आवागमन किफायती cost (effective), विश्वसनीय (trustworthy) एवं पर्यावरण के सर्वथा अनुकूल (eco friendly) होगा।

भारत कितने देशों को रिफाइन पेट्रोलियम उत्पाद निर्यात करता है? (To how many countries India export fuel?)

दोस्तों, आपको बता दें कि भारत अपने द्वारा रिफाइन किए गए पेट्रोलियम उत्पाद न केवल अमेरिका, इंग्लैंड व ऑस्ट्रेलिया को भेजता है, बल्कि वह इन्हें तेल उत्पादक देशों जैसे-इराक, यूएई आदि को भी निर्यात करता है। मित्रों, आपको जानकारी दे दें कि भारत तेल रिफाइनिंग के मामले में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ देशों में गिना जाता है। वह दुनिया के करीब 106 देशों को तेल निर्यात करता है आपको बता दें कि भारत में एशिया का दूसरा सबसे बड़ा रिफायनरी उद्योग है। पहले नंबर चीन आता है.

मैत्री पाइपलाइन किन दो देशों के बीच बिछाई गई है?

मैत्री पाइपलाइन भारत और बांग्लादेश के बीच बिछाई गई है।

मैत्री पाइपलाइन से क्या होगा? मैत्री पाइपलाइन से भारत द्वारा बांग्लादेश को हाई स्पीड डीजल की आपूर्ति की जाएगी।

मैत्री पाइपलाइन की कुल लंबाई कितनी है?

मैत्री पाइपलाइन 131.5 किलोमीटर लंबी है।

अभी तक भारत से बांग्लादेश को डीजल की सप्लाई कैसे होती है? अभी तक भारत से बांग्लादेश को डीजल की सप्लाई 512 किलोमीटर लंबी रेल लाइन के जरिए होती है।

मैत्री पाइपलाइन प्रोजेक्ट का शुभारंभ किसने किया है?

मैत्री पाइपलाइन प्रोजेक्ट की शुरुआत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश के राष्ट्रपति शेख हसीना ने की है।

मैत्री पाइप लाइन से बांग्लादेश को डीजल की आपूर्ति कब तक शुरू हो जाएगी?

मैत्री पाइपलाइन के जरिए भारत से बांग्लादेश को डीजल की आपूर्ति इसी साल यानी 2024 के जून महीने से शुरू हो जाएगी।

मैत्री पाइप लाइन कब से बननी शुरू हुई थी?

मैत्री पाइपलाइन आज से करीब पांच वर्ष पूर्व यानी सन् 2018 से बननी शुरू हुई थी।

क्या यह पाइपलाइन समय से पूरी हो पाई है?

जी नहीं, इस पाइपलाइन को 2022 में बनना था। यह एक वर्ष देरी से पूरी हुई है।

मैत्री पाइपलाइन के जरिए बांग्लादेश को कितने डीजल की सप्लाई होगी?

मैत्री पाइपलाइन के जरिए उत्तरी बांग्लादेश के कुल 7 जिलों को हर साल करीब 10 लाख टन हाई स्पीड डीजल की आपूर्ति की जाएगी।

मैत्री पाइपलाइन के बनने पर कुल कितनी लागत आई है?

मैत्री पाइप लाइन पर कुल 377 करोड़ रुपए की लागत आई है।

बांग्लादेश के हिस्से वाली पाइप लाइन पर कुल कितनी लागत आई है?

बांग्लादेश के हिस्से वाली पाइप लाइन पर कुल 285 करोड रुपए की लागत आई है।

क्या बांग्लादेश के हिस्से वाली लागत भी भारत द्वारा वहन की गई है?

जी हां, यह लागत अनुदान राशि के रूप में भारत द्वारा ही वहन की गई है।

क्या भारत और बांग्लादेश के बीच इससे पूर्व कोई सीमा पार तेल लाइन बनी है?

जी नहीं, मैत्री पाइपलाइन भारत व बांग्लादेश के बीच पहली सीमा पार डीजल पाइप लाइन होगी।

दोस्तों, हमने इस पोस्ट (post) में आपको भारत-बांग्लादेश के बीच मैत्री पाइप लाइन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उम्मीद करते हैं कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी। यदि इसी प्रकार की और भी जानकारीपरक पोस्ट आप हमसे चाहते हैं तो उसके लिए नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके अपनी बात हम तक पहुंचा सकते हैं। ।।धन्यवाद।।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
[fluentform id="3"]

Leave a Comment