एमबीबीएस नेक्स्ट क्या है? | इसका उद्देश्य क्या है? | एमबीबीएस छात्रों के लिए इसे क्वालीफाई करना क्यों आवश्यक किया गया है? | What is it’s objective? | Why it has been made mandatory for mbbs students to qualify this test? |
हमारे देश में डॉक्टर का पेशा सर्वाधिक प्रतिष्ठित माना जाता है। प्रत्येक वर्ष लाखों की संख्या में छात्र एमबीबीएस में एडमिशन लेने के लिए प्रवेश परीक्षा में बैठते हैं। यह अलग बात है कि इसमें से अधिकांश का सपना पूरा नहीं हो पाता।
जो छात्र एमबीबीएस कर लेते हैं, उनमें से बहुत से कोर्स के बाद इंटर्नशिप कर प्रैक्टिस करने तथा बहुत से स्पेशलिस्ट बनने के लिए एमडी या एमएस यानी पीजी की तैयारी करते हैं। लेकिन इस बार इंटर्नशिप व पीजी प्रवेश की उनकी राह बहुत आसान नहीं रहने वाली।
वजह है एमबीबीबीएस नेक्स्ट। यह एमबीबीएस नेक्स्ट क्या है? इसका उद्देश्य क्या है? इसका आयोजन किसके द्वारा किया जाएगा? इसे क्वालीफाई करना क्यों आवश्यक होगा? आदि जैसे आपके मस्तिष्क में उठने वाले अनेक सवालों का जवाब आज हम आपको इस पोस्ट में देंगे। यदि आप मेडिकल स्टूडेंट हैं या फिर एमबीबीएस करना चाहते हैं तो एमबीबीएस नेक्स्ट को अच्छी तरह समझने के लिए आपको इस पोस्ट को शुरू से अंत तक पढ़ना होगा। आइए, शुरू करते हैं।
एमबीबीएस क्या है? (What is MBBS?)
दोस्तों, एमबीबीएस नेक्स्ट (MBBS next) के बारे में जाने से पहले यह जानना जरूरी है कि एमबीबीएस क्या है?(what is MBBS?)। मित्रों, यदि एमबीबीएस की फुल फॉर्म की बात करें तो यह बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी (bachelor of medicine and bachelor of surgery) है। आपको बता दें दोस्तों कि यह एक मेडिकल अंडर ग्रेजुएट कोर्स (medical undergraduate course) है।
एमबीबीएस कोर्स की कुल अवधि पांच साल छह महीने की है। लेकिन इसमें अस्पताल में एक साल की अनिवार्य रोटेशन इंटर्नशिप (internship) भी शामिल है। इस कोर्स के सिलेबस में क्लीनिकल (clinical) एवं पैराक्लीनिकल (para clinical) दोनों तरह के विषयों को शामिल किया गया है।
एमबीबीएस करने के बाद बहुत से छात्र विशेषज्ञता के लिए पीजी यानी एमडी, एमएस, एमडीएस (MD/MS/MDS) आदि कोर्स में प्रवेश ले लेते हैं। यहां एमडी (MD) का अर्थ डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (doctor of medicine) एवं एमएस (MS) का अर्थ मास्टर ऑफ सर्जरी (master of surgery) से है।
एमबीबीएस नेक्स्ट क्या है? (What is MBBS next?)
दोस्तों, एमबीबीएस क्या है यह तो हम आपको बता ही चुके हैं। अब नेक्स्ट की बात कर लेते हैं। सबसे पहले जान लेते हैं कि नेक्स्ट क्या है। साथियों, नेक्स्ट (next) की फुल फॉर्म नेशनल एग्जिट टेस्ट (National Exit Test) है। अब एमबीबीएस नेक्स्ट ही मेडिकल कॉलेजों (Medical Colleges) के पीजी पाठ्यक्रमों (PG courses) में प्रवेश के लिए होने वाली नीट पीजी (NEET-PG) की जगह लेगा।
यानी कि एमबीबीएस नेक्स्ट में प्रदर्शन के आधार पर ही एमबीबीएस कर चुके छात्रों को पीजी के पाठ्यक्रमों (pg courses) में दाखिला दिया जाएगा। दूसरे शब्दों में कहें तो एमबीबीएस नेक्स्ट अंतिम वर्ष (MBBS final year) के छात्रों के लिए क्वालिफाइंग परीक्षा (qualifying exam) की तरह होगा।
इसके अतिरिक्त एलोपैथिक डॉक्टरों को लाइंसेस (licence) के लिए भी यह परीक्षा पास करना जरूरी होगा। एमबीबीएस छात्रों को डिग्री तभी मिल पाएगी, जब वह एमबीबीएस नेक्स्ट क्लियर कर लेंगे। तभी वे प्रैक्टिस शुरू कर पाएंगे। साफ है कि यदि छात्र इस परीक्षा में क्वालीफाई नहीं करते तो उन्हें यह डिग्री नहीं मिलेगी। बिना NEXT क्वालीफाई किए एमबीबीएस पूरा नहीं हो सकेगा।
एमबीबीएस नेक्स्ट किसको देना आवश्यक है? (Who has to take MBBS NExT mandatory?)
दोस्तों, आइए अब यह जान लेते हैं कि एमबीएस नेक्स्ट किसको देना आवश्यक है-
- * भारत में मेडिकल अंडर ग्रेजुएट (medical under graduate) छात्र।
- * विदेश से मेडिकल ग्रेजुएट (medical graduate) की डिग्री लेकर भारत में प्रैक्टिस करना चाहने वाले।
- * भारत में प्रैक्टिस शुरू करने के लिए लाइसेंस (licence) लेने के इच्छुक एमबीबीएस डिग्री धारी।
एमबीबीएस नेक्स्ट का क्या उद्देश्य है? (What is the objective of MBBS NExT?)
दोस्तों, यदि हम एमबीबीएस नेक्स्ट ले जाने के उद्देश्यों पर चर्चा करें तो इसका सबसे पहला उद्देश्य देश में चिकित्सा में गुणवत्ता यानी क्वालिटी (quality) को बढ़ावा देना है। इसका एक अन्य उद्देश्य देशभर में एक ही तरह की शिक्षा प्रणाली एवं प्रैक्टिस (education system and practice) के लिए एक ही प्रकार की लाइसेंस व्यवस्था (licence system) को लागू करना है। पिछले कुछ समय से इसे लागू करने की तैयारी चल रही थी।
एमबीबीएस नेक्स्ट के मुख्य बिंदु क्या क्या हैं? (What are the main features of MBBS next?)
दोस्तों, आइए अब एक नजर में जान लेते हैं कि एमबीबीएस नेक्स्ट (MBBS next) के मुख्य बिंदु क्या-क्या हैं –
- * एमबीबीएस नेक्स्ट वर्ष में दो बार मई एवं नवंबर में आयोजित किया जाएगा।
- * इसका आयोजन एम्स (AIIMS) यानी ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज (All India institute of Medical sciences) द्वारा होगा।
- * एमबीबीएस नेक्स्ट के दो स्टेप STEP-1 और STEP-2 टू होंगे। इन्हें NExT-1 व NExT-2 नाम दिया गया है।
- * पीजी में प्रवेश के लिए छात्रों को एमबीबीएस NExT-1 व NExT-2 दोनों स्टेप्स (steps) क्लियर (clear) करने होंगे।
- * एमबीबीएस छात्रों को NExT-1 क्वालीफाई करने के लिए सभी 6 पेपर्स में 50% (100 में से 50) अंकों की आवश्यकता होगी।
- * यदि अभ्यर्थी पहले प्रयास में किसी विषय में पास नहीं हो पाता तो उसे संबंधित विषय के लिए 6 महीने बाद NExT-1 देना होगा।
- * निर्धारित अंक प्रतिशत प्राप्त करने के बाद ही संबंधित छात्र को NExT – 1 में क्वालीफाई माना जाएगा और उसे इंटर्नशिप शुरू करने की इजाजत मिलेगी।
- * यदि अभ्यर्थी अपने स्कोर को सुधारने के लिए NExT-1 दे रहा है, तो ऐसे में अभ्यर्थी द्वारा दिए अंतिम NExT-1 का स्कोर ही पीजी पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए मान्य होगा।
- * दोस्तों, जान लीजिए कि NExT 1 क्वालीफाई करने के लिए प्रयासों की संख्या संबंधी में कोई प्रतिबंध नहीं रखा गया है। कोई छात्र कितने भी अटैंप्ट (attempt) कर सकता है। लेकिन एमबीबीएस कोर्स पूरा करने के 10 साल के भीतर अभ्यर्थी को NExT-1 व NExT-2 दोनों पास करने होंगे।
- * कोई भी अभ्यर्थी एमबीबीएस NExT-2 के पास होने के बाद ही पीजी पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए अपना स्कोर सुधारने के लिए NExT-1 दे सकता है।
एमबीबीएस नेक्स्ट ऑनलाइन होगा या ऑफलाइन? (MBBS next will be online or offline?)
राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग यानी नेशनल मेडिकल कमीशन (National Medical Commission), जिसे संक्षेप में एनएमसी भी पुकारा जाता है, के अनुसार MBBS NExT-1 ऑनलाइन मोड (online mode) में आयोजित किया जाएगा। इसे कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (computer based test) यानी सीबीटी (CBT) भी कहते हैं। यह परीक्षा तीन दिन तक रोज साढ़े चार घंटे (प्रतिदिन 270 मिनट) चलेगी। वहीं, MBBS NExT-2 का आयोजन ऑफलाइन मोड (offline mode) में होगा। यानी कि इस परीक्षा के लिए अभ्यर्थी को व्यक्तिगत रूप से (personally) उपस्थित होना होगा।
एमबीबीएस नेक्स्ट का टेस्ट पैटर्न क्या होगा? (What will be the test pattern of MBBS NExT?)
दोस्तों, आपको बता दें कि MBBS NExT-1 की परीक्षा तीन दिवसीय होगी। इस टेस्ट के तीन पार्ट होंगे, जिसमें 6 पेपर्स होंगे। परीक्षार्थी को इन सभी 6 पेपर्स में न्यूनतम 50% अंक प्राप्त करने होंगे। इस टेस्ट (test) में कुल 540 प्रश्न पूछे जाएंगे। यह बहु विकल्पीय प्रश्न (multiple choice questions) यानी एमसीक्यू (McQ) होंगे।
इसमें से 65% प्रश्न प्रॉब्लम सॉल्विंग एवं एनालिटिकल स्किल (problem solving and analytical skill) से जुड़े होंगे, वहीं, 25% कांप्रेहेन्शन टाइप (comprehension type) के होंगे। शेष 20% रिकॉल बेस्ड (recall based) होंगे। MBBS NExT-1 जहां थ्योरी आधारित टेस्ट (theory based test) होगा, वहीं, MBBS NExT-2 प्रैक्टिकल आधारित टेस्ट (practical based test) होगा। इसमें कुल सात पेपर होंगे। इस टेस्ट के जरिए छात्र की क्लीनिकल (clinical) समझ का परीक्षण होगा।
MBBS NExT-1 में आने वाले 6 पेपर्स कौन-कौन से हैं? (What are the six papers of MBBS NExT-1?)
मित्रों, आइए अब उन 6 पेपर्स के नाम जान लेते हैं, जिनमें से MBBS NExT-1 में सवाल पूछे जाएंगे। ये इस प्रकार से हैं-
- 1. Medicine & allied subjects
- 2. Paediatrics
- 3. Surgery & allied subjects
- 4. ENT
- 5. Obstetrics & Gynaecology
- 6. Ophthalmology
MBBS NExT-1 प्रश्नों की संख्या व समय का टेंटेटिव ब्रेकअप क्या है? (What is the tentative break up of MBBS NExT-1’s number of questions and time?)
यदि हम MBBS NExT-1 में पूछे जाने वाले प्रश्नों की संख्या एवं समय की टेंटेटिव ब्रेकअप पर नजर डालें तो वह करीब-करीब इस प्रकार रहेगा –
पेपर प्रश्नों की संख्या समय
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Day–1
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Medicine & allied subjects– 120—-180 मिनट
Paediatrics–60–90 मिनट
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Day—2
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Surgery & allied subjects—120–180 मिनट
ENT—60—90 मिनट
Day—3
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Obstetrics & Gynaecology–120–180 मिनट
Ophthalmology–60—90 मिनट
(साथियों, यहां आपको यह भी स्पष्ट कर दें कि जो छात्र MBBS NExT- कम अटेम्प्ट (attempt) में क्वालीफाई (qualify) करेगा, उसे हाई रैंकिंग (High Ranking) दी जाएगी।)
एमबीबीएस नेक्स्ट का आयोजन किसके द्वारा किया जाएगा? (Who will conduct MBBS next?)
मित्रों, आपको बता दें कि एमबीबीएस नेक्स्ट-1 का आयोजन पूर्व में राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग यानी नेशनल मेडिकल कमीशन (National Medical Commission) द्वारा कराए जाने की बात की जा रही थी, जिसे कि मेडिकल काउंसिल (medical council) यानी चिकित्सा परिषद को रिप्लेस (replace) करके गठित किया गया है। लेकिन अभी है साफ किया गया है कि इस टेस्ट का आयोजन एम्स (AIIMS) द्वारा किया जाएगा। वहीं, नेक्स्ट-2 का आयोजन संबंधित स्टेट यूनिवर्सिटीज एवं संस्थानों द्वारा किया जाएगा।
एमबीबीएस के बाद पीजी प्रवेश के लिए NExT कब से लागू होगा? (When NExT will be implemented for PG entrance after MBBS?)
मित्रों, आपको जानकारी दे दें कि फिलहाल एनएमसी द्वारा पीजी प्रवेश के लिए NExT को मई, 2024 से लागू करने की तैयारी की जा रही है। यदि कोई संबंध भी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। यहां आपको यह भी स्पष्ट कर दें कि जब तक NExT अधिकारिता प्राप्त नहीं होती, पीजी पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए नीट-पीजी (NEET-PG) के आधार पर ही प्रवेश होंगे।
एमबीबीएस नेक्स्ट की शुरुआत किस बैच से की जा रही है? (From which batch of MBBS next will begin?)
दोस्तों आपको बता दें कि एमबीबीएस नेक्स्ट की शुरुआत सन् 2020 के बैच से की जा रही है। यद्यपि पहले 2019 बैच के छात्रों से इसकी शुरुआत की बात कही गई थी। ऐसे में उनके द्वारा एमबीबीएस नेक्स्ट विरोध किया जा रहा था। उनके अनुसार उनके एमबीबीएस में एडमिशन के वक्त ऐसी कोई शर्त नहीं थी। केवल नीट क्वालिफाई जरूरी था।
2019-20 में कोरोना काल में पहले ही उनके सामने पढाई में काफी चुनौती थी। अब ये NEXT उन पर थोपा जा रहा था। उनके द्वारा एमबीबीएस नेक्स्ट-1 के लिए रखे गए 50 परसेंट क्वालीफाइंग मार्क्स (qualifying marks) के आधार का भी विरोध किया जा रहा था। उनका कहना था कि यह पीजी लेवल का एग्जाम होगा ऐसे में बहुत कम ही छात्र छात्राएं इसे कम अटैंप्ट में पास कर सकेंगे।
दोस्तों आपको बता दें कि एमबीबीएस नेक्स्ट के खिलाफ धीरे-धीरे छात्रों का यह विरोध देश व्यापी होता जा रहा था। विभिन्न प्रदेशों के मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस छात्र एमबीबीएस नेक्स्ट लाए जाने के विरोध में उतर रहे थे। उनका विरोध-प्रदर्शन को लेकर एक दूसरे से संपर्क करने का सिलसिला भी लगातार जारी था। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया द्वारा साफ किया गया कि यह 2020 के बैच के छात्रों से लागू होगा।
एमबीबीएस नेक्स्ट मॉक टेस्ट कब होगा? (When will MBBS NExT mock test held?)
एमबीबीएस नेक्स्ट मॉक टेस्ट (MBBS NExT mock test) 28 जुलाई को होगा। यह एमबीबीएस छात्रों को टेस्ट के पैटर्न (test pattern) व एग्जाम रूम प्रक्रिया (exam room process) से रूबरू कराने के लिए होगा। आपको बता दें कि इस मॉक टेस्ट (mock test) के लिए रजिस्ट्रेशन (registration) 28 जून, 2024 से प्रारंभ हो चुका है।
एमबीबीएस नेक्स्ट के मॉक टेस्ट के लिए रजिस्ट्रेशन करने की आखिरी तिथि क्या है? (What is the last date to register for MBBS NExT mock test?)
दोस्तों यदि आप मेडिकल स्टूडेंट है और एमबीबीएस नेक्स्ट मॉक टेस्ट (MBBS NExT mock test) के लिए रजिस्ट्रेशन (registration) करना चाहते हैं तो आपको बता दें कि आपके लिए यह मौका 10 जुलाई, 2024 की शाम 5:00 बजे तक रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। यही रजिस्ट्रेशन कराने की आखिरी तिथि (last date) है। इसका पूरा शेड्यूल (shedule) इस प्रकार से है-
रजिस्ट्रेशन | 10 जुलाई, 2024 (शाम 5 बजे तक)। |
इमेज करेक्शन | 11-12 जुलाई, 2024 (शाम 5 बजे तक)। |
रजिस्ट्रेशन फाइनल स्टेटस: | 13 जुलाई, 2024 (शाम 5 बजे तक)। |
एग्जाम यूनिक कोड (EUC) जेनरेशन | 14 जुलाई, 2024 तक। |
एडमिट कार्ड डाउनलोड | 21 जुलाई, 2024 से। |
भारत में कितने मेडिकल कॉलेज हैं और उनमें एमबीबीएस की कितनी सीटें हैं? (How many medical colleges are there in India and they have how many seats of MBBS?)
मित्रों, बात एमबीबीएस नेक्स्ट की चल रहे तो आइए लगे हाथों यह भी जान लेते हैं कि हमारे देश भारत (India) में कितने मेडिकल कॉलेज (medical College) हैं। और इनमें एमबीबीएस (MBBS) की कितनी सीटें (seats) हैं। दोस्तों, एक आंकड़े के अनुसार हमारे देश भारत में कुल 702 मेडिकल कॉलेज हैं। इनमें एमबीबीएस की 1 लाख, 7658 सीटें हैं।
यह तो आप सभी जानते होंगे कि एमबीबीएस की एक-एक सीट के लिए कितनी मारा मारी होती है। डॉक्टर बनने के इच्छुक मध्यम वर्ग के अधिकांश छात्रों की पहली ख्वाहिश होती है कि उन्हें सरकारी मेडिकल कॉलेज (government medical College) में सीट मिल जाए, ताकि वे कम फीस पर एडमिशन ले सकें। यह आप भी जानते हैं कि मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की फीस कितनी भारी भरकम होती है। हर कोई इस फीस को अरेंज नहीं कर पाता।
साथियों, बेशक बहुत से लोग डॉक्टरी को सेवा के पेशे के रूप में अपनाते हैं, लेकिन एक कड़वा सच यह भी है कि आज की तारीख में डॉक्टरी का पेशा विशुद्ध सेवा का पेशा नहीं रह गया है। इस लाइन में बेशुमार पैसा है। ऐसे भी छात्र कम नहीं हैं, जो सबसे पहले महंगे इलाज के जरिए अपनी फीस निकालने की जुगत में रहते हैं।
इसके बावजूद इन दिनों बेशक छात्र-छात्राओं में इंजीनियरिंग को लेकर अधिक रुझान देखने को मिलता है, लेकिन 12वीं के टॉपर छात्र छात्राओं की बात करें तो उनमें डॉक्टर बनने की जबरदस्त ललक है। इसकी एक वजह यह भी हो सकती है कि हमारे समाज में डॉक्टर का प्रोफेशन बेहद प्रतिष्ठित प्रोफेशन माना जाता है और यह बात सब जानते हैं कि एक डाक्टर को सभी सम्मान की दृष्टि से देखते हैं।
एमबीबीएस क्या है?
यह एक मेडिकल अंडर ग्रेजुएट कोर्स है।
एमबीबीएस नेक्स्ट क्या है?
एमबीबीएस नेक्स्ट अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए क्वालिफाइंग टेस्ट है। इसी के आधार पर एमबीबीएस स्टूडेंट्स को पीजी में प्रवेश मिलेगा।
नेक्स्ट की फुल फॉर्म क्या है?
नेक्स्ट की फुल फॉर्म नेशनल एग्जिट टेस्ट (national exit test) है।
अब पीजी कोर्सेज में प्रवेश कैसे होगा?
अब पीजी कोर्सेज में प्रवेश नीट-पीजी की जगह नेक्स्ट-1 व नेक्स्ट-2 के स्कोर के आधार पर होगा।
एमबीबीएस नेक्स्ट क्यों लाया जा रहा है?
एमबीबीएस नेक्स्ट को ले जाने का मुख्य उद्देश्य चिकित्सा के क्षेत्र में क्वालिटी को बढ़ावा देना है। इस परीक्षा को पास करने के बाद ही अंतिम वर्ष के छात्र को डिग्री दी जाएगी। एलोपैथिक डॉक्टर को लाइसेंस भी इस परीक्षा को क्वालीफाई करने के बाद ही मिलेगा।
एनएमसी को हिंदी में क्या पुकारा जाता है?
एनएमसी को हिंदी में राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग पुकारा जाता है।
एनएमसी की फुल फॉर्म क्या है?
एमसी की फुल फॉर्म नेशनल मेडिकल कमीशन है।
क्या अभ्यर्थियों को एमबीबीएस नेक्स्ट वन के स्कोर को सुधारने का मौका मिलेगा?
जी हां, एमबीबीएस नेक्स्ट वन के स्कोर को सुधारने का मौका अभ्यर्थियों को मिलेगा।
एमबीबीएस नेक्स्ट का आयोजन किसके द्वारा किया जाएगा?
एमबीबीएस नेक्स्ट का आयोजन एम्स द्वारा किया जाएगा।
एमबीबीएस नेक्स्ट के मॉक टेस्ट में हिस्सा लेने के लिए रजिस्ट्रेशन की आखिरी तिथि क्या है?
एमबीबीएस नेक्स्ट के मॉक टेस्ट में हिस्सा लेने के लिए रजिस्ट्रेशन की आखिरी तिथि 10 जुलाई, 2024 रखी गई है।
एमबीबीएस नेक्स्ट मॉक टेस्ट का एडमिट कार्ड कब से डाउनलोड किया जा सकता है?
यह कार्ड 21 जुलाई, 2024 से डाउनलोड किया जा सकता है। हमने आपको इसका पूरा शेड्यूल ऊपर पोस्ट में दिया है। आप कहां से देख सकते हैं।
क्या बिना एमबीबीएस नेक्स्ट-1 किए एमबीबीएस स्टूडेंट्स इंटर्नशिप कर सकेंगे?
जी नहीं, बगैर इसके एमबीबीएस स्टूडेंट्स इंटर्नशिप नहीं कर सकेंगे।
स्टूडेंट्स एमबीबीएस नेक्स्ट-2 कब कर पाएंगे?
एमबीबीएस नेक्स्ट-1 करने के बाद ही स्टूडेंट्स नेक्स्ट-2 कर पाएंगे।
एमबीबीएस नेक्स्ट-1 क्वालीफाई करने के लिए छात्रों को कितने अंक लाने जरूरी होंगे?
यह टेस्ट क्वालीफाई करने के लिए छात्रों को न्यूनतम 50% अंक लाने आवश्यक होंगे।
एमबीबीएस नेक्स्ट-1 और नेक्सट-2 का आयोजन किस मोड़ में होगा?
एमबीबीएस नेक्स्ट-1 का आयोजन ऑनलाइन मोड में, जबकि नेक्स्ट-2 का आयोजन ऑफलाइन मोड में होगा।
दोस्तों, इस पोस्ट (post) में हमने आपको एमबीबीएस नेक्स्ट (MBBS next) के बारे में जानकारी दी। उम्मीद करते हैं कि यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी साबित होगी। यदि इस पोस्ट के संबंध में आपका कोई सवाल अथवा सुझाव है तो उसे नीचे देंगे कमेंट बॉक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके हम तक पहुंचा सकते हैं। ।।धन्यवाद।।