नौतपा क्या होता है? यह कब से लगा है? नौतपा के दौरान क्या करें? नौतपा के क्या लाभ हैं?

इन दिनों देश के तमाम शहर गर्मी से उबल रहे हैं। पारा लगातार सारे रिकॉर्ड तोड़ने पर आमादा है। लोग त्राहि त्राहि कर रहे हैं। उस पर नौतपा का कहर आग बनकर बरस रहा है। क्या आप जानते हैं कि नौतपा क्या होता है? यदि नहीं तो आज आप बिल्कुल सही जगह पर हैं। इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि नौतपा क्या होता है? यह कब से लगा है? नौतपा के दौरान क्या करें? नौतपा के क्या लाभ हैं? आदि। आइए, शुरू करते हैं –

Contents show

जलवायु क्या होती है? मौसम और जलवायु में क्या अंतर है? (What is climate? What is the difference between climate and weather?)

दोस्तों, इससे पूर्व कि हम नौतपा के बारे में बात करें, आइए पहले जान लेते हैं कि जलवायु क्या होती है? और मौसम एवं जलवायु में क्या अंतर होता है? आपको बता दें दोस्तों कि किसी स्थान की दिन-प्रतिदिन (day-to-day) की वायुमंडलीय स्थिति मौसम (weather) कहलाती है एवं मौसम का ही दीर्घकालिक औसत जलवायु (long term average climate) पुकारा जाता है।

नौतपा क्या होता है

अन्य शब्दों में कहें तो मौसम किसी स्थान की अल्पकालिक (short term) वायुमंडलीय दशा को दर्शाता है, जबकि जलवायु दीर्घकालिक (long term) वायुमंडलीय दशा को दिखाती है। लेकिन लोग मौसम और जलवायु में अंतर नहीं कर पाते। बहुत से लोग इसे एक ही चीज समझते हैं।

मौसम एवं जलवायु के क्या तत्व हैं? (What are the elements of weather and climate?)

दोस्तों, आपको बता दें कि मौसम व जलवायु के तत्व (elements) समान होते हैं। जैसे-तापमान (temperature), आर्द्रता (humidity), वायुदाब (air pressure) आदि। दोस्तों यदि मौसम एवं जलवायु में बदलाव की बात करें तो मौसम में परिवर्तन (change in weather) अल्प समय (short term) में ही हो जाता है और जलवायु में परिवर्तन एक लंबे समय (long term) के दौरान होता है। यहां आपको यह भी बता दें कि इस समय केवल भारत (India) देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया जलवायु परिवर्तन (climate change) की मार झेल रही है। अब ग्लोबल वार्मिंग (global warming) जैसे शब्द बच्चे-बच्चे की जुबान पर हैं।

नौतपा क्या होता है? (What is nautapa?)

दोस्तों, आइए जान लेते हैं कि नौतपा क्या होता है? पहले ज्योतिषीय दृष्टि से जानते हैं। आपको बता दें कि जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है तो इसके अगले 15 दिन भीषण गर्मी होती है। इसके शुरुआती 9 दिन, जो खास तौर पर तपते हैं उन्हें नौतपा पुकारा जाता है। दोस्तों , अब विज्ञान (science) की दृष्टि जान लेते हैं। दरअसल, मई के तीसरे सप्ताह से लेकर जून के प्रथम सप्ताह के दौरान सूर्य पृथ्वी के सबसे अधिक नजदीक होता है। ऐसे में सूर्य की किरणें (sun rays) सीधे पृथ्वी (earth) पर पड़ती हैं। यही दिन होते हैं जब सर्वाधिक गर्मी पड़ती है। इससे तापमान (temperature) जबरदस्त उछाल (High rise) लेता है।

नौतपा 2024 में कब से प्रारंभ हुआ है? (When did nautapa begin in 2024?)

दोस्तों, आपको बता दें कि इस बार यानी 2024 में सूर्य ने 25 मई, 2024 को प्रातः 3 बजकर, 16 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र (Rohini nakshatra) में प्रवेश किया है। यह नौतपा 2 जून, 2024 तक चलेगा। दोस्तों, यह तो हम आपको बता ही चुके हैं कि सूर्य जितने दिन रोहिणी नक्षत्र में रहता है, पृथ्वी उतने दिन अत्यधिक गर्मी का अनुभव करती है।

इस बार यूं भी मौसम वैज्ञानिकों द्वारा पिछले साल के अपेक्षा हीटवेव (heat wave) तीन गुना अधिक रहने की चेतावनी दी गई है। इसके चलते बहुत से लोगों की हालत भी खराब हुई है। आवश्कता इस बात की है कि लोगों की इम्युनिटी (immunity) मजबूत रहे।

नौतपा में क्या करना चाहिए? (What to do in nautapa?)

दोस्तों, नौतपा में हमें गर्मी से बचने के सारे उपाय करने चाहिए, क्योंकि थोड़ी सी असावधानी भी जान पर भारी पड़ सकती है। ये उपाय इस प्रकार से हैं-

  • अपनी बॉडी को अधिक से अधिक हाइड्रेट (hydrate) रखें। शरीर को तर बनाए रखने के लिए पानी व छाछ के साथ ही दही, नारियल पानी और बेल के शरबत का सेवन करें।
  • नौतपा को सेहत (health) के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसे में स्वयं को लू से बचाएं। धूप में घर से बाहर कम से कम निकलें।
  • यदि घर से बाहर निकलना मजबूरी हो तो चेहरे और सिर को कपड़े से कवर करें। आंखों पर अच्छी क्वालिटी (good quality) का धूप का चश्मा लगाएं और सिर पर छाता लेना ना भूलें।
  • नौतपा के दौरान तला-भुना खाने से परहेज करें। ठंडी चीजों का सेवन करें।
  • नौतपा के दौरान प्रतिदिन सूर्य देव (Sun) की उपासना करें। उनकी अराधना करके अर्घ्य दें। यह सुखकारी होगा।
  • आदित्य हृदय स्रोत (Aditya hridaya stotra) का पाठ करें और मस्तक पर हल्दी का तिलक करें। इससे बढ़ते ताप (increasing temperature) में आपकी मस्तिष्क को शांति मिलेगी।

नौतपा के दौरान क्या न करें? (What not to do during nautapa?)

दोस्तों, बहुत सी ऐसी चीजें हैं, जो आपको नौतपा के दौरान नहीं करनी चाहिए, क्योंकि इससे आपकी सेहत प्रभावित हो सकती है। नौतपा में आपको यह परहेज रखने चाहिए –

  • बिना आंखों और सिर को कवर किए धूप में निकलने से।
  • अधिक तेल, मिर्च मसाले वाले भोजन से।
  • गर्म तासीर वाली चीजों के सेवन से।
  • स्नान किए बगैर रहने से।
  • अधिक मेहनत वाले कार्य से।

नौतपा से क्या फायदा है? (What are the advantages of nautapa?)

मित्रों, बेशक नौतपा के दौरान एक आम आदमी को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ता है, लेकिन यदि खेती- किसानी एवं वर्षा की दृष्टि से बात करे तो यह नौतपा वरदान के समान होता है। इसके बहुत फायदे होते हैं। दोस्तों, यदि कृषि वैज्ञानिकों (agriculture scientists) की माने तो सूरज जितना तपेगा, उतनी ही लू चलेगी। इसके साथ ही वर्षा काल भी उतना ही अच्छा होगा। दोस्तों, आप जानते होंगे कि भीषण गर्मी से खेतों की जमीन रोगाणुओं (viruses) से मुक्त हो जाती है।

साथ ही, फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले चूहों सहित अन्य कीटाणुओं के अंडे भी खत्म हो जाते हैं। यह उनका प्रजनन काल होता है, लिहाजा फसलों में रोग पैदा करने वाले कीड़े जमीन में ही खत्म हो जाते हैं। नौतपा की गर्मी से फसलों के शत्रु कीड़े-मकोड़े, टिड्डियों के अंडे, खरपतवार आदि नष्ट हो जाते हैं। तपती जमीन खेती-किसानी के लिए भी बहुत बेहतर साबित होती है। बाजरा, तिल, ग्वार, मूंग-मोठ, मूंगफली आदि चौमासे की सभी फसलें बेहतर होती हैं।

विभिन्न जगहों पर तपन बढ़ने की सबसे बड़ी वजह क्या है? (What is the biggest reason of rising temperature at different places?)

दोस्तों, आपने एक बात पर गौर किया होगा कि पिछले कुछ सालों में विभिन्न जगहों का तापमान (temperature) बहुत तेजी से बड़ा है। यहां तक कि बहुत से हिमालय राज्यों में इस समय वातावरण तप रहा है। इसकी सबसे बड़ी वजह क्या है? यदि वैज्ञानिकों की बातों पर भरोसा करें तो अंधाधुंध पेड़ (tree) कटान से यह स्थिति उत्पन्न हुई है।

यह अनियोजित विकास (unplanned development) के चलते हुआ है। जिन जगहों पर तापमान 20-22 डिग्री रहा करता था और लोग गर्मी से निजात पाने के लिए वहां जाया करते थे, अब वे जगहें भी तप रही हैं। लेकिन चिंताजनक विषय यह है कि पर्यावरण (environment) किसी के लिए भी प्राथमिकता या चुनाव जिताऊ मुद्दा नहीं है.

FaQ

नौतपा क्या होता है?

सूर्य जब रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है तो 15 दिन बेहद गर्मी रहती है। इसके शुरुआती 9 दिन भीषण ताप भरे रहने की वजह से ही इसे नौतपा कहां जाता है। यदि वैज्ञानिक दृष्टि से कहा जाए तो इस काल में सूर्य पृथ्वी के सर्वाधिक नजदीक रहता है, जिससे भयंकर गर्मी पड़ती है।

इस वर्ष 2024 में नौतपा कब से लगा है?

इस वर्ष नौतपा 25 मई, 2024 को प्रातः 3 बजकर, 16 मिनट पर लगा है।

इस वर्ष यानी 2024 में नौतपा कब तक चलेगा?

इस वर्ष यानी 2024 में नौतपा 2 जून, 2024 तक चलेगा।

नौतपा का क्या लाभ है?

वर्षा एवं फसलों की दृष्टि से नौतपा को बेहद फायदेमंद माना जाता है।

नौतपा में क्या करना चाहिए?

नौतपा में भीषण गर्मी पड़ती है। ऐसे में स्वयं को गर्मी एवं लू के प्रभाव से बचाना चाहिए। बॉडी को हाइड्रेट रखना चाहिए और ठंडी चीजों का सेवन करना चाहिए।

मौसम व जलवायु में क्या अंतर है?

मौसम किसी स्थान की अल्पकालिक वायुमंडलीय दशा को दर्शाता है, जबकि जलवायु दीर्घकालिक वायुमंडलीय दशा को दिखाती है।

मौसम एवं जलवायु के कौन-कौन से तत्व होते हैं?

तापमान, आर्द्रता, वायुदाब (air pressure) आदि मौसम एवं जलवायु के तत्व होते हैं।

नौतपा में किन चीजों से बचना चाहिए?

नौतपा में धूप में निकलने, तला-भुना खाने और अधिक मेहनत वाले कार्यों से यथासंभव बचना चाहिए।

वर्तमान में तापमान में बढ़ोतरी की सबसे बड़ी वजह क्या है?

वर्तमान में तापमान में बढ़ोतरी की सबसे बड़ी वजह पुराने व हरे पेड़ों का अंधाधुंध कटान और अनियोजित विकास है।

दोस्तों, इस पोस्ट (post) में हमने आपको जानकारी दी कि नौतपा क्या होता है? यह कब से लगता है? नौतपा के दौरान क्या करें? नौतपा के क्या लाभ हैं? आदि। उम्मीद करते हैं कि है पोस्ट आपके लिए उपयोगी साबित होगी। इसी प्रकार की और भी जानकारी से परिपूर्ण पोस्ट पाने के लिए आप हमें नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके बता सकते हैं। ।।धन्यवाद।।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
[fluentform id="3"]

Leave a Comment