|| What is PWD in Hindi, PWD की सैलरी कितनी होती है? पीडब्ल्यूडी में क्या काम करना पड़ता है? पीडब्ल्यूडी कोर्स क्या है? एक्शन कैसे बने? PWD ke karya ||
भारत सरकार व राज्य सरकार के द्वारा देश व शहर के विकास के लिए कई तरह के काम किये जाते हैं। अब इन कामो को करवाने के लिए कई तरह के विभाग की आवश्यकता पड़ती हैं क्योंकि भारत एक बहुत बड़ा देश हैं तथा उसमे (PWD kya hota hai) जन सुविधाओं के लिए कई तरह के काम किये जाने आवश्यक हो जाते हैं।
इन्हीं में कुछ मुख्य काम होते हैं जिनसे आम नागरिक को बहुत अंतर पड़ता हैं वह हैं उनके घर के बाहर की सड़के, नालियां, ब्रिज, सरकारी भवन व पेयजल की सुविधा। तो इन सभी कामो को सही तरीके से करने के लिए सरकार के द्वारा एक विभाग बनाया गया हैं जिसे हम पीडब्ल्यूडी के नाम से जानते हैं।
तो ऐसे में आपने कई बार अपने शहर या कस्बे में पीडब्ल्यूडी का नाम सुना होगा लेकिन आप इसके नाम और कार्य को लेकर आशंकित होते होंगे। आपके मन में यह प्रश्न बार बार (Public works department in Hindi) उठता होगा कि आखिरकार पीडब्ल्यूडी का काम क्या होता हैं या यह किसके द्वारा संचालित किया जाता हैं इत्यदि इत्यादि। ऐसे में आज हम आपकी सभी तरह की शंकाओं पर विराम लगाते हुए इस विभाग के बारे में कुछ मूलभूत जानकारी देंगे ताकि आपके मन से सभी तरह की शंकाएं समाप्त हो जाए। आइए जाने पीडब्ल्यूडी के बारे में सब कुछ।
पीडब्ल्यूडी क्या होता है (What is PWD in Hindi)
सबसे पहले बात की जाए कि आखिरकार यह पीडब्ल्यूडी कहते किसे हैं या फिर इसका क्या कार्य होता है। तो हम आपको एक एक करके सभी तरह की जानकरी देंगे ताकि आप किसी भी जानकारी से वंचित ना रह जाए। तो सबसे पहले तो आपको यह बता दे कि यह एक सरकारी विभाग होता हैं जिस पर नियंत्रण तो केंद्र सरकार का होता हैं लेकिन इसमें राज्य सरकार का भी परोक्ष रूप से हस्तक्षेप होता हैं।
इसमें होने वाली सभी तरह की गतिविधियाँ उस शहर या कस्बे के विकास से जुड़ी होती हैं जो नगर परिषद या नगर पालिका की भी होती हैं। हर राज्य के हर शहर में इसका कार्यालय या शाखा होती हैं और वही से उस शहर के विकास कार्यों का संचालन किया जाता हैं। ऐसे में उस शहर में जो जो कार्य इस विभाग को सौंपे गए हैं उनका सब उत्तरदायित्व पीडब्ल्यूडी विभाग को ही निभाना होता हैं।
पीडब्ल्यूडी की फुल फॉर्म (PWD full form in Hindi)
अब आपको पीडब्ल्यूडी की फुल फॉर्म भी जाननी होगी क्योंकि पीडब्ल्यूडी तो एक शोर्ट फॉर्म है। तो जैसा कि हमने आपको बताया कि इसका कार्य भारत के आम नागरिकों का विकास करना होता हैं और उन तक जन सुविधाएँ पहुँचाना होता हैं तो इसकी फुल फॉर्म भी उसी तरह की ही होती हैं। ऐसे में पीडब्ल्यूडी की फुल फॉर्म पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (Public Works Department) होती है।
अब यदि पीडब्ल्यूडी के हिंदी नाम की बात की जाए तो उसे हम लोक निर्माण विभाग का नाम देंगे। इसका सीधा सा अर्थ होता हैं भारत के लोगों के निर्माण या विकास में भागीदारी निभाना। इसी कारण इसकी शोर्ट फॉर्म को पीडब्ल्यूडी रखा गया जिसका पूरा अर्थ पब्लिक अर्थात लोगों का निर्माण करना हुआ।
पीडब्ल्यूडी के कार्य (PWD ke karya)
अभी तक आपने यह जान लिया है कि पीडब्ल्यूडी होता क्या है और इसकी फुल फॉर्म क्या है। आपको यह भी अनुमान हो चुका हैं कि पीडब्ल्यूडी का कार्य लोगों का विकास करना और देश के निर्माण में सहयोग देना होता है किंतु आपको यह जानने की जिज्ञासा उठ रही होगी कि इसका मुख्य कार्य क्या होता है या फिर पीडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा कौन कौन से कार्य मुख्य रूप से किये जाते हैं। तो अब हम आपके सामने एक एक करके पीडब्ल्यूडी के द्वारा करवाए जा रहे सभी तरह के विकास कार्यों की सूची रखेंगे ताकि आपको इसकी विस्तृत जानकारी मिल सके।
- हमारे या आपके घर के बाहर जो सड़क बनाई जाती हैं उसमे से ज्यादातर काम पीडब्ल्यूडी विभाग के अंतर्गत ही आता है। एक तरह से शहर की सड़कों को बनाने के कार्य नगर परिषद के साथ पीडब्ल्यूडी विभाग का भी उत्तरदायित्व होता हैं। इसलिए यदि आगे से आपके घर या दुकान के बाहर सड़क नही बनी हुई हैं तो आप इसकी सूचना पीडब्ल्यूडी को दे सकते हैं।
- यदि सड़क कही से टूटी हुई हैं या क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं तो उसको फिर से बनाने या उसकी मरम्मत करवाने का कार्य भी पीडब्ल्यूडी विभाग के अंतर्गत ही आता हैं। उनके द्वारा ही उसका तेंदोर निकाला जाएगा और उस सड़क की मरम्मत शुरू करवाई जाएगी।
- भारत देश में जो भी पुल निर्माण का कार्य किया जाता हैं या उनकी मरम्मत करवाई जाती हैं या उन्हें फिर से निर्माण करने के लिए टेंडर निकाले जाते हैं तो वह उत्तरदायित्व भी पीडब्ल्यूडी विभाग के अंतर्गत ही आता हैं।
- हमारे या आपके घर में जो पानी आता हैं उसकी व्यवस्था करने का कार्य भी पीडब्ल्यूडी विभाग का ही होता हैं। इसके लिए शहर में पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पाइपलाइन बिछाने का काम करना या उनकी मरम्मत करने का कार्य करना इत्यादि सब पीडब्ल्यूडी के द्वारा ही देखा जाता हैं।
- सरकार के द्वारा जन सुविधा के लिए जो भवन बनाए जाते हैं जैसे कि सरकारी अस्पताल या सरकारी विद्यालय या ऐसा ही कुछ तो उन्हें बनाने और उनकी देखरेख करने के कार्य भी पीडब्ल्यूडी विभाग के अंतर्गत ही आता हैं। वे ही इन सभी भवनों का निर्माण और उनकी मरम्मत करने का कार्य करते हैं।
इस तरह से आप समझ गए होंगे कि किसी भी शहर के विकास के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग की कितनी महत्वपूर्ण भूमिका होती हैं और उनके द्वारा किन किन चीजों में निर्माण कार्य करवाया जाता हैं। एक तरह से किसी भी शहर के विकास के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग की भूमिका अति महत्वपूर्ण मानी जाती हैं।
पीडब्ल्यूडी विभाग किसके अंतर्गत आता है?
अब आप यह भी जान ले कि पीडब्ल्यूडी विभाग शहर का निर्माण कार्य तो करवाता हैं लेकिन यह सीधे केंद्र सरकार के द्वारा संचालित किया जाता हैं। एक तरह से देखा जाए तो पीडब्ल्यूडी विभाग सीधे भारत सरकार प्रबंधित करती हैं। चूँकि यह हर राज्य के शहर के विकास से जुड़ा हुआ मामला हैं तो इसमें परोक्ष रूप से राज्य सरकार का भी हस्तक्षेप होता हैं लेकिन संचालन केंद्र सरकार के द्वारा ही किया जाता हैं।
सीधे शब्दों में कहे तो जिस प्रकार भारत सरकार के द्वारा हर राज्य में आईएस अधिकारियों की नियुक्ति की जाती हैं लेकिन वे राज्य सरकार के साथ तालमेल बिठाते हुए कार्य करते हैं। ठीक उसी तरह पीडब्ल्यूडी अधिकारियों की नियुक्ति भी केंद्र सरकार के द्वारा ही की जाती हैं लेकिन वे राज्य सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार कार्य करने को बाध्य होते हैं।
पीडब्ल्यूडी अधिकारी कैसे बने? (PWD officer kaise bane)
अब जब आपने पीडब्ल्यूडी विभाग के बारे में सब कुछ जान लिया हैं तो (PWD ke bare me jankari) अवश्य ही आपके मन में भी इस विभाग में जाने की इच्छा हो रही होगी। ऐसे में आप जानना चाहते होंगे कि पीडब्ल्यूडी विभाग में जाने के लिए या यह नौकरी पाने के लिए आपको क्या कुछ करना पड़ेगा। तो अब हम आपको इसके बारे में जानकारी देंगे ताकि आप जान सके कि यदि आप पीडब्ल्यूडी विभाग में जाएंगे तो आपको क्या कुछ करना पड़ सकता हैं। आइए एक एक करके इसके बारे में जान लेते हैं।
पीडब्ल्यूडी अधिकारी बनने के लिए योग्यता (PWD ke liye qualification)
अब यदि आप पीडब्ल्यूडी अधिकारी बनने को लेकर इच्छुक हैं तो सबसे पहले आप यह जान ले कि इसमें ज्यादातर पद इंजीनियरिंग की पढाई करने वाले लोगों के लिए ही होते हैं। वह इसलिए क्योंकि इसमें जो भी कार्य किया जाता हैं वह इंजीनियरिंग के क्षेत्र से ही जुड़ा हुआ होता हैं। इसमें भी मुख्यतया सिविल व मैकेनिकल इंजीनियरिंग की प्रधानता होती हैं। हालाँकि इलेक्ट्रॉनिक्स व कंप्यूटर इंजीनियरिंग की भी विभिन्न पदों पर भर्ती की जाती हैं लेकिन मुख्य रूप से सिविल व मैकेनिकल इंजीनियरिंग की ही भर्ती निकाली जाती हैं।
ऐसे में आपको सबसे पहले अपनी दसवीं कक्षा को पास करने के पश्चात नॉन मेडिकल विषय का चुनाव करना होगा जिसमें आपको भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान व गणित विषय पढ़ाये जाएंगे। उसके बाद आप चार वर्ष की बीटेक करे जो आप किसी भी इंजीनियरिंग वाली फील्ड में कर सकते हैं। हालाँकि यदि आप पीडब्ल्यूडी विभाग में जाना चाहते हैं तो आप ऊपर बताई गयी इंजीनियरिंग स्ट्रीम में से कोई एक स्ट्रीम का चुनाव करें और उसमे डिग्री ले। डिग्री पूर्ण करने के पश्चात आप पीडब्ल्यूडी विभाग में नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
पीडब्ल्यूडी अधिकारी बनने के लिए आयु सीमा (PWD officer age limit)
अब यदि आप पीडब्ल्यूडी विभाग में अधिकारी बनने के लिए आवेदन करने जा रहे हैं तो उसके लिए आपकी न्यूनतम आयु का 21 वर्ष होना आवश्यक हैं। यदि आपकी आयु 21 वर्ष से कम हैं और आपकी इंजीनियरिंग समाप्त हो चुकी हैं तो भी आप इसके लिए आवेदन नही कर पाएंगे। इसलिए जब तक आपकी आयु 21 वर्ष नही हो जाती और आपकी इंजीनियरिंग की डिग्री भी समाप्त नही हो जाती तब तक आप पीडब्ल्यूडी विभाग में नौकरी के लिए आवेदन नही कर सकते हैं।
इसी के साथ पीडब्ल्यूडी विभाग में नौकरी पाने के लिए अधिकतम आयु 35 वर्ष रखी गयी हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप 35 वर्ष की आयु तक पीडब्ल्यूडी विभाग में नौकरी करने के लिए आवेदन कर सकते हैं। हालाँकि जो आरक्षित वर्ग के छात्र हैं उन्हें अधिकतम आयु सीमा में छूट दी गयी हैं।
पीडब्ल्यूडी अधिकारी बनने के लिए आवेदन करना (PWD officer apply)
अब यदि आपने इंजीनियरिंग पूरी कर ली हैं और आपकी आयु भी 21 वर्ष से अधिक हो चुकी हैं तो अब आप पीडब्ल्यूडी विभाग में नौकरी करने के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आपको यह ध्यान रखना होगा कि पीडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा अपने यहाँ नौकरी करने के लिए अधिसूचना कब जारी की जाती हैं। यह अधिसूचना उनके द्वारा अपनी वेबसाइट पर, सोशल मीडिया पर तथा समाचार पत्र के द्वारा निकाली जाएगी। जैसे ही आपको यह सूचना मिले तो आप उसी समय संबंधित विभाग के इंजीनियरिंग के पद के लिए आवेदन कर दे और ऑनलाइन फॉर्म भर दे।
जब आप फॉर्म भर देंगे तो उसके कुछ समय के पश्चात आपकी परीक्षा की तिथि, स्थान व समय आपको बता दिया जाएगा। आपको निर्धारित समय और स्थान पर पहुँच कर पीडब्ल्यूडी विभाग की परीक्षा को देना होगा और उसे पास करना होगा। यदि आप इसमें उत्तीर्ण हो जाते हैं तो आपका साक्षात्कार लिया जाएगा और उसी के आधार पर आपका पीडब्ल्यूडी विभाग में इंजिनियर के पद पर चयन कर लिया जाएगा।
पीडब्ल्यूडी अधिकारी बनने की परीक्षा का पैटर्न (PWD exam pattern)
अब जब आप पीडब्ल्यूडी अधिकारी बनने के लिए आवेदन करेंगे तो आपको कठिन परीक्षा के दौर से गुजरना होगा। इसके लिए आपको 3 परीक्षा को देना होगा और साथ ही साक्षात्कार में भी बैठना होगा। सबसे पहले तो आपकी 2 घंटे की सामान्य परीक्षा ली जाएगी जो बहुविकल्पीय होगी। इसमें आपसे अंग्रेजी व सामान्य ज्ञान के ऊपर प्रश्न पूछे जाएंगे। यदि आप इसमें पास हो जाते हैं तो आपको आगे की परीक्षा में बैठने दिया जाएगा।
पीडब्ल्यूडी विभाग की दूसरी और तीसरी परीक्षा में आपसे आपकी संबंधित इंजीनियरिंग के क्षेत्र से प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें हरेक परीक्षा 3 घंटे की होगी ओत इसमें मिले नंबर ही आपकी आगे की राह को आसान बनायेंगे अन्यथा आप पीडब्ल्यूडी अधिकारी बनने से रह जाएंगे। इसलिए जब आप पीडब्ल्यूडी विभाग की तीनो परीक्षाओं को सफलतापूर्वक पास कर लेंगे तो उसके बाद आपका साक्षात्कार लिया जाएगा। इसमें मिले अंकों के आधार पर ही आपका चयन किया जाएगा।
तो इस तरह आपकी पहली वाली परीक्षा के अंकों को छोड़कर, दूसरी व तीसरी परीक्षा तथा साक्षात्कार में मिले अंकों को जोड़कर एक कट ऑफ निकाली जाएगी। जो भी परीक्षार्थी इस कट ऑफ को पर कर जाता हैं तो उसका चयन पीडब्ल्यूडी विभाग में इंजिनियर के पद पर कर लिया जाएगा।
पीडब्ल्यूडी अधिकारी का वेतन (PWD officer salary)
अब जब आप पीडब्ल्यूडी अधिकारी बनने के लिए इतना परिश्रम कर रहे हैं तो आपका यह जानना भी उतना ही जरुरी हो जाता हैं कि यदि आप पीडब्ल्यूडी अधिकारी बन जाते हैं तो फिर आप कितना वेतन लेंगे। तो आज हम आपको बता दे कि शुरुआत में हर पीडब्ल्यूडी अधिकारी को 20 हज़ार से लेकर 40 हज़ार के बीच में वेतन मिलता हैं। इसके साथ ही उसे कई अन्य तरह की सुविधाएँ भी मिलती हैं जैसे कि टेलीफ़ोन, बिजली या पानी का बिल, पेट्रोल का खर्चा इत्यादि। इसके साथ ही हर वर्ष उसके वेतन में 4 से 5 हज़ार की वृद्धि देखने को मिलती हैं।
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प्रश्न: पीडब्ल्यूडी की सैलरी कितनी होती है?
उत्तर: पीडब्ल्यूडी की सैलरी 20 से 40 हज़ार जे बीच होती है।
प्रश्न: पीडब्ल्यूडी कैटेगरी कौन सी होती है?
उत्तर: पीडब्ल्यूडी कैटेगरी सी श्रेणी की होती है।
प्रश्न: पीडब्ल्यूडी में क्या काम करना पड़ता है?
उत्तर: पीडब्ल्यूडी में सड़क, पुल, सरकारी भवन इत्यादि के निर्माण का काम करना पड़ता है।
प्रश्न: PWD ऑफिसर कैसे बने?
उत्तर: PWD ऑफिसर बनने के लिए इंजीनियरिंग करने के बाद इसके लिए निकालने वाली भर्ती में आवेदन करें। उसके बाद आपकी परीक्षा आयोजित करवाई जाएगी जिसमें पास होने के बाद साक्षात्कार लेकर आपको नौकरी दे दी जाएगी।
तो इस तरह से आज आपने जाना कि पीडब्ल्यूडी विभाग क्या होता हैं, इसकी फुल फॉर्म क्या होती हैं, इसके तहत क्या क्या निर्माण कार्य किये जाते हैं। साथ ही आपने यह भी जाना कि यदि आप पीडब्ल्यूडी अधिकारी बनना चाहते हैं तो उसके लिए आपको क्या कुछ करना पड़ेगा और पीडब्ल्यूडी अधिकारी बनने के पश्चात आपका वेतन क्या होगा इत्यादि।