पानी के भीतर की दुनिया हर किसी को आकर्षित करती है। खूबसूरत नीला-हरा समुद्र, रंग-बिरंगी मछलियां, मूंगे की चट्टानें…। क्या आपने कभी समुद्र में स्नॉर्कलिंग की है? अब आप पूछेंगे कि स्नॉर्कलिंग क्या बला है? यदि आप इस शब्द से अंजान हैं तो चिंता न करें। आज हम आपको इसी संबंध में विस्तार से जानकारी देंगे। आपको बताएंगे कि स्नॉर्कलिंग क्या है? स्नॉर्कलिंग और स्कूबा डाइविंग में क्या अंतर है? स्नॉर्कलिंग करते समय इन दिनों स्नॉर्कलिंग चर्चा में क्यों है? आइए, शुरू करते हैं –
स्नॉर्कलिंग क्या है? (What is snorkeling?)
दोस्तों, आपको बता दें कि स्नॉर्कलिंग (snorkeling) स्नॉरकल और डाइविंग मास्क के साथ पानी की सतह/उथले पानी में तैरने को कहते हैं। इसमें संबंधित व्यक्ति का मुंह पानी के भीतर रहता है। आपको बता दें दोस्तों कि यह एक बेहद रोमांचक गतिविधि है। इसे आप पानी के भीतर की दुनिया को डिस्टर्ब किए बगैर उसमें झांकने का सबसे आसान और खूबसूरत तरीका मान सकते हैं।
रंगीन मछलियों, मूंगों की अछूती दुनिया का नजारा ले सकते हैं। स्नॉर्कलिंग की सबसे अच्छी बात यह है कि मामूली सी प्रैक्टिस के बाद इसे कोई भी आजमा सकता है, चाहे वह तैरना जानता हो या नहीं। यद्यपि यदि व्यक्ति तैरना जानता हो तो बेहतर है। स्नॉर्कलिंग के लिए आपको किसी औपचारिक प्रशिक्षण यानी फॉर्मल ट्रेनिंग (formal training) की आवश्यकता नहीं होती है।
स्नॉर्कलिंग के लिए सामान्य रूप से किन-किन चीजों की आवश्यकता होती है? (What things are required generally for snorkeling?)
दोस्तों, बेशक स्नॉर्कलिंग के लिए आपको किसी विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन कुछ ऐसी चीजें हैं, जिनकी आपको स्नॉर्कलिंग के दौरान आवश्यकता होती है। ये इस प्रकार से हैं-
स्नॉर्कल (snorkel):
दोस्तों, स्नॉर्कलिंग स्नॉर्कल (snorkel) के बगैर नहीं होती। आपको बता दें कि यह एक प्लास्टिक ट्यूब (plastic tube) होती है। इसके जरिए तैराक (swimmer) अपने सिर या चेहरे को पानी की सतह के नीचे रखते हुए सांस ले पाते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो यह पानी के अंदर सिर रखकर सांस लेने के लिए तैराकों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक ट्यूब है। इसका एक सिरा तैराक के मुंह के भीतर रहता है तथा शीर्ष पानी से बाहर निकला रहता है।
डाइविंग मास्क (diving mask) :
स्नॉर्कलिंग करने के लिए सबसे आपको एक डाइविंग मास्क की भी आवश्यकता होगी। ऐसा इसलिए दोस्तों, क्योंकि स्नॉर्कलिंग पानी के भीतर होती है, ऐसे में डाइविंग मास्क आपकी आंखों पर एक जलरोधी यानी वाटरप्रूफ सील (waterproof seal) बना देता है। यह नाक को भी ढक देता है, ताकि उसके भीतर पानी न जा सके। इससे आप आराम से पानी के भीतर देख सकते हैं।
दोस्तों, ये अलग-अलग आकार में आते हैं। वही लें, जो आपके चेहरे पर फिट बैठे। बहुत बड़ा मास्क आपके चेहरे पर वॉटरटाइट सील नहीं कर पाएगा। बहुत छोटा आपके लिए असुविधाजनक होगा। इसके अतिरिक्त मास्क में लगे एडजस्टेबल हेड स्ट्रैप (adjustable head strap) को भी ठीक से कस लें। कई बार यह स्नॉर्कल के साथ लगा होता है, तब इसे स्नॉर्कल मास्क (snorkel mask) भी पुकारा जाता है।
वेट सूट (wet suit) :
दोस्तों, यद्यपि वेट सूट पहना जाए या नहीं, यह पानी के तापमान (temperature) पर निर्भर करता है। लेकिन फिर भी यदि आप ठंडे पानी में स्नॉर्कलिंग कर रहे हैं तो आपको वेट सूट अवश्य पहनना चाहिए, क्योंकि यह हाइपोथर्मिया (hypothermia) के खतरे को कम करता है।
दोस्तों, आपको बता दें कि वेट सूट थर्मल इन्सुलेशन (thermal insulation) की अलग-अलग डिग्री प्रदान करते हैं। इन्हें इसलिए अभी पहनना चाहिए, क्योंकि ये आपको जेलीफ़िश (jellyfish) के डंक से तो बचाते ही हैं, आपको मूंगा चट्टानों आदि की चोट के साथ ही अन्य समुद्री खतरों से भी सुरक्षित रखते हैं।
फिन्स (Fins) :
यदि आपने पूर्व में कभी स्नॉर्कलिंग नहीं की है, पहली बार करने जा रहे हैं तो फिन्स (Fins) आपके लिए बेहद उपयोगी होते हैं, क्योंकि इन्आहें लगाकर आपको तैरने के लिए अतिरिक्त प्रयास नहीं करना पड़ता। इनके जरिए आप लंबे समय तक बगैर थके पानी में रह पाते हैं। इससे आपकी ऊर्जा (energy) बनी रहती है।
स्नॉर्कलिंग मास्क के साथ पानी के कितना अंदर तक जा सकते हैं? (How much inside in the water one can go during snorkeling?)
दोस्तों, आपको जानकारी दे दें कि एक स्नॉर्कल मास्क के साथ आप पानी के अंदर बिना किसी समस्या के करीब 10-12 फीट तक जा सकते हैं। लेकिन, कभी कभी आपका स्नॉर्कल मास्क कार्बन डाइऑक्साइड (carbon dioxide) से भर सकता है। ऐसे में आपके लिए सांस लेना मुश्किल हो सकता है। लिहाजा, आपको छह फीट से अधिक गहराई में जाने से बचना चाहिए। कुल मिलाकर आधे घंटे से अधिक पानी में रहने से बचना चाहिए।
स्नॉर्कलिंग सीखने में कितना समय लगता है? (How much time it takes to learn snorkeling?)
दोस्तों, यदि स्नॉर्कलिंग के मामले में आप नौसीखिए हैं और आपको लगता है कि आप स्नॉर्कलिंग कैसे करेंगे?, इसमें बहुत समय लगता है? तो आपको बता दें कि स्नॉर्कलिंग करना बेहद आसान है। इसमें ज्यादा समय नहीं लगता है। अधिक से अधिक 30 मिनट या आधे घंटे में कोई भी सामान्य व्यक्ति मामूली सी प्रैक्टिस के बाद स्नॉर्कलिंग कर सकता है।
क्या स्नॉर्कलिंग से सेहत को भी कोई लाभ होता है? (Is there any health benefits of snorkeling?)
दोस्तों, स्नॉर्कलिंग आपको केवल पानी की भीतरी खूबसूरत दुनिया का ही नजारा नहीं कराती, बल्कि इससे सेहत को भी अनेक लाभ पहुंचते हैं, जो कि इस प्रकार से हैं-
फिट बॉडी (fit body):
दोस्तों, यह तो आप जानते हैं कि तैरना दिल और मांसपेशियों की मजबूती के लिए एक बेहतरीन व्यायाम है। ऐसे में स्नॉर्कलिंग बॉडी को फिट रखने में मददगार होती है।
मजबूत श्वसन तंत्र (strong respiratory system) :
दोस्तों, स्नॉर्कलिंग के दौरान आपको गहरी और नियंत्रित सांस (deep and controlled breath) लेनी होती है। ऐसे में यह आपके फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने के साथ ही श्वसन तंत्र को भी मजबूत बनाती है।
मानसिक शांति (mental peace) :
दोस्तों, पानी के भीतर की खूबसूरत दुनिया आपको एक अलग ही जहां में ले जाती है। ऐसे में स्नॉर्कलिंग आपको रोजमर्रा की टेंशन , किचकिच से दूर मानसिक शांति प्रदान करती है। आप मानसिक रूप से अच्छा महसूस करते हैं।
स्किल डेवलपमेंट (skill development ) :
स्नॉर्कलिंग एक ऐसा स्किल है, जो आपको उपलब्धि (achievement) का अहसास कराता है। आप लोगों को अपने अनुभव के बारे में बताते हैं। इससे आपके आत्मविश्वास (self confidence) में वृद्धि होती है।
स्नॉर्कलिंग और स्कूबा डाइविंग में क्या अंतर है? (What is the difference between snorkeling and scuba diving?)
दोस्तों, बहुत से लोग स्नॉर्कलिंग (snorkeling) और स्कूबा डाइविंग (scuba diving) को एक ही मान कर चलते हैं। उनकी नजर में इन दोनों में कोई अंतर नहीं होता। जबकि इन दोनों में एक दो नहीं, बल्कि कई अंतर हैं। उनके बारे में अब हम आपको विस्तार से बताएंगे-
- दोस्तों, स्नॉर्कलिंग (snorkeling) में आप केवल पानी की सतह पर या उथले पानी में तैरते हैं, जबकि स्कूबा डाइविंग (scooba diving) में आप समुद्र में गहराई तक उतर सकते हैं।
- स्नॉर्कलिंग के लिए तैरना जानना आवश्यक नहीं है, लेकिन स्कूबा डाइविंग के लिए आपको एक कुशल तैराक होना आवश्यक है। यह आप सर्टिफाइड एजेंसी (certified agency) की देख-रेख में करते हैं।
- स्नॉर्कलिंग सामान्य रूप से स्कूबा डाइविंग की तुलना में कम समय- जैसे अधिकांशतः 25-30 के लिए की जाने वाली गतिविधि है। स्कूबा डाइवर (scuba diver) पानी में अधिक समय तक रहने के लिए प्रशिक्षित होते हैं।
- स्नॉर्कलिंग स्नॉर्कल के सहारे की जा सकती है, जबकि स्कूबा डाइविंग में आपको अन्य सुरक्षा उपकरणों के साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडर (oxygen) की आवश्यकता होती है।
स्नॉर्कलिंग करते हुए क्या सावधानी बरतें? (What precautions should one take while snorkeling?)
दोस्तों, यद्यपि स्नॉर्कलिंग को सुरक्षित माना जाता है, इसके बावजूद आपको स्नॉर्कलिंग करते हुए कुछ सावधानियां आवश्यक रूप से बरतनी चाहिए, जो कि इस प्रकार से हैं-
- कभी भी अकेले स्नॉर्कल न करें। सुरक्षित होने के बावजूद भी आपको रिस्क (risk) लेने से बचना चाहिए, जो कि पानी की तेज धारा, धारदार चट्टानों या किसी समुद्री जीव की वजह से कभी भी पैदा हो सकता है।
- हमेशा समुद्र की शांत लहरों में स्नॉर्कलिंग करनी चाहिए। यदि लहरें अधिक उठ रही हों या फिर बारिश हो रही हो तो ऐसे में स्नॉर्कलिंग करने से बचना चाहिए।
- यदि किसी व्यक्ति को दिल या सांस से जुड़ी दिक्कत है तो उसे स्नॉर्कलिंग करते हुए सावधान रहना चाहिए। फुल फेस मास्क (full face mask) पहनने से समस्या हो सकती है।
- आपकी अथवा आपके परिवार में किसी की दिल की बीमारी, अस्थमा आदि से जुड़ी मेडिकल हिस्ट्री (medical history) रही है तो स्नॉर्कलिंग करते हुए सावधान रहें।
- स्नॉर्कलिंग के तुरंत बाद हवाई यात्रा (Air travel) से बचें। इसके लिए के बाद कम से कम 12 से 24 घंटे तक इंतजार करें। इससे उड़ान भरने या ऊंचाई पर जाने से डिकंप्रेशन बीमारी का जोखिम कम हो जाता है।
क्या बच्चे भी स्नॉर्कलिंग कर सकते हैं? (Can children also do snorkeling?)
दोस्तों, इस सवाल का जवाब हां है। यद्यपि इस बात पर पर्याप्त बहस होती है कि किस उम्र से बच्चे स्नॉर्कलिंग कर सकते हैं? तो आपको बता दें कि अधिकांश विशेषज्ञ पांच वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के ही स्नॉर्कलिंग करने के पक्षधर हैं। वहीं, कई मानते हैं कि यह बच्चों के ऊपर निर्भर है। यदि वे आत्मविश्वास (conference) के साथ तैरने में सक्षम हैं तो उन्हें इससे पूर्व भी स्नॉर्कलिंग कराई जा सकती है।
भारत में स्नॉर्कलिंग कहां-कहां होती है? (Where in India snorkeling is being done?)
दोस्तों, यदि आप भारत में रहते हैं और देश के भीतर ही स्नॉर्कलिंग करने के इच्छुक हैं तो अब हम आपको बताएंगे कि आप भारत में स्नॉर्कलिंग कहां-कहां कर सकते हैं? यह कहां-कहां होती है-
- लक्षद्वीप (Lakshadweep)
- केरल (Kerala)
- गोवा (Goa)
- अंडमान-निकोबार (Andaman Nicobar)
- कर्नाटक (Karnataka)।
इन दिनों स्नॉरकलिंग चर्चा में क्यों है? (Why snorkeling is in news these days?)
दोस्तों, आपको बता दें कि कुछ इस समय पूर्व भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (prime minister Narendra Modi) द्वारा लक्षद्वीप (lakshadweep) में स्नॉर्कलिंग (snorkeling) की गई थी। इसके पश्चात उनके द्वारा इसके कई फोटोग्राफ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स (social media platforms) पर साझा किए गए और पर्यटकों से लक्षद्वीप जाने की अपील की गई। इसके बाद से स्नॉर्कलिंग बहुत चर्चा में है।
स्नॉर्कलिंग के दौरान किस तरह का जोखिम हो सकता है? (What risk is involved while doing snorkeling?)
दोस्तों, यह तो हमने आपको बताया कि स्नॉर्कलिंग को आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है। लेकिन इस दौरान कुछ ऐसे जोखिम रहते हैं, जिनको लेकर पहले से सुरक्षा बरतना बहुत संभव नहीं होता। सबसे बड़ा जोखिम डूबने का होता है जिसकी कई वजह होती हैं। जैसे- अचानक कार्डियक अरेस्ट, आंखों के आगे अंधेरा छा जाना, पानी में सांस लेना, किसी जहाज से टकरा जाना, तेज धारा या अन्य कोई हादसा आदि।
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स्नॉर्कलिंग क्या है?
इसमें स्नॉर्कल के सहारे पानी की सतह पर तैरना होता है। इससे पानी के भीतर की खूबसूरत दुनिया का नजारा लिया जा सकता है।
स्नॉर्कल क्या होता है?
यह एक प्लास्टिक ट्यूब (plastic tube) होती है। इसके जरिए तैराक (swimmer) अपने सिर या चेहरे को पानी की सतह के नीचे रखते हुए सांस ले पाते हैं।
क्या स्नॉर्कलिंग के लिए किसी खास ट्रेनिंग की आवश्यकता होती है?
जी नहीं, इसके लिए किसी खास ट्रेनिंग की आवश्यकता नहीं होती।
स्नॉर्कलिंग के लिए सबसे आवश्यक क्या होता है?
स्नॉर्कलिंग के लिए स्नॉरकल और डाइविंग मास्क सबसे आवश्यक होता है।
स्नॉर्कलिंग और स्कूबा डाइविंग में क्या अंतर है?
इस अंतर के बारे में हमने आपको ऊपर पोस्ट में विस्तार से बताया है। आप वहां से देख सकते हैं।
क्या बच्चे भी स्नॉर्कलिंग कर सकते हैं?
जी हां, सामान्य रूप से 5 वर्ष से अधिक के बच्चे स्नॉर्कलिंग कर सकते हैं।
स्नॉर्कलिंग करते हुए वेट सूट क्यों पहनना चाहिए?
यह ठंडे पानी में हाइपोथर्मिया के खतरे को काम करता है। इसके साथ ही तेज चट्टानों एवं जेलीफिश के डंक आदि से रक्षा करता है।
क्या स्नॉर्कलिंग के तुरंत बाद हवाई यात्रा की जा सकती है?
जी नहीं, विशेषज्ञ इसकी सलाह नहीं देते।
भारत में स्नॉर्कलिंग कहां-कहां होती है?
भारत में स्नॉर्कलिंग लक्षद्वीप, गोवा, अंडमान निकोबार आदि स्थानों पर होती है।
दोस्तों, इस पोस्ट (post) में हमने आपको स्नॉर्कलिंग के बारे में विस्तार से जानकारी दी। आपको बताया कि स्नॉर्कलिंग क्या है? स्नॉर्कलिंग और स्कूबा डाइविंग में क्या अंतर है? स्नॉर्कलिंग करते समय किन बातों का ध्यान रखें? इन दिनों स्नॉर्कलिंग चर्चा में क्यों है? आदि। इस पोस्ट को अपने रोमांच पसंद करने वाले मित्रों, परिचितों के साथ शेयर करना न भूलें। इस पोस्ट को लेकर अपना कोई भी सवाल आप हमें नीचे दिए कमेंट बॉक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके भेज सकते हैं। ।।धन्यवाद।।