स्पिन सर्व क्या है? इसका खिलाड़ियों को क्या फायदा होता है? इसकी शुरुआत कहां से हुई?

स्पिन सर्व क्या है? इसका खिलाड़ियों को क्या फायदा होता है? | इसकी शुरुआत कहां से हुई? वर्ल्ड बैडमिंटन फेडरेशन द्वारा स्पिन सर्व पर बैन क्यों लगाया गया है? | What is Spin serve? | What advantages players have with it? | Where did it begin? | Why spin serve has been banned by world badminton federation? ||

यदि आप बैडमिंटन के शौकीन रहे हैं अथवा बैडमिंटन खेलते हैं तो आप सर्विस (service) के बारे में जरूर जानते होंगे। इन दिनों स्पिन सर्व की बहुत चर्चा है। और भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी भी इसके लिए बहुत मेहनत कर रहे हैं। यद्यपि इंडियन बैडमिंटन एसोसिएशन द्वारा इस पर कुछ अवधि के लिए बैन लगाया गया है। आज इस पोस्ट में हम स्पिन सर्व के बारे में ही बात करेंगे। आपको बताएंगे कि स्पिन सर्व क्या होता है? इसका खिलाड़ियों को क्या फायदा होता है? इसकी शुरुआत कहां से हुई? बैडमिंटन द्वारा इस पर बैन क्यों लगाया गया है? आदि। आइए, शुरू करते हैं-

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बैडमिंटन मैच में सबसे पहले सर्विस कौन करता है? (Who does the first service in a badminton match?)

मित्रों, क्या आप जानते हैं कि बैडमिंटन मैच में सबसे पहले सर्विस कौन करता है? यदि नहीं, तो आपको बता दें कि बैडमिंटन मैच में इस बात का फैसला टॉस (toss) के जरिए किया जाता है कि सबसे पहले सर्विस कौन करेगा। इसके अलावा मैच में जो भी खिलाड़ी साइड स्कोर (side score) हासिल करता है, वह अंक हासिल करने के बाद सर्वर (server) बन जाता है।

स्पिन सर्व क्या है? (What is Spin serve?)

मित्रों, आपको बता दें कि स्पिन सर्व एक प्रकार की सर्विस है। इसमें एक बैडमिंटन खिलाड़ी शटल कॉक (shuttle cock) के कॉर्क को अपने अंगूठे एवं मध्यमा यानी बीच की उंगली के बीच रखता है। इसके बाद वह इसे कैरम स्ट्राइक की गति से स्पिन (spin) कराने की कोशिश करता है। इस सर्विस की खासियत यह है कि विरोधी टीम के खिलाड़ियों को इस तरह की सर्विस को वापस करना मुश्किल होता है।

स्पिन सर्व क्या है इसका खिलाड़ियों को क्या फायदा होता है इसकी शुरुआत कहां से हुई

बैडमिंटन में सही सर्विस क्या होती है? (What is the right service in badminton?)

आइए, अब बैडमिंटन की सही सर्विस के बारे में जान लेते हैं। आपको बता दें दोस्तों कि बैडमिंटन में सही सर्विस (right service) तब होती है, जब कोई प्लेयर (player) अपने रैकेट (racket) से शटलकॉक (shuttle cock) को नेट के ऊपर से प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी (competitive player) की तरफ मारता है।

सर्विस के दौरान सर्वर के रैकेट का शाफ्ट और हेड (shaft and head) नीचे की ओर झुका होना चाहिए। साथ ही सर्वर को रैकेट से शटल कॉक के बेस (base) को हिट करना चाहिए। यदि शटल कॉक नेट (net) में नहीं फंसती, साथ ही बैडमिंटन कोर्ट (badminton court) की सीमाओं को भी नहीं पार करती तो यह सही सर्विस कहलाती है। दोस्तों, याद रखें कि इस दौरान शटलर का पैर कोर्ट में ही होना आवश्यक है।

स्पिन सर्व से बैडमिंटन खिलाड़ियों को क्या फायदा होता है? (What is advantage from spin serve to the badminton players?)

दोस्तों, जैसा कि हम आपको बता चुके हैं कि स्पिन सर्व को विपक्षी खिलाड़ी आसानी से वापस नहीं कर पाते, ऐसे में स्पिन सर्व करने वाला अधिक अंक अर्जित कर सकता है। आज की तारीख में प्रत्येक बैडमिंटन खिलाड़ी ऐसी सर्विस करना चाहता है। आपको बता दें दोस्तों, कि इसमें भारत के युगल खिलाड़ी (doubles player) भी शामिल हैं, जो स्पिन सर्व स्किल (spin serve skill) में दक्षता (efficiency) हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।

कुछ समय पूर्व भारत के बैडमिंटन सात्विक साईराज भी स्पिन सर्व को लेकर अपनी बात रख चुके हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वे दुबई में एशियाई चैंपियनशिप से पूर्व ही इसका अभ्यास करना शुरू कर चुके थे। कोच मथियास बो द्वारा उन्हें प्रतिदिन आधे घंटे से लेकर 40 मिनट तक इसका अभ्यास करने के लिए कहा गया है।

स्पिन सर्व की शुरुआत कहां से हुई? From where did spin serve begin?)

साथियों, अब बात कर लेते हैं स्पिन सर्व (spin serve) की शुरुआत कहां से हुई। आपको जानकारी दे दें कि इसकी शुरुआत डेनमार्क (Denmark) से मानी जाती है। वहां के युगल खिलाड़ी (doubles player) मार्कस रिंडशोज द्वारा अप्रैल, 2024 में पोलिश ओपन (polish open) इस स्पिन सर्विस से अंक (points) अर्जित किए गए। दरअसल, स्पिन सर्विस के जरिए रैलियां (rally) बहुत छोटी हो जाती हैं।

अंक बमुश्किल दो-तीन शॉट से ज्यादा चल पाते हैं। तब से यूरोप (Europe) बैडमिंटन खिलाड़ियों में इसका सर्विस को लेकर क्रेज देखने को मिल रहा है। कई खिलाड़ी इस पर हाथ आजमा रहे हैं। लेकिन दोस्तों आपको बता दें कि इसे सही तरीके से करना कतई भी आसान नहीं है।

स्पिन सर्व पर बैन कब से कब तक लगाया गया है? (From when Spin serve has been banned and til when?)

दोस्तों, आपको बता दें कि स्पिन सर्व पर 14 मई, 2024 से शुरू होने वाले बीडब्ल्यूएफ (BWF) सुदीरमन कप फाइनल-2024 से एक दिन पहले ही 12 मई, 2024 को इस स्पिन सर्व पर अंतरिम प्रतिबंध लगाया गया। इसके पश्चात मलेशिया मास्टर्स-2024 सहित सभी BWF द्वारा मान्यता प्राप्त अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों (international tournaments) पर इस प्रतिबंध को लागू किया गया।

आखिरकार वर्ल्ड बैडमिंटन फेडरेशन (world badminton federation) की कौंसिल (council) द्वारा 29 मई, 2024 को सितंबर, 2024 में होने वाले पेरिस ओलंपिक व पैरालंपिक खेलों के समापन के बाद तक नई स्पिन सेवा पर प्रतिबंध (ban) लगाने का फैसला किया गया।

स्पिन सर्व पर फिलहाल बैन लगाए जाने की क्या वजहें रही हैं? (What has been the reasons to Ben spin serve recently?)

दोस्तों, अब जबकि हमने आपको यह बता दिया है कि इस दिन स्पिन सर्व पर पेरिस ओलंपिक तक प्रतिबंध लगाया गया है तो यह भी जानना आवश्यक है कि आखिर स्पिन सर्व पर बैन लगाए जाने की क्या मुख्य वजहें रही हैं? ये वजहें इस प्रकार से हैं-

  • * एथलीट कमीशन सहित बैडमिंटन कम्युनिटी का विचार था कि स्पिन सालों से बैडमिंटन के खेल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
  • * यह भी स्पष्ट हुआ कि इससे मैच बहुत देखने योग्य नहीं रह सकते थे। क्योंकि यह माना गया कि ऐसे मैच कौन देख सकता है जिनमें केवल अपरिवर्तनीय सर्व शामिल हों।
  • * ‘स्पिन सर्व’ के मामले में यह भी देखा गया कि इसमें ‘साइडेक सर्व’ के समान ही कई विशेषताएं हैं, जिसकी इजाजत नहीं है। आपको बता दें कि साइडक सर्व का नाम मलेशिया के मशहूर बैडमिंटन खिलाड़ी रहे और कोच मोहम्मद राशिद साइडक के नाम पर रखा गया है।

बैडमिंटन में सही सर्विस क्या होती है? (What is the right service in badminton?)

मित्रों, अब बैडमिंटन सर्विस की बात कर लेते हैं। आपको बता दें कि इस खेल में सही सर्विस तब होती है, जब कोई खिलाड़ी अपने रैकेट से शटल कॉक (shuttle cock) को नेट (net) के ऊपर से प्रतिद्वंद्वी (competitor) की ओर मारता है। यदि शटल कॉक नेट में नहीं फंसती, साथ ही बैडमिंटन कोर्ट (badminton court) की सीमाओं को पार नहीं करती तो यह सही सर्विस मानी जाती है।

बैडमिंटन में सर्विस के क्या-क्या नियम हैं? (What are the rules of service in badminton?)

मित्रों, हम ने बैडमिंटन सर्विस के बारे में अभी-अभी जाना है। अब हम आपको बताते हैं कि सर्विस (service) के क्या-क्या नियम हैं। यह इस प्रकार से हैं –

  • * जब भी किसी शटलर (shuttler) द्वारा सर्विस की जाती है, तो सर्वर (server) के रैकेट का शाफ्ट और हेड (shaft and head) नीचे की ओर झुका होना चाहिए।
  • * सर्वर को रैकेट से शटल कॉक के बेस (base) को हिट (hit) करना चाहिए।
  • * सर्वर जब भी रैकेट को हिट करे तो शटलकॉक उसकी कमर से ऊपर होनी चाहिए।
  • * यदि सर्विस करने के बाद शटल नेट को छू लेती है अथवा कोर्ट की सीमाओं को पार कर जाती है तो ऐसे में प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी एक प्वॉइंट (point) अर्जित कर लेता है।
  • * सर्विस के दौरान शटलर का पैर कोर्ट में ही होना चाहिए।
  • * जब दोनों पक्ष सर्विस के लिए तैयार हों, सर्वर को तब पहली सर्विस करनी चाहिए।
  • * सर्विस रिसीव करने वाला कोई भी खिलाड़ी एक ही गेम में दो लगातार सर्विस रिसीव नहीं कर सकता।
  • * यदि किसी खिलाड़ी ने कोर्ट के गलत साइड से सर्विस की है अथवा रिसीव किया है, तो यह सर्विस कोर्ट की गलती होगी। इसे तुरंत सुधार लिया जाता है।

बैडमिंटन में सर्विस कितने प्रकार की होती है? (How many types of service is there in badminton?)

दोस्तों, अब हम बात करेंगे कि सर्विस कितने प्रकार की होती है इसका ब्यौरा इस प्रकार से है-

* सिंगल सर्विस (single service) :

जब भी खिलाड़ी किसी खेल में पहले सर्विस करता है तो वह कोर्ट के दाईं ओर से सर्विस करेगा। इसके बाद बाद मैच शुरु हो जाता है। यदि सर्वर ने एक गेम में सम संख्या में अंक (even point) जीते हैं, तो आगे के अंक के लिए उसे कोर्ट के दाईं ओर से ही सर्विस करनी होगी। वहीं, यदि किसी गेम के दौरान सर्वर ने विषम संख्या (odd number) में अंक जीते हैं, तो आगे के अंक के लिए वह कोर्ट के बाईं ओर से सर्विस करेगा।

* डबल्स सर्विस (doubles service) :

आपको बता दें कि मूल सर्विस के नियम सिंगल व डबल दोनों सर्विस में समान ही हैं। मसलन जो खिलाड़ी पहले सर्विस करता है, वह कोर्ट के दाईं ओर से सर्विस करेगा। सम संख्या में अंक जीतने के बाद भी वह ऐसा रहेगा, लेकिन यदि वह विषम संख्या में अंक जीतता है तो बाएं कोर्ट से सर्विस करेगा। जो अंक जीतता है वो बाद में सर्वर बन जाता है। डबल्स गेम में सर्विस के दौरान मुख्य रूप से यह नियम होते हैं –

सबसे पहसे सर्व करने वाले को दाएं कोर्ट में खड़ा होना होगा।

  • -अब वह पहला रिसीवर सर्व करेगा।
  • – तत्पश्चात पहले सर्वर का साथी सर्व करेगा।
  • -अब पहले रिसीवर का साथी सर्व करेगा।
  • -इस प्रकार खेल आगे चलता रहेगा।
  • -स्कोरिंग सिस्टम (scoring system) से तय होता है कि रैली सर्विस करने वाली साइड ने जीती है या रिसीव करने वाली साइड ने।
  • -एक मैच में तीन गेम होते हैं। 21 अंक तक पहुंचने वाली पहली साइड गेम जीत लेती है। दो गेम जीतने वाली टीम विजयी होती है।
  • -हर गेम के बाद कोर्ट साइड (court side) जीतने वाली साइड बदल जाती है।
  • -अगले गेम में कोई भी खिलाड़ी सर्विस कर सकता है। इसी प्रकार हारने वाली साइड से भी कोई खिलाड़ी अगले गेम में सर्विस रिसीव कर सकता है।

बैडमिंटन में रैली का क्या मतलब होता है? (What is the meaning of rally in badminton?)

मित्रों, यह तो हम आपको बता चुके हैं कि स्पिन सर्व में रैलियां छोटी हो जाती हैं। ऐसे में आइए, अब आपको बता देते हैं कि बैडमिंटन में रैली का क्या मतलब होता है। दोस्तों, यहां रैली को टीम के बीच शॉट्स (shots) की एक सीरीज (series) होती है, जब तक कि शटल कॉक जमीन को नहीं छूती, नेट को हिट करती है‌ अथवा कोर्ट की सीमाओं के बाहर नहीं जाती।

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स्पिन सर्व से क्या आशय है?

इस सर्विस में एक बैडमिंटन खिलाड़ी शटल कॉक (shuttle cock) के कॉर्क को अपने अंगूठे एवं मध्यमा यानी बीच की उंगली के बीच रखता है। इसके बाद वह इसे कैरम स्ट्राइक की गति से स्पिन (spin) कराने की कोशिश करता है।

स्पिन सर्व की क्या खासियत है?

सर्विस की खासियत यह है कि इसे खिलाड़ी को वापस करना मुश्किल होता है।

स्पिन सर्व से क्या लाभ है?

इससे खिलाड़ियों को अंक अर्जित करने में मदद मिलती है।

स्पिन सर्व की शुरुआत कहां से मानी जाती है?

स्पिन सर्व की शुरुआत डेनमार्क से मानी जाती है।

बैडमिंटन में एक सीधी और सरल सर्विस कैसे होती है?

इस संबंध में हमने आपको ऊपर पोस्ट में जानकारी दी है। आप वहां से देख सकते हैं।

स्पिन सर्व पर अंतरिम प्रतिबंध कब लगाया गया?

12 मई, 2024 को स्पिन सर्व पर अंतरिम प्रतिबंध लगाया गया।

पेरिस ओलंपिक तक स्पिन सर्व को कब बैन किया गया है?

स्पिन सर्व को 29 मई, 2024 को पेरिस ओलंपिक तक बैन किया गया है।

स्पिन सर्व को फिलहाल बैन करने की वजह क्या रही है?

स्पिन सर्व से खेल पर नकारात्मक असर पड़ेगा। यह मानते हुए इसे बैन किया गया है।

दोस्तों, इस पोस्ट में हमने आपको स्पिन सर्व के बारे में जानकारी दी। यदि इस संबंध में आपका कोई सवाल है अथवा आप कोई सुझाव देना चाहते हैं तो उसका स्वागत है। इसके लिए आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स (comment box) में कमेंट (comment) कर सकते हैं। ।।धन्यवाद।।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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