|| अडानी के शेयरों की ताजा स्थिति क्या है? | क्या गिरावट के बाद अडानी की कंपनियों के शेयरों ने फिर से गति पकड़ ली हैं? | अडानी के किन शेयरों ने तेजी दिखाई है, किन में गिरावट का रुख कायम है? | निवेशकों का भरोसा पाने के लिए अडानी का नया ऐलान क्या है?||
यह तो आप जानते ही हैं कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के पश्चात अडानी के शेयरों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है। लेकिन बिकवाली के भारी दबाव के बीच शेयर मार्केट की ताजा स्थिति अडानी के मामले में कुछ सुधरी तस्वीर दिखा रही है। अडानी के शेयरों की ताजा स्थिति क्या है? क्या गिरावट के बाद अडानी के शेयरों ने फिर से गति पकड़ ली है? निवेशकों का भरोसा पाने के लिए अडानी का नया ऐलान क्या है? जैसे आपके मन में उठने वाले सभी सवालों का जवाब आज हम आपको इस पोस्ट से देने की कोशिश करेंगें। आइए, शुरू करते हैं-
अडानी की कंपनियों के शेयर होल्डरों एवं निवेशकों (shareholder and investors) की नजर लगातार इन शेयरों की परफार्मेंस (performance) पर लगी हुई है। इन सभी को हिंडनबर्ग की रिपोर्ट (hindenberg report) रूपी हमले ने हिलाया हुआ है। यद्यपि मंगलवार 7 फरवरी, 2024 का दिन इनके लिए कुछ अच्छे संकेत लेकर आया है। अडानी के कई शेयरों में तेजी का रूख देखा गया है। यद्यपि कुछ में अभी भी सुधार नहीं हुआ है और गिरावट का ट्रेंड कायम है।
आइए दोस्तों, अब आपको बताते हैं कि गौतम अडानी की किन कंपनियों (companies) के शेयरों मे तेजी देखने को मिली हे। गौतम अडानी की फ्लैगशिप कंपनी (flagship company) अडानी एंटरप्राइजेज )Adani enterprises) के साथ ही अडानी ग्रीन (Adani greens), अडानी विल्मर (Adani wilmer), अडानी ports, एसीसी सीमेंट (ACC cement) एवं अंबुजा सीमेंट (Ambuja cement) के शेयरों में तेजी सामने आई है। अडानी द्वारा हाल ही में खरीदे गए बहुचर्चित एनडीटीवी (NDTV) के शेयर भी तेजी दिखा रहे हैं।
अडानी विल्मर के शेयरों में 5 प्रतिशत का अपर सर्किट (upper circuit) लगा है। वहीं अडानी गैस (Adani Gas) एवं अडानी पावर (Adani power) में मंदी का रूख बरकरार है। इन पर 5 प्रतिशत लोअर सर्किट (lower circuit) लगा है। आपको बता दें दोस्तों कि इससे पूर्व एएसई (ASE) यानी अहमदाबाद स्टॉक एक्सचेंज (Ahmedabad stock exchange) ने अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani green energy) एवं अडानी ट्रांसमिशन (Adani transmission) की सर्किट लिमिट (circuit limit) में बदलाव किया।
निवेशकों का भरोसा पाने के लिए अडानी का नया ऐलान क्या है? (What is adani’s new declaration to gain again the trust of investors?)
अडानी समूह )Adani group) की कंपनियों में लाखों निवेशकों (investors) का पैसा लगा है। हिंडनबर्ग (hindenberg) की रिपोर्ट के बाद यह भरोसा डोल रहा था। इन निवेशकों का भरोसा जीतने के लिए गौतम अडानी समूह ने गिरवी रखे शेयरों को समय से पहले छुड़ाने की घोषणा की है। ग्रुप द्वारा एडवांस पेमेंट (advance payment) का ऐलान किया गया है। आपको बता दें कि इसके लिए अडानी ने 1.11 अरब डालर के लोन (loans) का प्री पेमेंट (pre payment) करने की योजना बनाई है।
आपको यह भी जानकारी दे दें दोस्तों कि इन लोन की मैच्योरिटी (maturity) अगले वर्ष यानी 2024 के सितंबर महीने में होगी, लेकिन निवेशकों का भरोसा पाने के लिए अडानी ग्रुप इन्हें पहले ही चुका देना चाहता है। अपने इस ऐलान के बाद ग्रुप प्रमोटर्स (promoters) ने अडानी पोर्ट एंड स्पेशल इकोनाॅमिक जोंस, अडानी ग्रीन एनर्जी एवं अडानी ट्रांसमिशन के गिरवी रखे शेयरों को छुड़ा लेने का दावा भी किया है।
मित्रों, अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि क्या शेयरों के चढ़ने अथवा उनके तेजी दिखाने से क्याअडानी की निजी संपत्ति पर भी कोई असर पड़ा है तो आपको बता दें कि इससे अडानी की निजी संपत्ति (private property) में भी बढ़त देखने को मिली है। चंद घंटों के भीतर ही गौतम अडानी (Gautam Adani) की नेटवर्थ (networth) में करीब 1.8 अरब डाॅलर की तेजी दर्ज की गई। वहीं उनकी नेटवर्थ 63.7 अरब डाॅलर पर पहुंच गई है।
अडानी ग्रुप ने किस कंपनी के तिमाही नतीजे घोषित किए हैं? (Adani group has declared which company ‘s quarterly results?)
दोस्तों, आपको जानकारी दे दें कि अडानी ट्रांसमिशन द्वारा 6 फरवरी, 2024 को दिसंबर तिमाही के नतीजे पेश किए गए थे। इनके अनुसार सालाना आधार पर (annual basis) कंपनी का लाभ 73 प्रतिशत बढ़कर 478.15 करोड़ रुपए पर पहुंच या है। वहीं कंपनी (company) की आय (income) में भी 15.8 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। यह 3037 करोड़ रुपए हो गई है। दोस्तों, केवल यही नहीं, अडानी की कई कंपनियों की तिमाही रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। इनमें अडानी पोर्टस, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी पावर, अडानी विल्मर, अडानी टोटल गैस, अंबुजा सीमेंट, एनडीटीवी आदि शामिल हैं।
साथियों, ऐसे कई फैक्टर हैं, जिन्होंने हिंडनबर्ग के बाद कंपनी की ओर से मुंह मोड़ रहे निवेशकों का भरोसा एक बार फिर लौटाया है। ये फैक्टर इस प्रकार से हैं-
- अडानी को लोन देने वाले बैंकों एसबीआई (SBI), पीएनबी (PNB), एक्सिस (Axis) जैसे बड़े बैंकों ने अडानी ग्रुप पर भरोसा जताया है।
- रेटिंग एजेंसी फिंच (rating agency finch) ने अडानी के पक्ष में बात की है। उसका कहना है कि कंपनी के नकद प्रवाह यानी कैश फ्लो (cash flow) में दिक्कत नहीं है।
- कंपनी के बड़े निवेशक अभी तक उसके साथ बने हुए हैं।
- अडानी ट्रांसमिशन को मिलने वाले मुनाफे ने निवेशकों को आकृष्ट किया है।
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडानी के शेयरों में दर्ज की गई गिरावट और वर्तमान में दिख रहे सुधार के बीच निवेशकों (investors) के मन का सवाल अपनी जगह कायम है। क्या उन्हें अभी अडानी के शेयरों में निवेश करना चाहिए? दोस्तों, इसका जवाब है कि अभी आप कुछ रुककर अडानी के शेयरों पर नजर रख सकते हैं। इसके पश्चात यदि निवेश करना चाहें तो उससे पूर्व किसी मार्केट विशेषज्ञ (market expert) की सलाह जरूर ले लें। स्पेक्युलेटिव ट्रेडिंग (speculative trading) आपके लिए भविष्य में समस्या खड़ी कर सकती है। आपको फायदे (profit) की चाह में नुकसान (loss) भुगतना पड़ सकता है।
गौतम अडानी नुकसान के बावजूद अब दुनिया के अमीरों की लिस्ट में किस पायदान पर हैं? (On which number Gautam Adani is, even after loss, in the billionaire list?)
हर किसी को यह जानने की उत्कंठा रहती है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद दुनिया के सबसे अमीर उद्योगपतियों की लिस्ट (list) में दूसरे नंबर से गिरकर 22वें स्थान पर पहुंचने वाले गौतम अडानी की वर्तमान रैंकिंग (ranking) कितनी है? आपको बता दें दोस्तों कि तमाम तरह के नुकसान उठाने के बावजूद 7 फरवरी, 2024 को फोर्ब्स रियल टाइम बिलेनियर्स की लिस्ट (Forbes real time billionaire list) में गौतम अडानी पांच पायदान ऊंचे चढ़कर 17वें स्थान पर आ गए थे।
उनके नजदीकी प्रतिद्वंद्वी close (competitor) मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) इस सूची में 12वें स्थान पर बने हुए हैं। आपको बता दें दोस्तों कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद के 9 कारोबारी दिनों में गौतम अडानी ग्रुप की सभी कंपनियों की मार्केट कैपिटलाइजेशन (market capitalisation) साढ़े नौ लाख करोड़ रुपए यानी की 49 फीसदी तक गिर चुकी थी। हालांकि गौतम अडानी को जानने वाले उन्हें फाइटर कहकर पुकारते हैं।
वे जानते हैं कि यह मुश्किल समय है, लेकिन गौतम अडानी इससे भी अपने धैर्य और सूझबूझ के साथ ही सरकार की सहायता से बाहर निकल आएंगे। उनके बारे में इसी प्रकार की प्रतिक्रियाएं उनकी कंपनी के बड़े निवेशकों को उनसे बंधे रहने पर विवश करती हैं।
अडानी ग्रुप की कंपनी के शेयरों में गिरावट की सबसे बड़ी वजह क्या रही?
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को अडानी ग्रुप की कंपनी के शेयरों में गिरावट को बड़ी वजह माना जा रहा है।
शेयर मार्केट में जबरदस्त गिरावट के बाद अब अडानी के शेयरों की क्या स्थिति है?
अडानी के शेयरों को लेकर स्थिति में सुधार हुआ है। उसके कई शेयरों में तेजी देखने को मिली है।
अडानी के किन शेयरों में तेजी देखने को मिली हे?
अडानी विल्मर, अडानी एंटरप्राइजेज आदि के शेयरों में तेजी देखने को मिली है।
अडानी की किस घोषणा ने निवेशकों को भरोसा दिलाया है?
अडानी की अपने लोन की एडवांस प्री पेमेंट की घोषणा ने निवेशकों का भरोसा लौटाया है।
वे कौन से फैक्टर हैं, जिनकी वजह से अडानी ग्रुप पर निवेशक फिर से भरोसा दिखा रहे हैं?
इन फैक्टरों की लिस्ट हमने आपको ऊपर पोस्ट में दी है, आप वहां से देख सकते हैं।
अडानी को लोन देने वाले बड़े बैंकों का अडानी ग्रुप को लेकर क्या रुख है?
अडानी को लोन देने वाले तमाम बड़े बैंकों एसबीआई, पीएनबी, एक्सिस बैंक आदि ने अडानी ग्रुप पर पूरा भरोसा जताया है।
दोस्तों, इस पोस्ट में हमने आपको बताया अडानी के शेयरों की ताजा स्थिति क्या है? क्या गिरावट के बाद अडानी की कंपनियों के शेयरों ने फिर से गति पकड़ ली हैं? अडानी के किन शेयरों ने तेजी दिखाई है, किन में गिरावट का रूख कायम है? निवेशकों का भरोसा पाने के लिए अडानी का नया ऐलान क्या है? यदि आप भी शेयर मार्केट में दिलचस्पी रखते हैं अथवा अडानी के शेयर आपने भी खरीदे हुए हैं तो उम्मीद करते हैं कि यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी साबित होगी। अपना कोई भी सवाल आप हमसे नीचे दिए गए कमेंट बाक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं। ।।धन्यवाद।।