Financial Year और Assessment Year में क्या फर्क है? जानिए पूरी जानकारी

यदि आप अपना इन्कम टैक्स रिटर्न (Income Tax Return) यानी आईटीआर (ITR) दाखिल करते हैं तो आपका साबका Financial Year, Assessment Year जैसे शब्दों से अवश्य पड़ता होगा। अक्सर नए टैक्स पेयर यानी पहली बार इन्कम टैक्स भर रहे लोग Financial year व Assessment year को लेकर अक्सर असमंजस में रहते हैं। यदि आप भी ऐसे ही लोगों में हैं तो आज की पोस्ट आपके लिए बेहद काम की है। आज इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि फाइनेंशियल ईयर और एसेसमेंट ईयर के बीच क्या फर्क होता है। आइए, शुरू करते हैं

Contents show

Financial year क्या होता है? (What is financial year?)

दोस्तों, सबसे पहले फाइनेंशियल ईयर (Financial year) को लेकर अपनी जानकारी को दुरुस्त कर लेते हैं। यह तो आप जानते ही होंगे कि Financial year को हिंदी में वित्त वर्ष पुकारा जाता है। शॉर्ट में इसे FY भी लिखा जाता है। दोस्तों, समझ लीजिए कि पूरे वर्ष की वह अवधि जिसमें आप कमाई करते हैं, उसे Financial year कहा जाता है। कोई भी वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल से आरंभ होता है व इसकी समाप्ति 31 मार्च को होती है। इस लिहाज से यदि वर्तमान 2024 की बात करें तो 1 अप्रैल, 2024 से 31 मार्च 2024 तक की अवधि वित्तीय वर्ष 2023-24 कहलाएगी।

Financial Year और Assessment Year में क्या फर्क है

भारत में वित्तीय वर्ष एक अप्रैल से शुरू होकर 31 मार्च तक ही क्यों माना जाता है? (Why in India financial year is assumed from 1st April to 31sr March?)

दोस्तों, अब आपके मन में यह सवाल अवश्य उठ रहा होगा कि भारत में वित्तीय वर्ष का प्रारंभ एक अप्रैल से क्यों होता है और यह 31 मार्च को ही क्यों समाप्त होता है? तो दोस्तों यह तो आप जानते ही हैं कि भारत (India) में लंबे समय तक ब्रिटिश राज रहा है। ब्रिटेन में वित्त वर्ष 1 अप्रैल से 31 मार्च तक माना जाता रहा है।

सन् 1947 में भारत के आजाद हो जाने के पश्चात भी यहां ब्रिटिश राज (British rule) के बहुत से नियम-कानून (rules and regulations) पूर्ववत चलते रहे। ऐसी ही एक परंपरा वित्त वर्ष की भी यही, जो पहले की भांति ही एक अप्रैल से 31 मार्च तक माना जाता रहा है। दोस्तों, इसके अतिरिक्त हिंदू कैलेंडर (Hindu calendar) में चैत्र के माह में नव वर्ष की शुरुआत भी अप्रैल को नए वित्त वर्ष का पहला महीना माने जाने का एक पुख्ता आधार है।

क्या विश्व के अन्य देशों में भी वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल को शुरू होकर 31 मार्च तक चलता है? (Do the other countries also assume 1st April to 31st March as financial year?)

दोस्तों, अब यदि आप यह सोच रहे हैं कि विश्व के अन्य देशों में भी वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल से शुरू होकर 31 मार्च तक चलता है तो जान लीजिए कि आप ग़लत हैं। प्रत्येक देश में वहां की व्यवस्था और सुविधा के मद्देनजर वित्तीय वर्ष निर्धारित है। आइए, जान लेते हैं कि विभिन्न देशों में वित्तीय वर्ष की अवधि क्या है –

देश वित्तीय वर्ष
चीन1 जनवरी से 31 दिसंबर
अमेरिका 1 अक्टूबर से 30 सितंबर
रूस1 जनवरी से 31 दिसंबर
जापान1 अप्रैल से 31 मार्च
आस्ट्रेलिया1 जुलाई से 30 जून
ब्रिटेन6 अप्रैल से 5 अप्रैल
फ्रांस1 जनवरी से 31 दिसंबर
जर्मनी 1 जनवरी से 31 दिसंबर
पाकिस्तान 1 जुलाई से 30 जून

एसेसमेंट ईयर क्या होता है? (What is assessment year?)

दोस्तों, अब एसेसमेंट ईयर (assessment year) पर बात कर लेते हैं। आपको बता दें कि assessment year को हिंदी में आकलन वर्ष भी पुकारा जाता है। इसे शॉर्ट में AY भी लिखा जाता है। जान लीजिए कि वित्तीय वर्ष यानी फाइनेंशियल ईयर (financial year) के समाप्त होने के ऐन बाद आकलन वर्ष यानी एसेसमेंट ईयर (assessment year) प्रारंभ हो जाता है।

दोस्तों, यही वह साल होता है, जिसमें किसी व्यक्ति के फाइनेंशियल ईयर की कमाई पर टैक्‍स का आकलन किया जाता है। आपकी आय एवं इसके के स्रोतों (Sources of Incomes) में किस प्रकार का बदलाव हुआ है, आपके खर्चों अथवा निवेश (Investment) में कमी हुई है या बढ़ोतरी, इनका सही Assessment या आकलन वित्त वर्ष बीतने के बाद ही संभव है।

इसीलिए Financial Year के ठीक बाद की एक साल की अवधि को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा Assessment Year माना गया है। इसी आकलन (assessment) के आधार पर संबंधित व्यक्ति के द्वारा उसका आईटीआर दाखिल (ITR file) किया जाता है।

Financial year व assessment year में क्या अंतर है? (What is the difference between financial and assessment year?)

दोस्तों, यदि Financial year एवं assessment year के बीच अंतर की बात करें तो यह कुछ चीजों से समझा जा सकता है। जैसे -सरकार द्वारा पेश किए जाने वाला बजट संबंधित फाइनेंशियल ईयर के लिए ही पेश किया जाता है। वहीं, सभी प्रकार के Advance Tax एवं TDS (Tax deducted at source) फाइनेंशियल ईयर में ही चुकाए जाते हैं।

इसकी वजह यह है कि ये दोनों टैक्स आपकी संभावित आय की अनुमानित गणना (estimated calculation) पर आधारित होते हैं। लिहाजा, ये वास्तविक देनदारी (actual liability) से कम अथवा अधिक हो सकते हैं। लेकिन टैक्‍स की वास्‍तविक देनदारी कितनी है? इसका पता एसेसमेंट ईयर में ही चलता है।

इनकम टैक्स रिटर्न किस हिसाब से दाखिल किया जाता है? (What is the base of filing income tax return?)

दोस्तों, अब आप समझ गए होंगे कि पिछले वित्त वर्ष (last financial year) की कुल कमाई पर कितने टैक्‍स की देनदारी हुई, ये असेसमेंट ईयर में तय किया जाता है। इसी हिसाब से संबंधित व्यक्ति द्वारा इनकम टैक्स ​रिटर्न दाखिल किया जाता है। यदि इस वर्ष यानी 2024 की बात करें तो इन्कम टैक्स रिटर्न दाखिल (income tax return filing) करने की अंतिम तिथि फिलहाल 31 जुलाई, 2024 है। इसका अर्थ यह है कि 31 जुलाई 2024 तक आपको FY 2022-23 के दौरान अपनी कुल कमाई (total income) पर आईटीआर (income tax return) दाखिल करना होगा।

वित्तीय वर्ष समाप्त होने की कितनी अवधि में रिटर्न दाखिल करना अनिवार्य है? (After ending of financial year In how much period filing return is mandatory?)

दोस्तों, आपको बता दें कि वित्तीय वर्ष खत्म होने के एक साल के भीतर रिटर्न दाखिल करना अनिवार्य किया गया है। दरअसल, Assessment Year भले ही पूरे एक साल का होता है, लेकिन income tax Return दाखिल करने की आखिरी तारीख 31 जुलाई तक ही होती है। दोस्तों , यदि आप इसके पश्चात ITR file करते हैं तो इसे Late Return पुकारा जाता है। यह तो आप जानते ही होंगे Late Return भरने पर पेनाल्टी (penalty) लगती है। यद्यपि दोस्तों, कई बार सरकार, टैक्स पेयर्स की सुविधा के मद्देनजर आईटीआर दाखिल करने की अंतिम तिथि को आगे भी बढ़ा देती है।

क्या assessment year के लिए टैक्स नियमों में कोई बदलाव होगा? (Will there be any changes in tax laws for the assignment year?)

दोस्तों, यहां आपको स्पष्ट कर दें कि Assessment Year के लिए टैक्स नियम (tax laws) एवं टैक्स स्लैब दर (Tax Slab Rates) वही रहेंगे, जो कि Financial Year के लिए थे। इनमें कोई बदलाव (changes) नहीं होगा। किसी भी व्यक्ति को अपना इन्कम टैक्स रिटर्न इन्हीं नियमों (rules) के आधार पर फाइल करना होगा।

फाइनेंशियल व एसेसमेंट ईयर को एक उदाहरण से कैसे समझें? (How to understand financial and assessment year with an example?)

दोस्तों, financial year एवं assessment year को और सरल तरीके से समझने के लिए एक उदाहरण (example) काफी होगा। जैसे- यदि वर्ष 2022-23 के फाइनेंशियल ईयर यानी वित्तीय वर्ष की बात करें तो वह 1 अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2024 तक रहा है। इस वित्तीय वर्ष (financial year) के लिए असेसमेंट ईयर (assessment year) यानी आकलन वर्ष 1 अप्रैल 2024 से शुरू हो गया है। इसी प्रकार 2023-24 वित्तीय वर्ष के लिए एसेसमेंट ईयर 2024-25 होगा। इसी तरह 2024-25 वित्तीय वर्ष के लिए आकलन वर्ष 2025-26 होगा।

वित्तीय वर्ष क्या होता है?

पूरे वर्ष की वह अवधि जिसमें आप कमाई करते हैं, वह वित्तीय वर्ष कहलाती है।

आकलन वर्ष क्या होता है?

किसी व्यक्ति की वित्तीय वर्ष में कमाई पर टैक्स का आकलन जिस वर्ष में होता है, वह आकलन वर्ष यानी एसेसमेंट ईयर कहलाता है।

एसेसमेंट ईयर कब शुरू होता है?

एसेसमेंट ईयर यानी आकलन वर्ष वित्तीय वर्ष के ठीक बाद शुरू होता है।

भारत में वित्तीय वर्ष कब से कब तक माना जाता है?

भारत में 1 अप्रैल से 31 मार्च तक वित्तीय वर्ष माना जाता है।

एक अप्रैल, 2022 से शुरू होकर 31 मार्च, 2024 में खत्म होने वाले फाइनेंशियल ईयर के लिए एसेसमेंट ईयर क्या होगा?

इसके लिए असेसमेंट ईयर 1 अप्रैल 2024 से शुरू हो चुका है।

वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने की आखिरी तिथि क्या है?

वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई, 2024 है।

इस पोस्ट (post) में हमने आपको financial year व assessment year के बीच अंतर की जानकारी दी। उम्मीद करते हैं कि यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी साबित होगी। यदि पोस्ट के संबंध में आपका कोई सवाल या सुझाव है तो उसे नीचे दिए कमेंट बॉक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके हम तक पहुंचा सकते हैं। ।।धन्यवाद।।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
[fluentform id="3"]

Leave a Comment