ट्रैवल इंश्योरेंस क्या है? यह इंश्योरेंस क्यों जरूरी है?

घूमना किसे पसंद नहीं होता। हम सभी अपनी पसंद के मुताबिक कभी पहाड़, कभी समंदर तो कभी जंगलों में घूमने का प्लान बना लेते हैं। देश के साथ ही विदेश भी इन दिनों घुमक्कड़ों की लिस्ट में अव्वल पायदान पर होते हैं। लेकिन हममें से अधिकांश ट्रैवल इंश्योरेंस की जरूरत को नजरअंदाज करते हैं। अब आप कहेंगे कि घूमने जाने में भला इंश्योरेंस कहां से आ गया? यहां इंश्योरेंस की बात इसलिए उठती है, क्योंकि भविष्य हमेशा अनिश्चित होता है।

और खुदा न करे कि आपको सफर में किसी तरह का नुकसान हो या आपको सफर किसी वजह से आखिरी समय पर मिस करना पड़े या आपका सामान चोरी हो जाए तो आपके लिए बगैर बुलाए परेशानी खड़ी हो जाती है। ऐसे में ट्रैवल इंश्योरेंस आपकी मुश्किलों को हल करता है। ट्रैवल इंश्योरेंस क्या है? यह इंश्योरेंस क्यों जरूरी है? ट्रैवल इंश्योरेंस में क्या क्या कवर होता है? ट्रैवल इंश्योरेंस का प्रीमियम किस आधार पर तय होता है? आदि जैसे आपके दिमाग में उठने वाले तमाम सवालों का जवाब आज हम आपको इस पोस्ट में देंगे। आइए, शुरू करते हैं-

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ट्रैवल इंश्योरेंस क्या होता है? (What is travel insurance?)

दोस्तो, सबसे पहले जान लेते हैं कि ट्रैवल इंश्योरेंस क्या होता है? (What is travel insurance?)। मित्रों, इसे यूं समझ सकते हैं कि जिस प्रकार एक लाइफ इंश्योरेंस आपके जीवन के जोखिम को कवर कर उसे सुरक्षा प्रदान करता है, उसी प्रकार एक ट्रैवल इंश्योरेंस यात्रा के दौरान आपके जोखिम को कवर कर उसे सुरक्षा प्रदान करता है। ट्रैवल इंश्योरेंस एक खास अवधि (term) के लिए मिलता है। हम ट्रैवल इंश्योरेंस के सहारे चिंतामुक्त होकर अपने सफर का लुत्फ ले सकते हैं। ट्रैवल इंश्योरेंस (travel insurance) को हिंदी में यात्रा बीमा भी पुकारा जाता है।

ट्रैवल इंश्योरेंस क्या है यह इंश्योरेंस क्यों जरूरी है

ट्रैवल इंश्योरेंस क्यों आवश्यक है? (Why travel insurance is necessary?)

मित्रों, आइए अब जान लेते हैं कि ट्रैवल इंश्योरेंस क्यों आवश्यक है? दोस्तों, पहली बात तो यह जान लीजिए कि बहुत से देशों ने सैलानियों की एंट्री के लिए ट्रैवल इंश्योरेंस को अनिवार्य किया हुआ है। दूसरे, यह तो आपको भी पता है कि जब भी हम सफर की प्लानिंग करते हैं और सफर पर जाते हैं तो कोई भी यह सोचकर नहीं चलता कि सफर के दौरान कुछ हो जाएगा।

लेकिन यदि ऐसा हो जाए तो? यदि हमारा एक्सीडेंट हो जाए या फिर हमारा सामान चोरी हो जाए तो? या फिर मान लीजिए कि कोई मेडिकल इमरजेंसी आ आए तो? तो दोस्तों, ऐसी स्थिति में हमारा सहारा ट्रैवल इंश्योरेंस बनता है। वह हमें इस प्रकार की स्थितियों से निकलने में सक्षम बनाता है।

ट्रैवल इंश्योरेंस में क्या-क्या कवर होता है? (What is covered under travel insurance?)

मित्रों, आइए अब जान लेते हैं कि एक ट्रैवल इंश्योरेंस में क्या-क्या कवर होता है? आपको बता दें कि सामान्यतः एक जनरल ट्रैवल इंश्योरेंस इन जोखिमों को कवर करता है-

  • सामान चोरी हो जाना।
  • फ्लाइट में देरी हो जाना।
  • फ्लाइट का अंतिम समय पर कैंसिल या रद्द हो जाना।
  • या़त्रा के दौरान अचानक मेडिकल इमरजेंसी आ जाना।
  • यात्रा के दौरान दुर्घटना या एक्सीडेंट हो जाना।
  • चेक-इन पर सामान का खो जाना।
  • पासपोर्ट खो जाना आदि।

(दोस्तों, यद्यपि कौन सी बीमा कंपनी ट्रैवल इंश्योरेंस में क्या क्या कवर करेगी? यह कंपनी टू कंपनी अलग होगा। बहुत सी कंपनियां ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी (travel insurance policy) में कुछ एड ऑन कवर (add on cover) भी देती हैं, लेकिन इसके लिए आपको कुछ अधिक प्रीमियम (premium) चुकाने की भी शर्त को पूरा करना होता है। ये कवर वे होते हैं, जो आम तौर पर सामान्य इंश्योरेंस में कवर नहीं होते।)

ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान कितने प्रकार के होते हैं? (There are how many types of travel insurance plans?)

दोस्तों, आइए अब बात करते हैं ट्रैवल इंश्योरेंस के प्लान पर और जानते हैं कि ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान कितने प्रकार के होते हैं। साथियों, ट्रैवल इंश्योरेंस को मुख्य रूप से दो भागों में बांटा जाता है-

  • घरेलू यात्रा इंश्योरेंस (domestic travel insurance)
  • अंतरराष्ट्रीय यात्रा इंश्योरेंस (international travel insurance)

लेकिन, आवश्यकता के आधार पर बात करें तो इन प्लान्स को इन वर्गों में विभक्त किया जा सकता है-

सिंगल ट्रिप प्लान (single trip plan) :

ये प्लान एक ही ट्रिप के लिए होता है। अधिकांशतः इसकी अवधि एक हफ्ते से लेकर 15 दिन की होती है। जैसे -हनीमून ट्रिप आदि।

मल्टी ट्रिप प्लान (multi trip plan) :

ये प्लान उन लोगों के लिए होते हैं, जिन्हें बार-बार सफर करना पड़ता है। इसमें बिजनेस या कोई अन्य वजह हो सकती है।

पर्सनल प्लान (personal plan) :

यह कोई व्यक्ति अपनी आवश्यकता के लिहाज से लेता है। इस तरह के कस्टमाइज़ प्लान भी चलन में हैं।

फैमिली प्लान (family plan) :

ये प्लान बीमा कंपनियों द्वारा अधिकांशतः छह-सात सदस्यों के लिए प्रदान किए जाते हैं। इन्हें परिवार की आवश्यकता अनुसार कंपनियों द्वारा कस्टमाइज़ भी कर दिया जाता है।

स्टूडेंट्स प्लान (students plan) :

बीमा कंपनियां अधिकांशतः विदेश जाकर पढ़ाई के इच्छुक छात्रों के लिए ट्रैवल इंश्योरेंस मुहैया कराती हैं। यह तीन माह या उससे अधिक के लिए भी हो सकता है।

सीनियर सिटीजंस प्लान (senior citizens plan) :

जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, यह ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान वरिष्ठ नागरिकों के लिए है।

ट्रैवल इंश्योरेंस का प्रीमियम कैसे तय होता है? (How the travel insurance premium is decided?)

मित्रों, आइए अब यह समझ लेते हैं कि ट्रैवल इंश्योरेंस का प्रीमियम कैसे तय होता है? दरअसल , इसका कैलकुलेशन (calculation) आपकी पसंद के प्लान के आधार पर होता है। जैसे कि आपका ट्रिप प्लान (trip plan) कौन सा है? आपकी ट्रिप कितने दिन की है? आपको प्लान में क्या सुविधा दी जा रही है? प्लान में क्या कवर किया जा रहा है? आदि। यहां यह जान लीजिए दोस्तों कि प्रत्येक अतिरिक्त कवर (extra cover) के लिए आपको अतिरिक्त प्रीमियम (extra premium) चुकाना पड सकता है।

ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी लेते हुए किन किन बातों का ध्यान रखें? (What points should be kept in mind while going for a travel insurance policy?)

एक अच्छी ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी लेने से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखना होगा, जो कि इस प्रकार से हैं-

  • आप देखें कि इसमें देश-विदेश दोनों यात्राओं को कर किया जा रहा है अथवा नहीं?
  • इंश्योरेंस पॉलिसी से जुड़े नियम व शर्तें क्या हैं?
  • यात्रा में बदलाव करने पर प्रीमियम रिफंड (premium refund) की सुविधा मिलेगी अथवा नहीं?
  • आप जो प्लान ले रहे हैं, उसमें आपकी आवश्यकता के मुताबिक सारे कवर हैं या नहीं?

ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी में क्या क्या कवर नहीं होता? (What is not covered under a travel insurance policy?)

मित्रों, हमने आपको यह तो बता दिया कि एक ट्रैवल पॉलिसी में क्या-क्या कवर (cover) होता है, लेकिन अब हम आपको यह बताएंगे कि एक ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी में क्या-क्या कवर नहीं होता। ये हैं-

  • पहले से मौजूद बीमारी/खराब मेडिकल कंडीशन (desease/medical condition)
  • स्वयं को लगाई गई चोट।
  • डॉक्टर की मेडिकल एडवाइज (medical advice) का पालन न करना।
  • आतंकवाद के चलते पैदा हुई परिस्थितियां।
  • युद्ध का रिस्क।
  • बंजी जंपिंग (bungy jumping), स्कूबा डाइविंग (scooba diving), सर्फिंग (surfing), राफ्टिंग (rafting), घुड़सवारी (horse riding) जैसे खतरनाक खेलों (dangerous games) में हिस्सा लेने से होने वाली दुर्घटना/हादसा।
  • आत्महत्या (suicide) का प्रयास।
  • चिंता, अवसाद, अनियंत्रित तनाव (tension) स्तर, उन्माद आदि।
  • शराब अथवा अन्य मादक द्रव्यों के सेवन के चलते होने वाली दुर्घटनाएं।

इंटरनेशनल ट्रैवल इंश्योरेंस के क्या लाभ हैं? (What are the advantages of international travel insurance?)

मित्रों, इन दिनों इंटरनेशनल ट्रिप (international trip) करने वालों की बाढ़ सी आ गई है। वहां काम करने वाले, वहां जाकर पढ़ाई करने वाले छात्रों की संख्या दिनों बढ़ रही है। घूमने-फिरने के लिए भी लोग इंटरनेशनल डेस्टिनेशन (international destinations) को खासा पसंद कर रहे हैं। ऐसे में इंटरनेशनल ट्रैवल इंश्योरेंस (international travel insurance) लेना खासा फायदेमंद है। इसके लाभ इस प्रकार से हैं-

  • विदेश में चिकित्सा/इलाज बहुत महंगा है। ऐसे में मेडिकल इमरजेंसी के भारी भरकम खर्च की कवरेज।
  • यदि आपके पास तुरंत कैश उपलब्ध नहीं है तो ऐसे में कैशलेस हास्पिटलाइजेशन (cashless hospitalization) की सुविधा
  • मेडिकल इमरजेंसी के समय तुरंत एग्जिट (exit) यानी निकासी की सुविधा।
  • फ्लाइट में देरी/कैंसिलेशन की कवरेज।
  • चेक-इन के समय इन सामान खोने, चोरी होने का कवर।
  • तुरंत क्लेम सेटलमेंट।
  • खोए हुए पासपोर्ट व अन्य दस्तावेजों की डुप्लीकेट कॉपी की सुविधा।
  • एनेस्थेटिक डेंटल ट्रीटमेंट (anaesthetic dental treatment) के लिए कवरेज।

इंटरनेशनल ट्रैवल इंश्योरेंस कितने प्रकार का होता है? (There is how many types of international travel insurance?)

मित्रों, हमने आपको ट्रैवल इंश्योरेंस के प्रकार तो बताए, आइए अब जान लेते हैं कि इंटरनेशनल ट्रैवल इंश्योरेंस कितने प्रकार का होता है-

ट्रिप ट्रैवल इंश्यारेंस (trip travel insurance) :

दोस्तों, यह यह व्यक्तिगत या फैमिली इंश्योरेंस होता है। इस इंश्योरेंस प्लान (insurance plan) में कपल हनीमून (couple honeymoon), फैमिली हॉलिडे (family holiday), बिजनेस ट्रिप (business trip) आदि को शुमार किया गया है। इसमें आपको इमरजेंसी मेडिकल सर्विस, फ्लाइट में देरी, फ्लाइट कैंसिलेशन जैसे कवर मिलेंगे।

स्टूडेंट्स ट्रैवल इंश्योरेंस (students travel insurance) :

यह उन छात्रों के लिए होता है, जो पढ़ाई के लिए विदेश जाना चाहते हैं। इस प्लान के अंतर्गत उन्हें इंटरनेशनल ट्रिप (international trip) के सभी कवरेज मिलते हैं। इसके अतिरिक्त प्रायोजक सुरक्षा (sponsored safety), पढाई में रूकावट, जमानत बांड (bail bond) आदि कवर शामिल है।

क्या ट्रैवल इंश्योरेंस में कोविड-19 के लिए भी कवर है? (Is there any cover in travel insurance for covid-19 too?)

जी हां, दोस्तों। बहुत सी बीमा कंपनियों द्वारा कोविड-19 को भी ट्रैवल इंश्योरेंस में कवर किया गया है। यह तो आप जानते ही हैं कि कोरोना ने लोगों को किस कदर बेदर्दी से अपना शिकार बनाया है। इसके असर से देश-विदेश कुछ भी अछूता नहीं रहा है। आज भी यह वैरियंट रूप बदलकर लोगों की जिंदगी को किसी न किसी तरह प्रभावित कर रहा है। हर जगह इसका अलग असर है। कहीं कम तो कहीं ज्यादा। ऐसे में विभिन्न ट्रैवल इंश्योरेंस कंपनियों द्वारा इसे पॉलिसी में कवर किया गया है।

कौन-कौन सी प्रमुख कंपनियां ट्रैवल इंश्योरेंस प्रदान कर रही हैं? (Which are the main companies providing travel insurance?)

मित्रों, आपको बता दें कि बहुत सारी बड़ी कंपनियां, जो बीमा के काम से जुड़ी हैं, अपने ग्राहकों को ट्रैवल इंश्योरेंस भी प्रदान कर रही हैं। इनमें से कुछ प्रमुख नाम इस प्रकार से हैं-

  • एचडीएफसी इर्गो (HDFC ERGO)।
  • टाटा एआईजी (TATA AIG)।
  • बजाज एलियांज (Bajaj Allianz)।
  • केयर (Care)।
  • रिलायंस जनरल इंश्योरेंस (Reliance general insurance) आदि।

क्या भारत में ट्रैवल इंश्योरेंस ऑनलाइन खरीदा जा सकता है? (Can one buy travel insurance online in India?)

जी हां, दोस्तों। विभिन्न बीमा कंपनियां द्वारा भारत में ट्रैवल इंश्योरेंस ऑनलाइन उपलब्ध (online available) कराया जा रहा है। इसके लिए आपको संबंधित कंपनी की वेबसाइट (website) पर जाना होगा। वहां आपको कंपनी द्वारा प्रदान किए जा रहे ट्रैवल इंश्योरेंस के प्रकार, उनके लाभ और कीमत जैसी विभिन्न जानकारियां मिल जाएंगी।

आप चाहें तो कुछ कंपनियों की वेबसाइट पर जाकर विभिन्न ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान की तुलना कर अपनी जरूरत के अनुसार अपने लिए एक बेहतर इंश्योरेंस प्लान चुन सकते हैं। यदि आप चाहें तो ऑफलाइन (offline) भी ट्रैवल इंश्योरेंस से संबंधित जानकारी ले सकते हैं। इसके लिए आपको संबंधित इंश्योरेंस कंपनी के कार्यालय में जाना होगा अथवा उसके आधिकारिक एजेंट से बात करनी होगी।

क्या ट्रैवल इंश्योरेंस के लिए कोई उम्र निर्धारित की गई है? (Is there any age for travel insurance?)

जी नहीं दोस्तों। अधिकांश इंश्योरेंस में पालिसी लेने वाले की न्यूनतम व अधिकतम आयु अवश्य देखी जाती है, लेकिन ट्रैवल इंश्योरेंस के लिए ऐसी कोई उम्र संबंधी बाध्यता निर्धारित नहीं की गई है। यह 18 साल वालों के लिए भी उपलब्ध है और 70 वर्ष वालों के लिए भी। इसके संबंध में ब्योरा आपको जिस कंपनी का ट्रैवल इंश्योरेंस लेना है, उसकी वेबसाइट पर मिल जाएगा।

ट्रैवल इंश्योरेंस का क्लेम लेने के लिए किन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी? (What documents are required to claim travel insurance?)

यदि आपको ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी लेने के बाद इसका क्लेम लेना हो तो आपको किन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी? अब हम आपको इसकी जानकारी देंगे। ये दस्तावेज इस प्रकार से हैं-

  • पूरी तरह सही-सही भरा हुआ क्लेम फॉर्म (claim form)।
  • आवेदक का यात्रा टिकट (travel ticket)।
  • ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी डॉक्यूमेंट policy document।
  • आवेदक का आईडी प्रूफ (ID proof)।
  • मेडिकल इमरजेंसी के केस में डिस्चार्ज कार्ड (discharge card) एवं अस्पताल के अन्य बिल (other bills)।

ट्रैवल इंश्योरेंस क्या होता है?

यह इंश्योरेंस हमें सफर यानी यात्रा के दौरान जोखिम को कवर कर सुरक्षा प्रदान करता है।

ट्रैवल इंश्योरेंस में क्या क्या कवर होता है?

इसमें आम तौर पर सफर के दौरान सामान चोरी होने, पासपोर्ट खो जाने, फ्लाइट कैंसिल होने, मेडिकल इमरजेंसी आदि के लिए कवर होता है।

क्या ट्रैवल इंश्योरेंस में हमें पहले से मौजूद बीमारी के लिए कवर मिलेगा?

जी नहीं, हमें इसके लिए कवर नहीं मिलेगा

ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी लेने से पहले किन किन बातों का ध्यान रखना होगा?

इससे संबंधित महत्वपूर्ण बिंदु हमने आपको ऊपर पोस्ट में बताए हैं। आप वहां से देख सकते हैं।

ट्रैवल इंश्योरेंस प्रीमियम किस आधार पर तय होता है?

यह आपकी यात्रा की अवधि, आपके द्वारा लिए गए प्लान के आधार पर तय होता है।

क्या एड ऑन कवर के लिए अधिक प्रीमियम चुगा?

जी हां, एड ऑन कवर के लिए आपको अधिक प्रीमियम चुकाना होगा।

क्या सभी कंपनियां फ्लाइट कैंसिलेशन को कवर करती हैं?

जी नहीं, प्रत्येक कंपनी क्या कवर करती है, यह उसके पॉलिसी ब्रॉशर में लिखा होता है। आपको अपनी सहूलियत के अनुसार इसे पढ़कर अपने लिए पॉलिसी चुननी होगी।

ट्रैवल इंश्योरेंस क्लेम के लिए आपको किन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी?

इन दस्तावेजों की पूरी लिस्ट हमने आपको ऊपर दी है। आप वहां से देख सकते हैं।

दोस्तों, इस पोस्ट (post) में हमने आपको ट्रैवल इंश्योरेंस संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी दी। उम्मीद है कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी। यदि आपका इस पोस्ट के संबंध में कोई सवाल अथवा सुझाव है तो उसे नीचे दिए गए कमेंट बाक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके हम तक पहुंचा सकते हैं। धन्यवाद।।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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