वॉइस क्लोनिंग क्या है? | वॉइस क्लोनिंग कैसे होती है? | वॉइस क्लोनिंग फ्रॉड से कैसे बचें?

वॉइस क्लोनिंग क्या है? | वॉइस क्लोनिंग कैसे होती है? | वॉइस क्लोनिंग फ्रॉड से कैसे बचें? | What is voice cloning? | How voice cloning is done? | how to get yourself safe from voice cloning fraud? | cyber crime helpline number 1930 ||

साइबर अपराध यानी साइबर क्राइम (cyber crime) इन दोनों हर किसी के लिए चुनौती बना हुआ है। फ्रॉड करने वाले हर रोज लोगों को शिकार बनाने के लिए किसी न किसी नई तकनीक की ईजाद कर लेते हैं। अब फ्रॉड करने वाले वॉइस क्लोनिंग का सहारा ले रहे हैं। यह वॉइस क्लोनिंग क्या है? वॉइस क्लोनिंग फ्रॉड किस तरह होता है? इस फ्रॉड से कैसे बचा जा सकता है? जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर आज हम आपको जानकारी देंगे। यदि आप वॉइस कॉलिंग फ्रॉड से बचना चाहते हैं तो आपको पूरी पोस्ट शुरू से अंत तक ध्यान से पढ़नी होगी। आइए, शुरू करते हैं-

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क्लोनिंग क्या होती है? (what is Cloning?)

दोस्तों, वॉइस क्लोनिंग (voice cloning) पर बात करने से पहले यह समझ लेते हैं कि क्लोनिंग क्या होती है? (What is Cloning?) यदि साधारण शब्दों में कहें तो क्लोनिंग (cloning) किसी जीव का हू-ब-हू प्रतिरूप अथवा हमशक्ल तैयार करने को कहते हैं।

वॉइस क्लोनिंग क्या है वॉइस क्लोनिंग कैसे होती है वॉइस क्लोनिंग फ्रॉड से कैसे बचें

वॉइस क्लोनिंग क्या होती है? (What is voice cloning?)

साथियों, अब जान लेते हैं कि वॉइस क्लोनिंग क्या होती है? (What is voice cloning?) जैसे कि हमने आपको ऊपर बताया कि क्लोनिंग का अर्थ किसी की हू-ब-हू कॉपी या हमशक्ल तैयार करना है, इसी प्रकार वॉइस क्लोनिंग का अर्थ किसी की आवाज की हू-ब-हू आवाज तैयार करना है। लोग पहचानी आवाज के चक्कर में आसानी से फंस जाते हैं और उन्हें ठगना आसान हो जाता है। साइबर जालसाजों द्वारा इस तरह की तकनीक से लोगों को बड़े आराम से चुना लगाया जा रहा है।

वॉइस क्लोनिंग कैसे की जाती है? (How voice cloning is done?)

दोस्तों, अब आप कहेंगे कि ऐसा कैसे हो सकता है? वॉइस क्लोनिंग कैसे की जा सकती है? तो आपको बता दें दोस्तों कि यह कोई रॉकेट साइंस (rocket science) नहीं। इन दिनों प्ले स्टोर (play store) पर इस तरह के कई ऐप उपलब्ध हैं जिनके जरिए वॉइस क्लोनिंग की जा सकती है यानी जिनके जरिए आवाज को बदला जा सकता है। साइबर ठग पहले इन ऐप को डाउनलोड (download) करते हैं।

इसके पश्चात वे फेसबुक (Facebook), व्हाट्सएप (WhatsApp) अथवा इंस्टाग्राम (Instagram) पर आपको कॉल करते हैं। इसके पश्चात वे आपका वॉइस सैम्पल (voice sample) लेकर किसी भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (artificial intelligence) यानी एआई (AI) App पर आपकी वॉइस को अपलोड (upload) कर क्लोन तैयार करते हैं। फिर फोन नंबर (phone number) हैक (hack) करके हूबहू उसी आवाज में आपके रिश्तेदार अथवा दोस्त को कॉल कर देते हैं। उन्हें ठगी का शिकार बना लेते हैं।

वॉइस क्लोनिंग के जरिए फ्रॉड कैसे किए जा रहे हैं? (How frauds are being done through voice cloning?)

दोस्तों, वॉइस क्लोनिंग के बाद साइबर जालसाजों द्वारा अपने टारगेट के रिश्तेदारों एवं करीबियों को फोन लगाकर उस की आवाज में बात की जाती है। मुसीबत में होने अथवा फोन खराब होने का बहाना कर उनसे पैसे अथवा आर्थिक मदद (economic help) मांगी जाती है। उन्हें ठगा जाता है। हू-ब-हू आवाज की वजह से लोग इस ठगी का आसानी से शिकार भी हो जाते हैं। उन्हें ठगे जाने का पता तब लगता है जब संबंधित व्यक्ति से उनकी बात होती है और उन्हें पता चलता है कि संबंधित व्यक्ति के साथ इस प्रकार कि की कोई घटना नहीं घटी है।

वॉइस क्लोनिंग से ठगी का शिकार हो गए हैं तो क्या करें? (What to do if you have become victim of voice cloning?)

दोस्तों, यदि आप इस नई तरह की ठगी वॉइस क्लोनिंग फ्रॉड का शिकार हो गए हैं तो आपको तुरंत अपने नजदीकी पुलिस थाने (police station) में जाकर इस संबंध में शिकायत कर मुकदमा (case) दर्ज कराना होगा। इसके साथ ही आपको साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर (cyber crime helpline number) 1930 डायल कर वहां अपने साथ हुई इस ठगी के संबंध में जानकारी देनी होगी।

वॉइस क्लोनिंग फ्रॉड से कैसे बचा जा सकता है? (How one can become safe himself/herself from voice cloning fraud?)

दोस्तों, आपको बता दें कि वॉइस क्लोनिंग करके लोगों को चूना लगाने की घटनाएं तकरीबन हर रोज सामने आ रही हैं। लोग इनके शिकार हो रहे हैं, लेकिन उनको समझ में नहीं आ रहा है कि वे इससे कैसे बच सकते हैं। लगातार बढ़ रही वॉइस क्लोनिंग फ्रॉड की घटनाओं के मद्देनजर साइबर विशेषज्ञों (cyber experts) द्वारा कुछ ऐसे खास टिप्स दिए गए हैं, जिन्हें अपना कर इस तरह के फ्रॉड से बचा जा सकता है। यह टिप्स (tips) इस प्रकार से हैं-

  • यदि कोई आपका नजदीकी रिश्तेदार बनकर आपको अंजान नंबर से फोन करके पैसे मांग रहा है तो उस पर शक करें। तुरंत पैसा न भेजें। पहले उनके नंबर पर फोन करके चेक करें कि क्या ये वाकई रिश्तेदार ही हैं।
  • आप तुरंत फोन काटें और कहें कि आप उसको 2 मिनट में बात करेंगे। इसके बाद रिश्तेदार के फोन नंबर पर संपर्क करके पता करे कि क्या फोन उन्होंने ही किया है? यदि नहीं किया तो समझ जाइए कि दूसरी ओर ठग है।
  • फोन करने वाले से कोई ऐसा सवाल करें, जिसके जवाब की जानकारी केवल आपको और जिस रिश्तेदार/मित्र की आवाज में फोन किया जा रहा है, केवल उनको हो। इस तरह खेल खुल जाएगा और आप ठगी का शिकार होने से बच जाएंगे।
  • यदि आपके पुत्र का फोन आए और वह रोते हुए अपने एक्सीडेंट की बात कहकर किसी खाते में रुपए भेजने को कहे तो एकदम परेशान होकर रुपए भेजने की ग़लती न करें। जगह पूछें और खुद आने की बात कहें। ठग के मंसूबे धराशाई हो जाएंगे।
  • अपने मोबाइल फोन पर किसी भी अनजान नंबर से आए किसी भी प्रकार के लिंक पर क्लिक ना करें।

वॉइस क्लोनिंग सॉफ्टवेयर कौन-कौन से हैं? (What are the voice cloning softwares? Name some?)

दोस्तों, ऑनलाइन ऐसे कई वॉइस क्लोनिंग ऐप उपलब्ध है जो कि फ्री हैं। इसके अलावा कई वॉइस क्लोनिंग सॉफ्टवेयर (voice cloning software) भी हैं। जैसे- रिजेंबल एआई (Resemble AI) मर्फ (Murf), रीडस्पीकर (ReadSpeaker), लायरबर्ड (Lyrebird) आदि।

आपको बता दे दोस्तों कि पहले युवाओं द्वारा एक दूसरे से प्रैंक (prank) करने के लिए वॉइस क्लोनिंग एप्स का सहारा लिया जा रहा था। लेकिन अब शातिर दिमाग के लोग इनका इस्तेमाल दूसरे लोगों को चूना लगाने में कर रहे हैं। यह एक अपराध है। आपको इस तरह के ऐप डाउनलोड कर इस राह पर चलने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसा करना आपको कभी भी जेल की हवा खिलवा सकता है

क्या लोग वॉइस क्लोनिंग फ्रॉड के प्रति जागरुक हैं? (Are people aware of these voice cloning frauds?)

दोस्तों, चिंता की सबसे बड़ी बात यही है कि हमारे देश में आम आदमी उसके साथ हो रहे साइबर फ्रॉड (cyber fraud) के प्रति जागरूक नहीं है। वॉइस क्लोनिंग फ्रॉड (voice cloning fraud) के प्रति जागरूकता (awareness) तो दूर की बात है। यद्यपि पुलिस (police) एवं अन्य जिम्मेदार नागरिकों (responsible citizens) द्वारा अब लोगों को जागरूक किया जा रहा है। उन्हें इस प्रकार के फ्रॉड से बचने के तरीकों के प्रति आगाह किया जा रहा है।

दोस्तों, यहां एक और बात गौर करने लायक है। अभी तक के जो आंकड़े हैं, वह बताते हैं कि करीब 85% लोग वॉइस क्लोनिंग फ्रॉड (voice cloning fraud) के आसानी से शिकार हो रहे हैं। केवल 15 परसेंट ही लोग अपना बचाव कर पा रहे हैं। इसका एक कारण यह भी है कि यह एक नए तरीके का फ्रॉड है, जो पनप रहा है। इसके बारे में लोगों को अभी अधिक जानकारी नहीं है। आवश्यकता इस बात की है कि लोगों को अधिक से अधिक जागरूक किया जाए, ताकि सौ फीसदी लोग इस तरह के फ्रॉड से स्वयं को बचा सकें।

क्लोनिंग क्या होती है?

किसी जीव का हू-ब-हू प्रतिरूप अथवा उसका हमशक्ल तैयार करना क्लोनिंग कहलाता है।

वॉइस क्लोनिंग क्या है?

किसी की आवाज की हू-ब-हू कॉपी करना वॉइस क्लोनिंग कहलाता है?

वॉइस क्लोनिंग फ्रॉड कैसे होता है?

ठग वॉइस क्लोनिंग ऐप के जरिए आपकी आवाज का सैंपल लेकर उसे एआई ऐप पर अपलोड करके वॉइस क्लोनिंग कर लेते हैं और आपके मित्रों परिचितों को आपकी आवाज में फोन करके उनसे पैसे/आर्थिक सहायता मांगते हैं।

साइबर ठग वॉइस क्लोनिंग ऐप कहां से डाउनलोड करते हैं?

प्ले स्टोर पर अनेक वॉइस क्लोनिंग ऐप उपलब्ध हैं, जहां से इन्हें डाउनलोड किया जाता है।

वॉइस क्लोनिंग फ्रॉड से कैसे बचा जा सकता है?

इसके टिप्स हमने आपको ऊपर पोस्ट में दिए हैं। आप वहां से देख सकते हैं।

वॉइस क्लोनिंग फ्रॉड का शिकार हो गए हैं तो क्या करें?

ऐसा होने पर सबसे पहले अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में जाकर इस संबंध में मुकदमा दर्ज कराएं।

किस साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर पर वॉइस क्लोनिंग फ्रॉड की शिकायत की जा सकती है?

साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करके वॉइस क्लोनिंग फ्रॉड की शिकायत की जा सकती है।

दोस्तों, इस पोस्ट (post) में हमने आपको वॉइस क्लोनिंग क्या है? वॉइस क्लोनिंग कैसे की जाती है? वॉइस क्लोनिंग फ्रॉड से कैसे बचें? जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जानकारी दी। उम्मीद करते हैं कि यह जानकारी आपके लिए बेहद उपयोगी साबित होगी। यदि इस पोस्ट के संबंध में आपका कोई सवाल है अथवा आप कोई सुझाव देना चाहते हैं तो आपका स्वागत है। आप नीचे दिए कमेंट बॉक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके अपनी बात हम तक पहुंचा सकते हैं। ।।धन्यवाद।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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