बैंक लॉकर की चाबी खो जाए तो क्या करें?

बैंक लॉकर की चाबी खो जाए तो क्या करें? | What to do if Bank locker’s key is lost? | बैंक लॉकर कैसे लिया जा सकता है? | How one can get a bank locker? | बैंक लॉकर कौन-कौन ले सकता है? | बैंक लॉकर कैसे लिया जा सकता है? | बैंक लॉकर लेने के लिए किन-किन दस्तावेजों की आवश्यकता होती है? ||

हमारे देश में बैंक लॉकर होना आज भी एक स्टेटस सिंबल है। यह तो आपको पता ही नहीं कि लगभग सभी बैंकों द्वारा अपने ग्राहकों को लॉकर (Locker) की सुविधा दी जाती है। इस लॉकर में ग्राहकों द्वारा अपना ऐसा तमाम कीमती सामान रखा जाता है, जिसे अधिक सुरक्षा की आवश्यकता होती है। इस सेफ डिपॉजिट लॉकर (Safe Deposit Locker) की सुविधा के लिए बैंक द्वारा आपसे एक सालाना चार्ज भी वसूला जाता है। आप यह भी जानते होंगे कि लॉकर खोलने के लिए दो चाबियां लगाई जाती हैं।

इनमें से एक चाबी ग्राहक के पास, जबकि दूसरी बैंक मैनेजर के पास होती है। इन स्पेशल कोड होता है। जब तक दोनों चाबियां नहीं लगाई जातीं, तब तक लॉकर नहीं खुलता। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यदि आपसे बैंक लॉकर की चाबी खो जाती है तो क्या करना होगा? नहीं जानते? तो भी चिंता न करें, आज इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि यदि बैंक लॉकर की चाबी खो जाए तो क्या करें? इस महत्वपूर्ण जानकारी से भरी पोस्ट को आप शुरू से अंत तक ध्यान से पढ़ें, ताकि कोई भी बिंदु आपसे न छूटे। आइए, शुरू करते हैं-

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बैंक लॉकर की आवश्यकता क्यों पड़ती है? (What is the need of a Bank locker?)

सबसे पहला सवाल कि बैंक लॉकर के आवश्यकता क्यों पड़ती है? दोस्तों, यह तो आप जानते ही हैं कि आजकल अपराध दिनों दिन बढ़ रहे हैं। चोर-उचक्के दिन-दहाड़े चोरी कर रफूचक्कर हो जाते हैं। ऐसे में कीमती गहनों, जेवरात आदि को घर पर रखना सुरक्षित नहीं होता। इसके अलावा शेयर, प्रॉपर्टी आदि से जुड़े ऐसे बहुत से महत्वपूर्ण कागजात होते हैं, जिनको सेफ (safe) रखना जरूरी होता है। व्यक्ति नहीं चाहता कि यह किसी अनजान हाथों में पड़ें। ऐसे में उनकी सुरक्षा के लिए उसे बैंक लॉकर लेना आवश्यक जान पड़ता है।

बैंक लॉकर की चाबी खो जाए तो क्या करें

बैंक लॉकर कौन-कौन ले सकता है? (Who can get a bank locker?)

दोस्तों, अब सवाल यह उठता है कि बैंक लॉकर कौन ले सकता है? आपको जानकारी दे दें कि कोई भी व्यक्ति अकेले अथवा संयुक्त रूप से (individually or jointly) बैंक में लॉकर ले सकता है। इसके अतिरिक्त किसी फर्म (firm), ट्रस्ट (trust) अथवा हिंदू अविभाजित परिवार (Hindu Undivided Family) यानी एचयूएफ (HUF) द्वारा भी बैंक में लॉकर लिया जा सकता है। दोस्तों, आपको बता दें कि कोई भी व्यक्ति अपनी आवश्यकता के अनुसार बैंक लॉकर का चुनाव कर सकता है। बैंक लॉकर स्माल मध्यम और बड़े आकार में उपलब्ध होते हैं।

बैंक लॉकर में क्या-क्या रखा जा सकता है? (What can we kept in a bank locker?)

बहुत से लोग ऐसा मानते हैं कि बैंक लॉकर में केवल सोने आदि के कीमती जेवर ही रखे जा सकते हैं, लेकिन बैंक लॉकर इसके अलावा अन्य कई दस्तावेजों को रखने में भी काम आता है जिनकी सुरक्षा किसी व्यक्ति के लिए बेहद आवश्यक होती है। जैसे किसी व्यक्ति के शेयर दस्तावेज अथवा उसकी प्रापर्टी से जुड़े कागजात आदि। आपको बता दें दोस्तों कि सामान्य रूप से एक महिला अपने बैंक लॉकर में 500 ग्राम तक सोना बगैर किसी कागज के रखने की हकदार हैं।

बैंक लॉकर कैसे लिया जा सकता है? (How one can get a bank locker?)

दोस्तों, यह तो आप जानते ही हैं कि अधिकांश बैंक अपने ग्राहकों की सुविधा के लिए बैंक लॉकर की सुविधा प्रदान करते हैं। आपको जानकारी दे दें कि उनके द्वारा यह लॉकर सुविधा “पहले आओ पहले पाओ” के आधार पर प्रदान की जाती है। बैंक में लॉकर उपलब्ध है अथवा नहीं, इसकी जांच आप ऑनलाइन (online) संबंधित बैंक वेबसाइट (website) पर जाकर भी कर सकते हैं।

इसके पश्चात आपको संबंधित बैंक मैं जाकर लॉकर के लिए एप्लीकेशन (application) देनी होगी। इसके साथ ही केवाईसी प्रक्रिया (KYC process) को पूरा कराना होगा। दोस्तों , जान लीजिए कि बैंकों द्वारा ग्राहकों को यह सुविधा (facility) मुफ्त प्रदान नहीं की जाती। बैंक लॉकर के लिए कुछ ना कुछ शुल्क ग्राहक से वसूलते हैं। आपको बता दें कि यूं तो ज्यादातर ग्राहक अपने वर्तमान बैंक में ही लॉकर ले लेते हैं, लेकिन यहां न मिलने पर वे अन्य बैंकों में भी लॉकर ले लेते हैं।

दिक्कत बस यह कि नई जगह लॉकर लेने पर आपको पूरी केवाईसी प्रक्रिया (kyc process) यानी पहचान व पते का सत्यापन (verification of identity and address) नए सिरे से कराना होता है। साथ ही सेविंग्स अथवा एफडी अकाउंट खुलवाना पड़ सकता है।

बैंक लॉकर लेने के लिए किन-किन दस्तावेजों की आवश्यकता होती है? (What documents are required to get a bank locker?)

दोस्तों, बैंक लॉकर लेने के लिए आपको बैंक खाता खुलवाने की तरह ही कुछ दस्तावेजों की आवश्यकता होती है, जो कि केवाईसी के लिए आवश्यक होते हैं। ये दस्तावेज (documents) इस प्रकार से हैं-

  • * आवेदक का पहचान पत्र (identity card) जैसे- आधार कार्ड (aadhar card), वोटर आईडी (voter id) आदि।
  • * आवेदक के पते का प्रमाण (address proof) जैसे -आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, बिजली बिल (यह तीन माह से अधिक पुराना न हो) आदि।
  • * आवेदक के पासपोर्ट साइज के फोटोग्राफ (passport size photograph)।
  • * जिस बैंक में आवेदक लॉकर लेना चाहता है, वहां का सेविंग या करंट अकाउंट (savings or current account)। आपको बता दें कि आवेदक को संबंधित अकाउंट के लिए स्थाई अनुदेशक यानी स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन (standing instruction) में यह लिखकर देना होगा कि बैंक, लॉकर का किराया उसमें से काट लिया जाए।
  • * आवेदक का पैन कार्ड (PAN Card)। यह तो आपको पता ही होगा कि अब किसी भी प्रकार के बैंक अकाउंट अथवा वित्तीय लेन-देन के लिए PAN कार्ड डिटेल आवश्यक है।

बैंक लॉकर की चाबी खो जाए तो क्या करें? (What to do if Bank locker’s key is lost?)

दोस्तों, यदि पूरी एहतियात बरतने के बावजूद आपके बैंक लॉकर (bank locker) की चाबी खो जाती है तो ऐसी स्थिति में आपको सबसे पहले अपने बैंक को सूचना (information) देनी होगी। इसके साथ ही आपको आपके बैंक लॉकर (bank locker) की चाबी खोने से संबंधित एक सूचना प्राथमिकी (First Information Report) यानी एफआईआर (FIR) भी अपने नजदीकी थाने (police station) में दर्ज करानी होगी।

बैंक लॉकर की चाबी खोने की सूचना मिलने के बाद बैंक के द्वारा क्या किया जाएगा? (What what will the bank do after getting the information of locker’s key lost?)

एक बार जब बैंक लॉकर की चाबी गुम हो जाने की सूचना बैंक को दी जाती है तो उसके द्वारा आमतौर पर दो कदम उठाए जा सकते हैं, जो कि इस प्रकार से हैं-

1. बैंक आपके सेफ डिपॉजिट लॉकर के लिए नई चाबी जारी कर सकता है। इसके लिए उसके द्वारा एक डुप्लीकेट चाबी (duplicate key) तैयार कराई जाएगी। यद्यपि, लॉकर की डुप्लीकेट चाबी बनवाने में सुरक्षा को लेकर अवश्य डर रहता है कि कहीं लॉकर की चाबी तैयार करने वाले व्यक्ति द्वारा किसी प्रकार की गड़बड़ी न की जाए।

2. बैंक आपको एक दूसरा लॉकर जारी करे। ऐसे में पहले लॉकर को तोड़ा जाएगा एवं उसमें रखा सारा सामान दूसरे लॉकर में शिफ्ट कर दिया जाएगा। इस लॉकर की चाबी संबंधित ग्राहक (customer) को दे दी जाएगी। यहां यह बात ध्यान रखने लायक है कि लॉकर तोड़ने से लेकर उसकी फिर से मरम्मत का खर्च ग्राहक को वहन करना पड़ सकता है।

सेफ डिपॉजिट लॉकर को कैसे तोड़ा जा सकता है? (How the safe deposit locker can be broken?)

दोस्तों, आपको जानकारी दे दें कि बैंक लॉकर खोलने से लेकर लॉकर को तोड़ने तक संबंधित लॉकर का ग्राहक एवं बैंक अधिकारी दोनों पक्षों की मौजूदगी रहती है। यह तो हम आपको बता ही चुके हैं दोस्तों कि जब भी कोई ग्राहक बैंक में जाकर अपना लॉकर चेक करना चाहता है तो बैंक मैनेजर (Bank manager) भी लॉकर रूम (locker room) तक उसके जाता है।

यहां लॉकर में जब तक ग्राहक व बैंक अधिकारी, दोनों की चाबी नहीं लगती, लॉकर नहीं खुलता। इसी प्रकार बैंक लॉकर को तोड़े जाने के दौरान भी बैंक अधिकारी के साथ ग्राहक की मौजूदगी भी आवश्यक होती है। अगर ग्राहक द्वारा ज्वाइंट लॉकर (joint locker) लिया गया है तो ऐसे में संबंधित लॉकर तोड़े जाते समय उन सभी संयुक्त ग्राहकों की मौजूदगी भी आवश्यक होगी।

क्या बैंक ग्राहक की गैर-मौजूदगी में भी उसका लॉकर तोड़ा जा सकता है? (Can the locker be broken in absence of bank customer?)

मित्रों, यह तो हम आपको बता ही चुके हैं कि किसी ग्राहक का बैंक लॉकर तोड़ते समय संबंधित ग्राहक की मौजूदगी आवश्यक है। लेकिन कुछ ऐसी स्थितियां भी हैं, जिनमें ग्राहक की गैर-मौजूदगी में भी बैंक द्वारा खुद ग्राहक का लॉकर तोड़ा जा सकता है। ये स्थितियां इस प्रकार से हैं-

  • * यदि ग्राहक द्वारा लिखित में दे दिया गया हो कि ‘उसकी गैर-मौजूदगी में भी लॉकर तोड़ा जा सकता है’ तो ऐसे में उसके लॉकर को तोड़कर बैंक द्वारा उसमें मौजूद सामान को दूसरे लॉकर में शिफ्ट किया जा सकता है।
  • * यदि किसी व्यक्ति पर कोई आपराधिक मुकदमा (criminal case) हो और उस व्यक्ति द्वारा उसके लॉकर में अपराध से जुड़ा कोई सामान होने का शक हो, तो ऐसे में भी बैंक द्वारा खुद ग्राहक का लॉकर तोड़ा जा सकता है। यद्यपि ऐसी स्थिति में बैंक अधिकारियों के साथ-साथ पुलिस पक्ष का भी मौजूद रहना आवश्यक है।
  • * यदि किसी बैंक ग्राहक द्वारा अपने लॉकर का किराया 3 साल तक नहीं चुकाया जाता है तो ऐसे में बैंक ग्राहक के सेफ डिपॉजिट लॉकर को तोड़कर संबंधित किराए की रिकवरी कर सकता है। * यदि बैंक ग्राहक का लॉकर 7 वर्ष तक इन-ऑपरेटिव (in-operative) रहता है एवं ग्राहक का कोई पता-ठिकाना नहीं होता तो ऐसे में किराया आते रहने के बावजूद बैंक संबंधित लॉकर को तोड़ सकता है।

बैंक लॉकर धारक की मृत्यु की स्थिति में क्या होता है? (What happens if Bank locker holder dies?)

मित्रों, यह सवाल बहुत सारे लोगों के मन में उठता है कि यदि बैंक लॉकर धारक की मृत्यु हो जाए तो ऐसी स्थिति में लॉकर क्या होता है? तो आपको बता दें दोस्तों कि बैंक लॉकर धारक की मृत्यु होने की स्थिति में उसके पंजीकृत नामिती यानी रजिस्टर्ड नॉमिनी (Registered Nominee) अथवा विधिक उत्तराधिकारी (Legal Heirs) को बैंक लॉकर में रखी वस्तुओं को ले जाने का अधिकार मिल जाता है। उन्हें इसके लिए एक आवेदन के साथ ही संबंधित व्यक्ति का मृत्यु प्रमाण पत्र (death certificate) पेश करना होता है।

बैंक लॉकर धारक को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? (What are the things that a Bank locker holder should kept in mind?)

मित्रों, यदि आपका भी किसी बैंक में लॉकर है तो कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें, जो कि इस प्रकार से हैं-

  • बैंक एग्रीमेंट (bank agreement) की कॉपी अपने पास सुरक्षित रखें।
  • अपने बैंक लॉकर में रखें सामान की एक सूची अपने पास अवश्य रखें।
  • लॉकर के सालाना चार्ज (annual charge) का भुगतान (payment) समय पर करें।
  • अपने लॉकर को समय-समय पर चेक करते रहें।
  • अपने लॉकर को लंबे समय तक इन ऑपरेटिव न रखें।

बैंक लॉकर की आवश्यकता क्यों पड़ती है?

कीमती गहने, जरूरी कागजात आदि को सुरक्षित रखने के लिए बैंक लॉकर की आवश्यकता पड़ती है।

बैंक लॉकर कौन ले सकता है?

कोई भी व्यक्ति व्यक्तिगत अथवा संयुक्त रूप से बैंक लॉकर ले सकता है।

क्या किसी फर्म अथवा ट्रस्ट द्वारा भी बैंक लॉकर लिया जा सकता है?

जी हां, किसी भी फर्म अथवा ट्रस्ट द्वारा बैंक लॉकर लिया जा सकता है।

बैंक लॉकर किस आधार पर अलॉट किया जाता है?

बैंक लॉकर ग्राहकों को पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर अलॉट किया जाता है।

बैंक लॉकर लेने के लिए केवाईसी को किन दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ती है?

बैंक लॉकर लेने के लिए जिन दस्तावेजों की आवश्यकता होती है, उनकी लिस्ट हमने आपको ऊपर पोस्ट में दी है। आप वहां से देख सकते हैं।

क्या बैंक लॉकर के लिए किसी प्रकार का शुल्क देना पड़ता है?

जी हां, यदि कोई व्यक्ति बैंक लॉकर की सुविधा लेता है तो इसके लिए उसे बैंक को एक नियत चार्ज का भुगतान करना पड़ता है।

बैंक लॉकर की कितनी चाबी होती हैं?

बैंक लॉकर की दो चाबियां होती हैं, जिनमें से एक ग्राहक और एक बैंक मैनेजर के पास रहती है।

क्या बैंक लॉकर केवल ग्राहक की चाबी से खोल सकता है?

जी नहीं बैंक लॉकर खोलने के लिए दोनों चाबियां आवश्यक होंगी।

बैंक लॉकर की चाबी खो जाए तो क्या करें?

बैंक लॉकर की चाबी खो जाए तो सबसे पहले बैंक को सूचित करें एवं नजदीकी पुलिस थाने में भी एक एफआईआर दर्ज करें।

क्या बैंक लॉकर तोड़ते समय ग्राहक की मौजूदगी आवश्यक है?

जी हां, किसी भी ग्राहक का बैंक लॉकर तोड़ते समय उसकी मौजूदगी आवश्यक है।

किन स्थितियों में ग्राहक की गैर मौजूदगी में भी बैंक लॉकर तोड़ा जा सकता है?

इन स्थितियों की जानकारी हमने आपको ऊपर पोस्ट में दी है। आप वहां से देख सकते है।

क्या लॉकर तोड़ने का खर्च ग्राहक को उठाना पड़ता है?

जी हां, अधिकांशतः लॉकर तोड़ने का खर्च ग्राहक द्वारा ही वहन किया जाता है।

दोस्तों, इस पोस्ट (post) में हमने आपको जानकारी दी कि यदि बैंक लॉकर की चाबी खो जाए तो क्या करें? उम्मीद करते हैं कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी। यदि बैंक लॉकर की चाबी खोने से संबंधित कोई सवाल आपके दिमाग में आ रहा है तो बिना झिझके उसे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके हमसे पूछें। हम उसका जल्द-से-जल्द जवाब देंगे ।।धन्यवाद।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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