बिजनेस शुरू करने से पहले सताने वाले 5 बड़े डर कौन से हैं? इन पर कैसे काबू करें?

बिजनेस शुरू करने से पहले सताने वाले 5 बड़े डर कौन से हैं? इन पर कैसे काबू करें? | What what are the five biggest fears before starting a business? how to face them? | बिजनेस लोन कौन ले सकता है? | ऑनलाइन युग में युवाओं के लिए बिजनेस के नए अवसर कहां कहां हैं? ||

हमारे देश में नौकरी को लेकर स्थितियों में कोई बहुत बड़ा बदलाव नहीं आया है। अभी भी लाखों की तादाद में बेरोजगार हैं। नौकरियां कम है उम्मीदवार बहुत ज्यादा। ऐसे में बहुत से लोग बिजनेस को तरजीह देते हैं। लेकिन जैसा कि हर नया काम शुरू करने से पहले होता है बिजनेस शुरू करने से पहले भी उन्हें कई तरह के डर सताते हैं। बिजनेस शुरू करने से पहले सताने वाले पांच बड़े डर कौन से हैं? आज इस पोस्ट में हम आपको इसी संबंध में जानकारी देंगे और आपको बताएंगे कि इन पर कैसे काबू करें? आइए शुरू करते हैं-

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अपना बिजनेस शुरू करने के क्या क्या लाभ हैं? (What are the advantages of starting our own business?)

बिजनेस शुरू करने से पहले सताने वाले 5 बड़े डर कौन से हैं

दोस्तों, इससे पहले कि हम बिजनेस शुरू करने से पहले सताने वाले डर की बात करें, आइए जान लेते हैं कि कोई व्यक्ति बिजनेस क्यों करना चाहता है? इसके क्या-क्या लाभ हैं? एक नजर में यह लाभ इस प्रकार से हैं-

  • बिजनेस में व्यक्ति अपना बॉस स्वयं होता है। उसे बॉस की डांट नहीं झेलनी पड़ती।
  • उसे घंटों के हिसाब से बंधकर काम करने की बाध्यता नहीं होती।
  • व्यक्ति को अपनी मेहनत का फल अपने बढ़ते बिजनेस के रूप में मिलता है।
  • उसे कहीं नौकरी के लिए आवेदन नहीं करना पड़ता। वह स्वयं जॉब क्रिएटर की भूमिका में होता है।
  • उस पर नौकरी वाला समय का बंधन लागू नहीं होता।
  • सीमित आय की नौकरी में उसे वह लाइफ स्टाइल नहीं मिल पाता, जो बिजनेस से हासिल कर सकता है।

बिजनेस शुरू करने से पहले सताने वाले 5 बड़े डर कौन से हैं? इन पर कैसे काबू करें? (What what are the five biggest fears before starting a business? how to face them?)

मित्रों, आइए अब एक नजर डाल लेते हैं कि वे कौन से पांच बड़े डर हैं, जिनसे नया बिजनेस शुरू करने की इच्छा रखने वाला तकरीबन हर व्यक्ति जूझता है। साथ ही, आपको यह भी बताते हैं कि इन डरों पर काबू कैसे पाएं?

1. बिजनेस में फेल होने का डर (fear of being failed in business):

दोस्तों, जब भी कभी कुछ नया करने की सोचते हैं तो हमारे अंदर सबसे बड़ा डर फेल होने का होता है। यही बात बिजनेस पर भी लागू होती है। लोगों को लगता है कि यदि सारी मेहनत और कवायद के बाद भी बिजनेस नहीं चला और वे फेल हो गए तो क्या होगा? लोग क्या कहेंगे? समाज में उनकी प्रतिष्ठा को ठेस लगेगी। आदि -आदि।

इस डर पर कैसे काबू पाएं :

दोस्तों, किसी भी व्यक्ति के मन में बिजनेस शुरू करने से पहले यह डर पैदा होना स्वाभाविक है। इस डर पर काबू पाने में लिए सबसे पहले आपको अपने प्रोडक्ट को लेकर एक जोरदार मार्केट रिसर्च करनी होगी। उसकी जरूरत के बारे में पता करना होगा। लोगों से बात करके उनकी प्रोडक्ट से जुड़ी उम्मीद जानने के साथ ही उसमें आवश्यकतानुसार बदलाव करने होंगे।

आपका फेल होने का डर आपकी तैयारी के आगे दम तोड़ देगा। इसके अलावा सफल उद्यमियों की जीवनी आपकी सहायता करेगी। आप जानेंगे कि हर सफल व्यक्ति को कभी न कभी असफलता झेलनी पड़ी है। उन्होंने अपने संकल्प से बिजनेस को खड़ा किया।

आप पहले कुछ सफल उद्यमियों से मिलकर नए बिजनेस को लेकर उनके शुरुआती डर और तैयारियों पर भी बात कर सकते हैं। इससे नए बिजनेस को शुरू करने से पहले आपके मन में डर की जगह संकल्प पैदा होगा। आप अपने भीतर स्वयं को एक सफल बिजनेसमैन के रूप में इमेजिन करके भी अपना डर कम कर सकते हैं। अपना आत्मविश्वास बढ़ा सकते हैं।

2. बिजनेस में पैसा डूबने का डर (fear of drawning money in business):

दोस्तों, अपनी सेविंग्स (savings) को बिजनेस में लगाकर आगे बढ़ने का सपना देखने वाले इस डर से अधिक ग्रसित होते हैं। उन्हें बिजनेस न चलने पर अपने पैसे डूबने का डर सताता रहता है। इसके अलावा

नौकरी छोड़कर बिजनेस करने की इच्छा रखने वाले लोग इस बात को लेकर आशंकित रहते हैं कि यदि बिजनेस नहीं चला तो सर्विस गैप आने से दूसरी नौकरी मिलनी मुश्किल होगी। अगर नौकरी करते रहे तो तनख्वाह बेशक थोड़ी-थोड़ी बढ़े, लेकिन बढ़ती रहेगी। वहीं, बिजनेस डूबा तो वे इस लॉस से जल्दी नहीं उबर पाएंगे।

इस डर पर कैसे काबू पाएं –

इस डर पर काबू पाने के लिए आपका वैकल्पिक आय का कोई जरिया आपको लिए मददगार साबित हो सकता है। जैसे आपकी पत्नी भी काम करती हों अथवा आपकी कोई प्रॉपर्टी किराए पर हो या कुछ और। इसके अलावा यदि आपने मार्केट रिसर्च के बाद अपने प्रोडक्ट या सर्विस के लिए बेहतर अपॉर्चुनिटी भांप ली है तो यह फीलिंग भी पैसा डूबने से जुड़ा आपका डर दूर करेगी।

3. बाजार में प्रतिस्पर्धा का डर (fear of compitition in the market) :

साथियों, यह डर लोगों के मन में तब बैठता है, जब वे कुछ नया और क्रिएटिव ट्राई करने से बचते हैं। वे अपनी रिसर्च के आधार पर बजाय नई अपॉर्चुनिटी देखने के मार्केट में पहले से चल रहे प्रोडक्ट जैसा ही कुछ लाने की तैयारी कर लेते हैं। पहले उन्हें लगता है कि जब सबका बिजनेस चल रहा है तो उनका भी चलेगा। लेकिन प्रोडक्ट लाने से पहले ही उनके दिल में यह डर पैदा हो जाता है कि इस क्षेत्र में तो पहले से ही बहुत कंपटीशन है तो उनका बिजनेस कैसे चलेगा?

इस डर से कैसे निपटें-

दोस्तों, इस डर को दूर करने के लिए आपको अपने एक अलग और क्रिएटिव आइडिया के साथ मार्केट में दस्तक देनी होगी। आइडिया ऐसा हो कि सब उसे हाथों-हाथ लें। यदि आपका आइडिया इतना यूनिक हो कि उसे पेटेंट कराया जा सके तो और बेहतर।

मार्केट में ग्राहक किसी भी नई और क्रिएटिव (new and creative) चीज को ताकि देते हैं ऐसे में आपके प्रोडक्ट (product) को अच्छा रिस्पांस (response) मिलने के चांस (chance) बढ़ जाते हैं। दोस्तों, मान लीजिए कि प्रतिस्पर्धा (competition) अच्छी चीज़ है. इसका मतलब है कि पैसा कमाने या ग्राहकों को दूसरों से बेहतर सेवा देने का अवसर है। यदि आप कुछ असामान्य करने का प्रयास

4. संपर्क और संसाधनों की कमी का डर (fear of lack contacts and resources):

बिजनेस में संसाधन और संपर्क बहुत मायने रखते हैं। ऐसे में जिन लोगों के पास संसाधन एवं संपर्कों की कमी है, वे इस कमी के चलते डरे रहते हैं। उन्हें लगता है कि यदि ऐसी स्थिति में वे कोई बिजनेस चालू करते हैं तो वह सफल नहीं हो सकेंगे। अपने पास अच्छा आईडिया होने के बावजूद में बिजनेस शुरू करने में हिचकते रहते हैं।

इस डर को कैसे काबू करें –

दोस्तों, यदि आपके पास एक शानदार बिजनेस आइडिया (excellent business idea) है तो आपका यह डर आसानी से दूर हो सकता है। ऐसे लोगों की कमी नहीं, जो एक अच्छे बिजनेस आइडिया में पैसा और संसाधन निवेश (investment) करना चाहते हैं। यह स्वयं ऐसे लोगों की तलाश में रहते हैं जिनके पास कोई दमदार बिजनेस आइडिया हो। आपको बस ऐसे लोगों को तलाश करने और अपने आइडिया को प्रेजेंट करने में थोड़ी मेहनत करनी होगी।

5. उत्पाद/सेवा के पसंद न आने का डर (fear of not liking of product/service)

साथियों, बिजनेस शुरू करते हुए एक बिजनेसमैन के दिल में हमेशा यह डर बना रहता है कि कहीं लोग उनके प्रोडक्ट या सर्विस को पसंद न करें। यदि ऐसा हुआ तो क्या होगा? मित्रों, यह डर भी बहुत बड़ा है और अधिकांश बिजनेस शुरू करने वाले लोग इस डर का सामना करते हैं। लेकिन अच्छी बात यह है कि बिजनेस से संबंधित हर डर की भांति इस डर का भी सामना किया जा सकता है।

इस डर पर कैसे काबू पाएं –

दोस्तों, इस डर पर काबू करने के लिए आपको अपने आइडिया/प्रोडक्ट को लेकर मार्केट रिसर्च के साथी लोगों के फीडबैक पर भी ध्यान देना होगा। याद रखिए कि आपको लोगों के नेगेटिव फीडबैक से निराश नहीं होना है बल्कि यह सोचना है कि आप इस फीडबैक के जरिए अपने प्रोडक्ट में क्या और कैसे बदलाव ला सकते हैं। यही लोगों की पसंद पर खरा उतरने का एक जमीन से जुड़ा उपाय है। दोस्तों, यदि आप यह मंत्र अपना लेते हैं तो आपको बिजनेस में सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।

क्या बिजनेस शुरू करने के लिए लोन मिलने में परेशानी आती है? (Is there any difficulty in getting loan to start a new business?)

दोस्तों, यदि आपने अच्छी मार्केट रिसर्च (Market research) की है, आपके पास एक बेहतरीन बिजनेस आइडिया (business idea) है और आपने एक बढ़िया बिजनेस प्लान (business plan) तैयार कर लिया है तो बिजनेस शुरू करने के लिए लोन मिलने में आपको कोई परेशानी नहीं आएगी। जैसे दोस्तों, सरकार द्वारा मुद्रा लोन योजना (mudra loan scheme) के अंतर्गत बिजनेस शुरू करने वाले लोगों के लिए विभिन्न श्रेणियों (categories) में लोन की व्यवस्था की गई है। आप आसानी से इस लोन योजना (loan scheme) का लाभ उठा सकते हैं। इसके अतिरिक्त ऐसे अनेक बैंक हैं, जो कि बिजनेस शुरू करने के लिए लोन मुहैया (loan available) कराते हैं।

बिजनेस लोन कौन ले सकता है? (Who can borrow a business loan?)

दोस्तों, अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि बिजनेस शुरू करने के लिए लोन कौन कौन ले सकता है? तो आपको बता दें कि कोई भी व्यक्ति (individual), गैर- नौकरीपेशा प्रोफेशनल (professional), स्टार्ट-अप (start-up), एमएसएमई (MSME), एनजीओ (NGO), को-ऑपरेटिव सोसाइटी (cooperative society), ट्रस्ट (trust), डॉक्टर (doctor), सीए (CA), डिजाइनर (designer), आर्किटेक्ट (architect) आदि हर कोई बिजनेस लोन लेने के लिए अर्ह होता है।

क्या बिजनेस लोन में भी सिबिल स्कोर का कोई रोल होता है? (Is there any role of cibil score in business loan too?)

दोस्तों, जब कोई व्यक्ति बैंक से लोन लेने चलता है तो उसके सिबिल स्कोर (cibil score) को खासी तरजीह दी जाती है। क्या किसी व्यक्ति के बिज़नेस लोन आवेदन (business loan application) की मंजूरी में भी सिबिल स्कोर (cibil score) की कोई भूमिका होती है? तो जान लीजिए दोस्तों कि यह स्कोर वहां भी महत्वपूर्ण है। यही स्कोर दर्शाता है कि आपका क्रेडिट रिकॉर्ड (credit record) कैसा रहा है? मित्रों , आपको बता दें कि आमतौर पर, बैंकों द्वारा 750 अथवा इससे अधिक सिबिल स्कोर अच्छा माना जाता है।

यदि आपका सिबिल स्कोर 650 अथवा उससे कम है तो ऐसे में एनबीएफसी (NBFC) यानी नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (non banking finance companies), स्मॉल फाइनेंस बैंक (small finance banks) एवं माइक्रो फाइनेंस संस्थान (micro finance institute) से ही लोन मिलने की अधिक संभावना होती है।

दोस्तों, यहां यह भी बता दें कि बिजनेस लोन लेने के लिए किसी व्यक्ति का सिबिल स्कोर कितना होना चाहिए, ये सीमा सबके लिए उसकी श्रेणी के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। बैंकों द्वारा अलग-अलग प्रकार के बिजनेस लोन के लिए कितना सिबिल स्कोर (cibil score) होना चाहिए, ये लोन के प्रकार और आवेदक के प्रकार पर निर्भर करता है।

यहां यह भी जान लीजिए कि जिनका सिबिल स्कोर नहीं है, उन्हें भी लोन के लिए सिबिल स्कोर बनाना शुरू कर देना चाहिए, क्योंकि कम सिबिल स्कोर वाले आवेदकों को लोन मुश्किल से मिलता है। इसके लिए आपको एक अच्छा क्रेडिट स्कोर (credit score) बनाने के साथ ही उसे मेंटेन (maintain) भी करना होगा।

इन दिनों युवाओं का बिजनेस की ओर रुझान बढ़ने का क्या कारण है? (What is the reason behind increasing inclination of youth towards business these days?)

दोस्तों, इन दिनों हर कोई आपको एक बात कहता अवश्य मिल जाएगा कि यदि आपको अमीर बनना है तो नौकरी नहीं बिजनेस करिए। जी हां दोस्तों, इन दिनों युवा लग्जीरियस लाइफ स्टाइल (luxurious life style) चाहते हैं। सीमित आय वाली नौकरी (limited income job) में यह संभव नहीं हो पाता।

इतना ही नहीं, आपने देखा होगा कि इन दोनों आईआईटी और आईआईएम (IIT and IIM) के पास आउट (passout) भी बजाए बड़ी तनख्वाह वाली नौकरी के स्टार्टअप (start-up) शुरू करने को प्राथमिकता दे रहे हैं। इसके पीछे एक बड़ा कारण नौकरी मांगने वाला नहीं, बल्कि नौकरी देने/उत्पन्न करने वाला यानी जॉब क्रिएटर (job creator) बनना भी है। सरकार द्वारा नए स्टार्ट अप्स को बढ़ावा भी दिया जा रहा है। उसके लिए स्टार्टअप पॉलिसी (start-up policy) का भी ऐलान किया गया है।

ऑनलाइन युग में युवाओं के लिए बिजनेस के नए अवसर कहां कहां हैं? (Where are the new business opportunities for youth in this online age?)

दोस्तों, यह तो आप जानते ही हैं कि यह ऑनलाइन (online) का जमाना है। इन दोनों ऑनलाइन बिजनेस में भी आगे बढ़ने के शानदार मौके हैं। ई-कॉमर्स के बढ़ते कारोबार ने बड़ी संख्या में रोजगार सृजन (employment generation) भी किया है। आप

ऑनलाइन मार्केटिंग (online marketing) कर सकते हैं। फ्रीलांस कंटेंट एजेंसी (freelance content agency) बनाकर काम कर सकते हैं। प्रोडक्ट एफिलिएट प्रोग्राम (product affiliate program) शुरू कर सकते हैं। ग्राफिक डिजाइनिंग (graphic designing) का बिजनेस कर सकते हैं। ऑनलाइन लर्निंग कोर्स (Online learning course) शुरू कर सकते हैं। लैंग्वेज (language) या स्किल डेवलपमेंट कोचिंग (skill development coaching) का काम कर सकते हैं। ऑनलाइन के क्षेत्र में सबसे अच्छी बात यह है कि आपके भीतर जो भी कौशल यानी स्किल (skill) है, आप उस स्किल से जुड़ा हुआ बिजनेस शुरू और डेवलप (develop) कर सकते हैं।

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बिजनेस शुरू करने में सबसे बड़ा डर क्या सताता है?

बिजनेस शुरू करने में सबसे बड़ा डर फेल हो जाने का सताता है।

वे 5 बड़े डर कौन से हैं, जिनका सामना कोई व्यक्ति बिजनेस शुरू होने से पहले करता है?

इन डरों को हमने आपको ऊपर पोस्ट में विस्तार से बताया है। आप वहां से देख सकते हैं।

क्या सरकार द्वारा बिजनेस शुरू करने के लिए किसी प्रकार की लोन सहायता दी जाती है?

जी हां, बिजनेस शुरू करने वालों के लिए सरकार द्वारा कई प्रकार की लोन योजनाएं चलाई जा रही हैं। जैसे मुद्रा लोन योजना।

संसाधन और संपर्कों की कमी को कैसे दूर किया जा सकता है?

एक शानदार बिजनेस आइडिया के जरिए इस कमी को दूर किया जा सकता है।

यदि मार्केट रिसर्च के दौरान प्रोडक्ट पर कोई निगेटिव फीडबैक मिले तो क्या करें?

आपको इसके अनुसार अपने प्रोडक्ट में वांछित बदलाव करना होगा।

साथियों, इस पोस्ट (post) में हमने आपको बिजनेस शुरू करने से पहले सताने वाले पांच बड़े डर और उन पर काबू पाने के तरीकों के बारे में बताया। उम्मीद करते हैं कि यह सारी जानकारी आपके लिए बेहद उपयोगी साबित होगी। यदि इस विषय में आपका कोई सवाल या सुझाव है तो उसे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके हम तक भेज दें। हम उनका जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे। ।।धन्यवाद।।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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