टॉप-10 महिलाओं के लिए भारत सरकार की योजनाएं 2024

हमारे देश में स्त्री को देवी स्वरूपा माना जाता है। लेकिन इसके बावजूद हमारे देश में महिलाओं की स्थिति बहुत बेहतर नहीं। पितृ सत्ता के चलते उनकी ज्यादा सुनी नहीं जाती। उन्हें कुछ ही वर्ष पूर्व अदालती आदेश से संपत्ति का अधिकार प्राप्त हुआ है। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकारों द्वारा अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। आज इस पोस्ट में हम आपको केंद्र यानी भारत सरकार द्वारा उनके लिए चलाई जा रही टाॅप-10 योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। आइए, शुरू करते हैं-

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भारत सरकार की योजनाओं से क्या तात्पर्य है? (What is the meaning of schemes of government of India?)

दोस्तों, सबसे पहले जान लेते हैं कि भारत सरकार की योजनाओं से क्या तात्पर्य है? आपको बता दें कि ये वे योजनाएं होती हैं, जो भारत सरकार द्वारा पूरे देश भर के लिए लाई जाती हैं। जब हम महिलाओं के लिए भारत सरकार की योजनाओं की बात करते हैं, तो इन योजनाओं से मतलब उन योजनाओं से होता है, जो केंद्र सरकार द्वारा महिलाओं के लिए चलाई जा रही हैं। वर्तमान में महिलाओं के स्वास्थ्य (health), उनके सशक्तीकरण (empowerment) एवं उन्हें आर्थिक क्षेत्र (economic field) में आगे बढ़ाने के लिए भारत सरकार द्वारा अनेक योजनाओं का संचालन किया जा रहा है।

टॉप-10 महिलाओं के लिए भारत सरकार की योजनाएं योजनाएं 2024

महिलाओं के लिए भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही टाप-10 योजनाएं कौन सी हैं? (What are the Top-10 schemes for women conducted by government of India?)

1. प्रधानमंत्री उज्जवला योजना (Pradhan mantri ujjawala Yojana) : मित्रों, सबसे पहले बात प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की करते हैं। आपको बता दें कि देश भर की महिलाओं को चूल्हे पर कोयले अथवा लकड़ी के धुएं से मुक्ति दिलाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा यह योजना शुरू की गई थी। इस योजना से आर्थिक रूप से कमजोर यानी बीपीएल (BPL) महिलाओं को रसोई गैस सिलेंडर (gas cylinder) उपलब्ध कराया जाता है।

केंद्र सरकार प्रत्येक कनेक्शन (connection) पर तेल कंपनियों (oil companies) को 1,600 रुपए की सब्सिडी (subsidy) प्रदान करती है। यह सब्सिडी सिलेंडर को सिक्योरिटी एवं फिटिंग शुल्क (security and fitting fee) के लिए देय होती है। इसके साथ ही आपको यह भी बता दें दोस्तों कि इस योजना की शुरुआत आज से करीब सात वर्ष पूर्व एक मई, 2016 को उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बलिया जिले (ballia district) से की गई थी। इस वक्त योजना का चरण 2.0 चल रहा है।

2. सुरक्षित मातृत्व आश्वासन सुमन योजना (surakshit matratva ashwasan Suman yojana) : साथियों आपको बता दें कि इस योजना का शुभारंभ आज से करीब पांच वर्ष पूर्व 10 अक्तूबर, 2019 को किया गया था। इस योजना के अंतर्गत अस्पतालों या प्रशिक्षित नर्सों की निगरानी में महिलाओं का 100 प्रतिशत सुरक्षित प्रसव (safe delivery) कराया जाता है। प्रसव के दौरान मां एवं बच्चे के स्वास्थ्य की समुचित देखभाल सुनिश्चित की जाती है। इस योजना का उद्देश्य मां एवं नवजात की मृत्यु दर (mortality rate) को कम करना है।

3. प्रधानमंत्री मुफ्त सिलाई मशीन योजना (Pradhan mantri free sewing machine yojana) : मित्रों, आपको बता दें कि देश की ग्रामीण एवं शहरी (rural and urban) दोनों क्षेत्रों की आर्थिक रूप से कमजोर (economically weak) महिलाओं के लिए केंद्र सरकार द्वारा यह योजना चलाई जा रही है। इस योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा प्रत्येक राज्य में 50 हजार से अधिक महिलाओं को मुफ्त सिलाई मशीन उपलब्ध कराए जाने का लक्ष्य रखा गया है। आपको बता दें दोस्तों कि इस योजना की पात्र केवल 20 से लेकर 40 वर्ष तक की महिलाओं को बनाया गया है। अन्य आयु वर्ग की महिलाओं को इस योजना के दायरे में नहीं रखा गया है।

4. प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना (Pradhan mantri matratva Vandana yojana) : साथियों, आप जान लीजिए प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना का शुभारंभ एक जनवरी, 2017 को किया गया था। इस योजना को प्रधानमंत्री गर्भावस्था सहायता के नाम से भी जाना जाता है। अंतर्गत आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को केंद्र सरकार द्वारा कुल 6 हजार रुपए की आर्थिक सहायता (economic help) प्रदान की जाती है। यह सहायता लाभार्थी महिला (beneficiary women) को तीन चरणों में प्राप्त होती है।

5. सुकन्या समृद्धि योजना (sukanya samridhi yojana): मित्रों, केंद्र द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के माध्यम से यह आप जान ही गए होंगे कि महिलाओं को सामाजिक आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए सरकार कितनी गंभीर है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में 22 जनवरी, 2015 को सुकन्या समृद्धि योजना यानी एसएसवाई (SSY) का शुभारंभ किया गया।

इस योजना के अंतर्गत लड़कियों के सुरक्षित भविष्य (safe future) के लिए उसके माता-पिता अथवा अभिभावक न्यूनतम सौ रुपए से बैंक अथवा पोस्ट आफिस (bank or post office) में यह एकाउंट (account) खुलवा सकते हैं। इसमें साल में अधिकतम डेढ़ लाख रुपए जमा किए जा सकते हैं। 10 वर्ष से कम उम्र की बच्चियों की उच्च शिक्षा (higher education) अथवा शादी (marriage) के लिए धन जमा करने के उद्देश्य को पूरा करने के लिए चलाई जा रही यह योजना इस समय बेहद लोकप्रिय है।

6. महिला शक्ति केंद्र योजना (mahila Shakti Yojana): मित्रों, इस योजना का शुभारंभ आज से करीब छह वर्ष पूर्व सन् 2017 में केंद्र के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (ministry of women and child development) की ओर से किया गया था। इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण महिलाओं (rural women) को सामाजिक भागीदारी (social participation) के माध्यम से सशक्त बनाने के लिए कार्य किया जाता है।

7. बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना (beti bachao, beti padhao yojana) : केंद्र सरकार द्वारा देश भर में चलाई जा रही इस योजना का उद्देश्य बालिकाओं को लिंग संबंधी पक्षपात (zender related preference) एवं गर्भपात (abortion) आदि से बचाना है। साथ ही उन्हें शिक्षा (education) के क्षेत्र में आगे बढ़ाना है। इस योजना का शुभारंभ 25 जनवरी, सन् 2015 में पानीपत, हरियाणा (panipat, haryana) से हुआ था। आज की तारीख में यह योजना जोर-शोर से चल रही है।

8. बालिका समृद्धि योजना (balika samriddhi yojana) : दोस्तों, आपको जानकारी दे दें कि यह योजना मूलतः एक स्कालरशिप स्कीम (scholarship scheme) है। गरीबी की रेखा (below poverty line) से नीचे रहने वाली लड़कियों एवं उनकी मां को आर्थिक सहायता (economic help) प्रदान करने के लिए लाया गया था। यह योजना ग्रामीण एवं शहरी दोनों क्षेत्रों की महिलाओं को सशक्त करने के लिए लाई गई थी।

इसमें नवजात बालिका शिशु के जन्म के पश्चात उसकी मां को 500 रुपए प्रदान किए जाते हैं। इसके पश्चात स्कूल जाते समय बालिका को 300 रुपए से एक हजार रुपए तक की सालाना स्कालरशिप (annual scholarship) मिल सकती है। बालिका की 18 साल की उम्र के पश्चात उसके द्वारा शेष राशि (balance amount) का पैसा निकाला जा सकता है।

9. सबला योजना (Sabla yojana) : केंद के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा एक अप्रैल, 2011 को इस योजना का शुभारंभ किया गया था। इस योजना के अंतर्गत 11 से 18 वर्ष की किशोरियों को पौष्टिक आहार एवं आयरन की टेबलेट आदि प्रदान की जाती हैं। जैसा कि आप समझ गए होंगे कि इस योजना का फोकस बालिकाओं/महिलाओं के स्वास्थ्य पर है।

10. प्रधानमंत्री समर्थ योजना (Pradhan mantri Samarth yojana) : यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (pm narendra modi) सरकार की एक बेहद ही महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना के अंतर्गत जरूरतमंद अथवा आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को वस्त्र उत्पादन (cloth production) के गुर सिखाए जाते हैं। इससे जुड़े कार्यों की ट्रेनिंग (training) दी जाती है। इससे महिलाएं घर से ही टेक्सटाइल (textile) से जुड़ा उद्यम (enterprise) शुरू कर सकती हैं।

क्या महिलाओ के लिए भारत सरकार द्वारा कोई उद्यम लोन योजना भी चलाई जा रही है? (Is there any scheme for women related to industry loan by the government of India?)

जी हां, दोस्तों आपको बता दें कि स्वास्थ्य, बीमा एवं बचत आदि से जुड़ी योजनाओं से हटकर केंद्र सरकार द्वारा महिलाओं के लिए उद्यम संबंधी अनेक योजनाएं भी चलाई जा रही हैं। इनमें सबसे बड़ी योजना प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना (Pradhan mantri mudra loan scheme) है। आपको बता दें दोस्तों की इस योजना को आज से करीब 8 वर्ष पूर्व सन् 2015 में प्रारंभ किया गया था।

इस योजना के अंतर्गत महिला उद्यमियों को 10 लाख रुपए तक की लोन राशि (loan amount) उपलब्ध कराई जाती है महिला उद्यमियों को तीन श्रेणियों के तहत यह लोन प्रदान किया जाता है। इनमें शिशु योजना (Shishu yojana) के अंतर्गत ₹50 हजार, किशोर योजना (Kishore yojana) के अंतर्गत ₹5 लाख, जबकि तरुण योजना (tarun yojana) के तहत ₹10 लाख तक का लोन दिया जाता है। विशेष बात यह है कि इस लोन के लिए महिलाओं को कोई सिक्योरिटी (security) जमा करने की आवश्यकता नहीं है।

आपको बता दें कि लोन राशि के लिए कोई न्यूनतम सीमा (minimum limit) नहीं रखी गई है, वहीं लोन अवधि (loan period) भी अच्छी-खासी है। लोन पांच साल के लिए मंजूर किया जाता है। जहां तक प्रोसेसिंग फीस (processing fee) की बात है तो वह भी बहुत मामूली, केवल 0.50 प्रतिशत लगती है। अच्छी बात यह है कि शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों की महिलाएं इस लोन से लाभ उठा सकती हैं।

महिलाओं में सरकारी योजनाओं के प्रति कितनी जागरूकता है? (Women are how much aware of government schemes?)

यदि हम इस बात पर चर्चा करें कि महिलाओं में सरकारी योजनाओं को लेकर कितनी जागरूकता है? तो जान लीजिए कि यह स्थिति कोई बहुत अच्छी नहीं है। बावजूद इसके कि केंद्र सरकार द्वारा महिलाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं का बहुत प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। धीरे धीरे इस स्थिति में सुधार देखने को मिल रहा है। लेकिन उसकी गति ऐसी नहीं है कि हम उसे बहुत बेहतर मान सकें।

दरअसल, जिन महिलाओं के लिए सरकार यह योजनाएं ला रही है, उनमें न तो शिक्षा का स्तर (level of education) बहुत अच्छा है और न ही संचार साधनों (communication mediums) तक उनकी आसान पहुंच है। ऐसे में सरकारी योजनाओं के प्रति महिलाएं पूरी तरह जागरूक हों, ऐसी स्थिति आने में दोस्तों समय लगना अवश्यंभावी है।

केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओें का लाभ किन महिलाओं तक पहुंचता है?

इन योजनाओं का लाभ देश भर की महिलाओं तक पहुंचता है।

बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना का शुभारंभ कब हुआ?

इस योजना का शुभारंभ आज से करीब आठ वर्ष पूर्व सन् 2015 में हुआ था।

सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत एक वर्ष में कितनी अधिकतम राशि जमा की जा सकती है?

इस योजना के अंतर्गत एक वर्ष में अधिकतम डेढ़ लाख रुपए तक की राशि जमा की जा सकती है।

प्रधानमंत्री उज्जवला योजना का उद्देश्य क्या है?

इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को कोयले एवं लकड़ी के धुएं से निजात दिलाकर उनकी जिंदगी को आसान करना है।

इस वक्त प्रधानमंत्री उज्जवला योजना का कौन सा चरण चल रहा है?

इस वक्त प्रधानमंत्री उज्जवला योजना का 2.0 चरण चल रहा है।

दोस्तों, हमने आपको इस पोस्ट (post) के माध्यम से केंद्र द्वारा महिलाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। यदि आप एक महिला हैं तो संबंधित विभाग से संपर्क कर इन योजनाओं का लाभ उठा सकती हैं। यदि आपका इस पोस्ट को लेकर कोई भी सवाल अथवा सुझाव है तो उसे नीचे दिए गए कमेंट बाॅक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके हम तक पहुंचा सकते हैं। ।।धन्यवाद।।

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प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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