राइटिंग स्किल्स क्या है? | राइटिंग स्किल्स कैसे सुधारें? | Writing skills kya hai

Writing skills kya hai:- अब यदि आपको लिखने का शौक है तो बहुत ही अच्छी बात है। हर कोई लिखने और बोलने में तो माहिर होता है और खासतौर पर अपनी खुद की भाषा में। अब हम प्रतिदिन ही किसी ना किसी से संवाद करते हैं और स्कूल कॉलेज में पढ़ते हैं। वहां हमें बोलने, सुनने और लिखने की कला सिखाई जाती है। इसमें हर एक चीज़ का अपना महत्व होता है लेकिन लिखने का कौशल बहुत देरी के साथ विकसित होता (Writing skills kya hota hai) है।

अब बोलना और सुनना तो व्यक्ति अपने घर पर ही सीख जाता है लेकिन जो लिखने का कौशल है, उसके लिए भाषा सहित, उसके शब्दों, व्याकरण इत्यादि का ज्ञान होना आवश्यक है। इसी को ही राइटिंग स्किल्स कहा जाता है जिसे हम लिखने का कौशल भी कह सकते हैं। अब जो व्यक्ति राइटर बनना चाहता है या इसमें पैसे कमाना चाहता है तो उसके लिए भी अपनी राइटिंग स्किल्स को सुधारना बहुत बड़ी चुनौती रहती (Writing skills ka matlab) है।

ऐसे में आज के इस लेख में हम आपके साथ राइटिंग स्किल्स क्या होती है और इसे कैसे सुधारा जा सकता है, इसके बारे में ही बात करने वाले हैं। आज के इस लेख को पढ़कर आपको राइटिंग स्किल्स के बारे में शुरू से लेकर अंत तक हरेक जानकारी विस्तार से मिल (Writing skills kya hai in Hindi) जायेगी।

राइटिंग स्किल्स क्या है? (Writing skills kya hai)

यहाँ हम सबसे पहले राइटिंग स्किल्स क्या होती है और उससे हमारा क्या तात्पर्य है, इसके बारे में बात कर लेते हैं। तो राइटिंग स्किल्स किसी भी व्यक्ति के लिखने के हुनर या कौशल को कहा जाता है। अब आप यह लेख पढ़ रहे हैं तो इसमें हरेक शब्द और पंक्ति एक फॉर्मेट में लिखी गयी है। यहाँ तक कि हरेक चीज़ को पॉइंट के साथ या पैराग्राफ में लिखा गया है। इसी के साथ ही कुछ बुलेट पॉइंट्स इत्यादि, हैडिंग इत्यादि भी बनायी गयी है ताकि आपको सही से समझ में आ (What is writing skills in Hindi) सके।

राइटिंग स्किल्स क्या है राइटिंग स्किल्स कैसे सुधारें Writing skills kya hai

इतना ही नहीं, राइटिंग स्किल्स के अंतर्गत किस पंक्ति को कहाँ खत्म करना है, कहाँ किस शब्द का उपयोग करना है, व्याकरण कैसी होनी चाहिए इत्यादि सभी बातों का ध्यान रखा जाता है। यह बहुत ही महत्वपूर्ण कला होती है जो बचपन से ही सिखानी शुरू कर दी जाती है। इसमें आप समय के साथ साथ बहुत कुछ सीखते चले जाते हैं। एक तरह से यह लिखने की उस कला को कहा जाता है जहाँ आपकी लिखी गयी चीज़ को पढ़ने में लोग आनंद लें या उससे कुछ नया (Lekhan kaushal definition in Hindi) सीखें।

अब यह राइटिंग स्किल्स क्या होती है और इसमें किन किन बातों का ध्यान रखना होता है जो राइटिंग स्किल्स को बेहतर बनाने का कार्य करते हैं, इसके बारे में जानने का समय आ गया है। तो आइये जाने चरण दर चरण राइटिंग स्किल्स के बारे (Writing skills in Hindi) में।

  • राइटिंग स्किल्स में केवल लिखना ही नहीं आता है बल्कि चीज़ों को अच्छे से समझना भी होता है। अब आप राइटिंग करने जा रहे हैं तो उसके लिए चीज़ों को समझ कर लिखना भी बहुत जरुरी हो जाता है।
  • राइटिंग स्किल्स में आप जिस भी भाषा या लैंग्वेज में लिख रहे हैं, उस भाषा का पूरा ज्ञान आपको होना चाहिए। उस भाषा में बात को किस तरह से रखा जाता है, लोगों के बीच क्या लोकप्रिय है और क्या चीजें उन्हें बुरी लग सकती है, इसका ध्यान रखना होता है।
  • राइटिंग स्किल्स के दौरान आपको उस भाषा को बोलने वाले लोगों की संस्कृति व धर्म का भी ध्यान रखना चाहिए क्योंकि यदि आप कुछ गलत लिखते हैं तो उत्तरदायी भी आप ही बनते हैं।
  • आपको अपनी बात को कहना आना चाहिए। यह ना हो कि आप जो लिख रहे हैं, वह सामने वाला व्यक्ति समझ ही ना पाए।
  • राइटिंग स्किल्स में व्याकरण का ध्यान रखा जाना बहुत ही जरुरी होता है क्योंकि यदि आपने अपनी बात में व्याकरण की गलती की तो पंक्ति का अर्थ भी बदल सकता है।
  • व्याकरण के साथ साथ शब्दों की वर्तनी में भी किसी तरह की गलती ना हो क्योंकि यह आपकी राइटिंग स्किल्स को सामने वाले की नज़र में बुरा बनाती है।
  • दूसरे क्या लिख रहे हैं, उनसे बेहतर लिखने की कला को भी राइटिंग स्किल्स के तौर पर देखा जाता है। ऐसे में यदि आप बेहतर कंटेंट देते हैं तो अवश्य ही आपकी राइटिंग स्किल्स सुधरती है।

इस तरह से राइटिंग स्किल्स में यह सभी चीजें आती है। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि यदि आप सही तरीके से लिख रहे हैं, सामने वाला आपकी बात को समझ पा रहा है और उसे नयी जानकारी मिल रही है तो अवश्य ही इसे अच्छी राइटिंग स्किल्स के रूप में देखा जाएगा।

राइटिंग स्किल्स कैसे सुधारें? (Writing skills kaise sudhare)

अब आपने यह तो जान लिया है कि राइटिंग स्किल्स क्या होती है और इसमें आपके अंदर किस तरह का कौशल होना चाहिए। तो अब राइटिंग स्किल्स को बनाने या सुधारने के लिए भी बहुत काम किया जाना जरुरी होता (Writing skills kaise improve kare) है। एक तरह से आप कुछ बातों को ध्यान में रखकर और हमारे द्वारा बताई गयी कुछ टिप्स को फॉलो करके अपनी राइटिंग स्किल्स को सुधार सकते हैं। आइये उनके बारे में जान लेते हैं।

भाषा पर मजबूत पकड़ बनाएं

राइटिंग स्किल्स को सुधारने के लिए जिस चीज़ पर आपको सबसे पहले काम करने की जरुरत है वह है भाषा पर अपनी पकड़ को मजबूत बनाये जाने की। अब आप जिस भी भाषा में निपुण हैं और आप उसमें लिखना चाहते हैं फिर चाहे वह हिंदी, गुजराती, मणिपुरी, उड़िया, कोंकणी, मराठी इत्यादि कुछ भी हो, आप उसमें निपुणता लाएं। यदि आपकी भाषा पर ही पकड़ मजबूत नहीं है तो फिर यह राइटिंग स्किल्स को बेहतर करने में बहुत बड़ा रोड़ा (Writing skills kaise sikhe) होगा।

अब आप सोच रहे होंगे कि आपको तो भाषा अच्छे से आती है और आप उसे बोल, समझ और लिख सकते हैं तो फिर अलग से इसे सीखने की क्या ही आवश्यकता है। तो यहाँ हम आपको बात दें कि सामान्य रूप से किसी भाषा को आना अलग बात है लेकिन यदि आप उसे राइटिंग स्किल्स के रूप में उपयोग कर रहे हैं तो आपको उस भाषा के कठिन शब्दों सहित सामान्य शब्द भी आने चाहिए।

व्याकरण को सुधारें

अब भाषा के सभी शब्दों पर पकड़ मजबूत करने के बाद बारी आती है व्याकरण की जिसे अंग्रेजी में ग्रामर कहा जाता है। यह किसी भी भाषा को पूर्ण रूप देती है। यदि व्याकरण का सही से उपयोग ना किया जाए तो फिर भाषा का बतंगड़ बन जाता है क्योंकि आपको कही गयी बात का सही अर्थ ही समझ में नहीं (Writing skills ko kaise sudhare) आएगा।

व्याकरण में बहुत सी चीजें होती है जैसे कि संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, कारक इत्यादि। इन सभी के बारे में सही से जानकारी लेना और इन्हें सीखना बहुत ही जरुरी है। यदि आपको इसे सीखना है तो आप ऑनलाइन या ऑफलाइन ट्यूशन क्लास भी ज्वाइन कर सकते हैं और वहां से व्याकरण के बारे में जानकारी ले सकते हैं।

संस्कृति को समझें 

जिस भी भाषा में आप राइटिंग स्किल्स सुधारना चाहते हैं, आपको उस भाषा को बोलने वाले लोगों की संस्कृति, तौर तरीके, अच्छी व बुरी बातें इत्यादि के बारे में अच्छे से समझना भी जरुरी है। इतना ही नहीं, आप जिस भी विषय पर लिखने जा रहे हैं, उस विषय पर क्या कुछ लिखा जाना चाहिए और क्या नहीं, इसकी जानकारी भी आपको होनी (How to improve writing skills in Hindi) चाहिए।

सीधे शब्दों में कहें तो किसी भी राइटर को लिखते समय अपनी मर्यादा का पूरा ध्यान रखना चाहिए अन्यथा उसी पर ही संकट आ खड़ा होता है। ऐसे में लोगों को क्या अच्छा लगता है और क्या बुरा, किस विषय पर किस तरह से अपने विचार प्रकट किये जा सकते हैं और क्या नहीं बोलना चाहिए और क्या बोला जा सकता है, इसके बारे में आपको ज्ञान होना आवश्यक है।

ओरों से सीख लें

यह आवश्यक नहीं है कि आप अपनी राइटिंग स्किल्स को सुधारने के लिए स्वयं से ही सब सीखें या स्वयं गलती करते हुए ही आगे बढ़ें। आप ओरों से भी तो कुछ सीख सकते हैं जो पहले से ही इस क्षेत्र में अच्छा कर रहे हैं और उनकी राइटिंग स्किल्स भी बहुत अच्छी है। ऐसे लोगों को ढूंढने की भी जरुरत नहीं होगी क्योंकि इंटरनेट पर ही ऐसे सैकड़ों लोग और उनके अनगिनत लेख मिल जाएंगे।

ऐसे में आप उनसे शिक्षा लें, वे क्या लिख रहे हैं और किस तरह से लिख रहे हैं, यह देखें। आप उनका राइटिंग स्टाइल देखें और उससे कुछ सीखने की आदत डालें। यह भी आपको बहुत कुछ सीखा जाएगी और आपकी राइटिंग स्किल्स को बहुत ऊपर तक लेकर जाएगी।

बार बार लिखने की आदत डालें

किसी भी चीज़ में दक्ष होना है तो उसके लिए बार बार अभ्यास किये जाने की आवश्यकता होती है। वही चीज़ राइटिंग स्किल्स के साथ भी है और इसे सुधारना है तो आपको निश्चित तौर पर बार बार अभ्यास करने की जरुरत होगी। इसके लिए आप अपने द्वारा ही लिखी गयी चीज़ को बार बार और अलग अलग तरीके से लिखने की आदत डालेंगे तो अवश्य ही आपकी राइटिंग स्किल्स सुधर (How to grow our writing skills in Hindi) जाएगी।

इसके लिए आप एक ही चीज़ को अलग अलग रूप में लिखने का प्रयास करें और देखें कि इसे और बेहतर तरीके से या भिन्न रूप में किस तरह से लिखा जा सकता है। कई बार एक ही चीज़ का अभ्यास करने के बाद अवश्य ही आप उसमें पारंगत हो जाएंगे।

लिखने से पहले सोचें

ऊपर हमने जो आपको बात बताई जिसमें आपको एक ही चीज़ को बार बार लिखकर देखना है, तो उसी में यह पॉइंट भी जुड़ जाता है जिसमें आपको लिखने से पहले उसे अच्छे से सोच समझ कर लिखना होता है। अब यदि आप किसी भी विषय पर बिना सोचे समझे ही सीधा लिखना शुरू कर देंगे तो यह राइटिंग स्किल्स का अवगुण ही कहा जाएगा।

इसलिए यदि आप किसी विषय पर लिखने से पहले उसके बारे में सोचेंगे, यह देखेंगे कि आपको उसमें किन किन विषयों या टॉपिक को कवर करना है और उसमें क्या क्या लिखना है तो अवश्य ही आपकी राइटिंग स्किल्स निखर कर सामने आएगी।

शांत माहौल में लिखें

बहुत बार यह देखने में आता है कि आप या जो व्यक्ति लिख रहा है, उसे बीच बीच में कोई ना कोई परेशान कर रहा होता है, या फिर वह अशांत माहौल में बैठकर लिख रहा होता है या उसे बीच में कोई ना कोई काम आता रहता है या परिवार वाले या दोस्त या सहकर्मी टोका टोकी कर रहे होते हैं। ऐसे में आप बिल्कुल भी सही तरीके से नहीं लिख पाएंगे।

किसी भी राइटर के लिए यह बहुत ही जरुरी हो जाता है कि वह एक शांत माहौल में बैठकर लिखे। जब कोई राइटर शांत माहौल में लिखता है तो इससे उसकी लिखने की क्षमता में विकास होता है और वह अपनी बात को बेहतर तरीके से कागज पर या कंप्यूटर पर उतार सकता है।

बात को पूरा करें

जब भी आप लिख रहे होते हैं तो उस समय इस बात का ध्यान रखें कि आप अपनी बात को अधूरा तो बिल्कुल भी ना छोड़ें। बहुत बार यह देखने में आता है कि हम कुछ पढ़ रहे हैं और जिस विषय पर पढ़ रहे हैं, वह बात उस लेख में पूरी ही नहीं हो पायी है। ऐसे में हमें उस लेखक का लेख पढ़ कर बहुत ही निराशा होती है।

इसलिए आपने जो भी विषय उठाया है, उस पर पूरी जानकारी देने का प्रयास करें या फिर जो भी जानकारी देने जा रहे हैं, उसी के अनुसार ही उसकी हैडिंग या मुख्य शीर्षक बनाएं। यदि आप शीर्षक के उल्ट कुछ अन्य जानकारी देते हैं या अधूरी जानकारी देते हैं तो यह बहुत ही अनुचित बात मानी जाएगी।

क्रिएटिविटी लाएं

किसी भी राइटर के लिए अपनी राइटिंग स्किल्स में क्रिएटिविटी अर्थात रचनात्मकता का लाना बहुत ही जरुरी हो जाता है। ज्यादातर लोग उसे ही पसंद करते हैं जो रचनात्मक तरीके से लिखता है अर्थात जिसके लिखे लेख को पढ़ने में आनंद आये या जो लोगों को अंत तक अपने साथ बांध कर रखे।

अब जिस तरह से आप हमारा यह लेख पढ़ते हुए नौवें पॉइंट तक आ गए हैं तो अवश्य ही हमने आपको अभी तक बाँध कर रखा हुआ है और आपको इससे कुछ महत्वपूर्ण जानकारी ही जानने को मिल रही है। इसलिए अपने लेखन में रचनात्मकता को लायेंगे तो अवश्य ही यह आपकी राइटिंग स्किल्स को चार चाँद लगा देगा।

प्रूफरीडिंग करें

अब आपन जो भी लिखा है उसकी प्रूफरीडिंग अर्थात फिर से पढ़ना भी राइटिंग स्किल्स में ही आता है। यह चीज़ बहुत से लोग अनदेखी कर देते हैं लेकिन यह राइटिंग स्किल्स का एक महत्वपूर्ण अंग है। आप जो लिख रहे हैं, वह अवश्य ही बहुत सोच समझ कर और ध्यान से लिख रहे हैं लेकिन जब आप पूरी तरह से किसी चीज़ को लिख लेते हैं तो एक बार उस लिखे गए कंटेंट पर नज़र डालना जरुरी हो जाता है।

इसके लिए आप पूरे लेख को फिर से पढ़ने का नियम बनाएं। इससे आपको पता चलेगा कि कहीं पर कुछ बदलाव किये जाने की आवश्यकता है या नहीं। इससे भी आपको अपनी राइटिंग स्किल्स को सुधारने में बहुत सहायता मिलेगी।

राइटिंग स्किल्स क्या है – Related FAQs 

प्रश्न: राइटिंग स्किल कैसे सीखे?

उत्तर: राइटिंग स्किल्स सुधारने के लिए कुछ उपाय हमने ऊपर के लेख में विस्तार से दिए हैं जो आप पढ़ सकते हो।

प्रश्न: लेखन कौशल से आप क्या समझते हैं?

उत्तर: लेखन कौशल किसी भी व्यक्ति के लिखने के हुनर या कौशल को कहा जाता है।

प्रश्न: राइटिंग स्किल्स कैसे सुधारें?

उत्तर: राइटिंग स्किल्स सुधारनी है तो उसके लिए आप ऊपर का लेख पढ़ कर संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हो।

तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने जाना कि राइटिंग स्किल्स क्या होती है। साथ ही हमने आपको बताया कि राइटिंग स्किल्स को कैसे सुधारा जा सकता है। आशा है कि आप जो जानकारी एकत्रित करने के लिए इस लेख पर आए थे वह आपको मिल गई होगी। फिर भी यदि कोई सवाल आपके मन में है तो आप हम से नीचे कॉमेंट करके उसका जवाब जान सकते हो।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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