वर्ल्ड वाइड वेब क्या है? | WWW की फुल फॉर्म क्या है? | वर्ल्ड वाइड वेब कैसे काम करता है? | WWW full form in Hindi

|| WWW की फुल फॉर्म क्या है? | WWW full form in Hindi | WWW ke bare mein jankari | वर्ल्ड वाइड वेब क्या है? | World wide web kya hai | WWW ki full form kya hai | इंटरनेट व वर्ल्ड वाइड वेब में क्या अंतर है? | Difference between internet or world wide web in Hindi ||

WWW full form in Hindi :- आज के समय में हर व्यक्ति इंटरनेट का इस्तेमाल करता है या फिर यूँ कहें कि बिना इंटरनेट का इस्तेमाल किये कोई चीज़ हो ही नहीं पाती है। जो चीज़ हमारे पास कुछ दशकों पहले ही आई है वह अब हमारे जीवन का एक मूलभूत अंग बन चुकी (WWW in Hindi) है। इस इंटरनेट पर लाखों वेबसाइट है और उन वेबसाइट पर करोड़ों अरबों यूआरएल के रूप में तरह तरह की जानकारी उपलब्ध है। अब क्या आपने कभी यह सोचा है कि इस इंटरनेट पर यह सब जानकारी का जंजाल संभालने का काम कौन करता है?

तो इस प्रश्न का उतर है WWW जिसके बारे में आपने अवश्य ही सुन रखा होगा। सुन क्या रखा होगा, आप जब भी इंटरनेट पर किसी ब्राउज़र में जाकर कोई भी वेबसाइट खोलते होंगे तो वहां उस वेबसाइट के नाम से पहले यही WWW ही लिखा हुआ दिखाई देता (World wide web in Hindi) होगा। ऐसे में यह WWW क्या होता है और इसका क्या मतलब है, यह अवश्य ही आपके दिमाग में आया होगा।

ऐसे में आज के इस लेख में हम आपके साथ इसी विषय पर ही बात करने वाले हैं। इसमें आप जानेंगे कि हर यूआरएल के आगे लगा यह WWW क्या है और इसका इंटरनेट से क्या संबंध है। साथ ही इस WWW की फुल फॉर्म क्या है और इसे किसने (WWW ke bare mein jankari) बनाया था। आइए जाने इस WWW के बारे में समूची जानकारी इस लेख के माध्यम से।

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WWW की फुल फॉर्म क्या है? (WWW full form in Hindi)

सबसे पहले हम इस WWW की फुल फॉर्म की ही बात करेंगे और इसका क्या मतलब होता है, इसके बारे में जानेंगे। तो WWW की फुल फॉर्म वर्ल्ड वाइड वेब होती है और इसे संपूर्ण विश्व में इसी नाम से ही जाना जाता (WWW ki full form kya hai) है। कहने का अर्थ यह हुआ कि ऐसा नहीं है कि किसी देश में WWW की फुल फॉर्म के रूप में वर्ल्ड वाइड वेब का इस्तेमाल किया जाता है तो किसी अन्य देश में इसे किसी अन्य नाम से जाना जाता है।

वर्ल्ड वाइड वेब क्या है WWW की फुल फॉर्म क्या है

अब यदि हम WWW के हिंदी नाम की बात करें तो इसे हम विश्व व्यापी वेब कह सकते हैं अर्थात इंटरनेट का एक ऐसा जाल जो पूरे विश्व में फैला हुआ (WWW ko Hindi mein kya kahte hai) है। इसके बारे में ज्यादा जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको यह लेख पूरा पढ़ना होगा जिसमे इसके बारे में हरेक जानकारी बारीकी से आपको मिल पायेगी।

वर्ल्ड वाइड वेब क्या है? (World wide web kya hai)

अब जब आपने यह जान लिया है कि WWW की फुल फॉर्म वर्ल्ड वाइड वेब होती है तो आखिरकार यह वर्ल्ड वाइड वेब होता क्या है और किस तरह से यह इंटरनेट से संबंध रखता है, इसके बारे में भी समय रहते जानकारी ले ली जाए तो बेहतर रहता है। तो इसके बारे में अच्छे से जानकारी प्राप्त करने के लिए हम इसे सरल भाषा में उदाहरण सहित समझने का प्रयास करते (World wide web kya hota hai) हैं। मान लीजिए, कोई व्यक्ति इंटरनेट पर उपलब्ध किसी वेबसाइट पर रूस में बैठ कर काम कर रहा है तो वह जानकारी भारत में बैठा व्यक्ति भी कैसे देख सकता है?

आपका उत्तर शायद इंटरनेट हो सकता है लेकिन यह गलत है। इंटरनेट केवल एक माध्यम होता है लेकिन वह जानकारी को दिखाने का काम नहीं करता (WWW kya hai) है। तो यह काम होता है वर्ल्ड वाइड वेब के माध्यम से। ऐसे में वर्ल्ड वाइड वेब एक ऐसा जाल है जिसमे दुनिया की लगभग हर वेबसाइट और उनके असंख्य यूआरएल लिंक्ड है। यह सभी वेबसाइट का एक मिला जुला रूप होता है जो किसी भी देश में बैठे व्यक्ति को उस वेबसाइट को दिखाने में मदद करता है।

वर्ल्ड वाइड वेब को आप एक सड़क या मार्ग ले लीजिए। जिस प्रकार हम किसी स्थान पर पहुँचने के लिए सड़क के द्वारा वहां पहुँचते हैं। अब यदि वहां सड़क नहीं है तो हम वहां तक नहीं पहुँच पाते हैं। तो वही आप वर्ल्ड वाइड वेब में ले (WWW kya hota hai) लीजिए। इंटरनेट में वर्ल्ड वाइड वेब एक सड़क का ही काम कर रहा होता है लेकिन यह बहुत फ़ास्ट होता है। अब यह तो सभी जानते हैं कि कंप्यूटर मनुष्य से बहुत तेज कार्य कर सकता है तो वही कार्य वर्ल्ड वाइड वेब सड़क के माध्यम से होता है।

इंटरनेट पर अलग अलग जगह की लाखों वेबसाइट है और यदि हमें किसी वेबसाइट से आए गूगल से उस वेबसाइट तक पहुंचना है तो उसके लिए हमें वर्ल्ड वाइड वेब का सहारा लेना पड़ता है। यही वर्ल्ड वाइड वेब हमें सड़क के माध्यम से उस वेबसाइट तक पहुचने में मदद करता (World wide web ke bare mein jankari) है। अब वहां पर पहुँच कर हम उस वेबसाइट पर उपलब्ध सभी तरह की जानकारी देख सकते हैं और फिर वहां की वर्ल्ड वाइड वेब सड़क से हम किसी अन्य वेबसाइट पर पहुँच सकते हैं।

वर्ल्ड वाइड वेब कैसे काम करता है? (World wide web kaise kaam karta hai)

आपको यह भी जानना चाहिए कि आखिरकार यह वर्ल्ड वाइड वेब काम कैसे करता है या इसका आधार क्या है। तो यह अकेला काम नहीं कर रहा होता है बल्कि इसे काम करने के लिए कई चीज़ों की ज़रूरत होती है जिसमे से सबसे प्रमुख चीज़ इंटरनेट ही हो (World wide web ke kaam karne ka tarika) जाती है। उसके बाद इसे एचटीटीपी की जरुरत पड़ती है और साथ ही एक वेब ब्राउज़र की भी। तो इन सभी की मदद से ही यह वर्ल्ड वाइड वेब काम करता है और एक जगह से दूसरी जगह पर ट्रान्सफर करता (WWW kaam kaise karta hai) है।

यहाँ सरल भाषा में समझाना चाहें तो हम इंटरनेट पर जब भी कोई रिक्वेस्ट करते हैं तो वह हमारे कंप्यूटर के सर्वर से दूसरे कंप्यूटर के सर्वर या क्लाइंट के सर्वर में जाता है और वहां से सब जानकारी हमें मिलती (World wide web kaam kaise karta hai) है। अब इसके लिए वर्ल्ड वाइड वेब किस तरह से काम करता है या इसमें उसकी मदद कौन करता है, आइए इसके बारे में जान लेते हैं।

इंटरनेट (Internet)

अब यदि आपको वर्ल्ड वाइड वेब का इस्तेमाल करना है तो उसके लिए सबसे पहले इंटरनेट कनेक्शन का होना जरुरी होता है। यदि किसी जगह पर इंटरनेट की कनेक्टिविटी ही नहीं है तो फिर कुछ भी नहीं हो सकता है और वर्ल्ड वाइड वेब शून्य हो जाता है। एक तरह से इंटरनेट के द्वारा ही वर्ल्ड वाइड वेब पर काम किया जा सकता है अन्यथा सब काम ऑफलाइन ही होगा जो केवल आपके कंप्यूटर या मोबाइल में ही सेव रहेगा।

इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस (Electronic device)

अब इसमें दूसरे नंबर पर आता है कोई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जिसकी सहायता से आप वर्ल्ड वाइड वेब का इस्तेमाल करेंगे। अब इंटरनेट तो एक ना दिखने वाली चीज़ होती है जो किसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में जुड़ कर वहां काम करने की अनुमति देती है। आप हवा में ही तो वर्ल्ड वाइड वेब का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं तो इसके लिए आपको कोई ना कोई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस चाहिए होगा। अब वह चाहे लैपटॉप हो या मोबाइल या कंप्यूटर या कोई टैब इत्यादि।

वेब ब्राउज़र (Web browser)

अब यदि आपको वर्ल्ड वाइड वेब का इस्तेमाल करना है तो उसके लिए आपको अपने इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पर सबसे पहले तो इंटरनेट को कनेक्ट करना होगा। यह कनेक्ट हो जाने के बाद आपको कोई भी ब्राउज़र खोलना होगा। कुछ प्रमुख ब्राउज़र के नाम गूगल क्रोम, मोज़िला, ओपेरा इत्यादि हैं जिन पर वर्ल्ड वाइड वेब का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा भी कई तरह के ब्राउज़र हैं जहाँ पर आप वर्ल्ड वाइड वेब का इस्तेमाल कर कुछ भी एक्सेस कर सकते हैं।

एचटीटीपी एड्रेस (Http address)

अब जब आपने अपने इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पर वेब ब्राउज़र भी खोल लिया है तो उस पर वर्ल्ड वाइड वेब का इस्तेमाल करने के लिए एचटीटीपी का इस्तेमाल किया जाना बहुत ही ज्यादा जरुरी होता है। आपने हर वेबसाइट के पहले HTTP या HTTPS लगा हुआ देखा होगा। तो इस एचटीटीपी का पूरा नाम हाइपर टेक्स्ट ट्रान्सफर प्रोटोकॉल होता है जो संदेश को एक जगह से दूसरी जगह भेजने के लिए अनुमति मांगता है।

कहने का अर्थ यह हुआ कि वर्ल्ड वाइड वेब तो बस एक साधन है लेकिन आप अपना साधन लेकर सीधे तो कहीं पर भी नहीं घुस सकते है ना। अब यदि आपको किसी अन्य के घर, देश या राज्य कहीं भी जाना है तो आपको वहां के मालिक से इसकी अनुमति लेनी होगी। तो यही अनुमति लेने का काम यह एचटीटीपी करता है और अनुमति मिल जाने के बाद वह वर्ल्ड वाइड वेब तेज गति से आपको वहां पहुंचा देता है। अब इसमें HTTPS एक सुरक्षित माध्यम है जो आपको ऐसी जगह छोड़ेगा जहाँ आप सुरक्षित रहें जबकि HTTP आपको कहीं भी छोड़ने की अनुमति ले सकता है।

वेबसाइट यूआरएल (Website URL)

वर्ल्ड वाइड वेब का इस्तेमाल करने के लिए उन्हें यह भी तो बताना होगा कि आप उसके जरिये जाना कहा चाहते हैं? कहने का अर्थ यह हुआ कि इस दुनिया में तो लाखों वेबसाइट हैं और उनके असंख्य पेज हैं और हर दिन करोड़ों नए वेब पेज का निर्माण किया जा रहा है। अब वर्ल्ड वाइड वेब आपको कहां छोड़ेगा, यह भी तो आपको उसे बताना होगा। तो इसके बारे में जानकारी आप उसे यूआरएल के माध्यम से देंगे जो हर किसी पेज का स्पेसिफिक एड्रेस होता है।

अब जिस प्रकार आपके या हमारे घर का एक पता होता है तो उसी तरह यह यूआरएल भी किसी वेबसाइट का या वेबसाइट के पेज का पता होता है। इसका पूरा नाम यूनिफार्म रिसोर्स लोकेटर होता है जिसकी सहायता से हमें वर्ल्ड वाइड वेब एक निश्चित जगह पर लाकर छोड़ देता है।

क्या कोई वेबसाइट बिना WWW के भी काम करती है? (WWW ke bina kaam karne wali website)

अब यदि आप यह सोच रहे हैं कि दुनिया में हर वेबसाइट वर्ल्ड वाइड वेब के माध्यम से ही चलती है और इसके बिना किसी का कोई अस्तित्व नहीं होता है तो आप गलत हैं। दरअसल आज के बढ़ते जमाने में इतने सारे विकल्प आ चुके हैं कि किसी भी वेबसाइट को वर्ल्ड वाइड वेब पर ही निर्भर होना पड़े, यह जरुरी नहीं होता है। अब ऊपर वाले उदाहरण को ही ले लीजिए, मान लीजिए कहीं पर सड़क नहीं है तो क्या वहां पर हवाई जहाज़ के जरिये नहीं पहुंचा जा सकता है?

या फिर कोई गाँव ऐसा है जहाँ पर सड़क नहीं जाती है या सरकार ने वहां सड़क नहीं बनाई है तो क्या वहां के गाँव वाले अपने यहाँ की मुख्य सड़क को अपने गाँव तक जोड़ने के लिए कच्चे मार्ग का या पक्के मार्ग का निर्माण नहीं करवा सकते हैं क्या? तो बस वही काम इंटरनेट की दुनिया में हो रहा है। या तो वे अपने यहाँ सीधे हवाई जहाज़ के जरिये पहुँचने की व्यवस्था कर देते हैं या फिर वर्ल्ड वाइड वेब की ही किसी सड़क से अपने यहाँ तक का मार्ग बना देते हैं।

इंटरनेट व वर्ल्ड वाइड वेब में क्या अंतर है? (Difference between internet or world wide web in Hindi)

इस लेख में जब आप वर्ल्ड वाइड वेब के बारे में इतना सब कुछ जान रहे हैं तो आपको इंटरनेट व वर्ल्ड वाइड वेब के बीच के अंतर को भी जान लेना चाहिए। वह इसलिए क्योंकि बहुत से लोग इंटरनेट को ही वर्ल्ड वाइड वेब समझ लेते हैं या फिर वर्ल्ड वाइड वेब का मतलब ही इंटरनेट समझ लेते हैं जो कि पूर्णतया गलत है। दरअसल वर्ल्ड वाइड वेब तो इंटरनेट का एक भाग होता है और इंटरनेट उससे बहुत बड़ा होता (Internet or world wide web me kya difference hai) है। कहने का अर्थ यह हुआ कि बिना इंटरनेट के वर्ल्ड वाइड वेब का कोई अस्तित्व नहीं है जबकि बिना वर्ल्ड वाइड वेब के भी इंटरनेट चलता रहेगा।

अब आप इंटरनेट के माध्यम से जो कुछ भी इस्तेमाल करते हैं वह सब आप केवल वेब ब्राउज़र में जाकर ही थोड़ी ना इस्तेमाल करते हैं? आपके मोबाइल में असंख्य ऐप होंगी जो अपने सर्वर पर चलती हैं, आप इंटरनेट के माध्यम से किसी सोशल मीडिया के जरिये एक दूसरे को मैसेज भेजते हैं, कॉल करते हैं इत्यादि तो यह भी वर्ल्ड वाइड वेब की सहायता से थोड़ी ना हो रहे हैं। वर्ल्ड वाइड वेब का काम केवल इंटरनेट पर उपलब्ध असंख्य वेबसाइट को आपस में जोड़े रखना होता है, और कुछ नही।

वर्ल्ड वाइड वेब का इतिहास (World wide web history in hindi)

अब यदि हम वर्ल्ड वाइड वेब के इतिहास की बात करें तो इसे वर्ष 1989 में बनाया गया था और इसको बनाने का श्रेय जाता है ब्रिटेन के नागरिक बर्नर्स ली व उनके सहकर्मियों को। वे वहां की CERN कंपनी में काम कर रहे थे और उसके बाद ही उन्हें यह वर्ल्ड वाइड वेब बनाने का विचार (World wide web ka past) आया। उसके बाद वर्ष 1989 में उन्होंने वर्ल्ड वाइड वेब की स्थापना कर दी जो इंटरनेट की दुनिया में एक क्रांतिकारी कदम था।

इसके बाद देखते ही देखते इस WWW की मदद से हजारों वेबसाइट बनने लगी और उनकी संख्या आज लाखों में है। आज के समय में इंटरनेट की दुनिया में वर्ल्ड वाइड वेब एक बहुत ही बड़ा नाम है और सब जगह पर ट्रैफिक इसी की सहायता से ही आता (World wide web ki history) है। यह इंटरनेट की दुनिया में फैले सभी तरह के जंजाल का एक माध्यम है जिसके द्वारा हम एक जगह से दूसरी जगह की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

WWW की फुल फॉर्म क्या है – Related FAQs

प्रश्न: वर्ल्ड वाइड वेब क्या है in Hindi?

उत्तर: वर्ल्ड वाइड वेब के बारे में पूरी जानकारी हमने आपको हिंदी भाषा में ही इस लेख में दी है जिसे आपको पढ़ना चाहिए।

प्रश्न: WWW क्या है यह कैसे कार्य करता है?

उत्तर: WWW को हम वर्ल्ड वाइड वेब के नाम से जानते हैं और यह जिस तरीके से काम करता है, उसकी समूची जानकारी सिलसिलेवार तरीके से हमने आपको इस लेख के माध्यम से देने का प्रयास किया है।

प्रश्न: डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू से आप क्या समझते हैं?

उत्तर: डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू का अर्थ होता है वर्ल्ड वाइड वेब जो पूरी दुनिया की वेबसाइट को इंटरनेट की सहायता से आपस में जोड़ने का कार्य करता है।

प्रश्न: कंप्यूटर में वर्ल्ड वाइड वेब क्या है?

उत्तर: कंप्यूटर में वर्ल्ड वाइड वेब उसके वेब ब्राउज़र की सहायता से चलता है जहाँ पर आप वर्ल्ड वाइड वेब की सहायता से किसी भी वेबसाइट पर पहुँच सकते हैं और उनकी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

इस तरह से आज के इस लेख के माध्यम से आपने वर्ल्ड वाइड वेब की पूरी जानकारी ले ली है। यहाँ आपने जाना कि यह वर्ल्ड वाइड वेब होता क्या है और WWW की फुल फॉर्म ही वर्ल्ड वाइड वेब होती है और यह किस तरह से काम करता है इत्यादि।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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