|| ज़ोमाटो क्या है? | Zomato kya hai | Zomato kya hota hai | Zomato kab launch hua tha | ज़ोमाटो कंपनी की स्थापना किसने की थी? | Zomato company kiski hai | ज़ोमाटो की वेबसाइट क्या है? | Zomato website in Hindi | ज़ोमाटो के द्वारा मिलने वाला कैश बैक | Zomato cashback offers in Hindi ||
Zomato kya hai :- पहले लोग रेस्टोरेंट में जाकर खाना खाना पसंद किया करते थे लेकिन धीरे धीरे ये ट्रेंड बदलता ही जा रहा है। आज के समय में लोग किसी रेस्टोरेंट में जाकर खाने की बजाए ऑनलाइन ही फ़ूड ऑर्डर करने लगे हैं और इसके लिए कई तरह की ऐप व वेबसाइट का सहारा लेते (Zomato ke bare mein jankari) हैं। अब यदि आप भी ऑनलाइन फ़ूड ऑर्डर करने का सोचेंगे तो आपके दिमाग में दो से तीन गिने चुने नाम ही आएंगे जिनकी सहायता से आप ऑनलाइन फ़ूड ऑर्डर कर सकते हैं।
अब इसमें ज़ोमाटो व स्विग्गी वेबसाइट या ऐप का नाम प्रमुखता से लिया जाता है जिनके माध्यम से ऑनलाइन फ़ूड को ऑर्डर किया जाता (Zomato kya hota hai) है। अब आज के इस लेख में हम आपके साथ ज़ोमाटो के बारे में बात करने जा रहे हैं और इसके बारे में हरेक जानकारी देने वाले हैं। यह कंपनी कुछ वर्षों पहले ही शुरू हुई थी और आज के समय में यह ऑनलाइन फ़ूड ऑर्डर करने वाली प्रमुख कंपनी बन चुकी है।
भारत में काम कर रहे लगभग हर तरह के रेस्टोरेंट, कैफ़े या होटल इससे जुड़ चुके हैं और इस ऐप के माध्यम से ही लोग उन रेस्टोरेंट में ऑनलाइन फ़ूड का ऑर्डर देते (Zomato app kya hai) हैं। अब इस फ़ूड ऑर्डर को उनके गंतव्य स्थल तक पहुँचाने का काम इसी ज़ोमाटो का ही होता है। तो यह ज़ोमाटो क्या है और यह कैसे काम करती है, इत्यादि सभी प्रश्नों के उत्तर हम आपको इस लेख के माध्यम से देने वाले हैं। आइए जाने ज़ोमाटो के बारे में हरेक जानकारी विस्तृत रूप में।
ज़ोमाटो क्या है? (Zomato kya hai)
सबसे पहले बात की जाए इस ज़ोमाटो कंपनी के बारे में और इसे समझने का प्रयास किया जाए तो आपको इसका नाम सुन कर ही पता चल गया होगा कि यह ऑनलाइन फ़ूड ऑर्डर लेकर उसे डिलीवर करने वाली कंपनी है। अब यह ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी का काम कैसे होता है और क्या ज़ोमाटो कंपनी की उन रेस्टोरेंट में कुछ हिस्सेदारी होती है या इसके लिए कोई अलग प्रक्रिया का पालन किया जाता है!! ऐसे ही कई तरह के अनसुलझे प्रश्न आपके दिमाग में चल रहे होंगे।
तो यहाँ हम इसके बारे में स्पष्ट करते हुए आपको बता दें कि ज़ोमाटो बस एक ऑनलाइन फ़ूड डिलीवर करने वाली ऐप या वेबसाइट है या यूँ कहें कि उसका एक ऑनलाइन मंच (Zomato ka matlab kya hai) है। अब यदि कोई व्यक्ति या कंपनी अपने रेस्टोरेंट या खाने से संबंधित कोई बिज़नेस चला रही होती है और यदि उसे ऑनलाइन भी ऑर्डर लेने होते हैं तो वह इसी ज़ोमाटो कंपनी के साथ संपर्क करती है। इसके लिए वह ज़ोमाटो को अपने रेस्टोरेंट, उसके मेन्यू, मूल्य इत्यादि के बारे में जानकारी देती है।
अब ज़ोमाटो उस रेस्टोरेंट या बिज़नेस को अपनी वेबसाइट या ऐप में दिखाने के लिए उनसे हरेक ऑर्डर पर कुछ कमीशन लेता है और बदले में लोग ज़ोमाटो ऐप के जरिये उनके रेस्टोरेंट से खाने का ऑर्डर करते (Zomato kya hai in Hindi) हैं। अब जैसे ही कोई ऑर्डर ज़ोमाटो ऐप पर होता है तो ज़ोमाटो उस रेस्टोरेंट को उस ऑर्डर के बारे में जानकारी देता है और उसे उस ऑर्डर का भुगतान कमीशन काट कर कर देता है।
इसके बाद जब वह खाना तैयार हो जाता है और उसकी पैकिंग हो जाती है तो ज़ोमाटो के डिलीवरी बॉय उस ऑर्डर को लेकर उसे उसके गंतव्य स्थल तक पहुंचा देते हैं। अब यदि उसकी ऑनलाइन पेमेंट की गयी थी तो कोई दिक्कत नहीं होती है अन्यथा कैश में डिलीवरी किये जाने पर वह पैसा उस ज़ोमाटो डिलीवरी बॉय को देना होता है जो वह ज़ोमाटो कंपनी को लौटा देता है। बदले में उस डिलीवरी के लिए ज़ोमाटो कंपनी उसे इसका फिक्स चार्ज देती है। इसी तरह ज़ोमाटो कंपनी काम करती है।
ज़ोमाटो कंपनी की शुरुआत कब हुई थी? (Zomato kab start hua tha)
अब यदि आप ज़ोमाटो कंपनी के शुरूआती वर्ष के बारे में जानना चाहें तो यह एक अच्छी बात है लेकिन इसे सुन कर आप हैरान रह जाने वाले हैं। बहुत लोगों को लग रहा होगा कि इस ज़ोमाटो कंपनी की शुरुआत आज से कुछ वर्ष पहले ही जैसे की 2 से 5 साल पहले ही हुई होगी लेकिन आप गलत हैं। दरअसल ज़ोमाटो कंपनी की शुरुआत भारत देश में वर्ष 2008 में ही हो गयी थी और वह महीना था जुलाई (Zomato kab launch hua tha) का।
जिस समय इंटरनेट में क्रांति आ रही थी और हमारे हाथ में मोबाइल फोन आते जा रहे थे, बस उसी समय इस ऐप की शुरुआत हो चुकी थी लेकिन इसे प्रसिद्धि बाद में मिली। इस तरह से यदि हम ज़ोमाटो के स्थापना वर्ष की बात करे तो वह जुलाई 2008 कहा जा सकता है। तब से ही यह ज़ोमाटो कंपनी लगातार आगे ही बढ़ती जा रही है और इसने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा।
ज़ोमाटो कंपनी की स्थापना किसने की थी? (Zomato company kiski hai)
आपने यह तो जान लिया कि ज़ोमाटो कंपनी की शुरुआत कब हुई थी लेकिन इसी के साथ ही आपका यह जानना भी बहुत जरुरी हो जाता है कि आखिरकार इस ज़ोमाटो की स्थापना करने का श्रेय किसे दिया जा सकता है या इसके फाउंडर कौन थे। तो ज़ोमाटो कंपनी की स्थापना करने वाले दो व्यक्ति थे जिनके नाम दीपिंदर गोयल व पंकज चड्डा (Zomato company founder name in Hindi) है। वर्ष 2008 में इन दोनों ने मिल कर ही ज़ोमाटो कंपनी की नींव रखी थी और एक नया कांसेप्ट हमें दिया था।
इस नए कांसेप्ट के तहत ही हम अपने घर बैठे बस कुछ ही क्लिक में मोबाइल से या लैपटॉप के माध्यम से ऑनलाइन फ़ूड का ऑर्डर कर सकते थे इसके लिए ना रेस्टोरेंट जाने की दिक्कत होती थी और ना ही काउंटर पर खड़े होकर अपने ऑर्डर की बारी आने की। इसी कारण यह कांसेप्ट देखते ही देखते पूरे भारतवर्ष में फैल गया और लगभग हर व्यक्ति ज़ोमाटो ऐप के जरिये फ़ूड ऑर्डर करने लग गया।
ज़ोमाटो का मुख्यालय कहां है? (Zomato kaha ki company hai)
अब आपने यह तो जान लिया कि दीपिंदर व पंकज के द्वारा वर्ष 2008 में ज़ोमाटो को शुरू किया गया था लेकिन उन्होंने इसका मुख्यालय या यूँ कहे कि ज़ोमाटो का हेड ऑफिस किस जगह पर खोला था! तो उस जगह का नाम है हरियाणा राज्य का गुरुग्राम शहर जो दिल्ली एनसीआर में भी आता (Zomato ka head office kaha hai) है। वैसे तो ज़ोमाटो के कई ऑफिस जगह जगह खुल चुके हैं और अब यह देश की प्रमुख ऑनलाइन फ़ूड ऑर्डर कंपनी बन चुकी है लेकिन इसका मुख्यालय देश के गुरुग्राम शहर में स्थित है।
ज़ोमाटो के सीईओ कौन है? (Zomato CEO name in Hindi)
बहुत लोगों को यह भी जानना होता है कि वर्तमान समय में ज़ोमाटो कंपनी के सीईओ का क्या नाम है क्योंकि उसी के हाथ में ही कंपनी के संचालन की प्रमुख जिम्मेदारी होती है। तो यहाँ हम आपको बता दे कि ज़ोमाटो के संस्थापकों में से ही एक दीपिंदर जी के पास ही ज़ोमाटो कंपनी के सीईओ का पद है। इसी के साथ वे ज़ोमाटो के एमडी के पद पर भी कार्य कर रहे (Zomato company ka malik kaun hai) हैं। तो दीपिंदर जी ही ज़ोमाटो के सर्वेसर्वा कहे जा सकते हैं और उन्हीं के ऊपर ही इस कंपनी का मुख्य भार है।
ज़ोमाटो की वेबसाइट क्या है? (Zomato website in Hindi)
अब यदि आप ज़ोमाटो के बारे में इतना सब जानकर उनकी वेबसाइट को विजिट करना चाहते हैं तो वह भी आप कर सकते हैं। इसके लिए आपको इस https://www.zomato.com/ लिंक पर क्लिक करना होगा और यहाँ क्लिक करते ही आप ज़ोमाटो कम्पनी की वेबसाइट पर पहुँच जाएंगे। यहाँ पर सबसे पहले तो आपसे आपकी लोकेशन मांगी जाएगी या आपको अलग से अपना शहर या कोई अन्य शहर का नाम भरना होगा।
वह इसलिए क्योंकि ज़ोमाटो की वेबसाइट आपकी लोकेशन या शहर के अनुसार ही वहां के आसपास के रेस्टोरेंट, कैफ़े व होटल को दिखाता है जो ज़ोमाटो के साथ पंजीकृत है। अब ऐसा तो हो नहीं सकता है कि आप प्रयागराज में बैठे हैं और आप अयोध्या के रेस्टोरेंट से खाना मंगवा रहे हैं। इसलिए आप जिस भी शहर में रह रहे हैं, उसी के रेस्टोरेंट ही ज़ोमाटो ऐप के द्वारा आपको दिखाए जाएंगे और आप वहां से ऑनलाइन फ़ूड ऑर्डर कर पाएंगे।
ज़ोमाटो की ऐप कैसे इनस्टॉल करे? (Zomato app kaise install kare)
अब यदि आप ज़ोमाटो की वेबसाइट के अलावा ज़ोमाटो की ऐप को अपने मोबाइल के जरिये इस्तेमाल करना चाहते हैं तो वह भी आप बहुत ही आसानी से कर सकते हैं। यदि आपके पास एंड्राइड का मोबाइल है तो आपको बस अपने गूगल के प्ले स्टोर में जाना होगा और वहां जाकर ज़ोमाटो लिखना होगा। इसके बाद ज़ोमाटो की ऐप सबसे ऊपर ही आ जाएगी जिसे आपको डाउनलोड करना होगा।
अब जब यह ऐप डाउनलोड हो जाए तो उसके बाद यह अपने आप ही इनस्टॉल हो जाएगी। जब यह इनस्टॉल हो जाये तो यह आपकी लोकेशन तथा कुछ अन्य चीज़ों का एक्सेस मांगेगी जिनकी अनुमति आप अपनी इच्छा अनुसार दे सकते हैं। इसके बाद यह आपको अपना मोबाइल नंबर डालकर रजिस्टर करने को कहेगी और उसके बाद आपके मोबाइल नंबर पर एक कोड आएगा जो आपको ज़ोमाटो ऐप में डालना होगा।
यह सब प्रक्रिया करते ही बस कुछ अपनी निजी जानकारी देकर जैसे कि अपना नाम, ईमेल आईडी तथा घर या कार्यालय का पता आदि, काम बन जाएगा। तो इस तरह से आप अपने मोबाइल पर ज़ोमाटो कंपनी की ऐप को इनस्टॉल कर उसके जरिये घर बैठे ही ऑनलाइन फ़ूड को ऑर्डर कर सकते हैं।
ज़ोमाटो के वाउचर (Zomato voucher in Hindi)
बहुत से लोग ज़ोमाटो के द्वारा मिलने वाले वाउचर के बारे में जानना चाहते हैं क्योंकि इसके जरिये उनका बिल कम हो जाता है या फिर वे सस्ते में खाना ऑर्डर कर पाते हैं। तो यहाँ हम आपको बता दें कि ज़ोमाटो कंपनी के द्वारा ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने साथ जोड़ें या उन्हें बनाए रखने के लिए कई तरह के वाउचर दिए जाते हैं जो एक तरह का कोड ही होता है। अब यह वाउचर सभी लोगों के लिए अलग अलग होते हैं या उन्हें उनके द्वारा ज़ोमाटो पर खरीदारी करने पर मिलते हैं।
वहीं कुछ अन्य स्कीम के तहत भी यह वाउचर दिए जाते हैं जैसे कि कोई व्यक्ति पहली बार ज़ोमाटो ऐप का इस्तेमाल कर रहा हो या कोई बड़ा त्यौहार आ रहा हो या ऐसा ही कुछ। तो आप भी किसी भी बिल का भुगतान करने से पहले अपने पास उपलब्ध वाउचर को देख ले और इसको लगा कर देखे। क्या पता आपके बिल में भी कुछ कटौती हो जाए और आप सस्ते में भोजन ऑर्डर कर सके।
ज़ोमाटो के द्वारा मिलने वाला कैश बैक (Zomato cashback offers in Hindi)
ज़ोमाटो कंपनी अपने ग्राहकों को केवल वाउचर की ही सुविधा नहीं देती है बल्कि वह भिन्न भिन्न योजनाओं के तहत उन्हें कैशबैक की सुविधा भी प्रदान करती है। हालांकि इस तरह की योजना का लाभ मुख्य तौर पर भुगतान वेबसाइट या ऐप के द्वारा ही उठाया जाता है ताकि लोग उनके यहाँ से ही अगला भुगतान करे। किंतु इसकी महत्ता को देखते हुए और इसके द्वारा बिज़नेस किस तरह से बढ़ाया जा सकता है, इसे समझ कर ज़ोमाटो ने भी इसकी शुरुआत की है।
इस कैशबैक का मतलब होता है कि आपने जितने का भुगतान किया है, उसमे से कुछ पैसा आपके ज़ोमाटो के अकाउंट में आ जाएगा। इसके बाद आप जब भी अगली बार ज़ोमाटो के जरिये भुगतान कर रहे होंगे तो उसमे से यह कैशबैक वाली अमाउंट माइनस हो जाएगी और आपका बिल कम हो जाएगा। तो आपको ज़ोमाटो की ऐप पर यह कैशबैक की सुविधा वाउचर, कोड इत्यादि कई तरह के साधनों से मिल सकती है।
जोमाटो क्या है – Related FAQs
प्रश्न: जोमैटो का मतलब क्या होता है?
उतर: जोमाटो के बारे में संपूर्ण जानकारी हमने आपको इस लेख में दी है।
प्रश्न: जोमाटो के मालिक कौन है?
उतर: जोमाटो के मालिक दीपिंदर गोयल है।
प्रश्न: जोमाटो कहाँ की कंपनी है?
उतर: जोमाटो भारत की कंपनी है।
प्रश्न: जोमाटो को पहले क्या कहा जाता था?
उतर: जोमाटो को पहले Foodiebay कहा जाता था।
तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने जोमाटो ऐप के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर ली है साथ ही आपने यह भी जान लिया है कि जोमाटो ऐप कैसे काम करती है। आशा है कि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई होगी।